Month: July 2022

  • वी-आहार के 6 स्वस्थ लाभ

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    नमस्कार आरोग्य ऑनलाइन। (Vegan Diet Benefits) भले ही वीगन डाइट एक सामान्य डाइट की तरह की जाने वाली डाइट है, लेकिन इसमें दूध, अंडे, मीट को शामिल नहीं किया जाता है। शाकाहारी भोजन का अर्थ है शाकाहारी भोजन का सेवन करके वजन कम करना। इससे पहले हम भाग 1 . में शाकाहारी आहार आपका क्या मतलब है..? यह शरीर को कैसे लाभ पहुंचाता है? और मुख्य बात यह है कि यह आहार कैसे करें..? इन तीन प्रमुख सवालों के जवाब जानें। इसके बाद आज भाग 2 में हम चर्चा करेंगे कि शाकाहारी आहार कितने और किस प्रकार के होते हैं..? इसके साथ शाकाहारी भोजन करने वाले मनुष्य चालक स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति संवेदनशील होते हैं क्योंकि क्या लाभ हैं..? हम ढूंढ लेंगे।

    0 कितने और किस प्रकार के शाकाहारी आहार हैं?

    दोस्तों कुल 3 प्रकार के शाकाहारी आहार होते हैं। तीनों आहार विभिन्न प्रकार के शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। इन्हीं में से एक है संपूर्ण आहार शाकाहारी आहार। दो कच्चे खाद्य शाकाहारी आहार और तीन स्टार्च समाधान शाकाहारी आहार। आइए इन तीन प्रकारों के बारे में इस प्रकार जानें:-

    शाकाहारी आहार लाभ
    शाकाहारी आहार

    प्रकार 1

    संपूर्ण भोजन शाकाहारी आहार – (Vegan Diet Benefits) इस प्रकार के आहार में हम जो भोजन नियमित रूप से खाते हैं उसमें अनाज, फल, सब्जियां, मेवा और विभिन्न प्रकार के बीज शामिल होते हैं। यह आपका दिन भर का संपूर्ण आहार हो सकता है। इसके अलावा कोई भी अन्य खाद्य पदार्थ हमारे खाने-पीने में शामिल नहीं है।

    प्रकार 2

    कच्चा भोजन शाकाहारी आहार – इस प्रकार के आहार में दिन भर के लिए आपके संपूर्ण आहार में केवल कच्चा भोजन शामिल होता है। इसमें कच्चे खाद्य आहार यानी फल, कच्ची सब्जियां, मेवा, बीज आदि शामिल हैं।

    शाकाहारी आहार

    प्रकार 3

    स्टार्च समाधान शाकाहारी आहार – (शाकाहारी आहार लाभ) इस प्रकार के आहार में स्टार्चयुक्त खाद्य पदार्थ शामिल होते हैं। क्योंकि स्टार्चयुक्त आहार में बहुत कम वसा और उच्च कार्ब वाले शाकाहारी भोजन होते हैं। जिसमें किसी भी फल की जगह आलू, चावल और मकई का ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।

    0 शाकाहारी आहार के मानव स्वास्थ्य लाभ

    (शाकाहारी आहार लाभ)

    1) विषहरण में सहायक –

    विषविहीन जल

    एक शाकाहारी आहार में आपके आहार में बहुत छोटे बदलाव करना शामिल है। जो शरीर को फायदा पहुंचाता है। यह आहार शारीरिक स्वास्थ्य में लाभकारी भूमिका निभाता है क्योंकि यह प्रोटीन और आयरन से भरपूर होता है। यह डाइट शरीर के एनर्जी लेवल को हमेशा हाई रखती है और आपको थकान का अहसास नहीं कराती है। इसके अलावा, इस आहार का यह घटक शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है।

