Month: December 2022

  • सर्दियों में स्ट्रॉबेरी की रोपाई से मिलेगी बेहतर उपज, जानें किस्मों के बारे में

    हैलो कृषि ऑनलाइन: महाराष्ट्र का कई जिलों में ठंड बढ़ गई है। किसान इन ठंड के दिनों में स्ट्रॉबेरी की खेती कर अच्छी उपज और मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं. सर्दियों में स्ट्रॉबेरी की डिमांड सबसे ज्यादा होती है। अब स्ट्रॉबेरी की खेती पहाड़ी इलाकों या ठंडे इलाकों तक ही सीमित नहीं रह गई है। उचित योजना बनाकर बाहरी क्षेत्रों में भी स्ट्रॉबेरी की खेती की जा सकती है। किसान इस फसल से अच्छा मुनाफा भी प्राप्त कर सकते हैं। वहीं दूसरी ओर जो किसान पॉली हाउस या शेल्टर में खेती करते हैं वे भी अन्य महीनों में बोवनी करते हैं। स्ट्रॉबेरी लगाने से पहले तैयारी बहुत जरूरी है। खेत की मिट्टी को विशेष काम की जरूरत होती है। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार खेती की गई मिट्टी को छानकर क्यारियां तैयार की जाती हैं। क्यारी की चौड़ाई डेढ़ मीटर और लंबाई करीब 3 मीटर होनी चाहिए।

    किसान अब महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश सहित कई राज्यों में स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहे हैं। आम तौर पर स्ट्रॉबेरी सितंबर और अक्टूबर में बोई जाती है। परन्तु ठंडे स्थानों में इसकी बुआई फरवरी, मार्च में भी की जा सकती है। मौजूदा समय में स्ट्रॉबेरी की डिमांड भी हर जगह बढ़ गई है। स्वादिष्ट स्ट्रॉबेरी उगाकर आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। सर्दियों में स्ट्रॉबेरी की डिमांड सबसे ज्यादा होती है। स्ट्रॉबेरी सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है। स्ट्रॉबेरी विटामिन सी से भरपूर होने के साथ-साथ पोटैशियम और मैग्नीशियम से भरपूर होती है, स्ट्रॉबेरी खाना हड्डियों के लिए फायदेमंद होता है।

    स्ट्रॉबेरी की उन्नत किस्में

    दुनिया में स्ट्रॉबेरी की लगभग 600 किस्में हैं। इनमें कैमरोसा, चांडलर, ऑफरा, ब्लैक पीकॉक, स्वीडन चार्ली, एलिस्ता और फेयर फॉक्स किस्मों की स्ट्रॉबेरी की खेती भारत में की जाती है। स्ट्रॉबेरी की इन किस्मों को खेत में लगाने के बाद 40 से 50 दिनों में फसल तैयार हो जाती है।

    बोवाई

    स्ट्रॉबेरी लगाने के लिए सबसे पहले खेत में क्यारियां तैयार कर लें। उस पर मल्चिंग पेपर लगाकर ड्रिप सिंचाई की व्यवस्था करनी चाहिए। रासायनिक खाद के स्थान पर गोबर और वर्मीकम्पोस्ट का प्रयोग करें। इससे स्ट्रॉबेरी की खेती में लागत कम आएगी और मुनाफा बढ़ेगा।

    धरती

    स्ट्रॉबेरी लगाने से पहले, यह निर्धारित करने के लिए कि क्या मिट्टी और जलवायु स्ट्रॉबेरी के लिए उपयुक्त है, मिट्टी का परीक्षण करें। यह समझ में आता है। इसके अलावा अधिक जानकारी के लिए आप कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों या कृषि विभाग के अधिकारियों से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

