Month: August 2022

  • कदवा में जन सुशासन शिविर का हुआ आयोजन

    मो० मुस्तकिम /  कदवा।

    कदवा प्रखंड मुख्यालय में जन शासन शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 26 काउंटर लगाए गए थें। वहीं मुख्य रूप से उप विकास आयुक्त अरुण कुमार ठाकुर, एसडीओ राजेश्वरी पांडे, प्रखंड विकास पदाधिकारी मुर्शीद अंसारी, अंचल पदाधिकारी रविशंकर सिन्हा, डीसीएलआर शिव शंकर पासवान, प्रमुख मंटू रविदास, पूर्व प्रमुख रवि साह, जिला परिषद सदस्य आशा सुमन सहित कई गणमान्य लोग मुख्य रूप से मौजूद थे।

    जन सुशासन शिविर में 26 काउंटर लगाए गए थे। जिसमें कि लोगों की समस्या का समाधान किया गया। समाधान के लिए स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री आवास, मनरेगा, पंचायती राज, जीविका, बाल विकास योजना, खाद आपूर्ति,आधार केंद्र, आयुष्मान भारत, श्रम संसाधन विभाग आदि कई काउंटर बनाए गए थे। मौके पर उप विकास आयुक्त अरुण कुमार ठाकुर ने कहा कि केंद्र और बिहार सरकार जनता को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से कई जन उपयोगी योजनाएं चला रही है। योजना का लाभ लोगों को उठाने के लिए कहा गया। 

    वहीं इस कार्यक्रम का विधिवत रूप से उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया गया। मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण एवं जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

  • इस्लाम के 4 पवित्र महीनों में से एक है मोहर्रम

    सुधांशु शेखर /सिटी हलचल न्यूज़

    इस्‍लाम धर्म के नए साल की शुरुआत मोहर्रम महीने से होती है, यानी कि मुहर्रम का महीना इस्‍लामी साल का पहला महीना होता है, इसे हिजरी भी कहा जाता है। हिजरी सन् की शुरुआत इसी महीने से होती है, यही नहीं मुहर्रम इस्लाम के चार पवित्र महीनों में से एक है।

    इस्लाम धर्म में मोहर्रम का महत्व अलग ही है। आसान शब्दों में कहें तो मोहर्रम मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए एक प्रमुख त्यौहार है। मुहर्रम पर जानकारी देते हुए मुफ्ती रिजवान ने बताया कि मोहर्रम इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना होता है। पैगंबर मोहम्मद ने मोहर्रम को अल्लाह का महीना बताया है। इस महीने में भी इस्लामिक किताबों में रोजा रखने की बात कही गई है। हालांकि यह रोजा रमजान के रोजे की तरह अनिवार्य नहीं है। मतलब कोई भी व्यक्ति अपनी खुशी से मोहर्रम के रोजे रख सकता है।हदीस-ए-पाक के मुताबिक जो शख्स मोहर्रम महीने की नवीं और दसवीं तारीख को रोजा रखता है उसके पिछले 2 सालों के गुनाह माफ हो जाते हैं। वहीं इस महीने में एक रोजा रखने से 30 रोजा रखने के बराबर सवाब मिलता है। इस साल मोहर्रम का महीना रविवार 31 जुलाई शुरू हो गया है। इस महीने की दसवें दिन को आशूरा कहा जाता है। इस हिसाब से इस साल 9 अगस्त को आशूरा है। आशूरा का इस्लाम धर्म में विशेष महत्व है।

    आशूरा का इतिहास और महत्व

    जानकारों के मुताबिक इराक की राजधानी से 100 किलोमीटर की दूरी पर कर्बला में 10 अक्टूबर 680 को इब्न ज़्याद और हजरत इमाम हुसैन के बीच जंग हुआ था। इस जंग में हजरत इमाम हुसैन की जीत हुई थी, लेकिन धोखे से ज़्याद के कमांडर शिम्र ने पैग़ंबरे इस्लाम के नवासे और उनके परिवार को कर्बला में शहीद कर दिया था। यह घटना मोहर्रम महीने की दसवीं तारीख को घटी थी। इतिहास के पन्नों में कर्बला की घटना को अति क्रूर और निंदनीय बताया जाता है। इसलिए मोहर्रम की दसवीं तारीख को मुस्लिम समुदाय के लोग गम के रुप में मनाते हैं।