    2) दिल को स्वस्थ रखता है –

    दिल की देखभाल

    (Vegan Diet Benefits) नियमित रूप से शाकाहारी आहार का पालन करने से आपके हृदय को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है। विशेषज्ञों द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, शाकाहारी आहार का पालन करने से उच्च रक्तचाप का खतरा लगभग 75% तक कम हो जाता है। इससे हृदय रोग या दिल का दौरा पड़ने का खतरा कम से कम 42% कम हो जाता है। इसलिए, हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए शाकाहारी आहार हमेशा फायदेमंद होता है।

    3) ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है –

    हाई बीपी

    शाकाहारी भोजन पर हम जो खाद्य पदार्थ खाते हैं उनमें जटिल कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है। जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखता है। (Vegan Diet Benefits) इसके अलावा, इस डाइट में ऐसा कोई भी भोजन शामिल नहीं है जो शरीर में ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाए। इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।

    4) डिप्रेशन की समस्या दूर होती है –

    तनाव मुक्त

    चूंकि शाकाहारी भोजन में शाकाहारी भोजन होता है, इसलिए आहार विभिन्न फलों, विभिन्न सब्जियों और नट्स से भरपूर होता है। इन खाद्य पदार्थों से हमारे शरीर को भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट और ओमेगा-3 मिलता है। इसलिए, जो लोग शाकाहारी आहार का पालन करते हैं वे मानसिक समस्याओं जैसे अवसाद, तनाव, तनाव और चिंता से दूर रहते हैं।

    5) तेजी से वजन घटाना –

    वजन घटना

    मशहूर हस्तियों के बीच एक शाकाहारी आहार एक लोकप्रिय आहार है। ऐसा इसलिए क्योंकि डाइट एक्सपर्ट्स का भी कहना है कि ये डाइट तेजी से वजन घटाने के लिए बेस्ट है। (Vegan Diet Benefits) वीगन डाइट में हमारे द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों से शरीर को कैलोरी मिलती है, लेकिन उसमें फैट जमा नहीं होता है। इसलिए स्वस्थ तरीके से वजन कम करने के लिए शाकाहारी आहार को प्रभावी माना जाता है।

    6) अन्य स्वास्थ्य लाभ –

    शाकाहारी भोजन से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के खतरे को कम किया जा सकता है। साथ ही ऐसी बीमारियों को दूर करने के लिए वीगन डाइट भी फायदेमंद होती है।

    शाकाहारी भोजन में खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों में शरीर के लिए विभिन्न प्रकार के विटामिन, खनिज और पोषक तत्व उपलब्ध होते हैं। जो हमारे शरीर को कई तरह के स्वास्थ्य लाभ पहुंचाता है। (शाकाहारी आहार लाभ)

    0 शाकाहारी आहार का पालन करते समय ‘इन’ बातों का ध्यान रखें

    दोस्तों कुछ भी करने में उसके नियमों का पालन करना जरूरी होता है। नहीं तो इससे फायदे की जगह साइड इफेक्ट हो सकते हैं। साथ ही डाइट का पालन करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है। (शाकाहारी आहार लाभ) जैसे,

    खाना

    1. शाकाहारी भोजन करने से जीभ का स्वाद खराब हो सकता है। जो स्वाद की भावना को कम करता है। तो इस बारे में सावधान रहें।

    2. विभिन्न अध्ययनों के अनुसार, आहार का पालन करने से पहले यह पता करें कि किस आहार से रक्त स्तर, विटामिन बी12 और विटामिन डी की कमी हो सकती है।

    3. जीवन के लिए शाकाहारी आहार का पालन करने से पहले एक आहार विशेषज्ञ और पारिवारिक चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। (शाकाहारी आहार लाभ)

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  • मानसून कील देखभाल; जानें शीर्ष 12 लक्षण और 5 कारण

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    नमस्कार आरोग्य ऑनलाइन। (मानसून कील देखभाल) वर्तमान में बारिश का मौसम प्रकोप के कारण हर तरफ महामारी और महामारी का भय बना हुआ है। हाल ही में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखकर हर कोई डरा हुआ है. कोई भी बीमारी पसंद नहीं करता है। लेकिन बरसात के मौसम में उसके पास कोई विकल्प नहीं है। लेकिन एक बात यह है कि आपको बीमार होने से बचना चाहिए या ऐसा होने पर तुरंत इलाज कराना चाहिए घरेलू उपचार आप इसका उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए घर की महिलाएं तरह-तरह के काढ़े और दवाईयां बनाती नजर आ रही हैं।

