Month: July 2022

  • एएनसी के दौरान हाई रिस्क प्रिगनेंसी वाले मरीजों का तैयार किया जाएगा डेटा

    एएनसी के दौरान हाई रिस्क प्रिगनेंसी वाले मरीजों का तैयार किया जाएगा डेटा, प्रसव के 45 दिन तक रखी जाएगी नजर
    प्रत्येक माह के 9 और 21 तारिख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अश्वासन कार्यक्रम का होगा आयोजन, समान दिन मिलेगा  शिशु-मातृ दर को काम करने के लिए सरकार द्वारा लगातार कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसके लिए हर प्रकार खर्च का वहन किया जा रहा है। लेकिन अपेक्षित परिणाम सामने नहीं आ रहे हैं। पीएचसी स्तर पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अश्वासन योजना के तहत प्रत्येक माह के 9 तारीख को गर्भवती महिलाओं को एएनसी किया जाता है। इस दौरान कई हाई रिस्क प्रिगनेंसी की महिलाएं आती है। लेकिन ऐसे मरीजों का डाटा नहीं तैयार किया जाता है। इस कारण जितनी सुविधा और देखभाल होनी चाहिए वह नहीं हो पाता है। ऐसे में जच्चा-बच्चा दोनो को खतरा की संभावना बढ़ जाती है। इन्ही समस्याओं काे दुर करने के लिए सरकार द्वारा नया गाईड लाईन तैयार किया गया है। अब प्रत्येक माह के 9 और 21 तारीख को कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साथ ही एएनसी के दौरान हाई रिस्क प्रिगनेंसी वाले महिलाओं का डेटा तैयार करने के साथ-साथ विशेष नजर रखने का आदेश जारी किया गया है। सीएस डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि किसी भी बिमारी को नियंत्रित करने के लिए समय पर जांच जरूरी है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को एएनसी किया जाता है। ताकि जांच के क्रम में अगर की प्रकार की समस्या मिलती है तो उसका त्वरित निष्पादन किया जा सके। जांच के क्रम ही हाई रिस्क प्रिगनेंसी का भी पता चल पाएगा। इसके लिए कार्यक्रम के दौरान ही महिलाओं को जांच के साथ-साथ उसी दिन रिपोर्ट भी उपलब्ध कराना है। और आवश्यकतानुसार चिकित्सीय सलाह दी जानी है। डेक्युमेंटेशन सबसे जरूरी
    सीएस ने कहा कि किसी भी प्रकार के मरीज के ईलाज में डेक्युमेंटेशन सबसे जरूरी है। ताकि मरीजों के प्रकार और उसकी समस्याओं के बारे में जानकारी मिल सके। अभी तक पीएचसी स्तर पर चलाए जा रहे प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अश्वासन योजना कार्यक्रम का सही डेक्युमेंटेशन नहीं हो पा रहा है। इस कारण गर्भवती महिलाओं की स्थिति की सही जानकारी नहीं मिल पा रही है। उन्होंने बताया कि डेक्युमेंटेशन से ही पता चल पाएगा कि जितनी संख्या में का एएनसी हो रहा है उसमें कितना प्रतिशत महिलओं का प्रसव सरकारी स्वास्थ्य केन्द्र में हो रहा है। अगर संख्या कम है तो कारण पता लगाया जा सकता है। मरीजों की होगी टैगिंग हाई रिस्क प्रिगनेंसी वाले केस पर नजर रखने के लिए विभाग द्वारा कई प्रकार के गाईड लाईन तैयार किया गया है। मरीज का वजन, पल्स, वीपी, हेमोग्लोबीन, बच्चे का डेवलपमेंट आदि प्रमुख जांच कराना जरूरी है। साथ ही मरीज को दी जाने वाली पूर्जा की टैगिंग भी किया जाना है। सीएस ने बताया कि हाई रिस्क प्रिगनेंसी केस वाले पूर्जा को रेड एवं समान्य को ग्रीन टैगिंग किया जाएगा। ताकि हाई रिस्क प्रिगनेंसी वाले केस की पहचान एवं देखभाल में सहुलियत हो सके। 10 प्रतिशत केस हाई रिस्क प्रिगनेंसी प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अश्वासन कार्यक्रम में हाई रिस्क केस को तलाशने के लिए पदाधिकारियों व चिकित्सकाों के साथ बैठक की गई। बैठक के दौरान सीएस ने कहा कि एएनसी के दौरान कम से कम 10 प्रतिशत केस हाई रिस्क प्रिगनेंसी होता है लेकिन सही तरीके से जांच नहीं होने के कारण केयर नहीं हो पाता है। चिकित्सकों से कहा कि हर महिला को एक दिन मां बनना है और इसी से सृष्टि चलती है। इसलिए महिला होने के नाते मरीजों की जांच पर समय दें। आपलोगों के प्रयास से ही मातृ-शिशु दर में कमी लाया जा सकता है। इस मौके पर एसीएमओ डॉ. विजय कुमार सिंह, डीएस डॉ. आरएन प्रसाद आदि उपस्थित थे।
    300 रुपया दिया जाएगा प्रोत्साहन राशी एसीएमओ ने बताया कि सामान्य गर्भवती महिलाओं को 4 एएनसी किया जाता है लेकिन हाई रिस्क प्रिगनेंसी वाले महिलाओं को तीन अतिरिक्त एएनसी कराने की आवश्यकता पड़ती है। इसके लिए प्रति एएनसी 100 रुपया प्रोत्साहन राशी दी जाएगी। नास्ता का भी करना होगा प्रबंध कार्यक्रम के दौरान एएनसी कराने वाले सभी महिलाओं को नास्ता भी देने का प्रावधान है। इसपर प्रति मरीज 50 रुपया खर्च करने का प्रावधान है। लेकिन जिले में आज तक इसपर खर्च नहीं किया गया है। सीएस ने बताया कि कार्यक्रम को आकर्षक भी बनाना है। इसके लिए समय-समय पर पीएचसी को सजाने के साथ-साथ प्रत्येक कार्यक्रम में महिलाओं को नास्ता भी प्रबंध करना है।

