Month: August 2022

  • औरंगाबाद: सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की नक्सलियों की मंशा नाकाम, हथियार-विस्फोटक का जखीरा बरामद

    लाइव सिटीज पटना: बिहार के औरंगाबाद में सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की नक्सलियों की मंशा को नाकाम करने में चलाये जा रहे सर्च ऑपरेशन में बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. औरंगाबाद की पुलिस और कोबरा 205 बटालियन की संयुक्त कार्रवाई में एक बार फिर नक्सलियों के मंसूबों को ध्वस्त किया गया है. शुक्रवार को समाहरणालय स्थित पुलिस कक्ष में प्रेसवार्ता करते हुए एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने इसकी जानकारी दी. एसपी ने बताया कि गुरुवार को स्थानीय सूत्रों से जानकारी प्राप्त हुई कि नक्सली सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने की योजना बना रहे हैं. इसी आधार पर सीआरपीएफ, कोबरा तथा जिला पुलिस की एक संयुक्त टीम गठित कर अजनवा पहाड़ तथा उसके आसपास के जंगली इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाया गया.

    एसपी ने बताया कि मदनपुर के अजनवा पहाड़, कसमर स्थान, बनरवा और निमिया बथान एवं इसके आसपास के इलाके में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों के सशस्त्र दस्ते के द्वारा सुरक्षा बलों पर हमला करने की योजना बनाई जा रही है. सूचना के आधार पर मेरे एवं कोबरा 205 के समादेष्टा के निर्देशन में अभियान एएसपी एवं कोबरा 205 के उप समादेष्टा संजय बेलवाल के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस बल के साथ संयुक्त छापेमारी की कार्रवाई की गई. छापेमारी को देखते हुए नक्सलियों के पांव उखड़ गए और वे भाग खड़े हुए.

    एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया कि सुरक्षाबलों को देखते हुए नक्सली भाग खड़े हुए लेकिन इस दौरान माओवादियों द्वारा पहाड़ी क्षेत्रों में छोड़े गए चावल, दाल, तेल, मसाला, नमक, कपड़ा, बर्तन के साथ-साथ 5 किलो का एक और एक किलो का एक केन बम, 250 मीटर कोटैक्स वायर बरामद करते हुए उन सभी सामग्रियों को वही नष्ट कर दिया गया. इसके अलावा पहाड़ी क्षेत्रों से 303 बोर का एक राइफल, 315 बोर का मैगजीन सहित एक राइफल एवं 315 बोर लाइव राउंड के 28 कारतूस जब्त कर मदनपुर थाना लाया गया है.

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  • गवार, मटारच्या कमाल दरात हजार रुपयांची घट; पहा पुणे कृषी उत्पन्न बाजार समितीतील बाजारभाव