    लेकिन क्या सिर्फ मानसून के दौरान महामारी और संक्रमण का डर रहता है..? तो नहीं। इसके अलावा त्वचा और नाखूनों की देखभाल करना भी उतना ही जरूरी है। क्योंकि इन दिनों त्वचा और नाखून भी प्रभावित होते हैं। खासतौर पर पैरों के नाखूनों का खास ख्याल रखना चाहिए। ठहरे हुए पानी, गीले जूते, कीचड़ से पैरों के नाखूनों में संक्रमण हो सकता है। अगर नाखूनों में पहले से ही इंफेक्शन है या फिर नाखूनों में घाव है तो आपको बेहद सावधान रहने की जरूरत है। (मानसून कील देखभाल)

    अक्सर हम सोचते हैं कि बारिश के दिनों में सिर्फ मिट्टी, गंदगी और पानी ही पैरों के नाखूनों की सेहत खराब कर सकता है। लेकिन दोस्तों इसके अलावा भी और भी कई कारण हैं जो पैर के नाखूनों की सेहत को खतरे में डालते हैं। हालांकि, मानसून एक बहाना है। बारिश के दौरान पहले से ही कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो जाती हैं। अब हम जिन कारणों के बारे में जानने जा रहे हैं, वे नाखूनों की सेहत के बिगड़ने को और बढ़ा देते हैं। आज भाग 1 में हम मानसून के दौरान पैर की उंगलियों की स्वास्थ्य समस्याओं के कारणों और संक्रमण के लक्षणों के बारे में जानेंगे। तो उसके बाद भाग 2 में हम जानेंगे कि पैर के नाखूनों की देखभाल कैसे की जाती है।

    मानसून

    0 मानसून के दौरान पैर के नाखूनों में संक्रमण के लक्षण

    (मानसून नेल केयर) अगर हमारे शरीर के किसी छोटे या बड़े अंग को चोट लगती है या प्रभावित होता है तो कुछ लक्षण दिखाई देते हैं। अगर इसे समय रहते समझ लिया जाए तो इसे सुलझाना आसान होता है। आइए जानें मानसून के दौरान पैरों के नाखूनों में संक्रमण के निम्नलिखित लक्षण:-

    1) पैर में दर्द/धड़कन।

    2) नाखूनों में चोट लगना।

    3) उंगलियों के नाखूनों का सफेद होना।

    4) नाखूनों में दर्द और दाने।

    5) नाखूनों में पानी घुसना और मवाद बनना।

    6) पैर के नाखूनों का सहज टूटना। (मानसून कील देखभाल)

    7) नाखूनों का मलिनकिरण।

    8) नाखूनों पर धब्बे का दिखना।

    9) फटे नाखून।

    10) नाखूनों से लगातार खून आना या डिस्चार्ज होना।

    11) नाखूनों के अंदर काला, नीला।

    12) नाखूनों पर हरे रंग का लेप।

    0 नाखून खराब होने के कारण (मानसून कील देखभाल)

    1. शारीरिक अशुद्धता – मानसून के दौरान धूल और मिट्टी विभिन्न तरीकों से हमारे संपर्क में आती है। इसलिए घर आने के बाद नहाना और शुद्ध करना जरूरी है, चाहे गीला हो या न हो। क्योंकि शारीरिक सफाई से भी नाखूनों की सेहत बिगड़ सकती है। यह डर मुख्य रूप से उन लोगों में पाया जाता है जो मिट्टी का खेल खेलते हैं।