  • फोर लेन निर्माण के दौरान नदी को किया दुषित, पंचाने में फेका जा रहा कचरा

    रोड के किनारे जल निकासी वाले क्षेत्र भी हो रहा प्रभावित एक तरफ आम लोगों की यातायात सुविधा के लिए एनएच 20 को फोर लेने बनाया जा रहा है। निर्माण कार्य भी काफी तेजी से हो रहा है। लेकिन सरकारी नियमों को भी दरकिनार किया जा रहा है। जल संचयन को लेकर सरकार द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। पुराने जल श्रोत का जिर्णोद्धार किया जा रहा है वहीं ऐजेंसी के जिम्मेवार द्वारा रोड के किनारे से निकलने वाले कचरे को कोसुक स्थित पंचाने नदी में फेका जा रहा है। जगह-जगह पर कचरे का ढेर लगा दिया गया है। शुक्र है कि अभी तक नदी में पानी नहीं आया है। वरना कचरा कहां जाकर अटकता और किस क्षेत्र को दुषित करता यह सोचने वाली बात है। हलांकि समय रहते इसकी सुचना निगम को मिल गई और नदी में कचरा गिराने पर रोक लगाते हुए तत्काल हटाने का निर्देश एजेंसी को दिया गया है। सिटी मैनेजर विनय रंजन ने बताया कि नदी में कचरा फेके जाने की जानकारी मिलते ही नगर आयुक्त के निर्देश पर स्थल निरीक्षण किया गया। इसके बाद तत्काल फेंके गए कचरे को हटाने का निर्देश दिया गया है। लगा दिया गया कचरा के ढेर
    नगर निगम द्वारा पूर्व में भी फोर लेन बनाने वाले एजेंसी को कचरा जमा करने के लिए निर्देश दिया जा चूका है। लेकिन कभी ग्रामीणों के कहने पर खेत में तो कभी नदी में फेंका जा रहा है। नदी में कचरा फेकने के कारण कई जगह ढेर बन चूका है। अगर समय पर नहीं हटाया गया और बारिश का पानी नदी में आ जाता है तो लोगों के लिए परेशानी बन सकती है। पुर्व में भी चकरसलपुर में मंदीर से छठ घाट तक रोड बनाने के लिए स्थानीय लोगों के कहने पर खेत में कचरा गिरा दिया गया था। बाद में निगम के आदेश पर हटाया गया। इस वार भी निगम द्वारा शीघ्र हटाने का निर्देश दिया गया है। नगर आयुक्त द्वारा एनएच को पत्राचार करने के बाद कचरा हटाने की कार्रवाई भी प्रारंभ कर दी गई है। अभियंता वसुपरवाईजर किया गया नियुक्त सिटी मैनेजर ने बताया कि फोर लेन निर्माण के दाैरान एनएच के किनारे पानी निकास वाले क्षेत्र भी प्रभावित हो रहा है। पानी निकास का रास्ता बंद न हो इसके लिए एक अभियंता व दो सुपरवाईजर की नियुक्ति की गई है। ताकि जहां-जहां समस्या दिखे वहां एजेंसी को जानकारी दे सके। हलांकि जानकारी देने के बाद एनएच द्वारा ही नाले की उढ़ाही कर दी जाती है। लेकिन नजर रखना पड़ रहा है।