    कोड नं. शेतिमाल परिमाण आवक किमान कमाल 4001 लिंबू गोणी       4002 पेरु किलो 17460 Rs. 20/- Rs. 50/- 4004 टरबूज गोणी       4005 फणस नग       4007 पीअर ट्रे       4008 पीअर पेटी       4009 पीअर डबा       4010 पीअर बॉक्स       4012 पेरु क़ॅरेट       4014 पेरु ङझन       4019 पिच ट्रे       4020 पिच पेटी       4021 पिच डबा       4022 पिच बॉक्स       4023 प्लम ट्रे       4024 प्लम पेटी       4025 प्लम डबा       4026 प्लम बॉक्स       4027 रामफळ नामा       4028 रामफळ क़ॅरेट       4029 रामफळ क़िलो       4030 रामफळ डबा       4031 पेरु शेकडा       4032 सफरचंद – फ्युजी बॉक्स       4033 सफरचंद -फ्युजी डबा       4034 संञा 3 ङझन       4035 संञा ४ ङझन       4036 संञा पेटी       4038 अननस क़िलो 78500 Rs. 5/- Rs. 11/- 4039 संञा गोणी       4040 अननस क़ॅरेट       4041 सिताफळ नामा       4042 अननस ङझन       4043 सिताफळ क़ॅरेट       4044 अंजीर क़िलो       4045 सिताफळ बॉक्स       4046 सिताफळ किलो 8100 Rs. 20/- Rs. 100/- 4047 अंजीर नामा       4048 अंजीर बॉक्स       4049 स्ट्रॉबेरी ट्रे       4050 स्ट्रॉबेरी पेटी       4051 बोर किलो       4052 बोर गोणी       4053 चेरी बॉक्स       4054 चिक्कू पाटी       4055 चिक्कू गोणी       4056 चिक्कू किलो 7200 Rs. 10/- Rs. 40/- 4057 स्ट्रॉबेरी डबा       4058 स्ट्रॉबेरी बॉक्स       4059 डाळींब-नं.१ 3 ङझन       4060 टरबूज नामा       4061 डाळींब-नं.१ ४ ङझन       4062 टरबूज क़ॅरेट       4063 सफरचंद-सिमला बॉक्स       4064 टरबूज बॉक्स       4065 टरबूज किलो       4066 सफरचंद-फ्युजी पेटी       4067 नासपती ट्रे       4068 नासपती पेटी       4069 जांभूऴ किलो       4070 जांभूऴ गोणी       4072 नासपती ङबा       4074 कलिगङ नामा       4075 लीची ट्रे       4076 विलायची ङबा       4077 कलिगङ किलो 12134 Rs. 3/- Rs. 7/- 4078 लीची ङबा       4079 करवंद किलो       4080 लीची बॉक्स       4081 आवळा पेटी       4082 करवंद गोणी       4083 आवळा गोणी       4084 आवळा बॉक्स       4085 कवट शेकडा       4086 केळी शेकडा       4087 केळी क्विंटल       4088 मोसंबी ३ ङझन       4089 मोसंबी ४ ङझन       4090 मोसंबी गोणी       4091 आवऴा किलो 236 Rs. 15/- Rs. 35/- 4093 कोकम बॉक्स       4094 कोकम किलो       4095 जदाऴू बॉक्स       4096 जदाऴू किलो       4097 मॉसंबी पेटी       4100 नासपाती बॉक्स       4102 पपई नामा       4103 पपई कॅरेट       4104 पपई किलो 41617 Rs. 10/- Rs. 30/- 4105 डाळींब-गणेश 3 ङझन       4106 डाळींब-गणेश ४ ङझन       4107 डाळींब- गणेश किलो       4108 डाळींब- गणेश बीट       4109 डाळींब-भगवा ४ ङझन       4110 डाळींब-भगवा ३ ङझन       4111 डाळींब-भगवा बीट       4112 डाळींब-भगवा पेटी       4113 डाळींब-नं.१ बीट       4114 डाळींब-नं.१ किलो       4115 डाळींब-नं.२ ३ ङझन       4116 डाळींब-नं.२ ४ ङझन       4117 डाळींब-नं.२ बीट       4118 डाळींब-नं.२ किलो       4119 आरक्ता ३ ङझन       4120 आरक्ता ४ ङझन       4121 आरक्ता बीट       4122 आरक्ता किलो       4123 सफरचंद-डेलीशयस पेटी       4124 सफरचंद-डेलीशयस ङबा       4125 सफरचंद -डेलीशयस बॉक्स       4126 सफरचंद-सिमला पेटी       4128 सफरचंद-सिमला ङबा       4129 सफरचंद-वॉशिंग्टन बॉक्स       4130 सफरचंद-वॉशिंग्टन पेटी       4131 सफरचंद-वॉशिंग्टन ङबा       4132 आंबा-हापूस पेटी       4133 आंबा-हापूस पाटी       4134 आंबा-हापूस बॉक्स       4135 आंबा-हापूस किलो       4136 आंबा-बेगलोर पेटी       4137 आंबा-बेगलोर पाटी       4138 आंबा-बेगलोर बॉक्स       4139 आंबा-बेगलोर किलो       4140 आंबा-तोतापूरी पेटी       4141 आंबा-तोतापूरी पाटी       4142 द्राक्ष – तासगांव हारा       4143 द्राक्ष – तासगांव जोटा       4144 आंबा-तोतापूरी बॉक्स       4145 आंबा-तोतापूरी किलो       4146 द्राक्ष – तासगांव क़ॅरेट       4147 आंबा-रायवळ पेटी       4148 आंबा-रायवळ पाटी       4149 आंबा-रायवळ किलो       4150 आंबा-रायवळ बॉक्स       4151 द्राक्ष – तासगांव बॉक्स       4152 द्राक्ष -बेंगलोर हारा       4153 आंबा-लालबाग पेटी       4154 आंबा-लालबाग पाटी       4155 द्राक्ष -बेंगलोर जोटा       4156 आंबा-लालबाग बॉक्स       4157 द्राक्ष -बेंगलोर क़ॅरेट       4158 द्राक्ष -बेंगलोर बॉक्स       4159 द्राक्ष – शरद हारा       4160 आंबा-लालबाग किलो       4161 आंबा-बदाम पेटी       4162 आंबा-बदाम पाटी       4163 द्राक्ष – शरद जोटा       4164 आंबा-बदाम किलो       4165 द्राक्ष – शरद क़ॅरेट       4166 द्राक्ष – शरद बॉक्स       4167 द्राक्ष – सिडलेस हारा       4168 द्राक्ष – सिडलेस क़ॅरेट       4169 द्राक्ष – सिडलेस जोटा       4170 द्राक्ष – सिडलेस बॉक्स       4171 आंबा – पायरी पाटी       4172 आंबा – नीलम पाटी       4173 आंबा – मलगॉबा पाटी       4174 आंबा – केशर पाटी      
  • दिलासादायक ! गोगलगायीमुळं नुकसान झालेल्या शेतकऱ्यांना मिळणार मदत

