रब्बी पिकांच्या पेरणी संदर्भात जाणून घ्या कृषी तज्ञांचा महत्वाचा सल्ला

नमस्ते कृषि ऑनलाइन: खरीफ सीजन खत्म होने के बाद किसान अब रबी फसल की बुवाई की तैयारी कर रहे हैं। आइए आज के लेख में रबी मक्का, सूरजमुखी, मूंगफली की बुवाई के बारे में जानें।

1) रबी मूंगफली : रबी की मूंगफली की फसल की बुवाई के तीन से छह सप्ताह बाद दो निराई और एक निराई करनी चाहिए।


2) रब्बी माका: रबी मक्का की फसल को 60X30 सेमी की दूरी पर बोना चाहिए। बुवाई के लिए प्रति हेक्टेयर 15 किलो बीज का प्रयोग करना चाहिए। बुवाई से पहले बीजोपचार करना चाहिए।

3) रबी ज्वारी : बागवानी रबी ज्वार की फसल की बुवाई यथाशीघ्र कर लेनी चाहिए। देर से बुवाई करने से बीज का अंकुरण कम हो जाता है। बुवाई 45X15 सेमी की दूरी पर करनी चाहिए। बुवाई के लिए प्रति हेक्टेयर 10 किलो बीज का प्रयोग करना चाहिए। कानी रोग की रोकथाम के लिए बुवाई से पहले 300 जाली सल्फर 4 ग्राम प्रति किलो बीज की दर से बुवाई करनी चाहिए। पोंगमेर और वीविल के प्रबंधन के लिए थियामेथोक्सम 70% 4 ग्राम या इमिडाक्लोप्रिड 48% 14 मिली प्रति किलो बीज को बिजाई के बाद ही बोना चाहिए।


4) रबी सूरजमुखी : यदि फसल की बुवाई को 20 दिन हो गए हों तो पहली निराई करनी चाहिए। बागवानी गेहूं की समय से बुवाई की अवधि 01 नवंबर से 15 नवंबर है। समय पर बुवाई के लिए त्र्यंबक, तपोवन, गोदावरी, फुले साधन, एमएसीएस 6222, एमएसीएस 6474, आदि किस्मों में से चयन करना चाहिए।


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