Month: December 2022

  • मानव सेवा केन्द्र लोहड़ी द्वारा महिलाओं कि आय वृद्धि के लिए बैठक।

    जरुरतमंद महिलाओं कि बैठक संपन्न।। मानव सेवा केन्द्र लोहड़ी द्वारा महिलाओं कि आय वृद्धि के लिए बैठक।। नूरसराय प्रखंड अंतर्गत लोहड़ी समुदाय भवन में महिला सशक्तिकरण हेतु अंतरराष्ट्रीय संस्था गूंज के राज्य प्रमुख शिवजी चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में गूंज पटना के अरुण उपधया जी के निर्देश पर मानव सेवा केन्द्र लोहड़ी द्वारा महिलाओं को जरूरत पुरा करने में आर्थिक मदद मिले जिसके लिए सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र खोलने हेतु वार्ड सदस्य सिप्पी कुमारी कि अध्यक्षता में हुई । बैठक में मानव सेवा केन्द्र लोहड़ी के सचिव पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि गूंज संस्था पटना दिल्ली के सहयोग हमारे जैसे छोटे छोटे संस्था के द्वारा गांव के सहयोग करने में मदद करता है आज सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र खोलने में सहयोगी संस्था गूंज है सिलाई मशीन गूंज के सहयोग से मिला है आप अपने स्तर से सभी साथियों को केन्द्र चलाने है हमारे तरफ से सभी प्रशिक्षण लेने वाले को जरूरत पुरा करने में मदद करुंगा प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने आय बढ़ा कर परिवार को सहयोग करेंगे। अपने और अपने बच्चों को छोटी छोटी जरूरत पुरा करने में सक्षम होंगे। महिलाओं के सहयोग बिना हर कार्य अधूरे हैं इसलिए आप ईमानदारी से प्रशिक्षण प्राप्त करें यही सोच संस्था का जनहित में है। संचालित कार्यक्रम में सहयोगी महावत प्रसाद उर्फ धनंजय सिंह वार्ड प्रतिनिधि ने बताया कि केन्द्र संचालन केलिए एक समिति बनाई गई है जिसमें बिना देवी काजू कुमारी बबली कुमारी बिना कुमारी दिलखुश कुमारी को देख रेख में सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र लोहड़ी का संचालन किया जायेगा। ईस कार्यक्रम में शामिल शर्मीला देवी अहिल्या देवी शिवानी कुमारी पिंकी कुमारी अजय पांडेय के अलावा दो दर्जन से अधिक लोग महिला पुरुष उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन पुरुषोत्तम कुमार ने किया साथ में स्वच्छता पर जोर दिया और बताया कि आज संक्रमण दिवस एड्स दिवस के रूप में एक दिसंबर को मनाया जा रहा है। समाज परिवार को सुरक्षित स्वस्थ रखने में अपना अहम भूमिका होगी जो देश हित में कार्य होगा। एड्स रोग संक्रमित व्यक्ति से संपर्क से संक्रमित सुई संक्रमित मां के गर्भ से फैलता है। इसके मात्र उपाय आप अपने सुरक्षा परिवार का रक्षा हैं आजकल बच्चे को दो बक्त कि रोटी के लिए प्रदेश कमाने जाते हैं लेकिन वह जानें आंजने में एड्स जैसे जान लेवा बिमारी घर ले आते हैं इसलिए सवाधान और सावधानी बरतनी होगी जो देश हित के साथ समाज परिवार हित में होगा। बैठक का समर्थन करते हुए वार्ड सदस्य सिप्पी कुमारी ने लोगों को धन्यवाद दिया और बैठक को विराम दिया।

  • राजगीर महोत्सव में रंगोली के रंग डी ए वी के संग.  

