पूर्णिया/सिटीहलचल न्यूज़
जिले के लोगों ने मंगलवार को श्रद्धा के साथ चौरचन (चौठचंद्र) पर्व मनाया। इस मौके पर लोगों ने भगवान गणेश और चंद्रदेव की विधि विधान के साथ पूजा किया। पूजन के दौरान व्रति महिलाओं ने भगवान को अर्घ्य देकर उनकी सच्चे मन से आराधना की। मंत्रोच्चार के साथ दर्शन चौठ तिथि के चंद्रदेव का दर्शन कर उज्जवल जीवन की कामना की
इस पर्व में समाज के लोगों ने घर-परिवार समेत हिस्सा लिया। हाथ में फल-फूल, दही, केला, खीरा आदि लेकर भगवान का दर्शन किया। पूजा के बाद लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। मिथिलांचल में चौठचंद्र महापर्व धूमधाम से मनायी जाती है। इस दिन समाज के लोग इस पर्व में पूरी श्रद्धा के साथ शामिल होकर पर्व में भाग लेते हैं। अच्छे और उज्जवल जीवन के लिए यह पर्व किया जाता है। द्वापर में इसे श्रीकृष्ण ने भी इस व्रत को कर भगवान चंद्रदेव का दर्शन कलंक से मुक्त हुए थे
इसमें भगवान गणेश की पूजा भी होती है। इस दिन भगवान गणेश के आर्शीवाद के कारण ही चंद्रदेव की पूजा होती है। माना जाता है कि भादव शुक्ल पक्ष की चतूर्थी तिथि को चंद्रदेव का दर्शन नहीं किया जाता है। लेकिन भगवान गणेश के वरदान के कारण इस दिन चंद्रदेव की विशेष पूजा होती है।