  • वितीय सहायता से प्रदेश के वकीलों स्थिति में आएगा सुधार – नीतिश कुमार सिंह

    पटना हाई कोर्ट के अधिवक्ता आरा बार संघ के सदस्य,बिहार युवा अधिवक्ता कल्याण समिति के प्रमण्डलिय मंत्री नीतिश कुमार सिंह ने बिहार स्टेट बार कौंसिल के प्रांगण में क्रांतकारी अधिवक्ता मंच के बैनर तले एकदिवसीय धरना प्रदर्शन में कहा की कोरोना काल मे बहुसन्ख्यक अधिवक्ता साथी दवा के अभाव में काल के गाल में समा गय..सरकार ने सभी वर्गो की आर्थिक सहायता की लेकिन अधिवक्ता वर्ग कि उपेक्षा की वो कोरोना के बाद भी अभी भी सरकार द्वारा कोई वितिय साहायता नहीं दी गई है,, 20% अधिवक्ता बंधु इस पेशे को छोड़ चुके है,,इस कारण सरकार को डेथ क्लेम, मेडी क्लेम बढ़राने के आलावा अबिलम् वितिय सहायता देनी चाहिए।।नीतीश कुमार सिंह ने वादकारियों के लिए सस्ते दर पर नाश्ता एवं भोजन उपलब्ध कराने, नए अधिवक्ताओं को दस हजार रुपये मासिक धनराशि देने, अधिवक्ताओं की आकस्मिक मृत्यु पर उनके परिजनों को 50 लाख रुपये देने एवं बीमार होने पर निशुल्क चिकत्सा देने की मांग रखी । कार्यक्रम की अध्यक्षता विन्धयकेशरी सिंह और मंच का संचालन रणविजय सिंह ने किया । अध्यक्षीय भाषण में डेथ क्लेम को 5 लाख से 15 लाख करने, मेडीक्लेम को 1 लाख से 2 लाख करने, वेलफेयर ट्रस्टी कमिटी फण्ड घोषित करने, एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने जैसे बहुप्रतीक्षित मांगों को लेकर हुये आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन को संबोधित करते हुये विन्ध्यकेशरी सिंह ने कहा की अगर डेथ क्लेम मेडी क्लेम को सरकार नहीं बढ़ाती है तो हमलोग एडवोकेट जेनरल का घेराव करेंगे ।

