डेस्क : देश में तेज रफ्तार से यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए वंदे भारत ट्रेन शुरू कर दी गई है। यह देश की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन भी है। देश में अभी तक केवल चार वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। अब रेलवे सबसे तेज रफ्तार से पार्सल सेवा मुहैया कराने के लिए कार्गो वंदे भारत ट्रेन लाने जा रहा है।
दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में पहली सबसे तेज मालवाहक वंदे भारत ट्रेन चलाने की तैयारी चल रही है। रेलवे देश में माल ढुलाई के मामले में सबसे बड़े वाहक के रूप में काम कर रहा है। अब रेलवे तेज रफ्तार ट्रेन वंदे भारत का कार्गो वर्जन लाने की तैयारी कर रहा है ताकि तेज रफ्तार से हल्का और भारी सामान, सामान आदि सुपरफास्ट तरीके से पहुंचाया जा सके। पहली कार्गो वंदे भारत ट्रेन के दिल्ली एनसीआर क्षेत्र और मुंबई क्षेत्र तक पहुंचने की उम्मीद है।
फ्रेट ईएमयू के नाम से सुपरफास्ट पार्सल सेवा शुरू करने के लिए भारतीय रेलवे लंबे समय से काम कर रहा है। इससे उच्च मूल्य और समय के प्रति संवेदनशील कार्गो खेपों की डिलीवरी में मदद मिलेगी। इस संबंध में रेलवे बोर्ड को 11 अक्टूबर को पत्र लिखा जा चुका है। कहा जा रहा है कि इससे संवेदनशील सामान की जरूरत के हिसाब से समय पर डिलीवरी की जा सकेगी।
वंदे भारत ट्रेन को माल ढुलाई ईएमयू के लिए कार्गो संस्करण में परिवर्तित किया जाएगा। इसके लिए चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में बड़ी संख्या में वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण किया जा रहा है। इधर मालवाहक पोत वंदे भारत का वर्जन भी तैयार किया जा रहा है। रेलवे के मुताबिक हर महीने 8 वंदे भारत ट्रेनें बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें पैसेंजर और कार्गो वर्जन होंगे।