    हॅलो कृषी ऑनलाईन : यंदाच्या वर्षी पावसामुळे कोवळया सोयाबीन पिकावर मोठ्या प्रमाणात गोगलगायींचा प्रादुर्भाव झाला. त्यामुळे शेतकऱ्यांचे मोठे नुकसान झाले आहे. आता या शेतकऱ्यांना दिलासा मिळाला आहे कारण नुकसानग्रस्त शेतकऱ्यांच्या पिकांचे पंचनामे करुन मदतीसाठी प्रस्ताव पाठवण्याचे आदेश राज्य सरकारने दिले आहेत.

    विरोधी पक्षनेते अजित पवार, धनंजय मुंडे यांनी वारंवार हा मुद्दा उपस्थित करून शेतकऱ्यांना नुकसान भरपाई देण्याची मागणी केली होती. अखेर त्यांच्या मागणीला यश आले आहे. गोगलगायींमुळे सर्वाधिक नुकसान बीड, लातूर आणि उस्मानाबाद या भागात झाले होते. या जिल्ह्यासहित अन्य काही भागातील 1 लाख 63 हजार 889 हेक्टर क्षेत्र गोगलगायीनं बाधित झाल्याचे निष्पन्न झाले आहे. या शेतकऱ्यांना मदत मिळावी यासाठी नुकसानीचे पंचनामे करुन अहवाल शासनास द्यावेत. ज्या शेतकऱ्यांचे नुकसान 33 टक्क्यांपेक्षा अधिक असेल त्यांना मदतीसाठीचे प्रस्ताव शासनास सादर करण्याचे निर्देश विभागीय आयुक्त व संबंधित जिल्हा प्रशासनास देण्यात आले आहेत. त्यानुसार राज्य सरकारनं नुकसान झालेल्या क्षेत्राचे पंचनामे करुन मदतीसाठी प्रस्ताव पाठवण्याचे आदेश पारित केले आहेत. यामुळं गोगलगायी ग्रस्त शेतकऱ्यांना दिलासा मिळाला आहे.

    सरसकट हेक्टरी 75 हजार रुपये थेट मदत द्या

    दरम्यान धनंजय मुंडे यांनी मागणीची दाखल घेतल्याने समाधान व्यक्त केले आहे. मात्र गोगलगायीने ग्रस्त शेतकऱ्यांना सरसकट हेक्टरी 75 हजार रुपये थेट मदत देण्याच्या मागणीवर ते ठाम आहेत. त्यांनी म्हंटले आहे की, हजारो हेक्टरवरील सोयाबीन क्षेत्राच्या चार-चार पेरण्या करुनही शेतकऱ्यांना गोगलगाय नियंत्रण करता आले नाही. पीकही हाती लागणार नाही. अशा बिकट परिस्थितीचा सामना शेतकऱ्यांना करावा लागत आहे. या परिस्थितीची, आमच्या मागणीची सरकारने दखल घेतली याचे समाधान आहे. मात्र, या पेरण्यांचा खर्च किती वाया गेला असेल याचा अंदाज सरकारने लावणे गरजेचे आहे. नुकसानीची आकडेवारी व शेतकऱ्यांची दयनीय अवस्था समोर असताना पुन्हा निकष, पंचनामे, 33 टक्के कशासाठी? असा सवाल धनंजय मुंडे यांनी केला आहे. गोगलगायीने ग्रस्त शेतकऱ्यांना सरसकट हेक्टरी 75 हजार रुपये थेट मदत देण्यात यावी, या मागणीवर आम्ही ठाम आहोत.

     

  • यूनिटी इंटरनेशनल स्कूल में हुआ इंटर हाउस कबड्डी प्रतियोगिता।

    कंचनपुर स्थित यूनिटी इंटरनेशनल स्कूल में इंटर हाउस कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया हुआ । जिसमें जल हाउस,अग्नि हाउस,पृथ्वी हाउस एवं वायु हाउस के बॉयज तथा गर्ल्स के दोनों टीमों ने हिस्सा लिया । बॉयज में वायु हाउस विजेता एवं पृथ्वी हॉउस उपविजेता तथा गर्ल्स में पृथ्वी हाउस विजेता एवं जल हाउस उपविजेता हुए ।

