Month: July 2022

  • बायसी विधायक ने 2 सड़को का फीता काटकर किया शिलान्यास

     

    पूर्णिया/मनोज कुमार

    बायसी थाना क्षेत्र के मरिया पंचायत में पीसीसी सड़क का निर्माण कार्य का बायसी विधायक ने फीता काटकर शिलान्यास किया। इस मौके पर मरिया पंचायत के मुखिया वार्ड सदस्य सरपंच सहित कई गणमान्य लोग शामिल रहे। जानकारी देते हुए बायसी विधायक सैय्यद रुकनुद्दीन अहमद ने बताया कि बिहार सरकार मद् के मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजनातर्गत योजना एवं विकास विभाग से बायसी प्रखंड अंतर्गत मलहरिया पंचायत ग्राम जाबर में रसीद के घर से नाजिम के

    घर तक 520 फीट पीसीसी सड़क निर्माण कार्य 14 लाख 27 हजार की राशि से होगा। जबकि बिषहरी में मुख्यमंत्री सड़क से गुलाम रसूल के घर तक 700 फीट पीसीसी सड़क निर्माण कार्य 14 लाख 99 हजार की राशि से होगा। जिससे पांच वार्डों के 5 हजार से अधिक लोगों को आवागमन में सुविधा होगी। साथ ही कब्रिस्तान जाने में जो समस्या हो रही थी अब नहीं होगी। विधायक ने कहा कि कई वर्षो से स्थानीय ग्रामीण सड़क का मांग कर रहे थे

    वहीं इस संबंध में ग्रामीणों ने सड़क निर्माण के लिए विधायक को धन्यवाद ज्ञापन करते हुए अन्य समस्याओं से रूबरू कराया और विधायक ने जानकारी देते हुए बताया कि क्षेत्र का विकास करना ही उनका लक्ष्य है विभिन्न स्थानों पर विकास संबंधित सभी योजना को मास्टर प्लान के तहत सुचि बना ली गई है जो बहुत जल्द पूरा किया जाएगा।

  • एकबार फिर बिना मास्क पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में प्रवेश वर्जित

    पूर्णिया/सिटीहलचल न्यूज़

    एक बार फिर से कोरोनावायरस बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पुलिस परिवार परामर्श केंद्र ने यह निर्णय लिया है कि केंद्र में प्रत्येक शुक्रवार को बढ़ती हुई भीड़ को देखते हुए मात्र 25 मामलों की सुनवाई की जाएगी

    यह जानकारी केंद्र के सदस्य दिलीप कुमार दीपक ने देते हुए बताया की सदस्यों एवं संयोजिका किरण वाला से विचार विमर्श के पश्चात सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया है कि 25 से अधिक पीड़ित पति पत्नी को नोटिस देकर इस केंद्र में नहीं बुलाया जाएगा। यह भी निर्णय लिया गया है

    कि की सुनवाई के दौरान सिर्फ पीड़ित पति पत्नी को ही सुना जाएगा उनके अभिभावक या उनके साथ आए हुए रिश्तेदार को जरूरी समझने पर ही केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा। मास्क पहनकर नहीं आने वालों को बैरंग वापस कर दिया जाएगा।

  • अशोक कुमार बादल को जदयू के प्रदेश महासचिव बनने दी बधाई

    रुपौली /बालमुकुन्द यादव 

    पूर्णियां : रुपौली विधानसभा क्षेत्र के भवानीपुर प्रखंड के श्रीपुर निवासी अशोक कुमार बादल को जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने प्रदेश महासचिव मनोनीत किया है

    श्री बादल इससे पहले जदयू अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सहित जदयू के विभिन्न दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि शीर्ष नेतृत्व द्वारा उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी गई है। उनका पूरी कर्तव्यनिष्ठा व ईमानदारी से निर्वहन करेंगे