  • रमेश अग्रवाल का मॉल सील करने के आदेश, नगर आयुक्त को 1 सप्ताह की मोहलत

    पूर्णिया/सिटीहलचल न्यूज़

    शहर के आर.एन.साव चौक स्थित खास महल के जमीन पर रमेश अग्रवाल और नवल जायसवाल द्वारा बनाये जा रहे मॉल शॉपिंग काम्प्लेक्स को जांच व सील करने के आदेश की अवहेलना करने पर अब नगर निगम के नगर आयुक्त पर गाज गिरना तय है।लगातार पूर्णिया कमिश्नर के आदेश की अवहेलना करने पर कमिश्नर ने नगर आयुक्त से एक सप्ताह के अंदर कार्यवाई का ब्यौरा मांगा है, जो अब तक नहीं किया गया है।एक सप्ताह की मियाद खत्म होने में बस 2 ही दिन शेष है,मागर उक्त मॉल में युद्ध स्तर पर निर्माण कार्य जारी है। जो जिला प्रशासन सहित नगर निगम के लिए चुनौती से कम नही है

    मालूम हो कि शहर के आर.एन.साव चौक पर रूपवानी सिनेमा से लेकर पैट्रोल पंप होते हुए गुरुद्वारा रोड तक अवैध निर्माण हो रहा है। जिसके लिए किसी भी प्रकार का नक्सा भी पास नहीं कराया गया है। इससे पूर्व एसडीओ ने रमेश अग्रवाल द्वारा बनाये जा रहे मॉल को सील करने का आदेश नगर आयुक्त को दिया था और सहायक खजांची के सुपुर्द उक्त जमीन को किया गया था ताकि आगे कोई निर्माण न हो। मगर सभी आदेशो की अवहेलना करते हुए सरकारी बाबुओं की मिली भगत से न सिंर्फ सील की हुई भूमि पर नींव खुद गया बल्कि 4 मंजिल इमारत भी बन गई

    इस मामले में आरटीआई कार्यकर्ता अखलेश कुमार ने पूरे मामले को पूर्णिया कमिश्नर के कोर्ट में रखा जहाँ से रमेश अग्रवाल के मॉल मार्केंटिंग काम्प्लेक्स को सील करने के आदेश पूर्णिया कमिश्नर द्वारा नगर आयुक्त को दिया गया। मगर 6 माह बीत जाने के बाद भी नगर आयुक्त द्वारा सील करना तो दूर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाई नहीं की गई। जिसका परिणाम हुआ कि इस 6 माह में एक मंजिल और इमारत का निर्माण, प्लास्टर औऱ रंगाई पुताई हो गया। इस मामले में याचिकाकर्ता अखलेश कुमार को भ्रष्टाचार की बू आने पर निर्गत आदेश के विरुद्ध फिर आवेदन दिया गया। जिसपर 29 जुलाई को पत्रांक 500/22 द्वारा एक सप्ताह के अंदर कार्यवाई कर सूचित करने को कहा गया है

    वहीं इस मामले के याचिकाकर्ता ने बताया कि नगर आयुक्त की मंशा शुरू से ही किसी भी प्रकार की कार्यवाई की नहीं है। इनके द्वारा लगातार वरीय अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना की जा रही है। अगर इसबार निर्गत आदेश का अनुपालन नहीं होता है तब उनपर विभागिये कार्यवाई हेतु वरीय अधिकारियों को लिखा जाएगा।

  • BPSC ने हेडमास्टर लिखित परीक्षा का रिजल्ट किया जारी, 6421 रिक्तियां थीं, लेकिन सफल हुए मात्र 421

    लाइव सिटीज पटना: बिहार लोक सेवा आयोग की यानी BPSC ने हेडमास्टर लिखित परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है. 31 मई 2022 को यह परीक्षा पटना के 25 परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित की गई थी. जिसमें कुल 13055 अभ्यर्थी शामिल हुए थे. जिसमें महज 421 उम्मीदवार सफल हुए हैं. जबकि 6421 सीटों के लिए यह परीक्षा हुई थी. शिक्षा विभाग के अंतर्गत उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के पदों पर नियुक्ति के लिए यह प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित हुई थी.