    विद्यालय के प्रधानाचार्य स्वर्ण किरण प्रसाद ने कबड्डी विजयी टीमों को बधाई देते हुए कहा कि विद्यार्थियों ने कबड्डी खेल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर विद्यालय का नाम रोशन किया। विद्यार्थी जीवन में पढ़ाई के साथ खेलों का भी बहुत महत्व है। इससे विद्यार्थियों का न केवल शारीरिक विकास होता है, बल्कि मानसिक रूप से सुदृढ़ होता है। पढ़ाई के लिए मानसिक विकास का होना बहुत आवश्यक है।

    यूनिटी इंटरनेशनल स्कूल में हुआ इंटर हाउस कबड्डी प्रतियोगिता।

    विद्यालय की प्रबंध निदेशिका डॉक्टर कुमारी प्रीति रंजना ने कहा कि कहा कि बच्चों के चहुमुखी विकास को ध्यान में रखते हुए विद्यालय समय-समय पर इस तरह की खेल प्रतियोगिता का आयोजन करता रहा है और इस तरह के आयोजन निरंतर होते रहेंगे।

    इस मौके पर सुदीप भट्टाचार्य, ज्ञानेंद्र कुमार पांडेय, दीपक कुमार सिंह, ओमप्रकाश, अभिषेक सिंहा, नीतू गुप्ता, रीना सिंह, मनोज कुमार सिंहा, अतुल कुमार आलोक,स्नेहा कुमारी, सुनीता कुमारी,सोनम कुमारी, सूरज यादव, कंचन कुमारी आदि मौजूद थे।

  • चिराग पासवान ने बढ़ा दी BJP की टेंशन, साथ आने को रखी चार शर्त, नीतीश कुमार पर लगे बैन, चाचा को किया जाए बाहर

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में नीतीश कुमार के पाला बदलकर महागठबंधन में शिफ्ट हो जाने के बाद बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. वह बिहार में बिलकुल अकेली हो गई है. इस झटके से उबरने के लिए बीजेपी को बिहार में एक मजबूत साथी की तलाश है. जिसका नाम है चिराग पासवान. हम प्रमुख जीतनराम मांझी भी अब महागठबंधन की रथ पर सवार है. वहीं एनडीए के साथ अब पशुपति पारस गुट की राष्ट्रीय एलजेपी ही रह गई है. बताया जा रहा है कि चिराग पासवान से भाजपा के एक केंद्रीय मंत्री ने बात की है. लेकिन उन्होंने बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी है. चिराग पासवान ने बीजेपी के साथ आने के लिए चार शर्त सामने रखी है. जिसमें नीतीश कुमार की कभी एनडीए में वापसी नहीं हो, वहीं चाचा पशुपति पारस को हटाया जाए.

    बिहार बीजेपी चिराग पासवान को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही है. बताया तो यह भी जा रहा है कि बीजेपी के एक केंद्रीय मंत्री ने चिराग पासवान से संपर्क किया था और एक बार फिर से लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) और जमुई सांसद चिराग पासवान को NDA गठबंधन में शामिल कराने की तैयारी में है. इधर राजनीति में लगातार हासिए पर जा रहे चिराग पासवान भी एनडीए में आने के लिए तैयार हैं. लेकिन इसके लिए उन्होंने बीजेपी के साथ कुछ शर्ते रखी है. पहली शर्त यह है कि चिराग पासवान चाहते हैं कि बीजेपी उन्हें यह विश्वास दिलाए की वह भविष्य में भी नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी नहीं कराएंगे. इसके साथ ही चिराग पासवान ने दूसरी शर्त यह रखी है कि उनके चाचा पशुपति कुमार पारस को एनडीए से बाहर किया जाए.

    नीतीश कुमार की कभी एनडीए में वापसी नहीं हो, वहीं चाचा पशुपति पारस को हटाए जाने के अलावे चिराग पासवान ने बीजेपी के सामने दो और शर्त रखी है. चिराग चाहते हैं कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का टिकट अभी ही फाइनल हो जाए और एलजेपी के हिस्से वाली सीट अभी ही तय कर दिए जाए. इसके साथ ही चिराग ने वर्तमान केंद्र सरकार की कैबिनेट में जगह देने की मांग भी की है. बीजेपी नेताओं के संपर्क करने पर चिराग पासवान की पार्टी ने कहा है कि 2024 में लोकसभा चुनाव के नजदीक आने पर ही वो अपने पत्ते खोलेंगे. इससे पहले चिराग पासवान ने बिहार की नई सरकार को लेकर कहा था कि मौसम विज्ञानिक का बेटा हूं इसलिए मैं कुछ चीजें देख सकता हूं. बिहार में मध्यावधि चुनाव होगा और एलजेपी चुनाव की तैयारी कर रही है.