    वहीं अशोक कुमार बादल को जदयू का प्रदेश महासचिव बनाये जाने पर युवा जदयू नेता प्रशांत कुमार कन्हैया, रूपौली जदयू प्रखंड अध्यक्ष संजय कुमार मंडल, जदयू के विधानसभा प्रभारी सुबोध चौहान, जिला उपाध्यक्ष प्रदीप मेहता, जिला महासचिव विनोद केसरी, युवा जदयू रूपौली प्रखंड अध्यक्ष हिमांशु कुमार सहित कई जदयू कार्यकर्ताओं ने उन्हें बधाई दिया है।

  • बदलते मौसम ने बढ़ाई स्वास्थ्य संबंधी परेशानी

    पूर्णियां/बालमुकुन्द यादव

    पूर्णिया : वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण काल अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। दूसरी ओर मौसमी बीमारियों की समस्या भी धीरे-धीरे बढ़ने लगी है। हल्की बारिश होने के बाद से तीखी मिर्ची  जैसी धूप और उमस ने जिलेवासियों की परेशानी दोगुनी कर दी है। इसका सीधा असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। जुलाई के मौसम में भीषण गर्मी और देर रात मौसम नम होने के चलते लोग मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। सिविल सर्जन डॉ एसके वर्मा ने बताया कि बरसात के बाद अत्यधिक गर्मी एवं नमी से सबसे ज़्यादा नवजात शिशुओं, 15 वर्ष तक के आयुवर्ग के बच्चों सहित बुजुर्गो पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पड़ती हैं

    अत्यधिक गर्मी के कारण सरदर्द, तेज बुखार, अर्धचेतना तथा मरीज़ों में पहचानने की क्षमता नहीं होना, शरीर में अचानक चमकी का होना अथवा पैर में थरथराहट होना, पूरे शरीर या किसी अंग में लकवा मार देना या हाथ-पैर अकड़ जाना, बच्चे का शारीरिक व मानसिक संतुलन ठीक नहीं होना आदि सामान्य है। ऐसे लक्षणों को देखने के साथ ही गांव की आशा, एएनएम या स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर अथवा सीधे अपने नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से चिकित्सीय परामर्श एवं उपचार में विलंब नहीं करना चाहिए। थोड़ी सी लापरवाही मरीज की स्थिति गंभीर कर सकती है। सिविल सर्जन ने कहा कि बच्चों को तेज धूप से बचाते हुए ओआरएस का घोल पिलाते रहना चाहिए

    हल्के और सुपाच्य भोजन करना बेहतर : डॉ अग्रवाल

    ग़ैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ विष्णु प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि मौसम में हो रहे बदलाव के कारण गले में संक्रमण, खांसी, जुकाम, बुखार के साथ ही बदन दर्द के मरीज़ों की संख्या बढ़ने वाली हैं। राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल के ओपीडी में सर्दी-जुकाम, बुखार, गला में जकड़न के साथ बदन दर्द से ग्रसित मरीजों की संख्या में इज़ाफ़ा होने लगा है। ओपीडी में बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्ग भी मौसमी बीमारियों की चपेट में तेजी से आने लगे हैं। ओपीडी में अधिक मरीज वायरल बीमारियों से संक्रमित आ रहे हैं। स्थानीय स्वास्थ्य विभाग द्वारा ओपीडी में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करायी जा रही है।  आवश्यक दवाओं का वितरण भी निःशुल्क किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हल्के सुपाच्य भोजन करने एवं रात को बच्चों को भरपेट खाना खिलाने के बाद ही सोने दे।

    वर्तमान समय के मौसम में कुछ इस तरह से किया जा सकता है बचाव:

    -खुद को हाइड्रेटेड रखें और अधिक से अधिक शुद्ध पेयजल का सेवन करें।

    -गहरे रंग के कपड़े पहनने से बचें और हल्के रंग के सूती कपड़े पहनना ज़्यादा आरामदायक।

    -घर के आसपास तथा नालियों में ब्लीचिग पाउडर का करें छिड़काव।

    -सभी रुके हुए जल संग्रहण के स्थानों पर कीटनाशक दवा या चूना पावडर का छिड़काव करें।