    वितीय सहायता से प्रदेश के वकीलों स्थिति में आएगा सुधार – नीतिश कुमार सिंह  वितीय सहायता से प्रदेश के वकीलों स्थिति में आएगा सुधार – नीतिश कुमार सिंह

    अधिवक्ता रणविजय सिंह ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाला अधिवक्ता समाज आजादी के बाद से ही उपेक्षित रहा है । आज देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है लेकिन अधिवक्ता वर्ग हाशिये पर है । आज अधिवक्ताओं को पुनः एकजुट होकर अपने हक की आवाज बुलंद करने की जरूरत है ।रामसन्देश राय अधिवक्ता ने कहा कि अधिवक्ताओं की अपनी संस्था बार काउंसिल द्वारा अधिवक्ता हितों की उपेक्षा की जाती है लेकिन अब बार आर पार की लड़ाई होगी । शिवानंद गिरी ने अक्षम एवं वृद्ध वकीलों को पेंशन तथा पारिवारिक पेंशन की व्यवस्था करने की बात कही । कुलदीप नारायण दुबे ने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार में 18 कैबिनेट मंत्री है लेकिन अधिवक्ताओ के प्रति गूंगे बहरे बने हुये हैं । राजकुमार राजेश ने अधिवक्ताओं से अपने हक की लड़ाई के लिए एकजुट होने का आहवान किया।। बिहार स्टेट बार कौंसिल सदस्य पंकज कुमार,नीतू झा,जयप्रकाश सिंह एवं काँआर्डरनिशन कमिटि के चेयरमैन योगेन्द्र प्रसाद वर्मा इस धरणा के समर्थन में अपनी उपस्थिती दर्ज करवाई अन्य वक्ताओं में प्रमुख रूप से रश्मीराज कौसिक विकी, सुनील कुमार मिश्रा, शभुशरण शर्मा ,,जगदीश्वर प्रसाद सिंह,जय शंकर प्रसाद सिंह,गिरीश चन्द्र,,प्रभुकुमार सिंह,श्रीष्टी,धन्जय कुमार,फिरोज अहमद,मनीष कुमार,देव नारायण प्रसाद,ए०के० सिद्दकी, नवल किशोर सिंह ने अपनी अपनी बात रखी । कार्यक्रम के बीच में बिहार स्टेट बार कौंसिल के चैयरमैन रमाकांत शर्मा ने एडवोकेट वेलफेयर के लिए आस्वासन दिया एवं इस मंच की माँगों को एडवोकट जेनरल ने भी सरकार तक पहुँचाने का आश्वासन दिया वो सर्वसम्मति से निर्णय हुआ कि अधिवक्ता की मांगो को एक माह में पूरा नहीं किया गया तो क्रांतिकारी अधिवक्ता मंच के बैनर तले चल रहे चरणबद्धआंदोलण को और तेज किया जायगा।

  • पौधारोपण कार्यक्रम के मध्यरम से दिया प्रकृति के महत्व एवं संरक्षण का संदेश

    स्थानीय बबुरबन्ना मोहल्ले में साहित्यिक मंडली शंखनाद के तत्वावधान में विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के मौके पर शंखनाद के अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत सिंह की अध्यक्षता में बबुरबन्ना स्थित पंचाने नदी के तट मसान (श्मशान घाट) पर बरगद का पौधा लगा कर बांस के फट्ठी से संरक्षित किया गया।

    पौधारोपण करते हुए अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत सिंह ने कहा कि हर साल 28 जुलाई को दुनिया भर में विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मनाया जाता है। विश्व संरक्षण दिवस हर साल प्राकृतिक संसाधनों का संक्षरण करने के लिए सर्वोत्तम प्रयासों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है। पृथ्वी हमें सीमित मात्रा में ऐसे चीजों की आपूर्ति करती है, जिन पर हम सभी पूरी तरह निर्भर हैं जैसे पानी, हवा, मिट्टी और पेड़-पौधे।