    मानसून कील देखभाल

    2. पैरों पर गिरने वाली भारी वस्तुएँ – दुर्घटना या कोई भारी वस्तु अनजाने में पैर पर गिरने की स्थिति में नाखून क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। नाखूनों पर कुछ दिनों तक सूजन नजर आती है लेकिन उसके बाद नाखून ठीक हो जाते हैं। इस वजह से हम ज्यादा ध्यान नहीं देते। लेकिन इससे नाखूनों को काफी नुकसान होता है। क्योंकि अगर उंगली की किसी नस में चोट लग जाए तो इसका असर नाखूनों पर पड़ता है। नाखून कमजोर हो जाते हैं और संक्रमण के लिए खुले हो जाते हैं। (मानसून कील देखभाल)

    मानसून कील देखभाल

    3. गलत जूते- यहां तक ​​कि मानसून के दौरान बारिश की चप्पलों का इस्तेमाल न करने से भी पैरों और नाखूनों के लिए भी समस्या हो सकती है। इससे पैरों और नाखूनों के पास के क्षेत्र में दर्द होता है। जो जूते बहुत टाइट होते हैं, वे हल्के दर्द से लेकर चोट के निशान तक की समस्या पैदा कर सकते हैं। इससे मृत नाखूनों की समस्या हो सकती है।

    मानसून कील देखभाल

    4. त्वचा विकार – (मानसून नेल केयर) अगर आपको त्वचा संबंधी कोई गंभीर बीमारी है तो मानसून के दौरान नाखून में संक्रमण होने का डर रहता है। क्योंकि नाखूनों के बीच की त्वचा पहले से ही नाजुक और क्षतिग्रस्त होती है। जिससे कोई भी संक्रमण बिना खाए ही शरीर में प्रवेश कर सकता है।

    मानसून कील देखभाल

    5. नाखूनों के बीच चोट लगना- अक्सर हम अपने नाखून काटते समय बहुत ज्यादा काट लेते हैं और इससे चोट लग जाती है। लेकिन उनकी उपेक्षा की जाती है क्योंकि वे ठीक हो जाते हैं और फिर मानसून के दौरान पीड़ित होते हैं। अगर पैर लंबे समय तक पानी में रहते हैं, तो पैर के नाखूनों में संक्रमण का खतरा होता है। नाखून काले, नीले, हरे या सफेद हो सकते हैं। (मानसून कील देखभाल)

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  • पुलिस के दबाव में आकर फरार चल रहे अभियुक्तों ने किया आत्मसमर्पण

     

    मनीष कुमार / कटिहार।

    मारपीट सहित अन्य आरोपों में फरार चल रहे दो अभियुक्तों ने पुलिस के लगातार दबाव में आकर कटिहार न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। जानकारी देते हुए नगर थाना प्रभारी राघवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि कांड संख्या 399/ 22 के नामजद अभियुक्त विशाल कुमार, पिता- योगेंद्र शर्मा एवं आयुष आनंद, पिता-अजय कुमार

    बसाक दोनों साकिन- इमरजेंसी कॉलोनी बरमसिया, थाना नगर (सहायक) जिला कटिहार के रहने वाले हैं। जिन्होंने न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों लगातार फरार चल रहे थे। वहीं उन्होंने बताया कि इस कांड के मुख्य नामजद अभियुक्त राजा, पिता- जोगिंदर शर्मा को पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।