    -कूलर में पानी को इकठ्ठा नही होने दें और नियमित रूप से उसकी सफाई करते रहे।

  • बिहारशरीफ में सड़क हादसे में युवक की मौत… पहनने की जगह बाइक में लटका था हेलमेट

    बिहारशरीफ में सड़क हादसे में एक युवक की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि युवक बाइक से जा रहा था और हेलमेट पहनने की जगह बाइक में लटका हुआ था। माना जा रहा है कि अगर वो हेलमेट पहने रहता तो शायद जान बच जाती।

    कहां हुआ हादसा
    हादसा बिहारशरीफ के मामू भगिना के पास NH 20 पर हुआ है। परिजनों के मुताबिक युवक अपनी बाइक से बाईपास होते हुए बिहार शरीफ बाजार जा रहा था। तभी अज्ञात वाहन से उसके बाइक की टक्कर हो गई । जिसमें उसकी मौत हो गई।

    मृतक की पहचान हुई
    मृतक की पहचान सोहडीह गांव के रहने वाले दिनेश कुमार के रूप में हुई है। 30 साल का दिनेश बिहार शरीफ के सलेमपुर स्थित प्राइवेट कॉलेज में लाइब्रेरियन के पद पर कार्यरत था।

    जांच में जुटी पुलिस
    हादसे के बाद कुछ देर के लिए बाईपास पर जाम लग गया । हालांकि पुलिस ने जाम को हटवाया और शव का पोस्टमार्टम कराकर परिवार वालों को सौंप दिया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई और उस वाहन की तलाश करने की कोशिश कर रही है । जिससे दिनेश की बाइक को टक्कर लगी थी।

  • बिहार से दिल्ली जा रही बस की टक्कर 8 की मौत 17 घायल

     

    पटना/सिटीहलचल न्यूज़

    यूपी के बाराबंकी जिले में सोमवार सुबह एक भीषण सड़क हादसे में बिहार के 8 लोगो की मौत हो गई, वहीं करीब 17 लोग घायल है। घटना लोनी कटरा थाना क्षेत्र में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर दयाराम पुरवा गांव के पास हुई, जहाँ पहले से खड़ी बस को पीछे से आ रही तेज रफ्तार वोल्वो बस ने टक्कर मार दी।बताया जाता है कि बस बिहार के मधुबनी से दिल्ली जा रही थी। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर दयाराम पुरवा गांव के पास बस लाइन होटल में रुकी थी और ड्राइवर ने बस को पार्क न कर सड़क किनारे ही खड़ी कर दी थी। जिसके बाद पीछे से आ रही डबल डेकर बस ने जोरदार टक्कर मार दी। मरने वाले सभी पीछे के बस के ही यात्री थे। आगे खड़ी बस से सभी उतरकर कर खाना खाने चले गए थे

    घटना के बाद दोनो बस के चालक फरार हो गए।वही मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों व मृतकों को बसों से बाहर निकाला। घायलों को सीएचसी हैदरगढ पहुंचाया गया, वही गंभीर रूप से घायल 12 लोगों को जिला ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है। वही मृतकों की पहचान शिवधारी सहाय पुत्र मदन सहाय, उम्र 42 वर्ष, राम ढोलक, सिद्ध नारायण झा पुत्र राधाकांत झा, उम्र 75 वर्ष, ग्राम कालापट्टी, दोनो जिला मधुबनी, ओम प्रकाश राय पुत्र ओसिंदर राय, उम्र 33 वर्ष, ग्राम व पोस्ट लदोरा, कल्यानपुर, समस्तीपुर, कमलेश कुमार पुत्र रामजी राय, उम्र 23 वर्ष, ग्राम भीमा मकलेश्वर, वार्ड-18,सपना पति श्यामदास उम्र 32 वर्ष,आदित्य पुत्र श्यामदास, उम्र12 वर्ष, रामदीन पुत्र विंधेश्वर, उम्र 17 सभी थाना- पुपरी, जिला- मधुबनी के रूप में हुई है

