Month: August 2022

  • एसडीएच बनमनखी के लक्ष्य प्रमाणीकरण नवीनीकरण के लिए दो दिनों की जांच:

    पूर्णियां/बालमुकुन्द यादव 

    पूर्णिया : अनुमंडलीय अस्पताल बनमनखी में लक्ष्य कार्यक्रम के अंतर्गत प्रसव एवं मातृत्व शल्य कक्ष का राज्य मुख्यालय से आई दो सदस्यीय टीम ने गहनता पूर्वक निरीक्षण किया गया। पटना से आई टीम में डॉ राजीव कुमार एवं निपी के एसटीएल गौरव कुमार शामिल थे। राज्य स्तरीय टीम ने दो दिवसीय निगरानी और मूल्यांकन कार्य संपन्न किया है। टीम द्वारा लेबररूम से संबंधित फाइलों की अद्यतन जानकारी ली गई। इस क्रम में प्रसव गृह में पदस्थापित जीएनएम के बेहतर कार्य को सराहा गया। इसके साथ ही कुछ आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए। इस अवसर पर क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक कैशर इक़बाल, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक संजय कुमार दिनकर, जिला गुणवत्ता यकीन पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार शर्मा, एमओआईसी डॉ प्रिंस कुमार सुमन, अस्पताल प्रबंधक अभिषेक आनंद, बीएचएम अविनाश कुमार, यूनिसेफ़ के क्षेत्रीय सलाहकार शिव शेखर आनंद, नंदन झा, केयर इंडिया के जिला तकनीकी पदाधिकारी डॉ देवब्रत महापात्रा, सिफार के धर्मेंद्र रस्तोगी एवं प्रसव कक्ष में कार्यरत प्रशिक्षित जीएनएम सहित कई अन्य अधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग के कर्मी उपस्थित थे

    लक्ष्य प्रमाणीकरण के नवीनीकरण को लेकर किया गया निरीक्षण: डॉ राजीव

    डॉ राजीव कुमार ने बताया कि सरकार का मूल उद्देश्य यही है कि राज्य के नागरिकों को स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी सेवाएं बेहतर तरीके से उपलब्ध हो। अस्पताल में बने प्रसव संबंधी सेवाओं को बेहतर बनाते हुए इससे जुड़ी हुई सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाया जाए। मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने, प्रसव के दौरान एवं इसके तत्काल बाद जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य की देखभाल आदि के लिहाज से लक्ष्य प्रमाणीकरण महत्वपूर्ण है। इसके माध्यम से प्रसव कक्ष में प्रसूता के लिए मिलने वाली हर तरह की सुविधाओं का आंकलन किया गया हैं। प्रसव कक्ष से जुड़ी हुई सेवाएं का विशेष देखभाल इकाई की गुणवत्ता में सुधार किया जाता है। अनुमंडलीय अस्पताल बनमनखी का लक्ष्य प्रमाणीकरण जनवरी 2020 हुआ था। लेकिन अब नवीनीकरण होना है। जिसके लिए निरीक्षण किया गया है

    प्रसव एवं मातृत्व शल्य कक्ष में उपलब्ध संसाधनों की समय-समय पर की जाती है निगरानी: डीपीएम

    जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि अनुमंडलीय अस्पताल परिसर स्थित प्रसव कक्ष एवं मातृत्व शल्य कक्ष में सभी तरह के संसाधनों एवं दवाओं की उपलब्धता के लिए जिला स्तर पर लगातार निगरानी की जाती है। स्थानीय स्तर, जिला स्तरीय टीम के अलावा क्षेत्रीय टीम द्वारा समय-समय पर निरीक्षण करते हुए चिकित्सकों, जीएनएम एवं सफाई कर्मियों को नियमित रूप से प्रशिक्षित किया जाता है। ताकि प्रसव कक्ष से जुडी समस्याओं का समाधान किया जा सके। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कर्मियों को प्रसव कक्ष से संबंधित पंजियों के संधारण को अद्यतन बनाये रखने के लिए खास तौर पर प्रशिक्षित किया जाता है। लक्ष्य कार्यक्रम को जमीन पर उतारे जाने के बाद संस्थागत प्रसव में अपेक्षाकृत वृद्धि हुई है। लक्ष्य प्रमाणीकरण के लिए विभिन्न प्रकार के मानकों की जांच का प्रावधान है। जिसमें मुख्य रूप से सर्विस प्रोविजन, रोगी का अधिकार, सपोर्ट सर्विसेज, क्लिनिकल सर्विसेज, इंफेक्शन कंट्रोल, क्वालिटी मैनेजमेंट व उसका परिणाम शामिल है।