    उधर सुबह सवेरे राजगीर में उद्धघाटन के बाद राजगीर में होने वाली खेल कूद ,गायन वादन ,वाद विवाद तथा रंगोली प्रतियोगिता को लेकर स्कूल से आए बालक – बालिकाओं ,शिक्षक – शिक्षिकाओं में विभिन्न प्रतियोगिता को लेकर अजीब सी हलचल मची हुई थी। आज प्रथम दिवस था। स्थानीय डी ए वी पावर ग्रीड की एक छोटी सी टीम अपनी कुशल, कर्मठ , सुन्दर नेतृत्व प्रदान करने वाली शिक्षिकाओं, रंजीता, अनीता, सीमा ,एवं प्रीति सिंह के समूह साथ आई हुई थी।

    राजगीर महोत्सव में रंगोली के रंग डी ए वी के संग.  

    उन्हें यकीन था शायद आसमां को छूने का पल आ गया है। शायद आज का दिन उनके नाम होना था। वक्त आ गया रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन १३१ प्रतिभागियों किया गया था। रंगोली के लिए डी ए वी पावर ग्रीड की बालिकाओं ने अपनी टीम लीडर रंजीता की देख रेख में सर्वश्रेष्ठ कोशिश की , मन से जल जीवन हरियाली के जीवंत सन्देश को निर्णायक के मन में उतार दिया। परिणाम भी मन के अनुकूल ही आए।

    रंगोली सीनियर में डी ए वी और जूनियर वर्ग में मध्य विद्यालय इस्लामपुर रंगोली प्रतियोगिता के विजेता रहें। प्रतिभागियों में सीनियर वर्ग में डी ए वी पब्लिक स्कूल, पॉवर ग्रीड की ज्योत्सना ,स्तुति ,प्रिया ,कृतिका मधुकर ,प्राची ,खुशी कुमारी ,साक्षी सिन्हा तथा सौम्या सिन्हा ने अपने विद्यालय का नाम रोशन किया|

    राजगीर महोत्सव का दूसरा दिन : सच में राजगीर महोत्सव का दूसरा दिन भी डी ए वी के लिए खुशियों की सौगात लेकर ही आया ,यदि विद्यालय सूत्रों की माने तो। वाद विवाद प्रतियोगिता में इसी विद्यालय की दशम वर्ग की छात्रा रिद्धिमा रंजन
    ने प्रथम स्थान हासिल किया तो तबला वादन में सप्तम वर्ग के दिव्यांक पहले पादन पर रहें तो एकल नृत्य में अष्टम वर्ग की जाह्नवी ने विद्यालय परिवार का मान सम्मान बढ़ाया।

    डी ए वी विद्यालय के प्राचार्य वी के पाठक ने अपनी ख़ुशी जाहिर करते हुए हमसे बात चीत में बतलाया कि बच्चों की सार्थक भागीदारी के लिए हम अभिवावकों का आभार प्रगट करते हैं। तथा समूह को नेतृत्व प्रदान करने वाली शिक्षिकाओं रंजीता, सीमा ,प्रीति तथा अनीता का उत्साह बर्धन करते हुए उनके लिए भी विशेष धन्यवाद प्रेषित करते हैं ।
    हमसे बात करते हुए विद्यालय की शिक्षिका प्रीति सिंह ने कहा कि हम सभी हिमालय से भी ऊँचा हौसला रखती हैं, हम जो ठान ले वो कर ले। यही हैं हम नारी शक्तियां। सच में हम अपनी सफलता के भावार्थ के लिए अपनी शक्ति में ही आश्रित होते है ना। फिर यहाँ तो नारी शक्तियां ही थी ,चाहे बालिकाओं के रूप में या शिक्षिकाओं की प्रतीक में ।

  • दिलों पर राज करने आ रही Tata की ‘काली चिड़िया’, अब Creta का क्या होगा?