    हम प्रकृति से खिलवाड़ करके सुरक्षित जीवन नही जी सकते

    साहित्यिक मंडली शंखनाद के महासचिव राकेश बिहारी शर्मा ने अपने वक्तव्य में कहा कि पर्यावरण का संरक्षण व संवर्द्धन हमारी सामाजिक, राष्ट्रीय व नैतिक जिम्मेदारी हैं। हमें पर्यावरण का दोहन करने से बचना होगा व दूसरों को भी वृक्ष लगाने व पर्यावरण की रक्षा हेतु प्रेरित करना होगा। प्रत्येक व्यक्ति को अपने आस-पास हरा भरा वातावरण बनाए रखना चाहिए एवं प्रकृति के प्रति सदैव कृतज्ञ होकर इसकी रक्षा के लिए जागरूक रहना चाहिए। अब भी वक़्त है हर व्यक्ति को पर्यावरण के प्रति सचेत होने का और इसके लिए देश में जागरूकता अभियान चलाने का और देश में चलाए भी जा रहे हैं, अब हर व्यक्ति को इसकी कमान स्वयं के हाथों में लेनी होगी और एक-एक कदम पर जहां भी जो भी प्रकृति का नुकसान कर रहा है उसे रोकें, शुरुआत खुद से करें, अपने घर से करें, पानी संरक्षण करें, पेड़ लगायें, गाड़ी का उपयोग हो सके तो कम करें, मौसम को आत्मीय भाव से महसूस करें। क्योंकि प्रदूषण के कारण ही सारी प्रकृति दूषित हो रही है और निकट भविष्य में मानव सभ्यता का अंत दिखाई दे रहा है। कोविड- 19 जैसी महामारियों से हम सीख सकते है कि हम प्रकृति से खिलवाड़ करके सुरक्षित जीवन नही जी सकते।

    प्रकृति संरक्षण का उद्देश्य जीव-जंतु एवं वनस्पतियां को बचाना

    शंखनाद के सक्रीय सदस्य समाजसेवी सरदार वीर सिंह ने कहा कि जल, जंगल और जमीन के बिना हमारी प्रकृति अधूरी है। लेकिन आज के समय में पेड़-पौधे वनस्पतियां बहुत से जीव-जंतु विलुप्त होते जा रहे हैं। आज के दिन मनाया जाने वाला विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस का मूल उद्देश्य विलुप्त हो रहे जीव-जंतु एवं वनस्पतियों को बचाना है।

    बढ़ती जनसंख्या प्रकृति के लिए खतरा

    वायुसेना के वारंट अफसर अरविन्द कुमार गुप्ता ने कहा कि वर्तमान परिपेक्ष्य में विभिन्न प्रजाति के जीव जंतु, प्राकृतिक स्रोत और वनस्पति विलुप्त हो रहे हैं। बढ़ती जनसंख्या, बढ़ता प्रदूषण, नष्ट होता पर्यावरण, प्रकृति और पर्यावरण का दोहन ऐसे तमाम कारण हैं, जिनकी वजह से धरती पर जीवन का खतरा उत्पन्न हो रहा है, प्राकृतिक आपदाएं बढ़ रही हैं।

    समाजसेवी साधु शरण चौधरी ने कहा कि प्रकृति के प्रति जिम्मेदारियों और जवाबदेहियों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से ही हर साल विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर्यावरण प्रेमियों के द्वारा मनाया जाता है।

    प्रकृति हमेशा हमें कुछ न कुछ देती है सुरक्षित रखें

    समाजसेवी विजय कुमार ने कहा कि प्रकृति हमेशा हमें कुछ न कुछ देती है उसे सुरक्षित रखें। इस से हमें जल, हवा, जडीबुटी, फल, खनिज और बहुत कुछ मिलता है। प्रकृति से हमें जीवन जीने के लिए सब कुछ प्राप्त होता है। यह हमारे लिए जीवनदाई है। आज हमें इसके संरक्षण एवं विकास का संकल्प लेना होगा।