  • गंगा का कटाव तेज दहशत में 20 हजार की आबादी

    कुरसेला /मणिकांत रमन 

    कुरसेला (कटिहार)। गंगा नदी के कटाव से प्रखंड क्षेत्र के तीन पंचायतों के करीब आधा दर्जन गांव पर खतरा मंडरा रहा है। कटाव खतरा से ग्रामीण दहशतजदा हैं। गंगा नदी ने करीब सैकडों एकड़ जमीन को अपने गर्भ में विलीन कर लिया है। अब नदी गांव से महज पांच सौ मीटर की दूरी पर बह रही है। आशंका है कि यदि कटाव जारी रहा तो कई गांव तबाह हो जाएगा। मिली जानकारी के मुताबिक इन गांवों के समीप सरकार द्वारा पुर्व में कटाव निरोधी कार्य कराया गया था, लेकिन कटाव निरोधी कार्य में लूट खसोट कर इसे पूर्ण कर दिया गया। कटाव निरोधी कार्य धरातल पर नहीं दिख रहा है। इस कारण से ग्रामीण भयभीत हैं

    कि यदि गंगा नदी के कटाव ने तबाही मचाई तो लगभग बीस हजार की आबादी विस्थापित होने पर मजबूर हो जाएंगे। दूसरी ओर कटाव की गति को देखते हुए स्थानीय ग्रामीणों को अपने घर द्वार के गंगा में समाने की चिंता सता रही है। लोगों की उपजाऊ जमीन रोजाना गंगा के गर्भ में समाहित हो रहा है। उपजाऊ जमीन के कटने से लोगों के समक्ष परिवार के लालन पालन की समस्या उत्पन्न हो रहा है। लोग अपनी उपजाऊ जमीन पर खेती बाड़ी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते आ रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि फोन पर बाढ़ नियंत्रण विभाग के मुख्य अभियंता और कार्यपालक अभियंता से सुरक्षा की गुहार लगाई गई

    परन्तु इस ओर अधिकारियों द्वारा कोई पहल नहीं की जा रही है। इस बाबत ग्रामीण अरूण कुमार यादव, योगेन्द्र महतो, बेदानंद यादव, कर्मा देवी, ललीता देवी आदि ने बताया कि नदी के द्वारा लगातार कटाव किए जाने से स्थानीय लोग दहशत के साये में जी रहे हैं। पता नहीं कब नदी हमारे आशियाने को अपने गर्भ में समाहित कर ले। रोजाना कटाव हो रहा है। सैकडों एकड़ खेती योग्य जमीन गंगा में समा चुका है। ग्रामीणों ने सरकार और जनप्रतिनिधियों से इस ओर पहल कर कटाव निरोधी कार्य करने की मांग की है।

  • प्रो.चंद्रशेखर बने अररिया के प्रभारी मंत्री



    भरगामा / संजीव कुमार 

    अररिया : बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री प्रोफ़ेसर चंद्रशेखर यादव को अररिया जिला का प्रभारी मंत्री बनाए जाने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एव उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव को साधुवाद दिया है।प्रभारी मंत्री सह शिक्षा मंत्री को युवा राजद के प्रदेश महासचिव विजय सिंह यादव

    युवा राजद प्रखंड अध्यक्ष संतोष कुमार यादव आदि ने शुभकामना देते हुए कहा कि समाजवादी नेता प्रो चंद्रशेखर के नेतृत्व में अररिया जिला का चहुमुखी विकास होगा ।अररिया सहित पूरे सीमांचल में सामाजिक न्याय का झंडा बुलंद होगा । राजद के प्रदेश महासचिव विजय सिंह यादव ने कहा कि महागठबंधन की सरकार बिहार में बनने के बाद से दबे कुचले शोषित पीड़ित वर्ग में खुशी का माहौल है।

  • आरसीपी सिंह के राजद और जदयू के विलय की संभावना वाले बयान पर ललन सिंह का जवाब, कह दी ये बड़ी बात

    लाइव सिटीज, पटना: आरसीपी सिंह के राजद और जदयू के विलय की संभावना वाले बयान पर आज एकबार फिर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने जुबानी हमला किया.  उन्होंने साफ-साफ कहा कि आरसीपी सिंह बीजेपी के एजेंट हैं. आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार के पीठ में छुरा खोंपा है.

    ललन सिंह ने कहा कि आरसीपी सिंह ने बीजेपी ज्वॉइन करने का आज एलान किया है, तो इसमें नया क्या है. वो तो बीजेपी के एजेंट हैं. ललन सिंह ने कहा कि जेडीयू को 43 सीट पर पहुंचाने में बीजेपी के साथ मिलकर आरसीपी षड्यंत्र किया. एक तरह से उन्होंने नीतीश कुमार की पीठ में छुरा घोंपा है. नीतीश कुमार के 2019 के स्टैंड को कायम रखना आपकी जिम्मेदारी थी. लेकिन वे नहीं रख सके. आप एजेंट थे बीजेपी के इसलिए आपको हटाकर हमें राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया.

