Month: December 2022

  • 400 एकड़ में फैले नालंदा खंडहर की यूं बदल रही तस्वीर

    नालंदा दर्पण डेस्क। जब भी दुनिया के सबसे पुराने शिक्षण संस्थानों की बात आती है तो “नालंदा विश्वविद्यालय” का नाम सबसे ऊपर आता है। बिहार की राजधानी पटना से लगभग 120 किमी दक्षिण-उत्तर में प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के अवशेष आज भी देखे जा सकते हैं। इतिहासकारों के अनुसार, यह भारत में उच्च शिक्षा का सबसे […]

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  • 400 एकड़ में फैले नालंदा खंडहर की यूं बदल रही तस्वीर – Nalanda Darpan – गाँव-जेवार की बात।

    नालंदा दर्पण डेस्क। जब भी दुनिया के सबसे पुराने शिक्षण संस्थानों की बात आती है तो “नालंदा विश्वविद्यालय” का नाम सबसे ऊपर आता है।

    Nalanda ruins spread over 400 acres slowly changing picture 1बिहार की राजधानी पटना से लगभग 120 किमी दक्षिण-उत्तर में प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के अवशेष आज भी देखे जा सकते हैं।

    इतिहासकारों के अनुसार, यह भारत में उच्च शिक्षा का सबसे महत्वपूर्ण और विश्व प्रसिद्ध केंद्र था। बिहार के नालंदा जिला में स्थित इस विश्वविद्यालय में आठवीं शताब्दी से बारहवीं शताब्दी के बीच दुनिया के कई देशों के छात्र इस विश्वविद्यालय में पढ़ने आते थे।Nalanda ruins spread over 400 acres slowly changing picture 2

    इस विश्वविद्यालय में कोरिया, जापान, चीन, तिब्बत, इंडोनेशिया, फ्रांस और तुर्की से छात्र आते थे।

    आज वह विश्वविद्यालय खंडहर में तब्दील हो गया है। अगर एक नजर इतिहास पर डाल दूं तो 1199 में, तुर्क आक्रमणकारी बख्तियार खिलजी ने इस विश्वविद्यालय को जलाकर पूरी तरह से नष्ट कर दिया था।

    कुछ इतिहासकार बताते हैं कि, इस विश्वविद्यालय में इतनी किताबें थीं कि पूरे तीन महीने तक आग जलती रही। नालंदा विश्वविद्यालय के अतीत और उसके गौरवशाली इतिहास को सभी को जानना चाहिए। नालंदा प्राचीन भारत में उच्च शिक्षा का सबसे महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध केंद्र था।Nalanda ruins spread over 400 acres slowly changing picture 3

    बौद्ध काल में भारत शिक्षा का केंद्र था। इस विश्वविद्यालय की स्थापना गुप्त शासक कुमारगुप्त प्रथम (450-470) ने की थी। नौवीं शताब्दी से बारहवीं शताब्दी तक, इस विश्वविद्यालय ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त की।

    यहां इतनी सारी किताबें रखी हुई थीं कि उन्हें गिनना आसान नहीं था। इस विश्वविद्यालय में हर विषय की पुस्तकें मौजूद थीं।Nalanda ruins spread over 400 acres slowly changing picture 5

    प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय में अध्ययन के लिए तीन सौ कमरे, सात बड़े कमरे और नौ मंजिला पुस्तकालय था, जिसमें तीन लाख से अधिक पुस्तकें थीं।

    प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय का पूरा परिसर एक विशाल दीवार से घिरा हुआ था, जिसमें एक मुख्य प्रवेश द्वार था।

    नालंदा विश्वविद्यालय बहुत प्राचीन है ओर उस समय की पढाई ओर आज की पढाई में ज़मीन आसमान का अंतर है। नालंदा से निकलने वाले एक-एक अभ्यात्री कुशल होते थे। मगर अब यह सिर्फ़ एक धरोहर मात्र हैं।

  • सुपर रिचार्ज प्लान! महज ₹797 में पूरे साल चलेगा मोबाइल, मिलेगा रोज 2 जीबी डेटा..


