रेत की आंधी में दफन हो रहीं है जिंदगी, प्रशासन बेखबर, 24 घंटे में पूर्व मुखिया के पुत्र सहित दो की मौत – Nalanda Darpan – गाँव-जेवार की बात।

चंडी (नालंदा दर्पण)। चंडी थाना क्षेत्र के एन एच 431 धर्मपुर गांव की सीमा में घुसते हुए आपको आधा किलोमीटर की दूरी में आजकल रेत की आंधी चल रही है। यह रेत की आंधी कोई प्राकृतिक नहीं बल्कि मानवजनित है। इस रेत की आंधी में एन एच पर चलना आजकल काफी सफर हो गया है, खासकर बाइक सवारों के लिए। रेत की धूल और आंधी की वजह से जहां चलना मुश्किल हो रहा है। यहां रेत का अवैध कारोबार भी चल रहा है। वहीं धर्मपुर में जिंदगियां सड़क हादसे का शिकार हो रही है इस रेत की आंधी ने अब तक आधा दर्जन लोगों को‌‌ पिछले कुछ माह में लील चुका है।

सोमवार को धर्मपुर धर्मकांटा के पास हुए हादसे में पूर्व मुखिया यदुनंदन प्रसाद के पुत्र मिथलेश कुमार की मौत हो गई।

चंडी थाना के एनएच 431 के धरमपुर गांव के धर्म कांटा के पास पिकअप गाड़ी ने विपरीत दिशा से आ रही बाइक में  जबरदस्त टक्कर मार दी। बाइक सवार महकार विगहा निवासी स्वर्गीय यदुनंदन प्रसाद के 40 वर्षीय पुत्र मिथलेश कुमार की मौत हो गई।

घटना के संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि मृतक मिथलेश कुमार अपने घर महकार विगहा से चंडी जा रहा था कि धरमपुर के धर्म कांटा के पास विरीत दिशा माधोपुर की ओर से तेज़ रफ़्तार से आ रही पिकअप गाड़ी ने सामने से बाइक में जबरदस्त टक्कर मारते हुए फरार हो गया। इतना जबरदस्त टक्कर मारा था कि पल्सर गाड़ी बर्बाद हो गया। दुर्घटना के बाद ग्रामीण के सहयोग से मृतक को रेफरल अस्पताल लाया गया तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

घटना की खबर सुनते ही महकार पंचायत के मुखिया अजय कुमार सिन्हा उर्फ मुन्ना, हसनी पंच्यायत के मुखिया वीरू सहित ग्रामीण रेफरल अस्पताल पहुंच चुके थे वही परिवार के रोने की चीत्कार से अस्पताल परिसर गमगीन हो गया था वही मृतक की पत्नी रिंकू कुमारी का रो रोकर बुरा हाल था।

थानाध्यक्ष अभय कुमार ने कहा कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बिहार शरीफ भेज दिया गया है।रविवार को भी धर्मपुर के पास एक मवेशी व्यवसायी की मौत एक डंपर की चपेट में होने से हो गई थी।

ग्रामीणों का कहना है कि धर्मपुर धर्मकांटा में बाहर से रेत भरी ट्रक वजन के लिए आता है। जहां तहां रेत फैला हुआ है। कुछ दिन पूर्व चंडी थानाध्यक्ष अभय कुमार ने लोगों को डांट डपट किया तब जाकर कहीं कहीं से रेत उठाया गया। लेकिन अब भी रेत जगह -जगह भरा पड़ा हुआ है।

बाइक सवारों का चलना मुश्किल हो रहा है। धूल की आंधी की वजह से सामने से कुछ नहीं दिखता है। ऐसे स्थिति में दुर्घटनाएं तेज हो गई है। दूसरी तरफ बख्तियारपुर-रजौली मार्ग निर्माण की वजह से ज्यादातर ट्रक इसी बरास्ते जा रही है।जिससे स्थिति और भी दुर्घनाजनक बनी हुई है।

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