    बीजेपी में आने के लिए चिराग पासवान की 4 शर्तें

    NDA में नीतीश कुमार की कभी वापसी नहीं होगी
    2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का टिकट अभी ही फाइनल हो जाए
    वर्तमान केंद्र सरकार की कैबिनेट में जगह दी जाए
    केंद्रीय मंत्री और चाचा पशुपति कुमार पारस को बाहर किया जाए

    अब सवाल यह है कि आखिर चिराग पासवान को बीजेपी अपने पास क्यों रखना चाहती है. दरअसल बिहार NDA गठबंधन में अब सिर्फ केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी ही है. मुकेश सहनी की पार्टी VIP पहले ही NDA से अलग हो गई है. वहीं जीतन राम मांझी की हिंदुस्तान आवामी मोर्चा भी महागठबंधन में शामिल हो गई है. बिहार में दलित-महादलित का कुल 16 प्रतिशत वोट बैंक है. इसमें भी 6 प्रतिशत वोट बैंक चिराग पासवान के साथ है. ऐसे में बीजेपी की नजर दलित-महादलित के 6 प्रतिशत वोट बैंक पर है. इस समय चिराग पासवान बीजेपी की मज़बूरी और जरुरत दोनों है.

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  • ‘एक दिवस बळीराजासाठी’ अधिकाऱ्यांसह कृषीमंत्री शेतात मुक्कामी; सरकारची नवी संकल्पना जाणून घ्या

    हॅलो कृषी ऑनलाइन : शिंदे फडणवीस सरकार ऍक्शन मोड मध्ये आल्याचे दिसून येत आहे. कृषी मंत्री अब्दुल सत्तार यांनी पावसाळी आधिवेशनाच्या शेवटच्या दिवशी एक महत्वपूर्ण घोषणा केली. आता राज्यात ‘एक दिवस बळीराजासाठी’ ही संकल्पना राबवण्यात येणार आहे. या संकल्पने अंतर्गत कृषी विभागाचे सचिव, अधिकारी सगळेच शेतकऱ्यांच्या घरी जाऊन त्यांच्या अडीअडचणी, प्रश्न जाणून घेण्याचा प्रयत्न करणार आहेत.

    याबाबत बोलताना सत्तार म्हणाले की, शेतकऱ्यांच्या आत्महत्या रोखण्यासाठी उपाययोजना केल्या जात आहेत. शेतकऱ्यांच्या आत्महत्या रोखणे, शेतकऱ्यांना समृद्ध करणे हा या योजनेमागचा हेतू असून, राज्यात शेतकऱ्यांच्या वाढत्या आत्महत्या, अतिवृष्टी, पूर आणि नैसर्गिक आपत्तीमुळे होणारे पिकांचे नुकसान यातून त्यांना तातडीने मदत करणे हा या मोहिमेमागील उद्देश आहे. त्यात शेतकऱ्यांचे दुःख शेतकऱ्यांच्या अडचणी या जाणून घेण्यासाठी थेट गावातल्या घरामध्ये अधिकारी पोहोचतील. त्यांच्यासोबत राहतील, शेतात जातील, रात्री मुक्काम करतील. जिल्हाधिकारी, जिल्हा परिषदेचे सीईओ, जिल्हा कृषी अधिकारी, विभागीय कृषी अधिकारी, हे शेतकऱ्यांच्या घरी एक दिवस राहतील, असंही सत्तार यांनी स्पष्ट सांगितलं आहे.

    शेतकऱ्यांच्या नेमक्या अडचणी जाणून घेणार

    90 दिवस राज्यातील विविध जिल्ह्यांत हा मुक्काम असणार आहे. दिवसभरात शेतकरी काम करत असताना काय अडचणी येतात, बॅंकेच कर्ज घेण्यासाठी काय अडचणी आहेत, शेतकरी का आत्महत्या करतोय याचा आढावा या मोहिमेच्या माध्यमातून घेण्यात येणार आहे. मोहीम संपल्यानंतर सर्व जिल्ह्यांमधील आढावा घेऊन त्याचा सविस्तर अहवाल तयार करण्यात येणार आहे. त्यानंतर शेतकऱ्यांसाठी नवीन योजना राबवल्या जाणार, असेही सत्तार यांनी अधिवेशनात स्पष्ट केलं आहे.