    डेस्क : आजकल मोबाइल हर किसी की जरूरत बन गया हैं अब मोबाइल रिचार्ज कराना हर महीने आपकी जेब पर बोझ डाल सकता है। इसलिए बेहतर है कि आप एक ही साथ साल भर का रिचार्ज करा लें। मगर उसके लिए एक साथ बहुत सारा पैसा भी चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करना चाहते तो ये खबर आपके काम की है। दरअसल सरकारी टेलीकॉम कंपनी BSNL एक बहुत सस्ता प्लान ऑफर करती है, जो कि पूरे साल चलता रहता हैं

    800 रु से सस्ता हैं प्लान

    800 रु से सस्ता हैं प्लान : भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने इसी साल यूजर्स के लिए नया सालाना प्रीपेड रीचार्ज प्लान भी लॉन्च किया था। नए प्लान की कीमत 797 रुपये है और यह अनलिमिटेड वॉयस कॉल, हाई-स्पीड डेटा और कई फायदों के साथ उपलब्ध है। इस प्लान की वैलिडिटी साल भर की होती है। आपको इसके 797 रुपये के प्लान के बारे में जानने की जरूरत भी है।

    क्या हैं बेनेफिट्स 797 रुपये वाला BSNL

    क्या हैं बेनेफिट्स 797 रुपये वाला BSNL : BSNL का रिचार्ज प्लान 365 दिनों के लिए अनलिमिटेड लोकल, STD और रोमिंग कॉल ऑफर करता है। इस प्लान से रिचार्ज करने वाले यूजर्स को डेली 2 GB हाई स्पीड डेटा और रोज 100 SMS भी मिलते हैं। आप ध्यान दें कि प्रत्येक दिन 2 GB डेटा तक पहुंचने के बाद आपकी इंटरनेट स्पीड को घटा कर 40 KBPS कर दिया जाएगा।

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  • जमीनी मामले में सी ओ और थाना प्रभारी नही मान रहे हैं न्यायालय के आदेश को

    मुख्यमंत्री के गृह जिले नालंदा में एक बार फिर से अंचलाधिकारी की मनमानी देखी जा रही है।जिला के अस्थावां प्रखंड स्थित चिल्हारी गांव में जमीन मालिक को खुद के जमीन पर मकान बनाना सीईओ की वजह से महंगा पड़ रहा है। आपको बता दें कि चिल्हारी गांव में जमीन मालकिन भासो देवी जिनका कुल जमीन 1 एकड़ 22 डिसमिल है जिसे वैष्णो देवी की पिता ने अपनी बेटी भासो देवी जमाई दिनेश पासवान के नाम किया था

    उस जमीन पर कोर्ट के अनुसार कानूनी रूप से 22 डिसमिल जमीन पर वैष्णो देवी का अधिकार है। जिस पर वह अपने घर बना सकती हैं जिसको लेकर उन्होंने अपने 3 डिसमिल जमीन पर मकान निर्माण का कार्य शुरू किया लेकिन तभी अंचलाधिकारी और स्थानीय थाना के द्वारा कार्य को रोकवा दिया गया और साथ ही यह भी कहा गया कि अगर इस जमीन पर किसी भी तरह का मकान निर्माण का कार्य होता है तो प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी।कोर्ट के आदेश के बाद जमीन पर मकान बनाने का कार्य शुरू करने के दौरान अंचलाधिकारी और स्थानीय थाना के द्वारा रुकावट डालने को लेकर जमीन मालकिन भासो देवी नालंदा जिला अधिकारी शशांक शुभंकर के पास शिकायत लेकर पहुंची शिकायत में उन्होंने अपनी सारी परेशानियों को बताया जिस पर जिलाधिकारी ने साफ तौर पर भासो देवी को कहा कि आप अपनी जमीन पर बेफिक्र होकर अपना मकान निर्माण का कार्य करें अंचलाधिकारी द्वारा फिर से विरोध डाला जाता है तो आप उनसे कहें कि मकान निर्माण रोकने का आदेश है तो कृपया कागजात दिखाएं और अगर कागजात में किसी भी वजह से मकान कि कागजात नहीं है तो आप मकान निर्माण कार्य को रोक सकते हैं अन्यथा नहीं।

