Month: December 2022

  • GST on Room Rent : अब घर के किराये पर चुकाना होगा 18% जीएसटी, जानें – क्‍या बोली सरकार?


    न्यूज डेस्क: सोशल मीडिया पर जीएसटी को लेकर एक खबर काफी चर्चा में है। हर कोई इस पर चर्चा करने को मजबूर भी है। दरअसल कहा जा रहा है कि अब किराए पर मकान लेने पर किराएदार को 18 फीसदी जीएसटी देना होगा। यह बात जैसे ही लोगों तक फैली लोग चौंक उठे। हालांकि अब सरकार के द्वारा भी इस पर बयान दिया जा चुका है। सरकार की फैक्ट चेक विभाग पीआईबी ने इस बात पर अपनी राय दे दी है।

    पीआईबी (PIB Fact Check) ने जांच पड़ताल के बाद बताया कि यह फैसला केवल उन्हीं संपत्ति पर लागू होगा जिनका उपयोग बिजनेस के उद्देश्य से किया जा रहा है। पीआईबी ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति किसी आवासीय संपत्ति प्रॉपर्टी को बिजनेस के लिहाजे से लेता है तो उसे 18 फ़ीसदी जीएसटी देना होगा। इससे यह साफ पता चलता है कि रहने के लिए मकान लेने पर जीएसटी नहीं लगेगा।

    बीते दिनों जीएसटी काउंसिल की बैठक में इस पर फैसला आने के बाद यह बात तेजी से फैल रही थी कि अब किराएदारों को भी 18 फीसदी जीएसटी देना होगा। इसके बाद सरकार ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि अगर किसी संपत्ति को किराए पर लेकर व्यवसायिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है तो किराए पर 18 फीसदी जीएसटी ही देना होगा। यदि इसका उपयोग आवासीय उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है तो आपको किराए पर जीएसटी का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है।

    [rule_21]

  • सातवां, ‘ULPIN’ अब आय के कागजात पर अनिवार्य है

    हैलो कृषि ऑनलाइन: राज्य में सरकार ने अब से सभी 12 किश्तों और आय पत्रों पर ‘विशिष्ट भूमि पहचान संख्या’ (ULPIN नंबर) जारी करने की मंजूरी दे दी है। दिलचस्प बात यह है कि यह नोटिफिकेशन केंद्र सरकार ने किया था।

    राजस्व एवं वन विभाग के संयुक्त सचिव रमेश चव्हाण ने 30 नवंबर, 2022 को इस संबंध में एक सरकारी फैसला जारी किया है। सातवां, इसमें कहा गया है कि राजस्व प्रणाली को आय के कागजात पर ‘ULPIN’ (यूनिफाइड लैंड पार्सल आइडेंटिफिकेशन नंबर) नंबर दिखाने की मंजूरी दी गई है। अभी व। इसके लिए महाराष्ट्र भू-राजस्व संहिता, 1966 तथा महाराष्ट्र भू-राजस्व अधिकार अभिलेख एवं रजिस्टर, तैयारी एवं अनुरक्षण नियम, 1971 के प्रावधानों को समर्थन के रूप में लिया गया है। इस फैसले से केंद्र को किसी संपत्ति का पता लगाने में भी आसानी होगी।


    ई-फरफार परियोजना की स्टेट कोऑर्डिनेटर डिप्टी कलेक्टर सरिता नारके ने कहा, ‘केंद्र सरकार ने देश के सभी राज्यों को राजस्व दस्तावेजों को बचाने और उपयोग करने की विधि को सरल और कम्प्यूटरीकृत करने के निर्देश दिए हैं. भारत को संयुक्त राष्ट्र द्वारा उपयोग करने का निर्देश दिया गया था. संपत्ति से संबंधित दस्तावेजों पर यूएलपीआईएन सभी राज्यों में दस्तावेजों को सुव्यवस्थित करने में मदद करेगा, यह महसूस करने के बाद, केंद्र ने पूरे देश में यूएलपीएन के संबंध में निर्देश जारी किए हैं।

    इस बीच, यूएलपीआईएन नंबर जारी करने के सरकार के फैसले के बाद भी सतबारा और आय विवरणों पर पिछले नंबर बने रहेंगे। “राज्य ने पहले से ही ग्रामवार दस्तावेजों को संरक्षित कर रखा है। इसलिए प्रत्येक गांव में राजस्व कार्यालय नंबर एक से शुरू होते हैं। लेकिन अब यूएलपीआईएन के आने से देश में किसी भी संपत्ति के दस्तावेज का एक अलग नंबर होगा और उसकी पहचान करना संभव होगा।” यह तुरंत,” राजस्व विभाग के सूत्रों ने कहा।