    मानव अपने स्वार्थ के लिए प्रकृति से खिलवाड़ कर रहा है

    सुरेश प्रसाद ने कहा कि प्रकृति हमारे जीवन को सरल बनाती है। लेकिन अभी के समय में मानव अपने कुछ स्वार्थ लाभ के लिए प्रकृति से खिलवाड़ कर रहा है। जो हमारे आने वाले पीढ़ियों पर बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ेगा। इसलिए आपसे निवेदन है की प्रकृति की रक्षा के लिए आप जो कर सकते हैं वह करें। और कम से कम अपने जीवन में 5 पेड़ जरुर लगाएं।

    मौके पर माहौल को खुशनुमा करने के लिए शंखनाद के मीडिया प्रभारी राष्ट्रीय शायर नवनीत कृष्ण ने लोगोंको अपनी गजल- “कहाँ वह धरती है मेरी जान थी, जिसकी हरियाली पहचान उसे मैं ढूँढता हूँ। हवा में ज़हर घुली है आज यह पानी में भी मिला है, आज बचाऊँ आज यहाँ पर जा उसे मैं ढूँढता हूँ”। सूना कर खूब तालियां बटोरी।

    इस दौरान समाजसेवी देवनारायण पासवान, राजदेव पासवान, समाजसेवी धीरज कुमार, आकाश कुमार, सेवानिवृत्त पुलिस अवर निरीक्षक ललितेश्वर चौधरी एवं लेखापाल कर्मेन्द्र कुमार, नाई संघ के अध्यक्ष रंजीत कुमार शर्मा सहित बबुरबन्ना एवं शहर के कई प्रतिष्ठित गणमान्य लोगों ने पौधरोपण एवं उसके संरक्षण कार्यक्रम में भाग लिया।

  • 31 जुलाई को चक्का जाम भारतबंद ऐतिहासिक होगा संयुक्त किसान मोर्चा बिहार जवाहर निराला

    पटना/बालमुकुन्द यादव

    पटना : किसान मोर्चा, बिहार के संयोजक मंडल के सदस्य किसान नेता श्री जवाहर निराला, श्रीरामचंद्र आजाद, श्रीकल्लू सिंह,श्री चंद्रशेखर प्रसाद,अहमद हुसैन अंसारी ने संयुक्त बयान जारीकर बिहार के किसान संगठन मजदूर संगठन जनता से  से अपील की 31 जुलाई को चक्का जाम भारत बंद को सफल बनाने के लिए आह्वान किया

    जिसकी मुख्य मांग, एमएसपी गारंटी कानून दो अग्निपथ योजना वापस लो सरकारी संपत्ति निजी करण करना बंद करो बिजली बिल बढ़ोतरी वापस लो , पर कर्ज माफ करो ,बिहार सूखा क्षेत्र घोषित करो, बिहार में मंडी चालू किया जाए!इत्यादि

  • “ज्यांची पिकं पूर्ण उध्वस्त झाली त्यांची कर्ज माफ करा” ; अजित पवार यांची गडचिरोली दौऱ्यादरम्यान मागणी





    “ज्यांची पिकं पूर्ण उध्वस्त झाली त्यांची कर्ज माफ करा” ; अजित पवार यांची गडचिरोली दौऱ्यादरम्यान मागणी | Hello Krushi

































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  • नालंदा के 8 ब्लॉक में प्रखंड सह अंचल भवन बनाने की तैयारी, जानिए कहां-कहां बनेगा

    नालंदा जिले के आठ ब्लॉक के प्रखंड सह अंचल भवनों के दिन बहुरने वाले हैं। यहां इन भवनों के साथ ही अधिकारियों व कर्मियों के आवास बनाने की स्वीकृति सरकार ने दी है। इसके आलोक में जिला विकास शाखा ने संबंधित सीओ को पत्र भेजकर जमीन की तलाश करने का आदेश दिया है।