  • न्यूज नालंदा – सरकारी भूमि पर कब्जा विवाद में अधेड़ की हत्या, जानें वारदात… –

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    राज – 7903735887 

    हिलसा थाना क्षेत्र के बभनबरुई गांव में सोमवार की रात घर के बाहर सोए अधेड़ की बदमाशों ने गला दबाकर हत्या कर दी। मृतक स्व. कुलदीप राम के 42 वर्षीय पुत्र इंदल राम हैं। परिवार सरकारी भूमि पर कब्जा के विवाद में हत्या का आरोप वार्ड सदस्या पति जद्दू मांझी और उनके सहयोगियों पर लगा रहे हैं। सूचना के बाद गांव पहुंची पुलिस जांच में जुट गई। प्रारंभिक जांच में पुलिस हत्या को संदिग्ध बता रही है।
    मृतक के पुत्र अंशु कुमार ने बताया कि रात में पिता घर के बाहर बरामदे में सोए थे। देर रात शोर सुन वह बाहर निकला तो एक बदमाश को भागते देखा। उसके बाद उसकी नजर पिता की लाश पर गई। गला दबाकर पिता की हत्या की गई थी। भागने वाले बदमाश ने घटना को अंजाम दिया। पुत्र हत्या का आरोप सरकारी भूमि पर कब्जा विवाद में वार्ड सदस्या पति पर लगा रहा है।
    हिलसा डीएसपी कृष्ण मुरारी प्रसाद ने बताया कि प्रारंभिक जांच में हत्या का आरोप संदिग्ध प्रतीत हाे रहा है। घरेलू विवाद में मौत की बात सामने आ रही है। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का कारण स्पष्ट हो जाएगा।




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  • बैंक मित्र प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन प्रमाण पत्र वितरण के साथ संपन्न

     

    पूर्णिया/सिटीहलचल न्यूज़

    ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान पूर्णिया  में बैंक मित्र प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन प्रमाण पत्र वितरण के साथ संपन्न हुआ । प्रमाण पत्र का वितरण आरसेटी निदेशक ओम प्रकाश चौधरी द्वारा किया गया

    ज्ञात हो कि प्रशिक्षण के उपरांत इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ बैंकिंग एंड फाइनेंस द्वारा प्रायोजित ऑनलाइन परीक्षा में सभी 19 महिला प्रशिक्षणार्थी उत्तीर्ण हुई जो की भागलपुर जिले की है। ओम प्रकाश चौधरी द्वारा सभी महिला प्रशिक्षुओं को ऑनलाइन परीक्षा पास करने की बधाई दी गई

    और अपने-अपने क्षेत्रों में ईमानदारी और मेहनत के साथ काम करने का आश्वासन लिया और अपने ग्राहक को बैंकिंग लेनदेन में होने वाले धोखे  से बचाने हेतु जागरूक करने का आग्रह किया ।  साथ ही साथ निदेशक द्वारा आरसेटी से प्रायोजित विभिन्न प्रकार प्रशिक्षण कार्यक्रम के विषय में सभी को विस्तार पूर्वक बताया गया तथा जरूरतमंद व्यक्तियों को लाभ उठाने हेतु प्रेरित करने कहा गया ।

  • माधोपारा मुशहरी खाली कराने में तुला प्रशासन लोगो ने लगाई गुहार

    पूर्णिया/सिटीहलचल न्यूज़

    मंगलवार को दर्जनो की संख्या में दर्जनो भूमिहिन परिवार पूर्णिया पूर्व अंचल पहुंचकर अंचलाधिकारी से फिलहाल बर्मासेल की जमीन खाली कराने पर रोक की मांग करते हुए मांग पत्र सौपा। ऑयल इण्डिया के शिकायत पर जिला प्रशासन के आदेशानुसार पूर्णिया पूर्व अंचलाधिकारी जयंत कुमार गौतम के द्वारा माधोपारा वार्ड संख्या 26 में  बर्मासेल (ऑयल इण्डिया)  के जमीन पर बसे सैकड़ो परिवार को बर्मासेल की अतिक्रमित जमीन खाली करने का नोटिस जारी किया गया था। नोटिस मिलने के बाद सभी भूमिहिन परिवार अंचल पहुंचकर मांग पत्र सौपा