    एक एकड़ क्षेत्र में 22 हजार स्ट्रॉबेरी के पौधे लगाकर किसान लाखों रुपये कमा सकते हैं। हालाँकि, इसके लिए अच्छी तकनीक, अच्छे बीज की किस्में, अच्छी देखभाल, स्ट्रॉबेरी का ज्ञान, मार्केटिंग का सही उपयोग आवश्यक है। स्ट्रॉबेरी न केवल फल के रूप में बेची जाती है। इससे बने व्यंजन भी बहुत प्रसिद्ध हैं। ब्यूटी प्रोडक्ट्स में भी इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। जानकारों के मुताबिक एक एकड़ जमीन पर 22 हजार स्ट्रॉबेरी के पौधे लगाए जा सकते हैं। स्ट्रॉबेरी लगाने के 50 दिनों के बाद प्रति दिन 5 से 6 किलो उपज होती है। प्रत्येक पौधे से 500 से 700 ग्राम उपज प्राप्त हो सकती है। एक सीजन में 80 से 100 क्विंटल स्ट्रॉबेरी का उत्पादन हो सकता है।

  • बिहार : जेल में कैदियों बना रखा था मोबाइल शोरूम, जमीन के नीचे से निकले 35 SmartPhone…


    डेस्क : बिहार के भोजपुर में हाल के दिनों में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. विपक्षी बिहार सरकार पर जंगलराज का आरोप भी लगाते रहते हैं वही बढ़ते अपराधों का जेल कनेक्शन को ढूंढ़ते हुए जब जेल में छापेमारी की गयी तो अधिकारियों के पैर के तले से जमीन खिसक गई. दरअसल आरा की जेल परिसर से एक-दो नहीं बल्कि कुल 35 मोबाइल मिले हैं. एक साथ इतने मोबाइल मिलने से जेल हड़कंप मच गया.

    इस घटना से अचंभित हुए अधिकारियों ने जेल के उपाधीक्षक समेत 3 कर्मियों को निलंबित भी कर दिया है साथ ही क्लब15 कैदियों को दूसरे स्थानों पर भेजने की अनुशंसा भी की है. हाल के ही दिनों में बढ़ते अपराध के कारण भोजपुर काफी सुर्खियों में रहा है. बढ़ते अपराध का ही यह नतीजा था कि जिलाधिकारी राजकुमार ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को एक पत्र लिखकर जिले की विधि व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश बहिनदिया था. इसके बाद से ही जिला प्रशासन की नजर भोजपुर जेल पर थी.

    पिछले दिनो जिलाधिकारी राजकुमार और SP संजय सिंह ने जेल में छापेमारी कर भारी संख्या में मोबाइल बरामद किया था. उसके बाद जिलाधिकारी राजकुमार ने जेल के सुपरिटेंडेंट को जेल की व्यवस्था सुदृढ़ करने और समय-समय पर छापेमारी करने का निर्देश भी दिया था. आज शनिवार को जेल सुपरिटेंडेंट संदीप कुमार ने जेल में बड़े पैमाने पर छापेमारी अभियान चलाया. इस दौरान जेल से कुल 35 मोबाइल, चार्जर और सिम भी बरामद किए गए.

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  • Vikramshila Bridge के समानांतर पुल के निर्माण कार्य में बडी बाधा – हाईकोर्ट गयी एजेंसी..


    डेस्क : समानांतर पुल बनाने वाली चयनित एजेंसी की नारजगी को दूर करने के लिए अब मिनिस्ट्री स्तर से बातचीत चल रही है. दिल्ली में मंत्रालय के अधिकारियों व एजेंसी के लोगों के साथ एक बैठक भी हो चुकी है. यह बैठक बेनतीजा रही. फिर एक दूसरी बैठक की अब तैयारी की जा रही है. ठेका एजेंसी अगर मान गयी, ताे समानांतर पुल निर्माण का कार्य जल्द ही शुरू होगा. नहीं तो फिर से रिटेंडर किया जायेगा.

    इस वजह से फंसा हैं पेंच

    इस वजह से फंसा हैं पेंच
    हाल के कुछ दिन पहले मिनिस्ट्री ने ठेका एजेंसी से वर्क प्लान भी मांगा था. इसके बाद से यह पेच में फंस गया है. इस ठेका एजेंसी को वर्क ऑर्डर पहले ही जारी कर दिया गया है. लेटर ऑफ एक्सेप्टेंस (LOA) भी साइन हो चुका है. सिर्फ चयनित एजेंसी के साथ ही एग्रीमेंट होना बाकी है. समानांतर पुल का निर्माण 994.31 करोड़ रुपये की लागत से ही होना है. दोबारा टेंडर में जुलाई माह में एसपी सिंघला चयनित हुए हैं. समानांतर पुल विक्रमशिला सेतु से 50 मीटर दूर पूर्व की दिशा में बनना है. यह पहले की तरह ही 29 मीटर चौड़ी एवं 4.455 Km लंबी बननी है.

