पूर्णिया से विकास झा एवं आनंद यादव।
पंद्रह में वित्तीय अयोग से बनी छठ घाट सीढ़ी में किस तरह से भ्रष्टाचार की जाती है पंचायतों में, इसकी एक बानगी देखना हो तो भवानीपुर प्रखंड क्षेत्र के सोनमा पंचायत अंतर्गत रायपुरा कारी कोसी के किनारे बनी छठ घाट है,जो बनने के साथ ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई, सबसे ताजूब की बात यह है, बिना बोर्ड लगाए ही छठ सीढ़ी घाट का निर्माण कैसे कर दिया गया। वहीं ग्रामीणों का कहना है, इस पंचायत की मुखिया कविता देवी लोगों को झांसा में रखकर पंचायत में बिना बोर्ड लगाए ही कार्य करती है,
जब भी कोई ग्रामीण हो रहें सरकारी कार्य के बारे में मुखिया से पुछने जाता है, तो मुखिया जी कहते हैं, यह काम हमारे द्वारा नहीं कराया जा रहा है, यह कार्य पंचायत समिति के द्वारा करवाया जा रहा है। जबकि समिति राजेश पासवान कहते हैं यह कार्य मुखिया कर रहा है। ग्रामीणों का कहना अगर बोर्ड लगाकर पंचायत में कार्य होता तो इस तरह से भ्रष्टाचार नहीं हो पाती। वही जब इस संबंध में जिला पंचायती राज पदाधिकारी राज कुमार से फोन लाइन पर बात किए तो उनका कहना हुआ, हमें मामले की जानकारी नहीं है, अगर ग्रामीणों के द्वारा आवेदन दिया जाता हैं तो मामलों की जांच की जाएगी।
वही आपको यह बताते चलें पिछले छः महीने से बिहार सरकार के द्वारा अलग अलग टीम बनाकर पंचायत में चल रही विकास संबंधित योजनाओं की जांच के लिए अधिकारियों की टीम बनाकर विभिन्न पंचायतों में जांच के लिए बुधवार एवं बृहस्पतिवार को भेजा जाता है,वह जांच रिपोर्ट संबंधित पदाधिकारी को ओनलाइन ही राज्य मुख्यालय को भेजना होता है। लेकिन वह जांच भी सिर्फ दिखावा ही साबित हो रहा है।