    डेस्क : मिड साइज SUV सेगमेंट में Hundai Creata लीड कर रही है. इस सेगमेंट में बिक्री के मामले में Hundai Creata सबसे आगे है. इसके बाद Hundai की ही सहायक कंपनी Kia की सेल्टोस है. यानी, मिड साइज SUV सेगमेंट की 2 सबसे ज्यादा बिकने वाली गाड़ियां- Hundai Creata और Kia सेल्टोस हैं. लेकिन, आने वाल समय में TATA भी इस सेगमेंट में सीथे तौर पर एंट्री करने वाली है. अभी TATA के पास सब-4 मीटर SUV (टाटा नेक्सन) है और फिर इसके ऊपर 4.6 मीटर लंबी हैरियर SUV है. TATA के पास इन दोनों के बीच में कोई SUV नहीं है. इसी गैप को फिल करने के लिए TATA Motors एक नई SUV पर काम कर रही है.

    कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, TATA Motors की नई SUV वर्तमान में बेची जा रही Tata Nexon पर बेस्ड होगी लेकिन यह नेक्सन से लंबी होगी. यह 4.3 मीटर तक लंबी हो सकती है. यह बड़ी नेक्सन बेस्ड कूप स्टाइल SUV हो सकती है. इसका नाम Blackbird (ब्लैकबर्ड- यानी ‘काली चिड़िया’) हो सकता है. हालांकि, यह नहीं कहा जा सकता हैं कि लॉन्च के बाद यह नाम रहेगा या नहीं.

    काफी समय से इसके बारे में बातें भी चल रही हैं. इसके Nexon वाले X1 प्लेटफॉर्म पर बेस्ड होने की संभावना है लेकिन लंबाई बढ़ने की वजह से बड़ा केबिन और ज्यादा बूटस्पेस भी मिल सकता है. इसे Nexon से अलग लुक देने की कोशिश की जा सकती है. .

    इसमें नया 1.5-लीटर पेट्रोल इंजन भी दिया जा सकता है यानी इसमें Nexon के 1.2-लीटर रेवोट्रॉन इंजन से बड़ी यूनिट भी होगी. इसका इंजन लगभग 160 hp पावर भी जनरेट कर सकता है. इसमें MT और AT मिल सकते हैं. इस कार की कीमत लगभग 11 लाख रुपये से शुरू हो सकती है.

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  • देशभक्ति, अनुशासन, सैनिक बनने के गुर का पढ़ाया गया पाठ: कर्नल बंसल

    38 बिहार बटालियन एनसीसी बिहारशरीफ की ओर से संयुक्त वार्षिक कैम्प-13 का समापन हो गया। समापन सत्र को सम्बोधित करते हुए कैम्प कमांडेंट कर्नल राजीब बंसल ने कहा कि वार्षिक कैम्प की सिखलाई का कैडेट भरपूर उपयोग करें। साथ इस कैम्प में ड्रिल, फायरिंग के अलावा क्विज व कल्चर प्रोग्राम पर विशेष ध्यान दिया गया था। उम्मीद है आगामी माह होने वाले ए, बी व सी सर्टिफिकेट एग्जाम में कैडेट को इसका लाभ मिलेगा। यहां बता दें कि इस वार्षिक कैम्प में सीनियर डिवीजन में ए एन एस कॉलेज बाढ़ ओवरऑल चैंपियन बनी तो जूनियर डिवीजन में नालंदा कॉलेजियट का स्थान अव्वल रहा। इस कैम्प में सीनियर डिवीजन की छह कम्पनी तथा जूनियर डिवीजन के 14 ट्रुप्स ने हिस्सा लिया।