    सातवें पद में यही परिवर्तन होगा

    – यूएलपी अब समूह संख्या और उपखंड के उल्लेख से पहले संख्या डालेगा।
    – यूएलपी से संबंधित स्कैनेबल क्यूआर कोड अब गांव के सैंपल नंबर सात पर्ची पर दाहिने हाथ के कोने में होगा। वहीं ULPIN नंबर भी देना होगा।
    – पेपर के बीच में महाराष्ट्र सरकार का लोगो होगा।
    – यूएलपीआईएन नंबर फॉर्म पर पहली लाइन के ऊपर बाईं ओर दिया जाएगा।
    – यूएलपी से संबंधित स्कैन करने योग्य क्यूआर कोड अब लीफलेट के ऊपर दाएं कोने में होगा।
    – वहीं ULPIN नंबर भी देना होगा।

    स्रोत: एग्रोवन


  • जल्दी डबल करना है पैसा तो पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में करें इनवेस्टमेंट, मिलेगा Bank से दोगुना रिटर्न, जानें डिटेल्स


    डेस्क : अगर आप भी कम समय में सुरक्षित निवेश करना चाहते हैं और अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो आपके लिए एक बेहतर विकल्प है। पोस्ट ऑफिस (Post Office) के फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) प्लान में आपको अच्छा रिटर्न मिलता है। इसमें आपको मुनाफे के साथ-साथ सरकारी गारंटी भी मिलेगी।

    पोस्ट ऑफिस FD है आसान :

    पोस्ट ऑफिस FD है आसान : गौरतलब है कि पोस्ट ऑफिस में FD कराना भी बेहद आसान है। यह जानकारी इंडिया पोस्ट ने अपनी वेबसाइट पर दी है। इस जानकारी के मुताबिक आप अलग-अलग 1,2, 3, 5 साल के लिए पोस्ट ऑफिस में FD करवा सकते हैं. आइए जानते हैं इस योजना में ओर क्या-क्या फायदे मिलते हैं

    पोस्ट ऑफिस FD के लाभ

    पोस्ट ऑफिस FD के लाभ

    FD अकाउंट कैसे खोलें :

    FD अकाउंट कैसे खोलें : पोस्ट ऑफिस में FD कराने के लिए आप चेक या कैश देकर खाता खुलवा सकते हैं। इसमें न्यूनतम 1000 रुपये से आप आसानी से खाते खोले जा सकते हैं और अधिकतम राशि जमा करने की कोई सीमा भी नहीं है।

    FD पर मिलेगा कितना ब्याज?

    FD पर मिलेगा कितना ब्याज?

    [rule_21]

  • Indian Railway : अब ट्रेन में TTE नहीं बेच सकेंगे खाली सीटें, रेलवे ने उठाया ये बड़ा कदम..


    Indian Railway : यदि अब रिजर्वेशन नहीं है तो आपको सीट नहीं मिलेगी। अब टीटीई चार्टिंग के बाद खाली होने वाली सीटें अपात्रों या चेहतों को नहीं दे पाएंगे। ऐसा हैंड हेल्ड टर्मिनल मशीन के जरिए संभव होगा। पहले स्वर्ण शताब्दी के चलित चेकिंग स्टाफ को रेलवे प्रशासन ने मशीन दी और फिर रविवार को श्रमशक्ति एक्सप्रेस के टीटीई दल को। इससे अतिरिक्त किराए के आकलन के लिए टीटीई को भी माथापच्ची नहीं करनी पड़ेगी। अब बस एक क्लिक पर पता चल जाएगा कि अमुख स्टेशन पर कितना किराया चार्ज करना है।

    ये मशीनें भविष्य में हर चेकिंग दल को दी जाएंगी। यह 1018 एचएचटी जोन को मिली हैं। एनसीआर के सीपीआरओ डॉ. शिवम शर्मा ने जानकारी दी कि यात्रियों को नई सुविधा से परेशानी नहीं होगी। अब टीटीई भी सीट खाली सीट या आरएसी कंफर्म होने पर प्राथमिकता वाले यात्रियों को आवंटन करेंगे, क्योंकि उन्हें इस मशीन में खाली सीटें आवंटन को फीड करना होगा।