    वही सभी घायल मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी के रहने वाले है। वही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सड़क दुर्घटना में बिहार के 8 लोगों की हुई मृत्यु पर दुख व्यक्त किया है।मुख्यमंत्री ने कहा है कि यह घटना अत्यंत दुखद है। मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष ने 2-2 लाख अनुग्रह अनुदान देने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने दिल्ली स्थानिक आयुक्त को इस घटना में घायल लोगों के इलाज की और मृतकों के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव तक पहुंचाने की समुचित व्यवस्था कराने का निर्देश दिया है।

  • पीएम किसान: ‘ई-केवाईसी’ के लिए 31 जुलाई की समय सीमा, स्थानीय स्तर पर क्या है स्थिति?

    pm kisan

    नमस्ते कृषि ऑनलाइन: देश में 10 करोड़ से ज्यादा किसान पीएम किसान योजना की 12वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं. 31 जुलाई से पहले लाभार्थी किसानों के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य है। यदि किसान इस अंतिम तिथि से पहले ई-केवाईसी नहीं करते हैं, तो किसान पीएम किसान योजना का लाभ नहीं उठा पाएंगे।

    31 जुलाई के बाद आधार को लिंक नहीं किया जाएगा। हालांकि स्थानीय स्तर पर किसानों को काफी दिक्कतों (पीएम किसान) का सामना करना पड़ रहा है। राज्य सरकार पीएम किसान योजना को लेकर उदासीन बनी हुई है। राज्य के राजस्व और कृषि विभागों ने पिछले साल से इस योजना के संचालन का बहिष्कार किया है। इसलिए नया पंजीकरण बंद है लेकिन योजना में बदलाव और इसके बारे में जन जागरूकता पैदा करने के आदेश का अनुपालन नहीं हो रहा है.

    – पीएम किसान सम्मान योजना के जरिए हर साल किसानों के खाते में 6 हजार रुपए जमा किए जाते हैं।
    – सरकार का उद्देश्य है कि किसान इसका इस्तेमाल अपने कृषि कार्यों में करें।
    -हालांकि, स्थानीय स्तर पर किसानों को एसएमएस मिलता है, लेकिन पैसे खाते में जमा नहीं होते हैं।
    – साथ ही नया रजिस्ट्रेशन भी बंद है।
    – ऑनलाइन सिस्टम के जरिए इन समस्याओं का समाधान तो किया जाता है, लेकिन किसानों की अनदेखी के कारण कई किसान योजना के लाभ से वंचित रह जाते हैं।
    – इसके लिए राजस्व एवं कृषि विभाग ने स्थानीय स्तर पर बैठकें आयोजित करने का आदेश दिया था लेकिन इसे राज्य में कहीं भी लागू नहीं किया गया है.

    नए पंजीकरण बंद

    पीएम किसान योजना में किसान हिस्सा ले सकेंगे। यह प्रक्रिया राजस्व एवं कृषि विभाग के माध्यम से पूरी की जाएगी। इसके बावजूद इन दोनों विभागों ने पिछले एक साल से योजना (पीएम किसान) का बहिष्कार किया है। कृषि और राजस्व विभागों में आंतरिक कलह का खामियाजा किसान भुगत रहे हैं। इसलिए राज्य द्वारा केंद्र की नीति अपनाए जाने पर भी किसानों को लाभ मिलेगा लेकिन इसकी अनदेखी की जा रही है।

  • टमाटर बाजार भाव: सप्ताह के पहले दिन टमाटर बाजार भाव का क्या है हाल? जानिए इसकी कीमत कितनी है

    टमाटर

    नमस्ते कृषि ऑनलाइन: किसान मित्रों, प्रदेश में आज शाम 6 बजे तक प्राप्त टमाटर बाजार भाव के अनुसार टमाटर की आज अधिकतम कीमत 2200 रुपये हुई है.