    कैम्प कमांडेंट कर्नल राजीब बंसल ने समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यह ट्रेनिंग आपके जीवन में दोबारा शादी करने को मौका मिले इस ट्रेनिंग के माध्यम से आप लोगों को अनुशासन राष्ट्रभक्ति समाज सेवा एवं सैनिक बनने के गुर के साथ-साथ कुरीतियों को दूर करने का भी पाठ पढ़ाया गया। फायरिंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पैरेड खेल क्यूज आदि प्रतियोगिता आपके जीवन में काफी कुछ आईना दिखाएगा। आने वाले दिनों में होने वाले ए,बी,और सी प्रमाण पत्र के परीक्षा में यह कैंप काफी मददगार साबित होगा। उन्होंने पटेल कॉलेज के प्राचार्य डॉ महेश प्रसाद सिन्हा एवं एनसीसी ऑफिसर लेफ्टिनेंट डॉक्टर शशिकांत कुमार टोनी के बेहतर मेजवानी और अच्छे प्रबंधन के लिए जमकर प्रशंसा की। सभी प्रतियोगिता के विजेता एवं उपविजेता क्रेटों को मेडल शिल्ड देकर सम्मानित किया गया|

    इस अवसर पर एनसीसी ऑफिसर कैप्टन (डॉ) अनुज कुमार, लेफ्टिनेंट राकेश रंजन पांडेय,ले. (डॉ) शशिकांत कुमार टोनी,थर्ड ऑफिसर प्रवीण कुमार, मधुकांत के अलावा सूबेदार मेजर सुकुर सवैया, सूबेदार भरत गुरुंग, शंकर जाधव, सत्येंद्र कुमार , हवलदार संजीव कुमार, राजेंद्र कुमार, राजकुमार , नायब सूबेदार करनैल सिंह, अंडर ऑफिसर साहिल भारती बलवीर कुमार गोपाल सिंह आदि उपस्थित थे।

  • विश्व एड्स दिवस पर जागरूकता शिविर का आयोजन

    आज विश्व एड्स दिवस के अवसर पर सरदार पटेल मेमोरियल कॉलेज उदंतपुरी बिहार शरीफ में एनएसएस के द्वारा एड्स की रोकथाम हेतु जागरूकता हेतु एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर प्रोफेसर महेश प्रसाद सिंह जी की अध्यक्षता में एनएसएस प्रभारी डॉक्टर अखिलेश कुमार के संचालन में आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉक्टर सिंह ने बताया कि एड्स एक जानलेवा बीमारी है यह बीमारी एक दूसरे से संचारित होने वाला है। इसकी रोकथाम हेतु समाज में इससे बचने के उपाय को अधिक से अधिक प्रचारित करने काफी हद तक संभव हो सकता है।

    प्राचार्य श्री सिंह ने बताया कि असुरक्षित यौन संबंध बनाने से किसी एड्स पीड़ित व्यक्ति का सिरिंज दूसरे स्वस्थ व्यक्ति में प्रयोग करने पर यह फैलता है। भारत में इसकी संख्या कम है लेकिन अफ्रीकी देशों में इसके मरीज काफी मिलते हैं। एनएसएस प्रभारी डॉ अखिलेश कुमार ने बताया एड्स की जानकारी इसका बचाव है। आज हमारे सरकार एवं पूरा विश्व इससे लड़ने की एक मुहिम शुरू की है जिसका परिणाम हम प्रत्येक 1 दिसंबर को एड्स दिवस के रूप में मना कर इससे लड़ने की एवं फैलने से रोकने की जानकारी समाज में एनएसएस कैडेट्स फैलाते हैं जो एड्स को रोकने में मील का पत्थर साबित होता है। इस अवसर पर एनसीसी के पदाधिकारी डॉक्टर शशिकांत कुमार टोनी, भोला प्रसाद,सूबेदार धनंजय कुमार,स्वेता कुमारी, अधिवक्ता अमित कुमार रिक्की, सिंटू कुमार,गोपाल सिंह,सतेंद्र कुमार,रवि कुमार,बलवीर कुमार,आदि लोग उपस्थित थे।

     

  • फसल बीमा कराने की जिम्मेदारी बीमा कंपनियों की: कृषि मंत्री सत्तार

    हैलो कृषि ऑनलाइन: प्रधान मंत्री बीमा कंपनियां उन सभी पात्र किसानों को फसल बीमा प्रदान करने के लिए जिम्मेदार हैं जिन्होंने फसल बीमा योजना के तहत बीमा प्रीमियम का भुगतान किया है और प्राकृतिक आपदाओं और बेमौसम बारिश के कारण बीमा मुआवजा प्राप्त करने के लिए पंजीकृत हैं। कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने बीमा कंपनियों के प्रतिनिधियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि यह पाया गया कि पंजीकरण के बाद भी भुगतान नहीं किया गया तो वे संबंधित कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.