    हैंड हेल्ड टर्मिनल मशीन पर टीटीई ट्रेन चलने के 15 मिनट पहले आरक्षण चार्ट डाउनलोड करेगा। रेलवे के आरक्षण सर्वर क्रिस से यह मशीने सीधे कनेक्ट रहेगी। इस चलते चार्टिंग के बाद का सारा अपडेट फीड हो जाएगा। आपको बता दें कि आरक्षण चार्ट ट्रेन चलने के तीन घंटे पहले प्रिंट होता है और इसके बाद की सीटें खाली होने पर टीटीई अपनी मर्जी से आवंटन करता था। अब यदि रिजर्वेशन नहीं है तो टीटीई से जुगाड़ के बाद भी सीट नहीं मिलेगी। भारतीय रेलवे ने नियमों में कुछ बदलाव कर दिए हैं। अब ये सुविधा कानपुर शताब्दी, श्रमशक्ति एक्सप्रेस, प्रयागराज एक्सप्रेस और आगरा-दिल्ली इंटरसिटी में नहीं होगी।

    [rule_21]

  • जनधन खाताधारकों की बल्ले बल्ले! अब हर माह मिलेंगे 1,000 रुपये, जानिए कैसे?


    न्यूज़ डेस्क : इन दिनों गरीब और जरूरतमंदों के हित में कई योजनाएं सरकार द्वारा चलाई जा रही है। इसमें से जन धन (Jandhan Account) योजना जरूरतमंदों के लिए काफी लाभदायक साबित हुआ। ऐसे में जनधन खाताधार के लिए एक और अच्छी खबर है। सरकार के द्वारा इस योजना के तहत एक हजार रुपये प्रति महीने खाता में दिया जा रहा है। आपका जनधन खाता है तो जांच लें कि पैसा आया की नहीं। इस योजना के पीछे एक मात्र उद्देश्य गरीबों को आर्थिक मदद पहुंचाना है। सभी जनधन खाताधारक यदि इसका लाभ उठाते हैं तो उनकी आर्थिक वृद्धि के साथ साथ देश की भी प्रगति तय है।

    मिलता है 10,000 का लाभ :

    मिलता है 10,000 का लाभ : मालूम हो कि जन धन खाते के तहत आपके खाते में जीरो बैलेंस होने पर भी आपको बैंक से 10,000 रुपये तक की आर्थिक सहायता मिलेगी। इस खाते पर बैंक सरकार की ओर से ग्राहकों को 10,000 रुपये की ओवरड्राफ्ट सुविधा प्रदान करता है।

    2000 रुपये बिना किसी शर्त के मिलेंगे :

    2000 रुपये बिना किसी शर्त के मिलेंगे : पहले ग्राहकों को बैंक की ओर से केवल 5000 रुपये तक के ओवरड्राफ्ट की सुविधा दी जाती थी, परंतु बाद में इसे बढ़ाकर 10,000 कर दिया गया। इसके साथ ही आप 2000 रुपये तक के ओवरड्राफ्ट की सुविधा बिना किसी शर्त प्राप्त कर सकतें हैं।

    3000 रुपये पेंशन मिलेगी :

    3000 रुपये पेंशन मिलेगी : ग्राहक सुविधाजनक जन धन खाते के लिए श्रमिक श्रम धन खाते की सुविधा का भी लाभ उठा सकते हैं। इसके तरह 60 वर्ष की आयु वालों को 3000 रुपये पेंशन राशि भी मिलती है।

    6 महीने पुराना खाता होने पर ही मिलेगा यह लाभ :

    6 महीने पुराना खाता होने पर ही मिलेगा यह लाभ : आपको बातादें कि 6 महीने पुराना खाता होने पर बैंक ओवरड्राफ्ट की सुविधा दी जाती है। इसके बाद ही ओवरड्राफ्ट 10,000 रिपये प्राप्त कर पाएंगे। 6 महीने से नए खाते में केवल 2000 रुपये तक के ओवरड्राफ्ट की सुविधा मिलेगी।

    कहां खुलवाएं खाता :

    कहां खुलवाएं खाता : यदि आपने अभी तक यह खाता नहीं खोला है तो आप इस आधिकारिक वेबसाइट pmjdy.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इसके साथ ही आप किसी भी बैंक में जाकर यह खाता खोल सकते हैं।

    [rule_21]

  • पराली जलाने से रोकने के लिए किसानों एवं ग्रामीणों को किया गया जागरुक

    थरथरी ( नालंदा ) प्रखंड के नारायणपुर गाँव में पराली जलाने से होने वाले बड़े नुक़सान को लेकर प्रखंड कृषि पदाधिकारी अशोक कुमार साहनी के नेतृत्व में जागरुकता अभियान चलाया गया जिसमें गाँव के कई किसानों ने हिस्सा लिया . इस दौरान आयोजित जन संवाद के तहत ग्रामीणों को अन्य सरकारी सुविधाओं के बारे में भी अद्यतन जानकारी दी गई . इस दौरान कार्यक्रम में पहुँचे समाजसेवी सह नालंदा के ब्रांड ऐंबेसडर डा. आशुतोष कुमार मानव ने ख़ासकर किसान भाईयों से अपील की कि वे किसी भी क़ीमत पर पराली न जलाएँ . इससे होने वाले प्रदूषण के ख़तरों से आम जन को सावधान करते हुए कहा कि दूषित हवा से कई गम्भीर बीमारियाँ होती हैं जिसका इलाज काफ़ी महँगा होता है|