    कहाँ-कहाँ होगा निर्माण

    प्रखंड सह अंचल कार्यालय व आवास का निर्माण हरनौत, अस्थावां, रहुई, इस्लामपुर, चंडी, थरथरी, करायपसुसराय व गिरियक में कराया जाना है। इन स्थानों के प्रखंड ह अंचल कार्यालय काफी जर्जर हो चुके हैं। आवास के भी खस्ता हाल हो गये हैं।

    इसे भी पढ़ें : खुशखबरी : नालंदा में 2795 करोड़ रुपये से बनेंगी 3 नई रेल लाइनें, जानिए सबकुछ

    संबंधित सीओ से जमीन की पूरी विवरणी यथा मौजा, खाता नम्बर, खेसरा नम्बर, खेसरावार रकबा (एकड़ में) तथा नजरी नक्शा की मूल प्रति मांगी गयी है। जिला विकास शाखा का कहना है कि आठों सीओ को पांच साल से जमीन की तलाश के लिए कई पत्र लिखे जा चुके हैं। बावजूद, वे पत्र का उचित जवाब नहीं दे रहे हैं।

    होगी सहूलियत: रहुई, हरनौत समेत अन्य कई प्रखंडों के जर्जर भवनों को मरम्मत कराकर किसी तरह कार्यालय चलाए जा रहे हैं। रहुई में बरसात में हाकिमों व कर्मियों के कमरों में पानी टपकता है। इसके कारण फाइल बचाने में काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। प्रखंड के कर्मियों के रहने के लिए जर्जर भवन झाड़ियों में तब्दील हो चुका है।

    आवास नहीं रहने की वजह से कर्मी मुख्यालय में नहीं रह पाते हैं। ऐसे में प्रखंड व अंचल कार्यालय में काम से आने वाले लोगों को भी दिक्कत होती है। कभी-कभी स्थिति यह बन जाती है कि कई कर्मी समय से पहले ही दफ्तर छोड़ देते हैं।

    45 सौ वर्ग फीट में बनना है भवन

    कार्यालय के भवन व कर्मियों की आवास निर्माण के लिए 300 मीटर लंबी और 150 फीट चौड़ी जमीन की जरूरत होती है। लगभग 17 करोड़ की लागत से भवन निर्माण कराया जाना है। इधर सभी प्रखंड के भवन जर्जर होने से कर्मियों में भय का माहौल बना रहता है। बरसात में जगह-जगह से पानी टपकने से कर्मियों को परेशानी होती है।

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  • एडीएम, एसडीओ व डीसीएलआर ने किया भू विवाद का स्थलीय निरीक्षण

     

    बरारी/सिटी हलचल न्यूज़ 

     प्रमंडलीय आयुक्त के निर्देशानुसार बरारी के पूर्वी बारीनगर पंचायत के गांधी ग्राम स्थित भू विवाद का स्थल निरीक्षण अपर समाहर्ता विजय वर्मा, अनुमंडलाधिकारी शंकर शरण ओमी, भूमि सुधार उप समाहर्ता शुधांशु शेखर ने किया। इस दौरान उन्होने पीडब्लूडी के जमीन पर बसे द्वितीय पक्ष के संजीव कुमार मेहता से आवश्यक पुछताछ किया

    जिसपर उसके द्वारा चार दशक पूर्व से गंगा कटाव से विस्थापित का हवाला देते हुए बताया गया कि फिलहाल उसके पास बसोवास की जमीन नही है। एडीएम ने एक सप्ताह के भीतर लिखित रूप से अपना पक्ष रखने को लेकर मोहलत दी। साथ ही फिलहाल उक्त जमीन पर विथि व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था को बनाए रखने को लेकर बीडीओ पूरण साह, सीओ ललन मंडल एवं प्रभारी थानाध्यक्ष विधानचन्द्र को आवश्यक दिशा निर्देश दिए