    मंत्री सत्तार ने सभी प्रमुख फसल बीमा कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इस समय किसानों की ओर से कोई शिकायत न हो इसका ध्यान रखें। उन्होंने यह भी कहा कि अगर ऐसी शिकायतें हैं तो उनका निस्तारण किया जाए। साथ ही, मुआवजे के लिए भुगतान की गई राशि कुछ रुपये है। बैठक में कुछ सबूत पेश किए गए कि फसल बीमा कंपनियां बीमा राशि का भुगतान करने से भाग रही हैं। उसके बाद सत्तार व दानवे ने कंपनियों के प्रतिनिधियों से पूछा कि बीमा राशि जमा करने में क्यों बाधा आ रही है.


    मुआवजे का भुगतान करने के लिए बीमा कंपनी का दायित्व

    इस बारे में बात करते हुए सत्तार ने कहा, ‘प्राकृतिक आपदाओं और बेमौसम बारिश से जिन किसानों को नुकसान हुआ है, उन्हें बीमा राशि का जल्द भुगतान करना संबंधित बीमा कंपनियों की जिम्मेदारी है. बार-बार निर्देश देने के बावजूद कंपनियां कोई कार्रवाई करती नजर नहीं आ रही हैं.’ त्वरित कार्रवाई। इससे किसानों में काफी रोष है। इसे ध्यान में रखते हुए कंपनियों को बीमा राशि का भुगतान करना चाहिए। किसानों को अकारण बाधित करने वाली कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


    ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से बीमा कराने के लिए पंजीकृत किसानों के आवेदनों पर विचार करने के निर्देश बीमा कंपनियों को पहले ही दिए जा चुके हैं। इसकी कार्यवाही लंबित न रखें। इस बैठक में विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे, कृषि विभाग के प्रमुख सचिव एकनाथ डावले उपस्थित थे. विनय कुमार आवटे, मुख्य सांख्यिकी अधिकारी, आयुक्तालय कृषि, श्रीमती। इस अवसर पर शकुंतला शेट्टी, क्षेत्रीय प्रबंधक, एआईसी बीमा, डीपी पाटिल, एचडीएफसी इरगो के सुभाशीष रावत, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के पराग मसले, आईसीआईसीआई लोम्बार्ड के निशांत मेहता आदि उपस्थित थे।


  • केंद्र की इस पहल से 10 लाख किसानों को होगा फायदा; आय में भी वृद्धि होगी

    हैलो कृषि ऑनलाइन: केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने बागवानी क्लस्टर विकास कार्यक्रम (सीडीपी) बनाया है। इसके समुचित क्रियान्वयन के लिए बुधवार को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में बैठक हुई. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री तोमर ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि सरकार का पहला उद्देश्य देश में कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देना और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाना है. इसलिए किसी भी योजना के केंद्र में किसानों का हित होना चाहिए।

    केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि क्लस्टर विकास कार्यक्रम के कार्यान्वयन की मदद से देश में बागवानी के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। साथ ही इस बात पर जोर दिया जाएगा कि इस कार्यक्रम का लाभ किसानों को मिले। उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश, असम, पश्चिम बंगाल, मणिपुर, मिजोरम, झारखंड और उत्तराखंड सहित कई राज्यों को भी उनके फोकस/प्रमुख फसलों के साथ पहचाने गए 55 समूहों की सूची में शामिल किया जाना चाहिए। तोमर ने कहा कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) से संबद्ध चिन्हित समूहों में उपलब्ध भूमि का उपयोग कार्यक्रम के कार्यान्वयन के लिए किया जाना चाहिए। उन्होंने फसल विविधीकरण और इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम को उत्पाद बिक्री और क्षमता निर्माण के लिए बाजारों से जोड़ने पर जोर दिया।