    आयोग के संयुक्त सचिव सह परीक्षा नियंत्रक अमरेन्द्र कुमार ने कहा है कि 6421 रिक्तियों के विरूद्ध मेधा क्रमांक के अनुसार और आरक्षण कोटिवार सफल कुल 421 उम्मीदवार का परीक्षाफल जारी किया है. लिखित परीक्षा में उपस्थित उम्मीदवारों के अंक पत्र आयोग की वेबसाइट www.bpsc.bih.nic.in पर मार्क्स शीट कॉलम के अंतर्गत प्रकाशित किया जाएगा. उम्मीदवार अपना अनुक्रमांक और जन्म तिथि या निबंधन संख्या व जन्म तिथि डालकर इसे डाउनलोड कर सकते हैं. अनरिजर्व कैटोगरी में कटऑफ मार्क्स 48 है.

    आयोग ने बताया है कि अनरिजर्व कोटि के विरूद्ध 415 उम्मीदवारों में सामान्य वर्ग के 99, अनुसूचित जाति के 21, अनुसूचित जनजाति के 01, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के 103 और पिछड़ा वर्ग के 140 उम्मीदवार हैं. सामान्य वर्ग या आर्थिक रुप से कमजोर वर्ग के पुरुष उम्मीदवारों के लिए 40 प्रतिशत, पिछड़ा वर्ग के पुरुष उम्मीदवारों के लिए 36.5 प्रतिशत, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के पुरुष उम्मीदवारों के लिए 34 प्रतिशत और अनुसूचित जाति या जनजाति , महिलाओं तथा दिव्यांग उम्मीदवारों के लिए 32 प्रतिशत न्यूनतम अर्हतांक प्राप्त उम्मीदवारों को संयुक्त मेधा सूची में शामिल किया गया है.

    The post BPSC ने हेडमास्टर लिखित परीक्षा का रिजल्ट किया जारी, 6421 रिक्तियां थीं, लेकिन सफल हुए मात्र 421 appeared first on Live Cities.

  • ग्रामीण कार्य प्रमंडल मनिहारी एवं बारसोई में करोड़ों रुपयों का घोटाला : पंकज सिंह

    मनीष कुमार / कटिहार 

    जिला संवेदक संघ की एक विशेष बैठक हृदय गंज स्थित राज गार्डन में आयोजित की गई। जिसमें जिला अध्यक्ष पंकज सिंह ने कहा कि ग्रामीण कार्य प्रमंडल मनिहारी एवं बारसोई द्वारा अपने चेहते व्यक्तियों के मिलीभगत से विभिन्न योजनाओं में करोड़ों रुपयों का घोटाला धड़ल्ले से किया जा रहा है। जिला अध्यक्ष पंकज सिंह ने कहा कि ग्रामीण कार्य प्रमंडल मनिहारी द्वारा कुल 21 पथों की निविदा आमंत्रण की गई। जिसमें निजि स्वार्थवश निविदा रद्द कर विभागीय आदेश का प्रस्ताव अनुमोदन हेतु भेज कर अपने चहेते लोगों के द्वारा पथ में लीपा पोती का कार्य करने की मनसा है।संवेदक संघ के जिला महासचिव अशोक कुमार ने कहा कि हम संवेदको के द्वारा पूछने पर कार्यपालक अभियंता मनिहारी एवं बारसोई द्वारा कहा गया कि उच्च पदाधिकारियों का निर्देश है कि कार्य 15 जून को पूर्ण करना है। दोनों कार्यपालक अभियंताओं ने कहा कि हमने कार्य करने वाले लोगों का चयन कर लिया है।                     