    पेच में फंसने से अब निर्माण में होगी देरी

    पेच में फंसने से अब निर्माण में होगी देरी

    यह पुल 1460 दिनों में यानी 4 साल में तैयार होना था मगर, पेच में फंसने से अब देरी भी होगी. जबकि, यह तय हुआ था कि पुल बनाने के बाद अगले 10 साल तक मेंटेनेंस की जिम्मेदारी एजेंसी की ही होगी.

    मुद्दे पर बोले अधिकारी …

    मुद्दे पर बोले अधिकारी …
    पुल बनाने के मुद्दे पर अधिकारियों का कहना है कि चयनित एजेंसी ने सीधे तौर पर पुल बनाने से इनकार नहीं किया गया है. वह हाइकोर्ट तक चली गयी है. एजेंसी के साथ दिल्ली में एक बैठक भी हो चुकी है. जल्द ही इसका निस्तारण निकाल लिया जायेगा. चार माह में सभी तरह की दिक्कतें भी दूर हो जायेगी-

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  • Weather Update: प्रदेश में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी; लेकिन ‘इस’ तारीख से ठंड फिर बढ़ेगी

    हैलो कृषि ऑनलाइन: राज्य भर में न्यूनतम तापमान का पारा फिर चढ़ रहा है (Weather Update) और ऐसा लग रहा है कि ठंड भाग निकली है. मौसम में ये बदलाव स्थायी नहीं हैं लेकिन दो-तीन दिन में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे गिरावट आएगी और नौ दिसंबर से फिर से ठंड पड़ने की संभावना है। पिछले 24 घंटे में राज्य का सबसे कम तापमान 9.6 उत्तर महाराष्ट्र के निफाड़ के गेहूं शोध केंद्र में रिकॉर्ड किया गया. राज्य में रत्नागिरी में सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान 34 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।

    मौसम की स्थिति

    दिसंबर में अच्छी शुरुआत के बावजूद दक्षिण से नमी कम आने और उत्तर से ठंड की शुरुआत के कारण राज्य में ठंड में कमी देखी जा रही है। इस बीच दीर्घकालीन मासिक पूर्वानुमान के अनुसार नौ दिसंबर से माह के शेष तीन सप्ताह तक सुबह के औसत से न्यूनतम तापमान (वेदर अपडेट) में कमी आएगी। और हिंगोली जिला, जबकि यह संभावना 65% है। दक्षिण अंडमान सागर के पास समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती हवाएं चल रही हैं। इन हवाओं के प्रभाव से आज (घंटे 5) तक इस क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। बुधवार (7 तारीख) तक व्यवस्था और तेज हो जाएगी।


    जबकि मराठवाड़ा, नासिक, अहमदनगर, पुणे, सोलापुर और वर्धा नागपुर जिलों में, दोपहर का अधिकतम तापमान औसत से अधिक है और शेष महाराष्ट्र में औसत तापमान अनुभव करने की संभावना 55% है। .


  • गर्व! गांव में पहली बार 12वीं करने वाली आदिवासी छात्रा ने पास की NEET परीक्षा..


    डेस्क : भारत देश में प्रतिभाओं की कमी नही हैं, संसाधनों की कमी कभी भी किसी प्रतिभा को ज्यादा दिन तक रोक कर नही रख सकती, इसी तर्ज पर कोयंबटूर की एक आदिवासी समुदाय की छात्रा एम शांगवी ने अपने दूसरे प्रयास में NEET परीक्षा पास की है. इसमें खास बात यह है कि एम शांगवी अपने गांव में पहली बार 12वीं कक्षा की सार्वजनिक परीक्षा पास करने वाली पहली छात्रा भी रही हैं. 19 वर्षीय एम शांगवी मदुकराई में बसे मालासर आदिवासी समुदाय से हैं. इस गांव में 40 परिवार हैं और सांगवी वहां से 12वीं कक्षा पास करने वाली पहली छात्रा थीं.

