डेस्क : मोदी सरकार द्वारा मार्च में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना की शुरुआत महामारी के कारण हुए लॉकडाउन के दौरान 80 करोड़ लोगों को मुफ्त भोजन उपलब्ध कराने के लिए की गई थी। अगर आप सरकार की ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’ (PMGKAY) का लाभ उठा रहे हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। केंद्र सरकार इस योजना के लिए मुफ्त राशन उपलब्ध कराकर नई योजनाएं बना रही है। खाद्य सचिव सुधांशु पांडे ने कहा कि सरकार जल्द ही सितंबर से मुफ्त राशन योजना का विस्तार करने का फैसला करेगी, हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि फैसला कब लिया जाएगा।
क्या है पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना:मोदी सरकार द्वारा मार्च में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना की शुरुआत महामारी के कारण हुए लॉकडाउन के दौरान 80 करोड़ लोगों को मुफ्त भोजन उपलब्ध कराने के लिए की गई थी। सरकार ने इस योजना को कई बार बढ़ाया है; पहले यह योजना 31 मार्च, 2022 तक थी, फिर सितंबर तक बढ़ा दी गई थी, अब एक बार फिर पीएमजीके के आगे बढ़ने का मामला सामने आया है। अगर यह फैसला लिया जाता है तो यह 80 करोड़ लोगों के लिए बड़ी राहत होगी।
अनुमानित व्यय 3.40 लाख करोड़: पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 80 करोड़ से अधिक लोगों को 5 किलो मुफ्त चावल या गेहूं, 1 किलो चना दिया जाता है। यह राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत सब्सिडी वाले राशन के अतिरिक्त है। रोलर फ्लोर मिलर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की वार्षिक आम बैठक से इतर सुधांशु पांडे ने कहा, “सरकार को यह फैसला लेना है।” ये हैं सरकार के बड़े फैसले इस पर सरकार फैसला करेगी। सरकार ने मार्च तक इस योजना पर लगभग 2.60 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं और सितंबर तक 80,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, इसके साथ ही पीएमजीकेए के तहत कुल खर्च लगभग 3.40 लाख करोड़ रुपये होगा।