           कटिहार जिला संवेदक संघ के द्वारा दोनों प्रमंडल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि सभी अच्छे पथों का चयन किया गया है। जिसमें कार्य नहीं कराना पड़े एवं राशि का घोटाला किया जा सके। पथों की फोटोग्राफी संघ के द्वारा किया गया है। संघ के उपाध्यक्ष उमाकांत सिंह ने कहा कि एमआर 3054 में कार्य प्रमंडल मनिहारी द्वारा लगभग 25 करोड एवं कार्य प्रमंडल बारसोई द्वारा लगभग 6 करोड़ की राशि का घोटाला किया जा रहा है। एफडीआर योजना में कार्य प्रमंडल बारसोई द्वारा लगभग 18 करोड़ का बोकस भुगतान किया गया है।कार्य प्रमंडल मनिहारी द्वारा एफडीआर योजना में लगभग 15 करोड़ का बोगस भुगतान करने की प्रक्रिया प्रारंभ है। यह बोगस भुगतान दोनों कार्यपालक अभियंता द्वारा अपने चहेते व्यक्तियों के नाम पर किया जा रहा है। जब से निविदा में 10% से अधिक बिलो जाने की शुरुआत शुरू हुई, तब से ही 8% राशि लेकर अपने चेहेते संवेदकों को निविदा आवंटित करने की  प्रक्रिया जारी है। कटिहार जिला संवेदक संघ की ओर से बिहार सरकार के मुख्यमंत्री एवं विभागीय मंत्री को इस घोटाले की जाँच निष्पक्ष जांच एजेंसी के द्वारा कराने की मांग की गई है। दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध ऐसी कार्रवाई कि जाए की एक मिसाल बन सके एवं जनता के रुपए का बंदरबांट रुक सके।             

                इस अवसर पर राजीव रंजन सिंह, अशोक सिंह,अमरनाथ राय, अनवर हुसैन,मुरली कुमार यादव, सतनारायण शर्मा, नंदकिशोर यादव, सुजीत कुमार सिंह, राजेश कुमार यादव, अरुण कुमार चौधरी,सुमन पौद्धार,कुंवरजी झा, राममूर्ति सिंह, शिव कुमार सिंह शिव शंकर सिंह विनोद कुमार यादव विकास यादव अमृत सिंह नरसिंह यादव, आसिफ खान आदि उपस्थित थे।

  • दिल्ली में रहकर की तैयारी तो 3 साल लगातार हुए फेल, गांव की 2 साल की पढ़ाई ने बीपीएससी में दिलाया 27 वां स्थान

    बुधवार की देर शाम बीपीएससी 66वीं का रिजल्ट जारी किया गया है। टॉप टेन में जहां बिहार के अलग-अलग जिले के 10 अभ्यर्थी मौजूद है। वही जहानाबाद जिले के गंगापुर गांव के निवासी बिजली मिस्त्री राजदेव चंद्रवंशी के बेटे सुनील सक्सेना ने 27 वां स्थान प्राप्त किया है।

    गांव में जश्न का माहौल है। मिठाईयां खिलाई जा रही है। खुशी का मौका लंबे इंतजार के बाद आया है। जहानाबाद जिले के कड़ौना ओपी अंतर्गत गंगापुर गांव के रहने वाले सुनील सक्सेना ने बीपीएससी में 27 वां स्थान प्राप्त किया है। सुनील बताते हैं कि इसके पहले तीन बार बार कोशिश की। लेकिन थोड़ी सी चूक से सफलता हाथ आने से रह गई। चौथे प्रयास में जब सफलता हाथ लगी तो खुशी से फूले नहीं समा रहे।

    सुनील बताते हैं कि लॉकडाउन में उन्हें दिल्ली छोड़कर गांव आना पड़ा और 2 साल से गांव में ही तैयारी कर रहे थे। गांव में तैयारी करना इंटरनेट और किताबों की वजह से आसान हो गया। लगातार नोट्स से पढ़ाई की और अंततः सफलता हाथ लगी।सुनील की सफलता से घर परिवार के साथ ही गांव के लोगों ने भी खुशी का माहौल है। पिताजी खुश इतने हैं कि कुछ बोल भी नहीं पा रहे हैं।