    एम शांगवी ने अपने नीट परीक्षा (NEET Exam) के दूसरे प्रयास में ही कामयाबी प्राप्त की थी और कुल 202 नंबर स्‍कोर किए. उन्‍हें पहले सामुदायिक प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए उन्हें संघर्ष करना पड़ा था. साल 2021 में कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद उन्‍हें प्रमाण पत्र भी मिल सका था. बेहद परेशानियों और अभावों के बीच आदिवासी छात्रा एम शांगवी ने अपनी पढ़ाई कर परीक्षा पास की है.

    एम शांगवी ने बताया कि उनके पिता के गुजरने के बाद उन्‍हें पता चला कि उनके समुदाय के लोगों को मेडिकल सहायता की कितनी ज्यादा जरूरत थी और लॉकडाउन से जूझ रही उनकी मां ने आंशिक रूप से अपनी आंखों की रोशनी भी खो दी थी. स्टेटबोर्ड की किताबों का इस्तेमाल करके और NGO की सहायता से उन्होंने NEET की परीक्षा पास करी।

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  • ये है देश की E-Bike – खत्म कर देगी Bullet का वर्चस्व! 300 किमी है रेंज, जानें –


    डेस्क : देशी इलेक्ट्रिक वाहन EV निर्माता EKO तेजस ने यह घोषणा की है कि कंपनी जल्द ही बाजार में E-डायरोथ इलेक्ट्रिक मोटरबाइक लॉन्च करेगी. कंपनी EKO तेजस ने क्रूजर-स्टाइल वाली पेशकश को भारत की पहली “मसल” बाइक भी करार दिया है, जबकि इसकी फोटो से यह साफ दिखाई देता है कि इसका डिजाइन Royal Enfield बुलेट की तरह है.

    नई E-Dyroth इस महीने के आखिर या जनवरी की शुरुआत में ही लॉन्च हो सकती है. कंपनी ने अपनी अपकमिंग बाइक के कुछ स्पेसिफिकेशन भी शेयर किए हैं. एको तेजस वर्तमान में बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर और कम स्पीड वाले इलेक्ट्रिक स्कूटर को बनाता है.

    कंपनी इस बाइक के जरिए अर्ध-शहरी और ग्रामीण इलाकों के बाजारों को भेदना चाहती है. एको तेजस देश के कुछ राज्य महाराष्ट्र, बिहार, हरियाणा, ओडिशा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और कर्नाटक में अपने डीलरशिप के माध्यम से इस मॉडल की बिक्री करेगी. इस इलेक्ट्रिक मॉडल के लिए प्री-बुकिंग फिलहाल खुली हुई है.

    300 Km तक रेंज देगी बाइक

    300 Km तक रेंज देगी बाइक

    इलेक्ट्रिक E-Dyroth को स्थानीय रूप से बनाया गया है और यह बाइक एक बार चार्ज करने पर 150 Km तक चल सकती है. इसमें एक अतिरिक्त बैटरी को एडजस्ट करने का भी विकल्प मौजूद है, जो रेंज को 300 Km तक बढ़ा सकता है. खरीदार इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल EV पर सरकारी सब्सिडी भी प्राप्त कर सकते हैं. EKO तेजस बेची जाने वाली प्रत्येक बाइक के साथ एक चार्जिंग स्टेशन भी प्रदान करता हैं, जिसे इसके डीलर मालिक के पार्किंग एरिया में इंस्टॉल भी करेंगे जिससे चार्जिंग की दिक्कत न हो।

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  • न्यूज नालंदा – बोरा खोलने पर निकल गई ग्रामीणों की चीख, जानें क्या था बोरे में…