    आपको बता दें कि उपयुक्त जमीन क्षेत्र में है उस क्षेत्र में कुर्मी समुदाय के लोग निवासी हैं और भासो देवी जोकि पासवान समुदाय से आते हैं और भासो देवी के द्वारा यह भी कहा गया है कि हमारी जाति को लेकर भी आसपास के लोगों और कुछ बड़े नेताओं के द्वारा हमें हमारे जमीन पर मकान बनाने नहीं दिया जा रहा है कहा जाता है कि हमारे क्षेत्र में छोटे जाति वालों के लिए कोई जगह नहीं है।जमीन मामले को लेकर जब संवाददाता ने अंचलाधिकारी से संपर्क साधने की कोशिश किया तो अंचल अधिकारी ना तो कार्यालय पर मिले और ना ही उनका फोन लगा बल्कि उनका फोन स्विच ऑफ बताया जा रहा था वहीं संवादाता जब अस्थावां थाना पहुंचे तो थाना प्रभारी भी थाना से गायब मिले और जब कॉल किया गया तो उन्होंने कॉल नहीं उठाया।

    इससे साफ जाहिर होता है कि अंचलाधिकारी इस मामले को लेकर कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं और अंचलाधिकारी द्वारा लोगों को बेफिजूल परेशान करने का काम किया जा रहा है।भासो देवी ने कही अंचला अधिकारी और थाना प्रभारी को मैंने बोला कि हमारा न्यायालय का आदेश है तो उन्होंने कहा हम लोगों को ऊपर से आदेश है कार्य रुकवाने का अगर कार्य में हाथ लगाते हैं तो हम लोगों को मजबूरन आप को गिरफ्तार करना पड़ेगा।

  • बर्थडे पार्टी में बार बालाओं के ठुमके पर शराबी युवकों के फायरिंग में बच्ची की मौत – Nalanda Darpan – गाँव-जेवार की बात।

    नालंदा दर्पण डेस्क। दीपनगर थाना इलाके के गंजपर गांव में शनिवार की रात बर्थडे पार्टी में बार बालाओं के ठुमके लगे। इस दौरान हर्ष फायरिंग हुई जिसमें नाच देख रही एक बारह साल की बच्ची को गोली लगने से मौत हो गई।

    मृतका गंजपर गांव निवासी बालो यादव की 12 वर्षीया पुत्री टुसी कुमारी है। बताया गया कि पांच राउंड फायरिंग हुई जिसमें एक गोली किशोरी के सिर में लग गई।

    Drunken youths fired at the dance of the bar girls of the birthday party the girl died 2इस घटना के बाद मौके पर हड़कंप मच गया। किशोरी को आनन फानन में अस्पताल लाया गया। वहां से पटना रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही बच्ची ने दम तोड़ दिया।

    मृतका के पिता के मुताबिक गांव के ही मुन्ना यादव की बेटी का बर्थडे था। इस दौरान गांव में ही बार बालाओं के डांस का इंतजाम किया गया था। बार बालाओं के ठुमके के बीच शराब का भी इंतजाम किया गया था।

    इसी बीच कुछ युवक मस्ती में कट्टा से फायरिंग करने लगे। जिससे अपने घर के छत से कार्यक्रम देख रही बच्ची के सिर में गोली लग गयी।

    गोली लगते ही आनन-फानन में बच्ची को ईलाज के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल लाया गया। जहां इलाज के दौरान चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया।

    घटना को छिपाने के लिए आरोपी पक्ष के लोग काफी देर तक मृतका के पिता से मान मनोबल करते देखे गए। पिता पर जबरन छत से गिरने से मौत बताने के दबाव बना रहे थे।

    घटना की जानकारी मिलते ही अस्पताल पहुंचे दीपनगर थानाध्यक्ष एसके जायसवाल ने बताया कि जिस जगह कार्यक्रम चल रहा था वहां जगह कम था। इसी दौरान किसी ने फायरिंग कर दिया, जो बच्ची के सिर में लग गई। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया। जिसके यहां बर्थडे पार्टी था, वह सपरिवार फरार हो गए हैं।

  • भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला परिषद की बैठक संपन्न।

    भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी नालंदा जिला परिषद की बैठक बिहारशरीफ के राहुल भवन में हुई।कामरेड राम नरेश पंडित की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय परिषद के सदस्य कामरेड प्रमोद प्रभाकर ने बताया आज पूरी दुनिया के अंदर आर्थिक मंदी और युद्ध की स्थिति पैदा हो गई है देश के अंदर मनुवादी शक्तियों का बोलबाला है आर एस एस का एजेंडा पूरे देश में लागू किया जा रहा है राष्ट्रीय संपत्तियों को दो और हम दो हमारे दो के बीच बांटा जा रहा है।

    संविधान खतरे में लोकतंत्र खतरे में है ऐसी परिस्थिति में कम्युनिस्ट पार्टी का महत्वपूर्ण कर्तव्य है की केंद्र सरकार को 24 में बदल देना और एक जनवादी किसानों मजदूरों का सरकार स्थापित करना इसके लिए 18 से 24 दिसंबर तक सत्याग्रह आंदोलन चलेगा बैठक को जिला मंत्री राज किशोर प्रसाद आलोक कुमार रामनरेश प्रसाद सत्येंद्र कृष्ण रामप्रवेश सिंह डॉ मनोज कुमार सकलदेव यादव दिगंबर वकील हिमांशु लालती देवी सरोज देवी सुरेश प्रसाद शिव कुमार यादव मोहन प्रसाद लक्ष्मी नारायण सिंह दिनेश सिंह प्रकाश पाल विजय चौधरी सत्य प्रकाश कंचन देवी कालू रविदास आदि ने संबोधित किया साथियों ने नारा लगाया अधिकारों का देश का संविधान बचाओ ।

  • हिलसा में हुआ जीनियस फ़ैक्टरी कैम्पस का उद्घाटन, छात्रों को मिलेगा लाभ

    हिलसा ( नालंदा ) स्थानीय एसयू कॉलेज पूर्वी गेट के समीप कौटिल्य नगर में रविवार को जीनियस फ़ैक्टरी के नए कैम्पस का विधिवत उद्घाटन समाजसेवी सह नालंदा के ब्रांड ऐंबेसडर डा. आशुतोष कुमार मानव, एसयू कॉलेज के प्राचार्य डा. परमानंद पंडित, शिक्षाविद धीरज कुमार आदि ने फ़ीता काटकर संयुक्त रूप से किया . इस मौक़े पर बड़ी संख्या में छात्र – छात्राओं के अलावा दर्जनों शिक्षाविद शामिल हुए . इस मौक़े पर डा.मानव एवं परमानंद पंडित ने कहा कि जाने माने शिक्षाविद धीरज कुमार और उनकी टीम ने पूर्व में भी कई बार बेहतर अंक लाने वाले दर्जनों छात्र -छात्राओं को विशेष तौर से सम्मानित करते हुए उनका पूरा फ़ीस माफ़ कर दिया था जो अपने आप में बड़ा उदाहरण है .

    इस संस्थान के खुलने से न केवल हिलसा और आसपास के विद्यार्थियों में पढ़ाई के प्रति गहरी रूचि पैदा होगी बल्कि वे आइआइटी, मेडिकल समेत अन्य अपने मिशन में कामयाबी भी हासिल कर सकेंगे . वहीं जीनियस फ़ैक्टरी के संचालक श्री धीरज ने कहा कि शहर में पढ़ाई का बेहतर माहौल बन सके इसके लिए संस्थान सदा प्रयत्नशील रहेगा . चंदन कुमार, कुमार पवन, ई. धर्मेंद्र कुमार , अमित सक्सेना, मिथुन चक्रवर्ती, अनिल, सत्येंद्र कुमार, आर कुमार, रजनीश कुमार, विवेकानंद , डा. अविनाश, मनीष कुमार, कई नामचीन शिक्षकों की इस अनोखी पहल से बच्चों में न केवल पढ़ाई के प्रति रूचि जगी है बल्कि उनमे कुछ कर गुजरने का जज़्बा भी पैदा हुआ है. मेधावी बच्चों के सम्मान में कई तरह के कार्यक्रम इस कैम्पस में लगातार किए जाएँगे .

