हैलो कृषि ऑनलाइन: केंद्र सरकार ने इस फसल वर्ष में अब तक मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के तहत 24,000 टन चने की खरीद की है। कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। इसके साथ ही मंत्रालय ने कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, ओडिशा और महाराष्ट्र सहित 10 राज्यों में 4,00,000 टन खरीफ चना की खरीद को मंजूरी दी है।
दरअसल, पीएसएस कृषि मंत्रालय के तहत काम करता है। पीएसएस तभी सक्रिय होता है जब कृषि उपज की कीमतें न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे गिर जाती हैं। NAFED (भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ) एक सहकारी संस्था है जो केंद्र सरकार की ओर से खरीद करती है। मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘अब तक 24,000 टन मूंग की खरीद की गई है, जिसमें से अकेले कर्नाटक से 18,000 से 19,000 टन मूंग की खरीद की गई है।’
मंत्रालय ने 2022-23 के खरीफ सीजन के दौरान 2,94,000 टन उड़द और 1.4 लाख टन मूंगफली की खरीद को मंजूरी दी है। अधिकारी ने कहा कि हालांकि, खरीद नहीं हो सकी क्योंकि प्रमुख उत्पादक राज्यों में मंडी की कीमतें एमएसपी से ऊपर थीं। इस बीच, सरकार के पास पिछले दो-तीन वर्षों में पीएसएस के तहत खरीदे गए 25,00,00 टन चने का भंडार है। सरकार ने विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत राज्य सरकारों को कुछ रिजर्व देना शुरू कर दिया है।
कुल धान उपार्जन 306.06 लाख टन
सरकार का खरीफ विपणन सीजन 2022-23 (अक्टूबर-सितंबर) में 775.72 लाख टन धान की खरीद का लक्ष्य है। पिछले खरीफ विपणन सीजन के दौरान वास्तविक खरीद रिकॉर्ड 759.32 लाख टन थी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, खरीफ विपणन सीजन 2022-23 में 27 नवंबर तक कुल धान की खरीद 306.06 लाख टन रही, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में 280.51 लाख टन की खरीद हुई थी।