    सरमेरा थाना अंतर्गत सोनडीहा गांव के धान के खेत में रविवार को एक बोरा फेंका मिला। बोरा खोलने पर ग्रामीणों की चीख निकल गई। बोरे में नवविवाहिता की लाश थी। मृतका छोटू चौहान की 19 वर्षीया पत्नी सोनी कुमारी है। मायके के परिजन ससुराली परिवार पर दहेज के लिए गला दबाकर हत्या का आरोप लगा रहे हैं।
    मृतका के पिता पटना जिला के बाढ़ थाना क्षेत्र के हरौली गांव निवासी सत्येंद्र चौहान ने बताया कि 6 माह पहले उन्होंने बेटी की शादी की। परिवार दहेज के लिए बेटी को प्रताड़ित कर रहा था। ननद गुड़िया देवी ने कॉल कर बताया कि बेटी की मौत हो गई है। जिसके बाद वे लोग सोनडीहा पहुंचे। ससुराली परिवार फरार था। ग्रामीणों ने खेत में शेव फेंके जाने की खबर मिली। थानाध्यक्ष विवेक राज ने बताया कि लिखित शिकायत मिलने पर केस दर्ज कर कार्रवाई करेगी।

    न्यूज नालंदा – बोरा खोलने पर निकल गई ग्रामीणों की चीख, जानें क्या था बोरे में…

  • न्यूज नालंदा – ये क्या? एक ही रात चोरों ने बनाया सबसे ज्यादा चोरी का रिकॉर्ड…

    शनिवार की रात चोरों ने एक साथ दर्जन भर घरों से मोबाइल की चोरी कर ली। एक रात जिले में इतनी सारी चोरियां शायद पहली बार हुई। घटना सोहसराय थाना क्षेत्र के लोहगानी गांव में हुई। बदमाशों ने घरों से कीमती मोबाइल पर हाथ साफ किया। अगली सुबह नींद खुलने पर घटना का पता चला।

    न्यूज नालंदा – ये क्या? एक ही रात चोरों ने बनाया सबसे ज्यादा चोरी का रिकॉर्ड…

  • स्मृतिशेष लक्ष्मीनारायण सिंह के द्वादशा कार्यक्रम के अवसर पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन


    नावकोठी बेगुसराय: प्रखंड क्षेत्र के अंतर्गत पहसारा में स्मृतिशेष लक्ष्मीनारायण सिंह के द्वादश कर्म के अवसर पर रविवार को श्रद्धांजलि सभा का आयोजन को उनके आवास पर किया गया। बताते चले कि स्मृतिशेष लक्ष्मीनारायण सिंह 93 वर्ष की आयु थे । सबसे बड़ी बात यह थी कि ये अंतिम समय में भी विज्ञान से काफी जुड़े थे , ये 93 वर्ष की आयु में भी कंप्यूटर पर अपनी रचना लिखते थे ।

    कार्यक्रम के आयोजक उनके सुपुत्र राजनीतिक कार्यकर्ता सुदर्शन सिंह थे। इस मौके पर कवि वसम्मेलन का आयोजन किया गया था। इसकी अध्यक्षता पूर्व मुखिया रविंद्र सिंह ने की। जबकि मंच संचालन कुमार अनिल ने किया । राष्ट्रीय महासचिव प्रलेस व पूर्व विधायक राजेंद्र राजन ने लक्ष्मी बाबू को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि दिनकर के बाद बेगूसराय की धरती पर छंद काव्य लिखने वाला सिर्फ वे ही थे।

    उन्होंने लक्ष्मी बाबू को राजनीति में समाजवादी कहा तो एक साहित्यकार और कवि के रूप में साम्यवादी कहा। उन्होंने कहा कि साहित्य और कविता के माध्यम से जहां एक ओर समाजवादी सरकार के भ्रष्टाचार पर प्रहार किया। वहीं सांप्रदायिकता पर भी निशाना साधा। समाजवादी आंदोलन के गर्व से पैदाइश लक्ष्मी बाबू  समाजवादी कुव्यवस्था से खिन्न होकर पार्टी से निकलकर स्वतंत्र जीवन जीया।

    एक साहित्यकार और कवि के रूप में कलम से समाज के दबे कुचले, जातिवादी व्यवस्था और ऊंच नीच के फर्क के खिलाफ आग उगला। प्रोफेसर बाल्मीकि सिंह उनके काव्य रचना को पढ़ कर लोगों तक पहुंचाया। लक्ष्मी बाबू की 19 रचनाएं प्रकाशित हुई इसके बारे में भी बताए । इनकी रचनाएं गद्य और पद्य में है। लोगों ने कहा कि इनकी सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी इनकी रचनाओं को जन-जन तक पहुंचाया जाय ।