    धीरज कुमार एवं उनकी टीम के साथ साथ छात्र छात्राओं की लगन और मेहनत का ही नतीजा है कि पिछली बार 50 से अधिक छात्र-छात्राओं ने इंटरमीडिएट बोर्ड में 85% अंक प्राप्त कर पुरस्कृत होने का गौरव हासिल किया है . खासकर जो भी बच्चे क्लास करने के लिए जितना शुल्क दिए थे उन्हें पुरस्कृत के रूप में वापस उतना ही लौटा दिया गया था जिससे छात्र छात्राओं में काफी उत्साह माहौल देखने को मिला था .

    हालांकि इस दौरान नालंदा के जिला आइकन डा. आशुतोष कुमार मानव ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि धीरज कुमार की मेहनत और लगन की ही देन है कि इनके छात्र-छात्राओं की प्रतिभा हर जगह दिखती है . इनकी यह पहल सचमुच नालंदावासियों के लिए एक मिसाल है .

    आज इस कैम्पस के शुभारम्भ पर हम उम्मीद करते हैं कि बिल्कुल निशुल्क शिक्षा पाने वाले ये छात्र छात्राएं भविष्य में सरकार की विभिन्न नौकरियों में मेहनत कर पदस्थापित होगे . इस मौके पर कुमार पवन ,अमित आनंद एवं आइआइटी गणित शिक्षक चंदन कुमार ने कहा कि जीनियस फ़ैक्टरी के माध्यम से छात्र-छात्राओं के प्रति लगातार मार्गदर्शन बना रहेगा ताकि छात्र-छात्राएं अपने जीवन में बेहतर करें और कोचिंग संस्थान का नाम रोशन कर सकें . इस दौरान शिक्षाविद अरविंद कुमार, विकास कुमार, अमित आनंद, सन्तोष कुमार, अजय कुमार, राजा कुमार, रणधीर कुमार, प्रताप कुमार, धनंजय कुमार, रिशु पटेल, रत्नेश कुमार , आशुतोष विजेता रौशन मिश्राबड़ी संख्या में मेधावी और ग़रीब विद्यार्थी उपस्थित थे .

  • खुशखबरी! केंद्र सरकार Aadhar Card धारकों को देगी 80,000 रुपये, जानिए – पूरा सच..


    डेस्क : केंद्र सरकार की तरफ से लड़कियों व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए कई योजनाएं भी चलाई जा रही हैं. कई बार सोशल मीडिया पर इन योजनाओं को लेकर गलत खबरें भी वायरल होती रहती हैं. अभी कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक मैसेज भी वायरल हो रहा है जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार ‘प्रधानमंत्री क्रेडिट योजना’ के तहत सभी आधार कार्ड धारकों के खाते मे 80,000 रुपये की नकद राशि भी दे रही है

    अगर आपके सामने से भी आधार कार्ड से जुड़ा यह वीडियो गुजरा है तो, किसी भी फ्रॉड से बचने के लिए सही जानकारी जरूर प्राप्त कर लें. आपकी सावधानी और जागरूरकता से ही बचाव संभव है.

    जानिए क्या वायरल मैसेज का सच

    जानिए क्या वायरल मैसेज का सच

    ‘Sarkari Update’ नामक एक Youtube चैनल के इस वीडियो में दावा किया गया है कि केंद्र सरकार ‘प्रधानमंत्री क्रेडिट योजना’ चला रही है और इस योजना के तहत सभी आधार कार्ड धारकों को उनके खाते में 80,000 रुपये की राशि भी दी जा रही है. वीडियो में यह भी कहा गया है कि योजना भारत के सभी 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में लागू की जा चुकी है. वीडियो में आगे यह कहा गया है कि इस योजना का लाभ लेने के लिए उम्र सीमा 18 से 62 वर्ष तक रखी गयी है. इस वीडियो में लोगों से उनके प्रदेश का नाम कमेंट बॉक्स में बताने को भी कहा जा रहा है.