    भाई भाभी ने सुनील को होनहार छात्र बताया। साथ ही यह भी कहा कि हम सब को यह उम्मीद जरूर थी कि एक न एक दिन सुनील को सफलता मिलेगी। जयप्रकाश चंद्रवंशी बताते हैं की सुनील की सफलता से नई पीढ़ी को एक संदेश मिलेगा। सुनील की सफलता ये संदेश देती है कि, जो लोग तरक्की प्राप्त करने के लिए मेहनत करने की ठान लेते हैं उन्हें एक न एक दिन सफलता जरूर मिलती हैं।

    sunilsexsena

    सफलता प्राप्त करने के बाद इंसान उस दुनिया में पहुँच जाता है जिस दुनिया के वो अक्सर ख्वाब देखा करता था। तब उसे कैसा महसूस होता है और वह क्या-क्या सोचता है। ये सुनील की बातों से पता चलता है

  • नशे का डिमांड पूरा नहीं करने पर पिता पर चलाई गोली,बाइक को फूंका हथियार से गिरफ्तार

     

    रुपौली/विकास कुमार झा

    रुपौली थाना क्षेत्र के रुपौली निवासी हीरालाल साह के पुत्र रंजन कुमार उर्फ मोती के द्वारा अपने ही पिता हीरालाल साह पर गोली चला देने एवं मोटरसाइकिल जला देने का मामला प्रकाश में आया है। मामले के बारे में बताया जा रहा है ।रंजन कुमार उर्फ मोती कुमार नशे का आदी था। नशे का जब पैसा नहीं पूरा हुआ तो वह अपने पिता हीरालाल साह से रुपए की मांग किया रुपए नहीं देने पर मोटरसाइकिल जला दिया गया एवं पिता के ऊपर ही गोली चला दी गई ।

     जिसमें हीरालाल साह बाल बाल बच गए।जिसके बाद हीरालाल साह के द्वारा रुपौली थाना अध्यक्ष महादेव कामत को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही रुपौली थाना अध्यक्ष महादेव कामत बिना समय गवाएं दल बल के साथ हीरालाल साह के घर पहुंचे रंजन कुमार उर्फ मोती को हंगामा करते हिरासत में ले लिया गया,तलाशी लेने पर राजन कुमार के घर के गोदरेज में रखें एक देशी कट्टा दो लोडेड मैगजीन एवं 10 एमयूनिटीसन, एक खोखा, एक डाइगर बरामद किया गया वहीं जला हुआ मोटरसाइकिल एवं एक मोबाइल भी बरामद किया गया है।

     मामले के बाबत थाना अध्यक्ष महादेव कामत ने बताया रंजन कुमार उर्फ मोती के द्वारा पिता से पैसा मांगा गया नशे के लिए नहीं देने पर मोटरसाइकिल जला दिया गया एवं पिता पर गोली चलाई गई, जिसकी सूचना मिलते ही हीरालाल के घर पहुंच राजन को गिरफ्तार कर थाना लाया गया राजन के ऊपर आर्म्स एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जा रहा है।

  • बिजली बिल मैं सुधार हेतु प्रखंड मुख्यालय में छः अगस्त को लगाया जाएगा कैंप: आदित्य कुमार

    रूपौली/विकास कुमार झा

    रुपौली प्रखंड मुख्यालय में छः अगस्त को बिजली बिल मैं सुधार हेतु कैंप का आयोजन किया जा रहा है।उक्त आशय की जानकारी प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कनीय विधुत अभियंता आदित्य कुमार ने कहा 

    रुपौली प्रखंड मुख्यालय परिसर में कैंप लगाकर बिजली बिल में सुधार एवं अन्य सारी समस्याओं का त्वरित कार्रवाई करते हुए अगले तीन दिन में सुधार कर दिया जाएगा।