    किसानों को लाभ होगा

    वहीं, राज्य मंत्री चौधरी ने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत छोटे और सीमांत किसानों को लाभान्वित करने के लिए बुनियादी ढांचे की जियो टैगिंग, खेतों में की जाने वाली गतिविधियों की ट्रैकिंग, निगरानी के उद्देश्य आदि किए जाएंगे. बैठक में बताया गया कि क्लस्टर विकास कार्यक्रम में बागवानी उत्पादों के कुशल और समय पर निकासी और परिवहन के लिए मल्टीमॉडल परिवहन के उपयोग के साथ अंतिम मील कनेक्टिविटी बनाकर पूरे बागवानी पारिस्थितिकी तंत्र को बदलने की काफी क्षमता है। अर्थव्यवस्था की मदद करने के अलावा, सीडीपी क्लस्टर-विशिष्ट ब्रांड भी बनाएगा, ताकि उन्हें राष्ट्रीय और वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं में शामिल किया जा सके, जिससे किसानों को बेहतर पारिश्रमिक मिल सके।

    सीडीपी से मूल्य श्रृंखला के साथ लगभग 10 लाख किसानों और हितधारकों को लाभ होगा। सीडीपी का उद्देश्य लक्षित फसलों के निर्यात में लगभग 20% की वृद्धि करना और क्लस्टर फसलों की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के लिए क्लस्टर-विशिष्ट ब्रांड बनाना है। सीडीपी के जरिए बागवानी क्षेत्र में भी भारी निवेश आ सकता है।


  • Indian Railway : अब ट्रेन में आराम से सो जाइए – नहीं होगा स्टेशन छूटने का डर..


    डेस्क : यदि किसी को लंबी दूरी की यात्रा करनी होती है तो अक्सर वो ट्रेन से ही यात्रा करना पसंद करता है। जिसके पीछे 2 कारण है। पहला की रात के सफर में थकान कम होती है और नींद भी पूरी हो जाती है। बात ये भी है कि लगातार रेलवे यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के लिए सुधार कर रही है। भारतीय रेलवे का प्‍लान अगले दो सालों में 400 सेमी हाई स्‍पीड ट्रेन चलाने का है। साथ ही साथ 15 अगस्‍त 2023 तक ही 75 शहरों को वंदे भारत ट्रेनों से जोड़ने की तैयारी है।

    अब नहीं होगा ट्रेन छूटने का डर :

    अब नहीं होगा ट्रेन छूटने का डर : बता दें वर्तमान में रेलवे द्वारा कई स्टेशनों पर वाई-फाई, एस्‍केलेटर समेत कई सुव‍िधाएं शुरू कर दी गईं हैं। इसके अलावा रेलवे द्वारा दी जा रही एक और सर्विस से आप आराम से रात में चैन की नींद ले सकते हैं। क‍िसी भी स्‍थ‍ित‍ि में आपको स्‍टेशन छूटने का डर नहीं रहेगा। लेक‍िन इसके ल‍िए आपको रेलवे की यह सर्व‍िस सब्‍सक्राइब करनी होगी और इसका तय चार्ज देना होगा।

    सफर में चैन की नींद ले पाएंगे :