  • PM Kisan : प्रधानमंत्री किसान सन्मान निधी योजनेअंतर्गत 31 ऑगस्टपर्यंत विशेष मोहीम

    हॅलो कृषी ऑनलाईन : केंद्र सरकारची अत्यंत महत्वाकांक्षी योजना म्हणजे पीएम किसान योजना होय. आता शेतकरी या योजनेच्या १२ हप्त्याच्या प्रतीक्षेत आहेत. अशातच या योजनेअंतर्गत नोंदणी झालेल्या लाभार्थ्यांच्या ई-केवायसीचे काम 100 टक्के पूर्ण करण्यासाठी 31 ऑगस्टपर्यंत ही विशेष मोहिम राबवण्यात येत आहे. या माध्यमातून गाव पातळीवरील शासकीय कर्मचाऱ्यांनी लाभार्थ्यांशी प्रत्यक्ष संपर्क करणे तसेच विशेष शिबीरे घेण्याचे निर्देश पुण्याचे जिल्हाधिकारी डॉ. राजेश देशमुख यांनी दिले आहेत.

    ई-केवायसी करणे अनिवार्य

    –प्रधानमंत्री किसान सन्मान निधी पोर्टलवर नोंदणी झालेल्या लाभार्थ्यांनी ई-केवायसी करणे अनिवार्य आहे.
    –या योजनेच्या माध्यमातून राबवण्यात येत असलेल्या मोहिमेद्वारे ई-केवायसी न झालेल्या लाभार्थ्यांची माहिती संबंधित गावाच्या व्हॉट्सअप ग्रुपवर देण्यात येणार आहे.
    –ग्रामपंचायत कार्यालय, चावडी, तलाठी कार्यालय, विकास संस्था, बँक, पतसंस्था यांच्या नोटीस फलकावरही तत्काळ लावण्याचे निर्देश देण्यात आले आहेत.
    — दवंडी देऊनही याबाबतची माहिती देण्यात येणार आहे.
    –ग्रामसेवक, तलाठी, कृषी सहाय्यक, कोतवाल, पोलीस पाटील, सरपंच यांच्यामार्फत प्रलंबित यादीतील लाभार्थ्यांना प्रत्यक्ष किंवा दूरध्वनीद्वारे संपर्क करुन ई-केवायसीचे महत्व आणि कार्यपद्धती समजावण्यात येणार आहे.
    –मोबाईलद्वारे प्रक्रीया पूर्ण करण्याचा प्रयत्न करण्यात येणार आहेत.
    –तसेच नजिकच्या काळात सरकार सेवा केंद्रावरही याद्या उपलब्ध करुन देऊन त्याठिकाणी ई-केवासी पूर्ण करण्याचे काम करेल अशी माहितीही देण्यात आले आहे.

    ई-केवायसी प्रकरणी संनियंत्रणासाठी उपविभागीय अधिकारी यांच्या अध्यक्षतेखाली तालुकास्तरीय समित्या नेमण्यात आल्या आहेत. प्रत्येक गावामध्ये सनियंत्रण अधिकाऱ्यांची नेमणूक करण्यात येणार आहे. ग्रामसेवक, तलाठी, कृषी सहाय्यकांना संबंधित गावात ई-केवायसीसाठी 29, 30 व 31 ऑगस्ट रोजी विशेष शिबीरे घेण्याचे निर्देशही देण्यात आले आहेत. या तिनही दिवशी संनियंत्रण अधिकाऱ्यांनी गावांमध्ये उपस्थित राहून ई-केवायसीचे काम 100 टक्के पूर्ण करावे, अशा स्पष्ट सूचना जिल्हाधिकारी डॉ. राजेश देशमुख यांनी दिल्या आहेत.

     

  • नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा का महागठबंधन सरकार पर हमला, स्पीकर से कर दी मांग, CM से पूछे सवाल

    लाइव सिटीज पटना: बिहार विधानसभा की विशेष सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. विधानसभा अध्यक्ष के तौर पर आरजेडी विधायक अवध बिहारी चौधरी निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए हैं. विधानसभा अध्यक्ष के संबोधन के बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है. बिहार के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और बीजेपी के विधानसभा के नए नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा पहले ही दिन सरकार को खूब घेरा और नए स्पीकर अवध बिहारी चौधरी से कहा कि आप ये सुनिश्चित करें कि विधायिका की गरिमा कैसे बढ़े. मैं चाहता हूं कि जिस आसन पर आप बैठे हैं, उसे आप प्रभावित करें. बिहार जो अपराध और भ्रष्टाचार से कलंकित हुआ है, उससे आप मुक्ति दिलाएं.

    विधानसभा के नए स्पीकर के रूप में अवध बिहारी चौधरी के चुनाव के बाद धन्यवाद प्रस्ताव पर सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने अपनी बाते रखी. चर्चा के दौरान विधानसभा के उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सह नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा आपस में भिड़ गए और सदन में खूब शोर-शराबा हुआ. नए स्पीकर का धन्यवाद करते हुए विजय सिन्हा ने विधानसभा अध्यक्ष की गरिमा क चर्चा करते हुए सरकार पर कई तरह के आरोप लगाए. जिसका विरोध सत्ता पक्ष के विधायकों ने किया. वहीं सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले बीजेपी विधायक ने विशेष समिति और आचार समिति की रिपोर्ट प्रस्तुत करने की मांग को लेकर हाथ में पोस्टर लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.

