पूर्णियां/बालमुकुन्द यादव
पूर्णिया : जिला मुख्यालय से लेकर सुदूर ग्रामीणों क्षेत्रों तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ग्रामीण इलाकों के स्वास्थ्य संस्थानों में भी प्रसव गृह को शुरू कराया जा रहा है। इसी कड़ी में पूर्णिया पूर्व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले रानीपतरा स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (एपीएचसी) में प्रसव कक्ष का शुभारंभ किया गया। जिसका उदघाटन गर्भवती महिलाओं ने फीता काटकर किया। उद्घाटन स्थानीय रानीपतरा गांव निवासी प्रीतम चौधरी की गर्भवती पत्नी सुमन चौधरी, डब्लू कुमार साह की गर्भवती पत्नी सबिता कुमारी एवं विनोद ठाकुर की गर्भवती पत्नी नूतन कुमारी के द्वारा संयुक्त रूप से फीता काटकर किया गया। इस अवसर पर पूर्णिया पूर्व पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शरद कुमार, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक विभव कुमार, एएनएम पूजा कुमारी एवं मीना रानी दास के अलावा स्वास्थ्य विभाग के कई अन्य कर्मी उपस्थित थे
स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त कर हर तरह की सुविधाओं को बहाल करना पहला लक्ष्य: डीपीएम
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि विभागीय स्तर पर ज़िलें के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में प्रसव शुरू कराने के उद्देश्य से तेजी के साथ कार्य किया जा रहा है। दरअसल संस्थागत एवं सुरक्षित प्रसव को लेकर प्रथम तिमाही में गर्भवती महिलाओं की पहचान एवं शत प्रतिशत गर्भवती माताओं का चार एएनसी सुनिश्चित कराने का भी निर्देश दिया गया है, ताकि शिशु मृत्यु दर में कमी लाया जाए
चिकित्सीय सेवा नया जीवन देने के लिए होना चाहिए: एमओआईसी
पूर्णिया पूर्व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शरद कुमार ने बताया कि ज़िलें में संचालित एनडीडी कार्यक्रम की सफलता, डेंगू के प्रसार को नियंत्रित करने को लेकर विभागीय तैयारी, नियमित टीकाकरण, कोविड-19 टीकाकरण, एएनसी जांच, संस्थागत प्रसव से जुड़ी सेवाओं के साथ-साथ ओपीडी को नियमित रूप से संचालित करने के लिए जागरूक होने की आवश्यकता है। क्योंकि चिकित्सकीय पेशा लोगों को नया जीवन देने से जुड़ा हुआ होता है। स्वास्थ्य विभाग से जुड़े लोगों को ईमानदारी पूर्वक अपने कर्तव्यों का निवर्हन करना चाहिए
रानीपतरा में प्रसव कक्ष के शुरू होने से लगभग 53 हज़ार की आबादी को मिलेगा लाभ: बीएचएम
प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक विभव कुमार ने बताया कि पूर्णिया पूर्व पीएचसी के अंतर्गत आने वाले रानीपतरा एपीएचसी में प्रसव कक्ष शुरू होने से लगभग 53 हज़ार जनसंख्या की आबादी वाले पांच पंचायतों के 25 गांव इससे लाभान्वित होंगे। शहरी क्षेत्र से सटे होने के कारण ग्रामीण गर्भवती महिलाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब उनको या उनके परिजनों को प्रसव कराने के लिए राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल या किसी अन्य जगहों पर जाने के लिए मजबूर नही होना पड़ेगा। क्योंकि अब अनुभवी चिकित्सकों एवं एएनएम के देखरेख में संस्थागत एवं सुरक्षित प्रसव शुरू कर दिया गया है।