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  • आसमान में बिजली हमेशा ZigZag ही क्यों कड़कती है ? जानें एक बार में कितनी लंबी तय करती है दूरी


    डेस्क : कई बार आपने आसमान से बिजली गिरते हुए देखा होगा। जब भी आसमान से बिजली गिरती है तो वह सीधी नहीं गिरती हमेशा जिग जैग कर के नीचे आती है, ऐसे में जब भी बिजली कड़कती है तो वह टेढ़ी-मेढ़ी नजर आती है, शायद ही कभी ऐसा दिन हुआ होगा कि जब आपको सीधी रेखा में बिजली गिरते हुए नजर आई होगी।

    अक्सर ही लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होती कि आखिर बिजली कैसे बनती है और कैसे कार्य करती है आज हम आपको सारी जानकारी देने वाले हैं, जिसमें आपको बिजली बनाने से लेकर इसके हर तौर तरीके के बारे में पता चलेगा, बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के यूनिवर्सिटी के रिसर्चर जॉन लॉके ने इस पर शोध किया।

    जब भी आसमान से गरजने वाले बादल पृथ्वी से जुड़ते हैं तो लाखों वोल्ट में बिजली आसमान से नीचे गिरती है, ऐसे में जमीन और आसमान के बीच हजारों एंपियर का करंट दौड़ता है। जब भी धरती और बादल आपस में छूते हैं तो चार या पांच आड़ी तिरछी रेखाएं निकलते हैं। जमीन पर बिजली गिरने का कारण इनका आपसी घर्षण ही होता है। इसके बाद यह रेखाएं फिर से बनना शुरू हो जाती है। 50 साल पहले हाई स्पीड फोटोग्राफी की मदद से इस रहस्य से पर्दा उठाया गया था, शुरुआत में यह बिजली चमकीले रेखाओं की तरह नजर आई थी। इसके बाद 50 किलोमीटर की दूरी तय करके यह बिजली नीचे की और बढ़ गई।

    बिजली जिगजैग करते हुए इसलिए गिरती है क्योंकि महत्वपूर्ण संख्या में इलेक्ट्रॉनों को अलग करने के लिए पर्याप्त मेटास्टेबल स्थितियां बनती हैं। बादल के भीतर मेटास्टेबल स्थितियों और इलेक्ट्रॉनों का घनत्व बढ़ रहा है। एक सेकंड के 500 लाखवें हिस्से के बाद ही बिजली का संचालन होता है और हर कदम की नोक पर विद्युत क्षमता लगभग बादल की क्षमता तक बढ़ जाती है। पिछले चरणों में बनाए गए उत्तेजित अणु बादल तक एक स्तंभ बनाते हैं। पूरा स्तंभ तब विद्युत रूप से संचालित होता है, जिसमें विद्युत क्षेत्र की आवश्यकता नहीं होती है और प्रकाश का थोड़ा उत्सर्जन होता है।

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  • क्या आपकी भी जमीन है विवादित – घबराएं नहीं चुटकियों में ऐसे होगा समाधान..


    डेस्क : अगर आपके पास भी कोई विवादित जमीन है तो फिर ये बेहद काम की खबर को पढ़ लें. बिहार में ग्राम स्तर पर विवादित जमीन को चिह्नित भी किया जाएगा. शुक्रवार को गृह विभाग की समीक्षा बैठक भी हुई. इस बैठक में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने संबंधित अधिकारियों को इस संबंध में दिशा निर्देश भी दिया है. कहा यह गया है कि विभाग विवादित जमीन को ग्राम स्तर पर चिह्नित भी करे.

    इस बैठक के दौरान ही गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने जमीन विवाद के निराकरण के लिए भू-समाधान पोर्टल का एक्सेस राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को देने का निर्देश भी दिया. इस नए आदेश में जमीन विवाद मामलों की निगरानी के लिए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को पत्र लिखने को भी कहा गया है.आपको बता दें कि वर्तमान में अभी पंचायत स्तर पर विवादित जमीन को चिह्नित करने का काम भी किया जा रहा है.

    बताया यह जाता है कि जिन थाना, अंचल, अनुमंडल और जिला स्तर पर भूमि विवाद को लेकर बैठक नहीं हुई है उन सभी जिलाधिकारी, वरीय पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखने के लिए भी कहा गया है. शुक्रवार को हुई इस बैठक में कई अधिकारी भी मौजूद थे।

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