    मंगलवेधा कृषि उपज मंडी समिति में आज 66 क्विंटल टमाटर बिका। इसके लिए न्यूनतम मूल्य 900, अधिकतम मूल्य 2200 और सामान्य मूल्य (टमाटर बाजार मूल्य) 2000 रुपये है। तो, मुंबई नंबर वन कृषि उपज मंडी समिति में 4753 क्विंटल टमाटर की आवक के लिए न्यूनतम 2000 रुपये, अधिकतम 200 रुपये और सामान्य मूल्य 2000 रुपये प्राप्त हुए हैं।

    जबकि औरंगाबाद, पंढरपुर, पारशिवानी कृषि उपज मंडी समिति में टमाटर की अधिकतम कीमत 2 हजार रुपये हुई है. इतना ही नहीं जलगांव कृषि उपज मंडी समिति में टमाटर को आज अधिकतम दो हजार रुपये की कीमत मिली है.

    आज की सबसे अधिक आवक को देखते हुए आज टमाटर की सबसे अधिक आवक मुंबई नंबर 1 कृषि उपज मंडी समिति में हुई है और यह आवक 4 हजार 753 रुपये (टमाटर बाजार मूल्य) प्रति क्विंटल है।

    (महत्वपूर्ण लेख: ‘हैलो एग्रीकल्चर’ द्वारा दिए गए कृषि जिंस बाजार मूल्य महाराष्ट्र राज्य कृषि विपणन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से दैनिक अद्यतन बाजार मूल्य हैं। ‘हेलो कृषि’ इस संबंध में कोई दावा नहीं करता है। दरें लगातार बढ़ रही हैं। इसलिए किसान एक बार फिर कीमत की पुष्टि करें और उसके बाद ही माल को बाजार में बिक्री के लिए ले जाएं। )

    आज का टमाटर बाजार भाव

    बाजार समिति जाति/प्रतिलिपि आयाम आय न्यूनतम दर अधिकतम दर सर्वसाधारण दर
    25/07/2022
    कोल्हापुर क्विंटल 201 500 1600 1050
    औरंगाबाद क्विंटल 43 500 1500 1000
    राहूरी क्विंटल 67 500 2000 1250
    डम्पिंग क्विंटल 15 300 1500 900
    श्रीरामपुर क्विंटल 27 800 1200 1000
    पिंपलगांव बसवंती क्विंटल 64 375 1475 1275
    सतारा क्विंटल 56 300 1500 900
    मंगल ग्रह का ग्रहण क्विंटल 66 900 2200 2000
    पंढरपुर हाइब्रिड क्विंटल 36 600 2000 1500
    कल्याण हाइब्रिड क्विंटल 3 1600 2000 1800
    पुणे लोकल क्विंटल 2182 600 1600 1100
    पुणे- खड़की लोकल क्विंटल 14 1000 1500 1250
    पुणे – पिंपरी लोकल क्विंटल 9 1200 1400 1300
    पुणे-मोशियो लोकल क्विंटल 357 800 1200 1000
    नागपुर लोकल क्विंटल 700 1000 1200 1150
    परशिवानी लोकल क्विंटल 6 1800 2000 1900
    कमाठी लोकल क्विंटल 10 800 1200 1100
    मुंबई नहीं। 1 क्विंटल 4753 2000 2200 2100
    सोलापुर वैशाली क्विंटल 774 200 1100 600
    जलगांव वैशाली क्विंटल 120 1000 2000 1500
    नागपुर वैशाली क्विंटल 700 1200 1500 1425
    कराडी वैशाली क्विंटल 69 1000 1200 1200
  • Weather Update : राज्य में हल्की से मध्यम वर्षा; यहां से आगे की स्थिति क्या होगी? पता लगाना

    वर्षा

    नमस्ते कृषि ऑनलाइन: इस समय राज्य में हल्की से मध्यम बारिश हुई है (Weather Update)। मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि राज्य में कुछ और दिनों तक यही मौसम बना रहेगा। अब तक हुई कुल बारिश के मुताबिक राज्य में 38 फीसदी अतिरिक्त बारिश हुई है.ज्यादातर जिलों में ज्यादा से ज्यादा बारिश हुई है. यह किसानों सहित राज्य में सभी के लिए अच्छा है। आने वाले दिनों में कम बारिश की संभावना से भी किसानों को अपनी सभी कृषि गतिविधियों को अंजाम देने में मदद मिलेगी।