    बताते चले कि उक्त जमीन पर प्रथम पक्ष के कैलाश प्रसाद महतो के द्वारा पथ निर्माण विभाग सहित प्रमंडलीय आयुक्त से अपने क्रय की गई जमीन के आगे के पीडब्लूडी सड़क पर द्वितीय पक्ष के घर बने रहने की शिकायत की गई थी। मामले मे द्वितीय पक्ष के संजीव कुमार मेहता पऱ आईपीसी की धारा 107 की कारवाई भी की गई है।

  • द्रोपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाए जाने पर कोलासी के आदिवासी समाज में खुशी का महौल

     

    कोढ़ा /शंभु कुमार

    कटिहार जिले के कोढ़ा विधानसभा क्षेत्र के कोलासी मंडल के उत्तरी सिमरिया पंचायत के मुखिया ज्ञान चंन्द्र मंडल के नेतृत्व में पंचायत भवन में द्रोपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाए जाने पर आदिवासी समुदायों में शामिल होकर खुशी व्याप्त की । उनकी खुशी में शामिल होने कोढा विधायक कविता पासवान,भाजपा कोलासी मंडल अध्यक्ष मिथिलेश कुमार सिंह सहित बहुत सारे भाजपा के कार्यकर्ता गण उपस्थित हुए। विधायक कविता पासवान ने बताया कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में निचले तबके से कर्मठ महिला आज सबसे ऊंचे पद पर पर पहुंची है

    यह हम सभी के लिए बड़े ही गर्व की बात है। एनडीए की सरकार में ही इस तरह का निर्णय लिया जा सकता है। अन्य नागरिकों को इस से सीख लेनी चाहिए कि मेहनत करने वाले कभी विफल नहीं होते। सफलता एक ना एक दिन उनकी कदम चूमती है। इस कार्यक्रम में आदिवासी समुदाय के लोगों ने डिग्गा बजाकर एवं नृत्य गान कर  खुशी जाहिर किया। एवं मोदी सरकार का धन्यवाद किया

    कोढ़ा विधायक कविता पासवान के द्वारा पंचायत भवन में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू का तैलिया चित्र लगाया गया ।इस कार्यक्रम में उत्तरी सिमरिया पंचायत अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह, मुखिया ज्ञान चंद्र मंडल, उपमुखिया नजरुल हक, बबलू सोरेन, देवनारायण मुंडा, मोहम्मद दुलाल, सरपंच आजाद अली, मदन हेंब्रम, विश्वनाथ हेंब्रम, बबलू शाह एवं बहुत सारे ग्रामीण उपस्थित रहे।

  • एमजीएम मेडिकल कॉलेज के प्लम्बर की गोली मारकर हत्या

    किशनगंज/सिटीहलचल न्यूज़

    टाऊन थाना क्षेत्र के पूरब पल्ली में एक व्यक्ति को अपराधियों ने गोली मार दी। घटना मंगलवार देर रात्रि पूरब पाली स्थित डॉ डी.कुमार के क्लिनिक के नजदीक की है। जहाँ अंधेरे का फायदा उठा कर अपराधियों ने युवक को गोली मार दिया और फरार हो गए

    स्थानीय लोगो ने आनन फानन में घायल अवस्था में युवक को एमजीएम मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया जहाँ इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई। मृतक युवक की पहचान पप्पू गुप्ता के रूप में हुई है जो की एमजीएम मेडिकल कॉलेज मे ही प्लंबर का काम करता था। घटना के संबध में एमजीएम के एक कर्मी ने बताया की रात दस बजे ड्यूटी ऑफ होने के बाद साइकिल से पप्पू गुप्ता घर जा रहे थे उसी दौरान उन्हें गोली मार दी गई साथ ही शरीर पर चाकू से भी कई बार किए गए हैं

    घटना के बाद मृतक की पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है। घटना की सूचना के बाद टाउन थाना अध्यक्ष अमर प्रसाद सिंह दल बल के साथ मौके पर पहुंचे है और पुलिस जांच में जुटी हुई है। जांच के बाद ही हत्या के कारणों का खुलासा होने की बात पुलिस के द्वारा कही जा रही है।