तेघरा (बेगूसराय) साक्षर भारत कार्यक्रम से हटाए गए संविदा कर्मियों की शिष्टमंडल ने 12 सितंबर सोमवार को चेरिया बरियारपुर के विधायक राजवंशी महतो को भगवानपुर प्रखंड अंतर्गत बसही ग्राम अवस्थित उनके आवास पर अपनी समस्या को लेकर लिखित मांग पत्र सौंपा। जिसमें बेगूसराय जिले के कई समन्वय एवं प्रेरक मौजूद थे।
मांग पत्र सौंपने के उपरांत चेरिया बरियारपुर प्रखंड समन्वयक शिव कुमार महतो, खोदावंदपुर प्रखंड समन्वयक राजाराम दास, भगवानपुर प्रखंड समन्वयक रंजन कुमार एवं तेघरा प्रखंड समन्वयक अशोक कुमार ठाकुर ने बताया कि वर्ष 2012 से सरकार द्वारा प्रायोजित साक्षर भारत कार्यक्रम बिहार में सफलतापूर्वक चला। जिसमें प्रत्येक पंचायत में दो प्रेरक प्रखंड में प्रखंड समन्वयक एवं लेखा समन्वयक तथा जिला में मुख्य कार्यक्रम समन्वयक सहित पांच कर्मियों को संविदा पर बहाल किया गया था। जिन्हें मार्च 2018 में संविदा समाप्त कर सभी कर्मियों को हटा दिया गया।
जिससे इस कार्यक्रम में कार्यरत कर्मी आहत हें और उनकी स्थिति दयनीय बनी हुई है। आज उनके समक्ष भुखमरी और बेरोजगारी की समस्या बनी हुई है इसलिए इन कर्मियों को बिहार सरकार के किसी भी विभाग में समायोजित करने को लेकर शिष्टमंडल ने आज विधायक जी को मांग पत्र सौंपा है। वही अनुमंडल पर भारी प्रमोद कुमार, प्रेरक चितरंजन कुमार, जितेंद्र कुमार एवं कमल ठाकुर ने बताया कि बिहार के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आश्वासन दिया था कि साक्षर भारत के कर्मियों को निराश होने की जरूरत नहीं है।
उन्हें सरकारी कार्यों में जरूर लगाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा था कि केंद्र सरकार अगर कार्यक्रम बंद भी करती है तो बिहार सरकार इन्हें जरूर कार्य देगी लेकिन 3 वर्ष बीतने के बावजूद भी आज तक कर्मियों का समायोजन नहीं हो पाया जिससे सभी कर्मियों की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है। विधायक राजवंशी महतो ने गंभीरता पूर्वक आवेदन पर विचार करते हुए कहा कि शिक्षा मंत्री से मिलकर माननीय उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव तक आप की व्यथा को पहुंचाया जाएगा । महागठबंधन की सरकार में कोई भी संविदा कर्मियों के साथ नाइंसाफी नहीं होगी मौके पर दर्जनों प्रेरक एवं समन्वयक मौजूद थे।