    शुक्रवार को बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष के तौर पर सरकार को घेरने से पहले विजय कुमार सिन्हा ने गुरुवार को नीतीश-तेजस्वी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के जीरो टॉलरेंस के नीति की हवा निकल गई है. इनके मंत्रिमंडल में 72 प्रतिशत से ज्यादा मंत्री दागी हैं, लेकिन इनकी बोलती बंद है, तेजस्वी यादव जांच एजेंसी की खिल्ली उड़ा रहे हैं. इन्हें ना तो कानून के प्रति श्रद्धा है, और ना ही जांच एजेंसियों पर भरोसा है. किसी भी व्यक्ति और संस्था द्वारा जांच एजेंसियों और संस्थाओं को कटघरे में खड़ा करना भी अलोकतांत्रिक व्यवहार की श्रेणी में आता है.

    बता दें कि आरजेडी नेता अवध बिहारी चौधरी ने गुरुवार को विधानसभा स्पीकर पद के लिए नामांकन किया था और अब वो निर्विरोध चुन लिए गए हैं. शुक्रवार को अवध बिहारी चौधरी अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठे. इस मौके पर अवध बिहारी चौधरी ने कहा कि मैं किसान हूं और किसानों की समस्या उठाता रहा हूं. मैं राजेंद्र बाबू की धरती से आता हूं. मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि मैं लालू प्रसाद यादव जी का करीबी हूं. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में अवध बिहार चौधरी का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि पुराना अनुभव है सबको उसका लाभ मिलेगा. चाहे सत्ता पक्ष हो या विपक्ष.

    डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने स्पीकर अवध बिहारी चौधरी को पद पर आसीन होने की बधाई दी. उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है कि आप आसन पर बैठकर न्याय का काम करेंगे. तेजस्वी ने कहा कि महागठबंधन की नई सरकार नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार के हित में बनी है. वहीं विजय सिन्हा ने इस मौके पर सदन में अवध बिहारी चौधरी को बधाई दी. उन्होंने कहा कि आप डॉक्टर राजेंद्र बाबू की धरती सीवान की पवित्र माटी से आप बहुत सारे अनुभव को लेकर आए हैं.

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  • पूर्णियाँ में नहीं होगा एयरपोर्ट का निर्माण गलत हो गया अधिग्रहण

    पूर्णिया/सिटीहलचल न्यूज़

    अक्सर अपने देखा होगा सड़क बनाते समय अगर कोई भूमि नहीं देता है तो वहाँ से मोड़कर सड़क का निर्माण हो जाता है। सड़क कही कही ऊपर नीचे भी बनता है पूरा समतल सड़क निर्माण नहीं होता। मगर जब कोई एयरपोर्ट निर्माण होता है तो भूमि का नक्शा, लोकेशन, प्रोफाइल सभी मैच किया जाता है। और रनवे की भूमि भी उड़ान के हिसाब से होनी चाहिए। पूर्णियाँ में एयरपोर्ट निर्माण हेतु जो भूमि अधिग्रहण किया गया है उस भूमि पर कभी एयरपोर्ट का निर्माण हो ही नहीं सकता है। यही वजह है कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने जमीन को ओवरटेक करने से मना कर दिया है। और इस तरह अब पूर्णिया में एयरपोर्ट का निर्माण अधर में लटक गया है, या यूं कहें की अब पूर्णिया में एयरपोर्ट का निर्माण होगा ही नहीं। जब पूर्णिया एयरपोर्ट निर्माण की घोषणा हुई थी उस वक़्त दरभंगा और देवघर में एयरपोर्ट निर्माण का कोई चर्चा भी नहीं था। वही यहाँ का निर्माण अधर में रह गया और पूर्णिया के आसपास एयरपोर्ट का निर्माण हो गया। अब एयरपोर्ट निर्माण कोई बस टर्मिनल तो है नही जो सभी जिला में इसका निर्माण हो। अब पास के जिलों में निर्माण हो जाने से अब यहाँ निर्माण संभव नहीं है।

    बिहार में पूर्णिया एयरफोर्स स्टेशन से मालूम हो कि पूर्णिया सिविल एयरपोर्ट की शुरुआत की योजना 2014 के लोकसभा चुनाव के समय की योजना है, जो प्रधानमंत्री के द्वारा घोषित बिहार पैकेज का महत्वपूर्ण हिस्सा भी है। एयरपोर्ट का सपना दिखाकर 2019 का लोकसभा चुनाव संपन्न हो गया अब 2024 का लोकसभा चुनाव बिल्कुल नजदीक है। ऐसे में फिर पूर्णिया एयरपोर्ट के नाम पर राजनीति शुरू होगी। 

    एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने जमीन टेकओवर से किया मना

    एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष द्वारा बिहार के मुख्य सचिव को दिनांक 14.07.2022 को पूर्णिया एयरपोर्ट के बाबत पत्र लिखा है। बिहार सरकार का सिविल एविएशन डिपार्टमेंट द्वारा जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल एयरपोर्ट के एयरपोर्ट डायरेक्टर को प्रेषित 27.06.2022 के पत्र के माध्यम से पूर्णिया में प्रस्तावित सिविल एन्क्लेव के लिए अधिग्रहित 52.18 एकड़ भूमि को टेक ओवर करने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया से अनुरोध किया था। आपको बता दे कि काफी संघर्ष के बाद माननीय पटना उच्च न्यायालय के निर्देशों के बल पर पूर्णिया सिविल एयरपोर्ट के सिविल एंक्लेव के लिए वर्षों से चल रही  52.18 एकड़ भूमि के अधिग्रहण की सभी प्रक्रियाएं पूरी हुई थी। 

    अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद पूर्णिया सहित कोसी सीमांचल के लोगों में आस जग गई थी कि अब एयरपोर्ट का निर्माण बहुत जल्द हो जाएगा। मगर गलत तरीके से भूमि अधिग्रहण करने की वजह से अब यह अधर में लटक गई।

  • बिहार के सभी यादव के बेटे को मुख्यमंत्री बनने का अधिकार है, जीवेश मिश्रा ने तेजस्वी यादव के ‘ठंडा देंगे’ पर किया पलटवार

    लाइव सिटीज पटना: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के बयान ‘ठंडा दिया जाएगा’ को लेकर जारी सियासी गर्मा-गर्मी के बीच बीजेपी नेता व पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा ने पलटवार किया है. तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए जीवेश मिश्रा ने उन्हें गरेड़िया और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय को असली यादव बताया.
    वहीं तेजस्वी यादव के ठंडा कर देंगे वाले बयान पर जीवेश मिश्रा ने कहा कि लोकतंत्र में भारत का संविधान सभी को विधायक, सांसद, मंत्री, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री बनने का बराबर अधिकार देता है. तभी आज एक चाय बेचने वाला देश का प्रधानमंत्री बन सका है.

    बिहार के पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर भड़कते हुए कहा कि ये जो राजशाही टाइप लोग हैं, तेजस्वी यादव जैसे लोग, जो ये समझते हैं कि वह लालू प्रसाद यादव के बेटे हैं इसलिए अक्ल हो या न हो वही उपमुख्मंत्री बनेंगे, तो यह भ्रम है. बीजेपी नेता ने तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए आगे कहा कि बिहार में ये लोग जो राजशाही चला रहे हैं, ये लोग भ्रम में हैं. बिहार के सभी यादव के बेटे को चाहे वो पढ़े लिखें हो या गाय-भैंस चरा रहे हो या मजदूरी कर रहे हो सबको मुख्यमंत्री बनने का अधिकार है. दरअसल गुरुवार को तेजस्वी यादव ने बिना नाम लिए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय को कहा था कि मुख्यमंत्री बनने का सपना ना पाले.

    बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के बयान ‘ठंडा दिया जाएगा’ को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि हम कोई मुख्यमंत्री के उम्मीदवार नहीं हैं. पूरे देश और दुनिया का काम मुझे प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री ने दिया है. हमको लगता है आज तेजस्वी इसलिए गठबंधन कर लिया कि उसे लग रहा था कि भारतीय जनता पार्टी नित्यानंद राय को शायद मुख्यमंत्री बनाने वाली है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने एक बात और कहा कि ठंडा कर देंगे. हम त कहे कि ठंडा तू करिएदे. यह कहने के बाद नित्यानंद राय ने एक शर्त रखकर तेजस्वी यादव को चैलेंज कर दिया.

    बता दें कि बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने गुरुवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की छापेमारी और अपने ऊपर लग रहे आरोप को लेकर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. इसी दौरान तेजस्वी यादव ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय का नाम लिए बिना कहा कि भाजपा के केंद्र में मंत्री हैं, जो बिहार में महाराष्ट्र वाला खेला करना चाह रहे थे. उन्होंने अपने अंदाज में उन्हें चेतावनी देते हुए कहा कि “वे लाइन में रहें. सब कुछ ठंडा दिया जाएगा”. दिल्ली से कोई बचाने नहीं आएगा.

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