    सफर में चैन की नींद ले पाएंगे : रात में सफर करने वाले यात्र‍ियों को ध्‍यान में रखकर ही रेलवे की तरफ से यह सुविधा शुरू हुई है। इसके जरिए आपको ज‍िस स्‍टेशन पर उतरना है, उसके आने से 20 म‍िनट पहले आपको जगा द‍िया जाएगा। इससे आप सफर में चैन की नींद ले पाएंगे और आपको स्‍टेशन छूटने की च‍िंता नहीं होगी। रेलवे की इस सर्व‍िस का नाम ‘डेस्टिनेशन अलर्ट वेकअप अलार्म’ (destination alert wake up alarm) है।

    ऐसे शुरू हुई सुविधा :

    ऐसे शुरू हुई सुविधा : दरअसल, रेलवे बोर्ड को ऐसी तमाम श‍िकायतें लगातार आ रही थीं क‍ि ट्रेन के लेट होने पर यात्री ट्रेन में सोता रह गया और उसे ज‍िस स्‍टेशन पर उतरना था वह उतर नहीं पाया। जिसके बाद इस तरह के समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए रेलवे ने इस सुविधा की शुरुवात की ही। इस सर्व‍िस का लाभ 139 नंबर की पूछताछ सेवा के जर‍िये ल‍िया जा सकता है।

    20 म‍िनट पहले बज जायेगा अलार्म :

    20 म‍िनट पहले बज जायेगा अलार्म : आपको भी अगर ये सर्विस का लाभ उठाना है तो आप 139 नंबर के इन्क्वायरी सिस्टम पर कॉल कर अलर्ट की सुविधा मांग सकते हैं। मालूम हो इसका लाभ आप केवल रात 11 से सुबह 7 बजे तक उठा सकते हैं। की भी व्यक्ति इस सुविधा का लाभ उठा सकता है। तो आपको स्‍टेशन पर ट्रेन पहुंचने से 20 म‍िनट पहले उठा द‍िया जाएगा। इस सुविधा के लिए आपको केवल 3 रूपए का भुगतान करना होगा।

    ऐसे उठाएं इस सुविधा का लाभ :

    ऐसे उठाएं इस सुविधा का लाभ : ‘डेस्टिनेशन अलर्ट वेकअप अलार्म’ सुव‍िधा का लाभ उठाने के लिए आपको IRCTC की हेल्पलाइन 139 पर कॉल करना है। भाषा का चयन करने के बाद आपको डेस्टिनेशन अलर्ट के लिए 7 और उसके बाद 2 प्रेस करना होगा। फिर आपको अपना 10 अंको वाला पीएनआर दर्ज करना होगा। फिर उसे कन्फर्म 1 दबा कर करें।

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  • इन ‘जादुई’ फूलों की खेती से होगी कमाई; बंजर जमीन पर भी उगेगा सोना, जानें…

    हैलो कृषि ऑनलाइन: भारत मेंलगभग सभी राज्यों में व्यापक रूप से फूलों की खेती की जाती है। इससे किसानों को अच्छी आमदनी भी होती है। भारतीय फूलों की देश के साथ-साथ विदेशों में भी काफी मांग है। वहीं राज्य सरकारें भी फूलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए तरह-तरह से सब्सिडी दे रही हैं. ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे फूल के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी खेती से किसानों की तकदीर बदल सकती है. दिलचस्प बात यह है कि इस फूल की खेती में लागत बहुत कम आती है, जबकि आय बहुत अधिक होती है। इसीलिए इस फूल की खेती को जादुई पेशा भी कहा जाता है। यानी इसमें नुकसान की संभावना बहुत कम है।

    दरअसल हम बात कर रहे हैं एक जादुई फूल यानी कैमोमाइल फूल की। कहा जाता है कि इसकी खेती से किसानों की किस्मत बदल सकती है। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले और बुंदेलखंड के किसान बड़े पैमाने पर इस जादुई फूल की खेती कर रहे हैं। इसलिए उनकी आमदनी बढ़ी है। ऐसे में धीरे-धीरे कैमोमाइल फूल की खेती की ओर किसानों की संख्या बढ़ रही है। इन फूलों से आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक दवाएं बनाई जाती हैं। इसलिए निजी कंपनियां आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक दवाएं बनाने के लिए इन फूलों का बंपर खरीदती हैं, जिससे किसानों की अच्छी खासी कमाई होती है।