    हालांकि राज्य के अन्य हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है, लेकिन विदर्भ में भारी बारिश हुई है। अकेले मुंबई को ध्यान में रखते हुए, मुंबई इस साल अब तक 1500 मिमी तक पहुंच गया है।

    कृषि कार्य में लगा किसान

    फिलहाल बारिश शुरू हो गई है। इस दौरान किसानों ने फसल छिड़काव और खेती पर जोर दिया है. लगातार बारिश के कारण फसलों की वृद्धि रूक गई और बुवाई क्षेत्र में खरपतवार भी बढ़ गए। इसके विकल्प के तौर पर किसान अब खेती के साथ-साथ कीटनाशकों के छिड़काव पर भी ध्यान दे रहे हैं। किसानों (Weather Update) ने हजारों रुपए प्रति एकड़ खर्च कर बीज को मिट्टी में दबा दिया है। किसान अब इसे उत्पादन में बदलने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इसलिए किसानों का मानना ​​है कि अगर कुछ दिनों तक बारिश होती रही तो खरीप में फसलें तेजी से बढ़ेंगी।

  • किसान आत्महत्या: मेरी गर्दन पर वापस आ गया है किसान आत्महत्या का भूत! 24 दिनों में 80 से अधिक किसानों ने की आत्महत्या

    किसान आत्महत्या

    नमस्ते कृषि ऑनलाइन: कभी प्रकृति के कहर से तो कभी बाजार भाव नहीं होने से किसान आत्महत्या करने चले गए हैं। किसान आत्महत्या का भूत एक बार फिर सिर उठाने लगा है। यवतमाल जिले में भारी बारिश के कारण नुकसान झेलने वाले एक किसान ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इसे लेकर यवतमाल जिले में खासा उत्साह है।

    इस संबंध में अधिक जानकारी प्राप्त हुई है कि यह घटना यवतमाल जिले के मारेगांव तालुका के चोपन गांव की है। मृत किसान का नाम गजानन उर्फ ​​सुरेश खिर्तकर (किसान आत्महत्या) है। इस किसान के पास 9 एकड़ खेत था। भारी बारिश से खेतों में लगी फसल को भारी नुकसान हुआ है। तो किसान सहम गया। अंतत: किसान डिप्रेशन में चला गया।

    80 से अधिक किसानों ने की आत्महत्या

    प्रकृति की सनक के चलते राज्य के किसान मेटाकुटी आ गए हैं। विपक्ष की ओर से कई सवाल भी उठाए जा रहे हैं कि सरकारी घोषणाएं और सरकारी सहायता वास्तव में किसानों तक कहां तक ​​पहुंची है. इसी तरह नई सरकार के महज कुछ दिनों के आंकड़ों को देखें तो महाराष्ट्र सरकार किसान आत्महत्या की गंभीर समस्या से जूझ रही है. शिंदे फडणवीस सरकार के 24 दिनों के दौरान 80 से अधिक किसानों ने आत्महत्या की है। हाल ही में आंकड़े सामने आए थे कि शिंदे फडणवीस सरकार के 24 दिनों में 89 किसानों ने आत्महत्या की। इस बीच अब यवतमाल का एक और किसान भी इसमें जुड़ गया है।

    मराठवाड़ा में सबसे ज्यादा आत्महत्या

    विदर्भ सहित मराठवाड़ा के किसानों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। मराठवाड़ा संभाग में 54 किसानों ने आत्महत्या कर ली है. तब यवतमाल में 12 किसानों के आत्महत्या करने के आंकड़े सामने आए। ऐसे में यवतमाल में एक किसान ने आत्महत्या कर ली और हड़कंप मच गया।

    संदर्भ : टीवी 9