  • खबर छपते ही कृषि पदाधिकारी ने लिया एक्शन, कालाबाजरी का 620 पैकेट यूरिया जब्त

     

    पूर्णिया/सिटीहलचल न्यूज़

    सिटी हलचल दैनिक न्यूज पेपर में यूरिया की कालाबाजारी की खबर प्रकाशित होते ही पाठकों ने खूब सराहना किया एवं खबर की स्क्रीनसोर्ट एक दूसरे को भेज कालाबाजारी की रोकथाम हेतु किसान संगठन संगठित हो गए ।  खबर प्रकाशित होने के महज तीन दिन बाद 10 चक्का से लदा 620 पैकेट यूरिया की कालाबाजारी हेतु रंगपुरा में उतारने की तैयारी हो रही थी जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया ।   बताते चले कि प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी द्वारा मीरगंज थाना में लिखित आवेदन में बताया की ट्रक नं0- R102/GA7575 पर कालाबाजारी के लिए 620 पैकेट यूरिया लाए जाने की उन्हें सूचना मिली , ट्रक लिबरी पुल के समीप सड़क से दक्षिण किनारे में पिकअप मंगवाकर यूरिया लोडिंग करने का प्रयास किया जा रहा था 

    जिसकी सूचना खुदरा उर्वरक विक्रेता रंगपुरा फर्टिलाइजर के दुकानदार मोहम्मद साईक अख्तर द्वारा 4:30 बजे दिया गया । ततपश्चात प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी रामजीवन सिंह ने मीरगंज थानाध्यक्ष को सूचित किया जिसके बाद एसआई परशुराम साह ने मौके पर पहुंचकर कालाबाजारी के लिए लाए यूरिया को जब्त कर जाँच में जुट गए ।  मौके पर ट्रक चालक बिपिन तांती पिता पुलिस तांती साकिन कोहवा वासा , थाना-बेलदौर,जिला-खगड़िया ने पूछताछ में बताया कि ट्रक ट्रांसपोर्टर अनिल झा पिता स्वर्गीय पलटन झा साकिन पकड़ा, थाना नवगछिया, जिला भागलपुर के माध्यम से नवगछिया गौदाम से गोलू के माध्यम से शुभम कुमार साकिन परोरा लाया गया था

    आवदेन के दूसरे पृष्ठ में प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी ने परोरा निवासी शुभम कुमार के मोबाइल नम्बर 8569119197 से जब सम्पर्क किया तो उन्होंने मोबाइल पर नवगछिया से यूरिया मंगाने की बात कबूल करते हुए कहा कि उन्हें खाद क्रय विक्रय का लाइसेंस है । इस सम्बंध में प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी  रामजीवन सिंह ने बताया कि कुल 620 पैकेट 45 kg इफको का यूरिया जब्त हुआ है  । मीरगंज थाना में कालाबाजारी से जुड़े लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है ।

  • BPSC में टॉप 10 में किस-किस जलवा.. किसने 40 लाख का पैकेज छोड़कर की थी तैयारी.. जानिए

    बिहार लोकसेवा आयोग ने 66वीं संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया है । खास बात ये है कि इस बार BPSC की टॉप 10 की लिस्ट में 7 इंजीनियर हैं। 1838 उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था, जिसमें 685 उम्मीदवारों का चयन हुआ है ।

    प्रथम रैंक- सुधीर कुमार
    BPSC की 66वीं संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा में इस बार वैशाली के लाल ने परचम लहराया है। वैशाली के महुआ के रहने वाले सुधीर कुमार ने पहला स्थान हासिल किया है। सुधीर कुमार ने IIT कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है । सुधीर के पिता पोस्ट ऑफिस में कार्यरत हैं । तो वहीं,उनकी माता राजापाकड़ में ANM हैं. सफल होने पर सुधीर ने नालंदा लाइव से बातचीत में कहा कि परीक्षा पास करने के लिए कोई शॉर्टकट काम नहीं आता है. बल्कि लगन के साथ मेहनत करना होता

     