    पेट की बीमारियों में कारगर

    न्यूज वेबसाइट मनी कंट्रोल के मुताबिक कैमोमाइल फूल में निकोटिन नहीं होता है। यह पेट से संबंधित बीमारियों के लिए रामबाण है। इसके अलावा इन फूलों का इस्तेमाल ब्यूटी प्रोडक्ट्स बनाने में भी किया जाता है। स्थानीय किसानों का कहना है कि जब से उन्होंने खेती शुरू की है तब से उनकी किस्मत बदल गई है। कम लागत में अधिक आय प्राप्त करना। किसानों के मुताबिक आयुर्वेद कंपनी में जादुई फूलों की डिमांड ज्यादा है। ऐसे में कई किसानों ने इस फूल की खेती शुरू कर दी है.

    कैमोमाइल फूल की विशेषता यह है कि यह बंजर भूमि पर भी उग सकता है, क्योंकि इसे सिंचाई के लिए बहुत कम पानी की आवश्यकता होती है। साथ ही एक एकड़ में पौधरोपण कर 5 क्विंटल फूल प्राप्त किए जा सकते हैं। वहीं एक हेक्टेयर में करीब 12 क्विंटल जादुई फूल पैदा होते हैं। किसानों का कहना है कि इसकी खेती से लागत से 5 से 6 गुना अधिक मुनाफा मिल सकता है। इसकी फसल 6 माह में तैयार हो जाती है। यानी किसान 6 महीने में लाखों रुपए कमा सकते हैं। ऐसे में अगर आप इसकी खेती शुरू कर दें तो आप जल्द ही करोड़पति बन सकते हैं।

  • Gold ग्राहकों की चमकी किस्मत – अब महज ₹30875 रुपये में खरीदें 10 ग्राम सोना..


    न्यूज डेस्क: अभी सीजन शादी- विवाह वाला है। हर कोई सोना चांदी खरीदने के लिए तैयार है। ऐसे में यदि आप भी सोने – चांदी की खरीदारी करना चाहते हैं तो आपके लिए काम की खबर है। इस लेख में हम आपको इस कारोबारी हफ्ते सोने चांदी की कीमत के की उतार-चढ़ाव के बारे में बताएंगे और जानेंगे कि आपके लिए अभी सोना चांदी खरीदना कैसा रहेगा। बता दें कि सोना 3400 प्रति 10 ग्राम और चांदी 18000 किलो से भी सस्ता खरीदने का बेहतर अफसर है।

    इस हफ्ते के दूसरे दिन सोना 2 रूपये प्रति 10 ग्राम की हल्की बढ़त के साथ 52777 रूपये के स्तर से बंद हुआ। वहीं मंगलवार की बात करें तो सोने की कीमत में 77 प्रति 10 ग्राम की दर से सस्ता देखा गया था।

    वही कारोबारी बाजार के दूसरे दिन बुधवार को चांदी की कीमत में भी 215 रूपये बढ़ोतरी दर्ज की गई इसी के साथ 61900 रूपये प्रति किलोग्राम के स्तर से बंद हुई। वही पिछले कर वाली दिन मंगलवार की बात करें तो चांदी की कीमत में 425 रूपये गिरावट दर्ज की गई।

    14 से 24 कैरेट सोना का कीमत

    सोने की बात करें तो बुधवार को 24 कैरेट सोना 52777 रुपये, 23 कैरेट सोना 2 रुपये महंगा होकर 52566 रुपये, 22 कैरेट सोना 2 रुपये महंगा होकर 48344 रुपये, 18 कैरेट सोना 2 रुपये महंगा होकर 39583 रुपये और 14- कैरेट सोना 2 रुपये महंगा होकर 30,875 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।

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