    बर्मासेल के जमीन पर बसे  दिलीप कुमार उर्फ मुन्ना, रेणु पासवान, करुणा देवी, मंजू देवी, सुगिया देवी, बीबी मर्जिना, बाबूलाल ऋषि, बिनोद पासवान  सहित दर्जनो की संख्या में भूमिहिन परिवार पूर्णिया पूर्व अंचल पहुंचकर अंचलाधिकारी को नोटिस का जबाव देते हुए आवेदन में कहा है कि उक्त भूमि पर वर्षो से रहने का प्रमान के तौर पर हमलोगों के पास राशन कार्ड आधार कार्ड बिजली बिल गैस कार्ड इत्यादि उपलब्ध है। यह कि पिछले 10 दिन पहले श्रीमान के कार्यलय के द्वारा भूमि खाली कराने हेतु सभी को नोटिस दि गई है। जिससे हम सभी भूमीहिन परिवार दहशत में आकर चिंतित और हतोत्साहित हैं। भूमिहिन परिवार सामूहिक रूप से प्रार्थना करते हुए कहना है

    कि विस्थापित करने से पहले वैकल्पिक व्यवस्था कहीं भी करा दी जाय ताकि हमलोग बेघर होने से बच सके, एवं वैकल्पिक व्यवस्था होने तक यथावत रहने दिया जाए। वही अंचलाधिकारी जयंत कुमार गौतम ने बताया कि ऑयल इण्डिया का पाइप लाइन जमीन के अंदर से गुजरा है और पाइप लाइन के उपर लोगो के अतिक्रमण कर लिया है, जिसको लेकर ऑयल इण्डिया ने विभाग से जमीन खाली करने की मांग की थी। विभागीय आदेशानुसार बर्मासेल के जमीन पर रहे लोगो को कागजात के साथ साक्ष्य रखने को कहा गया था। लेकिन किसी के द्वारा जमीन से संबंधित साक्ष्य उपलब्ध नही कराया है। इसलिए विभागीय आदेनुसार जमीन खाली करने का नोटिस जारी किया गया था। आगे जो भी वरीय अधिकारियो का निर्देश हो उस पर कार्रवाई की जाएगी।

  • जीएसटी के चक्कर मे पीस रहे है छोटे ब्यवसाई: अरविंद भोला

    पूर्णिया/सिटीहलचल न्यूज़

    कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने जीएसटी के विरोध में शहर के आर.एन.साव चौक पर पुतला दहन किया और सरकार के विरुद्ध जमकर नारा लगाया।जिसके बाद पूर्णिया जिलाधिकारी को एक माँग पत्र सौंपा

    कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के पूर्णिया इकाई के जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार भोला ने कहा कि चावल, आटा, दुध पैकेट दही पर 5% जीएसटी लगाने के कारण बाजार में सभी समानों का दाम लगभग 10% वृद्धि हो गया है। जिसके कारण आम जनमानस को महंगाई का मार पर रहा है तथा छोटे ब्यवसाई रोज समान लाकर बेचते थे, जो जीएसटी के चक्कर में नहीं पड़ने के कारण बेचने के लिये समान नही मंगा रहे है, जिसका फायदा बड़े मॉल / कम्पनी को मिल रहा है

    उन्होंने पत्र के माध्यम से अनुरोध किया है कि खाधान सामग्री पर जीएसटी वापस लिया जाय, जिससे छोटे व्यपारी पहले के तरह अपने व्यापार को सूचार रुप से चलाकर अपने बाल-बच्चे (परिवार) को निर्वाहन कर सके, तथा आम लोगो को महंगाई से बचाया जा सके।

    इस मौके पर प्रमंडलीय समन्वयक सह जिला उपाध्यक्ष नवनीत केडिया एवं प्रमंडलीय अध्यक्ष आशुतोष साह भी उपस्थित थे।

  • कोढ़ा के दिघरी में शिविर लगाकर बीमारीयों से बचाव हेतु 300 बकरियों का किया गया टीकाकरण

    कोढा /शंभु कुमार 

    कोढ़ा प्रखंड क्षेत्र के दिघरी पंचायत के सार्वजनिक काली मंदिर के प्रांगण में जीविका प्रखंड परियोजना क्रियान्वयन इकाई कोढ़ा कटिहार के द्वारा बकरी एवं भेंड़ के टीकाकरण एवं नसबंदी कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम में बकरी से जुड़ी हर बीमारी का इलाज एवं टीकाकरण किया गया पीटी एवं टीटी जैसी बीमारियों का वैक्सीनेशन किया गया कार्यक्रम में आए पशु चिकित्सक डॉ जितेंद्र कुमार ने बताया कि पीटी एक ऐसी बीमारी है जो बकरियों को होने के बाद 1 से 2 घंटों में ही उनकी मौत हो जाती है