    लेखक राज किशोर सिंह ने कहा कि लक्ष्मी बाबू  बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। श्रद्धांजलि सभा में साहित्यकार के अलावा राजनीतिक और सामाजिक लोगों ने भाग लिया। श्रद्धांजलि सभा में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह,  विधायक कुंदन , अमरेद्र कुमार अमर, लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान,अरुण सिंह (जहानाबाद पूर्व सांसद), इंदिरा देवी,जेडीयू जिलाध्यक्ष रुदल राय ,पूर्व मेयर संजय सिंह, पुष्कर प्रसाद सिंह, कवित्री कुंदन कुमारी,विकाश वर्मा,राजीव रंजन, सहित कई कवि ,साहित्यकार व राजनीतिक पार्टी के नेताओ ने भी श्रद्धांजलि देते हुए अपने बातो को रखा । लोगो ने कहा कि जब भी लक्ष्मी बाबू से मिलने जाते थे और उनका हाल पूछते थे तो वो अपना हाल बताने के बदले बेगुसराय और बिहार का हाल पूछते थे । मौके पर शिवम वत्स, घनश्याम कुमार, मुन्ना सिंह, मुकेश सिंह, भगवान सिंह सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे ।

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  • बीपीएस स्कूल में कराटा प्रतियोगिता का आयोजन , केशव कुमार आए प्रथम


    नावकोठी/बेगूसराय : प्रखण्ड क्षेत्र अन्तर्गत बीपीएस पब्लिक स्कूल नावकोठी में एक दिवसीय कराटे प्रशिक्षण उपरान्त पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजन आयोजित की गयी।बिहार आईजीका एडभान्स कराटे प्रशिक्षण शिविर का आयोजन इंटरनेशनल गो – सोकू -रू कराटे डू एसोसिएशन के द्वारा संचालित किया गया।

    इस कराटे प्रतियोगिता का उद्धाटन बीपीएस पब्लिक स्कूल के प्राचार्य डॉ अरविन्द कुमार,ग्राम प्रधान राष्ट्रपति कुमार बिड्डू और प्रशिक्षक शिहन सुप्रियो विश्वास ने संयुक्त रूप से की।वहीं मंच संचालन तृप्ति कुमारी ने की।प्रशिक्षण दो पाली में आयोजित की गयी थी।

    प्रथम पाली 10:30 से 12:30 और द्वितीय पाली 1:30 से 3 बजे तक उसके बाद बेल्ट ग्रेडिंग टेस्ट 3 से 5 बजे तक किया गया।कार्यक्रम समाप्ति उपरांत प्रथम पुरस्कार बीपीएस नावकोठी के केशव कुमार,तमन्ना कुमारी इंडियन पब्लिक स्कूल बेगूसराय,द्वितीय पुरस्कार बीपीएस नावकोठी के रघुपति वत्स और सनशाइन पब्लिक स्कूल खगड़िया से कवि कुमार को,तृतीय पुरस्कार बीपीएस नावकोठी के देव कुमार, इंडियन पब्लिक स्कूल बेगूसराय के आरुषि कुमारी को बीपीएस के प्राचार्य,प्रशिक्षक और शिक्षिका खुशबू कुमारी के द्वारा दिया गया।

    इसमें बीपीएस पब्लिक स्कूल नावकोठी,इंडियन पब्लिक स्कूल बेगूसराय, सनशाइन पब्लिक स्कूल खगड़िया,सावित्री पब्लिक स्कूल सहरसा और रेसिडेंट पब्लिक स्कूल सारण के बच्चों ने भाग लिया।बीपीएस पब्लिक स्कूल के कराटे ट्रेनर बिहार प्रेसिडेंट विकास कुमार के द्वारा बच्चों को प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण के दौरान विद्यालय के उप प्राचार्य सुशील कुमार,एसएन ठाकुर,संजय कुमार, अमरेश कुमार, रूपम कुमारी एवं सभी शिक्षक और कराटे प्रशिक्षण में भाग ले रहे बच्चे मौजूद थे।

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