वैशाली के महुआ में संदिग्ध हालात में एक व्यक्ति की मौत मामले में नया मोड़ उस वक्त आ गया जब महुआ के भदवास गांव में मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया और मौके पर पहुंची पुलिस ने पुलिस के साथ धक्का मुक्की कर शव को ले भागे।
एसपी के आदेश पर महुआ एसडीपीओ मामले की जांच करने पहुंची थी और शव को पोस्टमार्टम के लिए लाने का प्रयास किया लेकिन परिजन और ग्रामीण शव का पोस्टमार्टम कराने को तैयार नहीं थे लिहाजा लोगो ने पुलिस के साथ धक्का मुक्की कर शव को गाड़ी में लादकर ले भागे।
हालांकि पुलिस ने कड़ी मशक्कत कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।इस बाबत एसपी मनीष ने फोन पर बताया कि मामले की जांच के लिए महुआ एसडीपीओ पूनम केसरी और महनार एसडीपीओ एस के पंजियार के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया गया है जो पूरे मामले की जांच कर रही हैं। वही एसपी ने लोगो से अपील करते हुए कहा है कि अगर किसी की तबियत खराब है तो वह सामने आए ताकि समय पर उनका ईलाज कराया जा सके।
इस मामले को लोग छुपाए नहीं।बहरहाल महुआ के भदवास गांव और देशरी के नयागंज में पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच कर मामले की जांच में जुट गई है।बता दे कि इस मामले में अभी तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है जिसमे से महुआ के भदवास का एक व्यक्ति विकास चौधरी, देशरी थाना क्षेत्र के सुनील चौधरी और दीपक साह की मौत हो गई हैं।