    इसका लक्षण है कि बकरी का पेट फूलना, पतला दस्त होना एवं अचानक से बकरी चिल्लाएगी और मर जाएगी इस कैंप में बकरी से जुड़ी हर बीमारी का इलाज हर्बल दवाइयों से किया जा रहा था अगल बगल के गांव से बकरी पालक अपने बकरियों को लेकर इस टीकाकरण शिविर में पहुंचकर सेवाओं का लाभ उठाया इस कार्यक्रम में कुल 300 बकरियों का टीकाकरण किया गया

    वहीं इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाया डॉ जितेंद्र कुमार पशु चिकित्सक, दिगंबर चौधरी जीविकोपार्जन विशेषज्ञ जीविका कोढ़ा , डॉक्टर अमन कुमार पशु चिकित्सक हसनगंज ब्लाक, संजय भारती सलाहकार माइक्रो सेव कंपनी, प्रखंड परियोजना प्रबंधक उत्तम आनंद भारती, पशु सखी दीदी इंदु देवी एवं सुलोचना देवी, कांति कुमारी सहयोगी कर्मी, रंजीत यादव, मनोज यादव, छोटू यादव, वीरेंद्र कुमार, संजय कुमार का सहयोग रहा।

  • न्यूज नालंदा – बाइक सवार की मौत के बाद आक्राेशितों ने की पुलिस से हाथापाई… –

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    राज – 7903735887 

    दीपनगर थाना क्षेत्र के मामू भगिना पहाड़ के पास एनएच 20 पर मंगलवार को अज्ञात वाहन से कुचलकर बाइक सवार निजी कॉलेज के लाइब्रेरियन की मौत हो गई। मृतक सोहसराय थाना क्षेत्र के सोहडीह गांव निवासी रामचंद्र प्रसाद के 32 वर्षीय पुत्र दिनेश कुमार हैं। मौत से गुस्साए परिजन व ग्रामीणों ने एनएच पर जाम लगा दिया। मौके पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेने का प्रयास कर रही थी। जिनसे ग्रामीण हाथापाई करने लगे। करीब एक घंटे बाद मुआवजा व कार्रवाई के आश्वासन पर जाम हटाया गया।
    पुलिस शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाई। युवक बाइक पर सवार हो बिहारशरीफ बाजार जा रहा था। उसी दौरान हादसा हुआ। ग्रामीणों की मानें तो युवक सिर में लगाने के बजाय हेलमेट बाइक की हैंडल में लटकाए था। चर्चा है कि युवक हेलमेट लगाए होता तो शायद उसकी जान बच सकती थी।
    थानाध्यक्ष मो. मुश्ताक अहमद ने बताया कि फरार अज्ञात वाहन पर केस दर्ज कर पुलिस कार्रवाई करेगी। पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार के हवाले कर दिया गया।




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  • ऑटो अनियंत्रित होकर पलटी महिला की मौके पर मौत

    मो० मुस्तकीम / कदवा

    बलिया बेलोन थाना क्षेत्र अंतर्गत बेनी जलालपुर गांव के समीप बारिश के दौरान ऑटो चालक का संतुलन बिगड़ गया और आंटो  दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस दुर्घटना में प्राणपुर थाना क्षेत्र के निवासी बासमती देवी जो अपनी बेटी के साथ दवाई लेने के लिए निकली थी

    इसी दौरान यह दुर्घटना हुई और घटनास्थल पर ही महिला की मौत हो गई। वहीं इस घटना के बाद पूरे परिजनों में कोहराम मच गया । वहीं घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और आगे की कार्रवाई में जुट गई।