    दूसरा स्थान- अंकित कुमार
    नालंदा जिला के रहने वाले अंकित कुमार ने BPSC में दूसरा स्थान हासिल किया है। अंकित अस्थावां प्रखंड के अकबरपुर गांव के रहने वाले हैं. उनके पिता उदय शंकर प्रसाद किसान हैं. अंकित ने 10वीं की परीक्षा मिलिट्री स्कूल बेंगलुरु से पास की है. इसके बाद IIT गुवाहाटी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल किया है। अभी वे दिल्ली में रहकर आईएएस की तैयारी कर रहे हैं ।

    थर्ड टॉपर – ब्रजेश कुमार
    ब्रजेश कुमार ने बीपीएससी में तीसरा स्थान हासिल किया है । वे बिहार के अररिया के रहने वाले हैं । ब्रजेश का चयन स्टेट टैक्स असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर हुआ है। ब्रजेश कुमार ने कहा कि UPSC औक BPSC तैयारी बराबर रखनी चाहिए.

    चौथा स्थान- अंकित सिन्हा
    औरंगाबाद के रहने वाले अंकित सिन्हा BPSC टॉपर्स की लिस्ट में चौथे स्थान पर हैं। अंकित का चयन भी स्टेट टैक्स असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर हुआ है। अंकित सिन्हा की मां आंगनबाड़ी सेविका हैं. अंकित ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने परीक्षा की तैयारी के लिए सोशल मीडिया से दूरी बना ली थी.

    पांचवां रैंक- सिद्धांत कुमार
    पटना के रहने वाले सिद्धांत कुमार ने BPSC में पांचवां स्थान हासिल किया है । सिद्धांत ने साल 2017 में केरल के कोचीन यूनिवर्सिटी से बीटेक किया है. उनके पिता का हार्डवेयर की दुकान है. बता दें कि सिद्धांत को प्रथम प्रयास में ही सफलता मिल गई।

    छठा स्थान – मोनिका श्रीवास्तव
    औरंगाबाद की मोनिका श्रीवास्तव ( Monika Srivasta) बीपीएससी में छठा रैंक हासिल हुआ है. मोनिका ने IIT गुवाहाटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है । उसके बाद चेन्नई में नौकरी कर रही थी। लेकिन लॉकडाउन में लौटी तो मोनिका ने BPSC की तैयारी की और सफलता हासिल की.

    सातवां स्थान – विनय कुमार
    बिहार के जमालपुर के रहने वाले विनय कुमार ( Vinay Kumar)को BPSC में सातवां स्थान मिला है। विनय ने IIT दिल्ली से सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की है। इंजीनियरिंग के बाद उन्होंने पटना और गोरखपुर में कोचिंग खोल दिया था. वे टारगेट 20-20 नाम से कोचिंग भी चलाते हैं.

    आठवां स्थान – सदानंद कुमार
    पूर्वी चंपारण के रहने वाले सदानंद कुमार ने बीपीएससी में आठवां स्थान हासिल किया है। उनके पिता किसान हैं. सदानंद ने IIT गुवाहाटी से सॉफ्टवेयर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया कि खुद 6 से 8 घंटे पढ़ाई की है.

    नौवीं रैंक 9- आयुष कृष्णा
    बीपीएससी के टॉप टेन की लिस्ट में नौवें स्थान पर मुजफ्फरपुर के आयुष कृष्णा हैं. आयुष कृष्णा भी इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके हैं और बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर नौकरी कर रहे थे. साल 2018 से वो BPSC की तैयारी कर रहे हैं.

    दसवीं रैंक – अमर्त्य आदर्श
    अरवल जिला के रहने वाले अमर्त्य आदर्श को BPSC में दसवां स्थान हासिल हुआ है । उन्होंने नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी से इतिहास से ग्रेजुएट किया है। उनका चयन वायुसेना में हो गया था. 9 साल से ज्यादा वायुसेना में काम करने के बाद सिविल सेवा की तैयारी में लग गए. उन्होंने सेल्फ स्टडी से इस परीक्षा में सफलता हासिल की है.