    ललन सिंह ने कहा कि जेडीयू का अस्तित्व समाप्त करने की बात करने वाले का ही अस्तित्व समाप्त हो जाएगा. आरसीपी सिंह को लेकर उन्होंने कहा कि वो नीतीश कुमार के स्टाफ थे. उन्होंने राजनीति में आने की इच्छा व्यक्त की तो नीतीश कुमार ने उन्हें इस लायक बना दिया. वर्ना आपको जेडीयू के बारे में कुछ पता है? उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने उन्हें बोलने के लायक बनाया. पहचान दी उनको.

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  • पटना हाईकोर्ट में राज्य के वन व पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव की पत्नी ऐश्वर्या राय की अपील पर सुनवाई 1सितम्बर,2022 तक टल गयी

    जस्टिस आशुतोष कुमार सिंह की खंडपीठ इस अपील पर सुनवाई कर रही है।

    पिछली सुनवाई में कोर्ट ने सुनवाई करते हुए दोनों पक्षों को सुलह का प्रयास करने को कहा।इसके लिए दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं को इनके बीच बैठक कर सुलह के मुद्दे पर संभावना तलाशने को कहा था।पूर्व की सुनवाई में तेजप्रताप और ऐश्वर्या कोर्ट में उपस्थित हुए थे।

    पिछली सुनवाई में कोर्ट ने दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं से यह बताने को कहा कि क्या दोनों पक्षों में सुलह की संभावना है। कोर्ट ने इस मुद्दे पर दोनों पक्षों से जवाब देने को कहा था।

    ऐश्वर्या की ओर से वरीय अधिवक्ता पी एन शाही ने कोर्ट के पक्ष रखा था।तेज प्रताप के अधिवक्ता जगन्नाथ सिंह ने बताया था कि घरेलू हिंसा को लेकर ऐश्वर्या राय के विरुद्ध पारित आदेश व भरणपोषण(मेंटेनेन्स) से जुड़े मामले में राशि को बढ़ाने को लेकर हाई कोर्ट में अपील दायर किया गया है।



    इस मामलें की सुनवाई अब अगली सुनवाई1सितम्बर, 2022 को की जाएगी।

  • जंगलराज के आरोपों पर नीतीश कुमार ने ‍BJP को सुना दी, जानें क्या कहा

    लाइव सिटीज, पटना: बिहार में सियासी उलटफेर के बाद नीतीश कुमार अपने पुराने सहयोगी लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव के साथ मिलकर महागठबंधन की सरकार बना चुके हैं. नीतीश कुमार के इस कदम से बीजेपी अभी भी सदमें से नहीं उबर पाई है. बीजेपी बीते कुछ दिनों में बिहार में हुए आपराधिक वारदातों को लेकर बीजेपी नीतीश सरकार पर जंगलराज का हवाला देते हुए करारा हमला कर रही है. वहीं, बीजेपी के आरोपों को नीतीश कुमार ने हस कर टाल दिया.

    बीजेपी के आरोपों पर नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी के मन में जो आ रहा है. वह अनाप-शानाप बयानबाजी कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में कानून-व्यवस्था का राज कल भी कायम था और आज भी कायम है. उन्होंने कहा कि किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है. तेजस्वी यादव का नाम लिए बिना नीतीश कुमार ने उनकी तरफ इशारा करते हुए कहा कि महागठबंधन की सरकार युवाओं के लिए काम करेगी. लोगों को रोजगार मुहैया कराएगी. बिहार में और तेजी यानी तेजी से विकास कार्यों का काम होगा. किसी को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं हैं.

    गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने जब से महगठबंधन के साथ नई सरकार बनाई है. उसके बाद से ही बीजेपी के वरीय नेता नीतीश सराकर पर हाल में हुए अपराधों का हवाला देते हुए हमलावर है. बीजेपी नीतीश-तेजस्वी सरकार की तुलना लालू यादव और राबड़ी देवी की सरकार से कर रहे हैं. बीजेपी बिहार जंगलराज का हवाला देते हुए सरकार पर तीखे सवालों का बौछार कर रही है

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  • शेतकऱ्यांच्या मागण्या मान्य होईपर्यंत आम्ही स्वस्थ बसणार नाही : अजित पवार





    शेतकऱ्यांच्या मागण्या मान्य होईपर्यंत आम्ही स्वस्थ बसणार नाही : अजित पवार | Hello Krushi































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  • राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों के अंतर्गत कालेजों द्वारा यूजीसी को उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं देने के मामलें पर पटना हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाया

    चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने वेटरन फोरम की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि जो धनराशि कालेजों को दी जाती है,इसकी जिम्मेदारी किसी के द्वारा नहीं लेना गंभीर मामला है।

    कोर्ट ने सभी विश्वविद्यालयों के वीसी और यूजीसी को हलफनामा दायर कर पूरी स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश दिया।कोर्ट ने सभी विश्वविद्यालयों को दो दिनों के भीतर उपयोगिता प्रमाण पत्र यूजीसी के समक्ष प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।यूजीसी उसके बाद एक सप्ताह में कार्रवाई करेगा।

    याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता रितिका रानी ने कोर्ट को बताया कि राज्य में अंगीभूत और सम्बद्धता प्राप्त कालेजों की संख्या 325 है।इन कालेजों को काफी पहले यूजीसी ने जो अनुदान दिया था, उसका बहुत सारे मामलों में अबतक उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं प्रस्तुत किया गया है।

    उन्होंने कोर्ट को बताया कि राज्य के विभिन्न कालेजों द्वारा 124 करोड़ रुपए का उपयोगिता प्रमाण पत्र यूजीसी को प्रस्तुत नहीं किया गया है।कोर्ट ने स्पष्ट किया कि यदि कालेजों द्वारा दो दिनों के भीतर उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं जमा किये गए, तो सम्बंधित वीसी का वेतन रोक दिया जाएगा।

    PatnaHighCourt
    #PatnaHighCourt

    कोर्ट ने ये साफ कर दिया कि कालेजों द्वारा निर्धारित परफॉर्मा पर उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं दिए गए, तो इसकी जांच कोर्ट कमिश्नर से कराई जा सकती हैं।

    इस मामलें पर अगली सुनवाई 8सितम्बर,2022 को होगी।

  • लाखों अभ्यर्थियों का इंतजार खत्म, 67वीं BPSC की PT परीक्षा इस दिन, हो गई घोषणा

    लाइव सिटीज, पटना: बिहार लोक सेवा आयोग ने 67वीं संयुक्‍त प्रारंभिक परीक्षा की नई तिथि की घोषणा कर दी है. बीपीएससी के चेयरमैन अतुल प्रसाद ने बताया कि परीक्षा 20 सितंबर और 22 सितंबर को दो शिफ्टों में होगी. इसमें छह लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे तथा मार्क्स परसेंटाइल के आधार पर दिए जाएंगे. विदित हो कि बीते आठ मई को पेपर लीक होने के कारण यह परीक्षा रद कर दी गई थी.

    बीपीएसी की 67वीं प्रारंभिक परीक्षा देने जा रहे छह लाख से अधिक युवाओं के लिए यह बड़ी खबर है. आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने प्रारंभिक परीक्षा की तारीख की घोषणा कर दी है. आयोग इसके अलावा अपनी अन्‍य परीक्षाओं की तिथियों की जानकारी भी अपनी आफिशियल वेबसाइट bpsc.bih.nic.in पर भी देने जा रहा है.

    इस बार परीक्षा में नकल रोकने के लिए भी कड़े इंतजाम किए जाएंगे. परीक्षा के प्रश्न पत्रों को सील में भेजा जाएगा एवं सील परीक्षा हॉल में ही खोली जाएगी. इसके अलावा सभी परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगाए जाएंगे. साथ ही प्रश्न पत्र ले जाने के लिए जीपीएस का उपयोग किया जाएगा. पेपर खत्म होने के बाद उम्मीदवारों के सामने ही उनकी ओएमआर शीट को सील किया जाएगा.

    आपको बता दें कि 8 मई को पेपर लीक होने के चलते बीपीएससी 67वीं पीटी परीक्षा रद्द कर दी गई थी. 802 पदों के लिए छह लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे. बीपीएससी 67 वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) का प्रश्नपत्र वायरल होने के मामले में अब तक कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है.बीपीएससी 67वीं परीक्षा की नई तिथि के ऐलान में देरी से अभ्यर्थी काफी परेशान थे. वह लगातार सोशल मीडिया पर एग्जाम की डेट जारी करने की मांग कर रहे थे.

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  • गवार आणि मटारच्या किंमती पुन्हा वाढल्या; पहा पुणे बाजार समितीतील शेतमाल बाजारभाव





    गवार आणि मटारच्या किंमती पुन्हा वाढल्या; पहा पुणे बाजार समितीतील शेतमाल बाजारभाव | Hello Krushi































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