    कई बार ऐसा भी देखा गया है कि पराली जलाने की वजह से कई एकड़ फसल ख़ाक में मिल गए . प्रखंड कृषि पदाधिकारी श्री अशोक ने कहा कि अगर गाँव वाले चाह लेंगे तो कोई पराली नहीं जला पाएगा इससे गाँव की हवा स्वच्छ रह पाएगी . उन्होंने गाँव में व्यापक जन जागरुकता फैलाने पर भी ज़ोर दिया . इसी क्रम में रासायनिक उर्वरक की जगह जैविक खाद के प्रयोग पर बल दिया गया . जल जीवन हरियाली, जल संरक्षण जैसे विषयों को लेकर भी ग्रामीणों को जागरुक किया गया . मौक़े पर कृषि समन्वयक पंकज कुमार , अमित शरण , शत्रुघ्न सिंह , नंद किशोर शर्मा , गया सिंह , ललन शर्मा, राहुल कुमार , सूरज कुमार, नीरज कुमार समेत कई लोग उपस्थित थे .

  • बिहार में 300 साल पुराने शिव मंदिर को जमीन से 4 फीट उठाया, 250 जैक लगाकर बढ़ाई ऊंचाई..


    डेस्क : बिहार में पश्चिमी चंपारण जिले के मंझरिया चौक स्थित करीब 300 साल तक पुराने बाबा शिव मंदिर को जमीन से 4 फीट ऊपर उठाया गया है। जैक लिफ्टिंग की इस तकनीक के सहारे मंदिर की ऊंचाई बढ़ जाने से स्थानीय लोग भी खुश होने के साथ-साथ अचंभित भी हैं। उद्देश्वरनाथ शिव मंदिर को जैक लिफ्टिंग के जरिए जमीन से ऊपर उठाने का काम बृहस्पतिवार को ही पूरा हुआ।

    जैक लिफ्टिंग का काम करने वाली कंपनी के संचालक चंदन कुमार ने बताया कि 9 गुंबद वाले मंदिर की बाहरी दीवार 36 इंच व भीतरी 50 इंच तक चौड़ी है। 18 मजदूरों ने लगभग 2 माह तक नियमित काम कर पूरे भवन के गर्भ से कुल 250 जैक भी लगाए। फिर जैक लगाकर मंदिर को धीरे-धीरे ऊंचा करके नीचे से ईंट जोड़ी गई। भवन को ऊपर उठाने के लिए पहले नींव से एक-एक ईंट को निकाला गया था इसके बाद फिर उसी जगह पर जैक लगाकर सपोर्ट भी दिया गया। धीरे-धीरे उसे ऊपर उठाया गया और ईंट की जोड़ी बन गई।

    पहले की तरह ही मजबूत रहेगा मंदिर

    पहले की तरह ही मजबूत रहेगा मंदिर

    चंदन कुमार ने बताया कि इस प्रक्रिया से मंदिर की मजबूती पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। बल्कि मजबूती और पहले से और बढ़ ही जाएगी। मंदिर के गर्भगृह में पहले की तरह ही एक साथ करीब 50 लोग प्रवेश भी कर सकेंगे। जीर्णोद्धार हो जाने के बाद से मंदिर की क्षमता प्रभावित नहीं होगी।

    [rule_21]

  • यात्रीगण ध्यान दें! 12568 पटना-सहरसा राज्यरानी एक्सप्रेस रहेगी रद्द, यात्रा से पहले जान ले स्टेटस..


    न्यूज डेस्क: ठंड के मौसम में कई ट्रेनों को रद्द कर दी जा रही है। तो कईयों के टाइम टेबल में बदलाव। ऐसे में यात्रियों को कई बार परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी बीच बरौनी जंक्शन पर 2 से 8 नवंबर तक प्री-एनआई और एनआई कार्य चल रहा है। ऐसे में ट्रेनों के परिचालन में कुछ बदलाव किए गए हैं। इस कारण रोजाना हजारों की संख्या में यहां से यात्रा करने वाले यात्रियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

    इस संबंध में हाजीपुर मंडल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि 8 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है जबकि कुछ ट्रेनों के परिचालन में बदलाव किया गया है। वहीं, ट्रेन संख्या- 12568 पटना-सहरसा राज्यरानी एक्सप्रेस 3 व 5 दिसंबर को पटना से एक घंटे की देरी से चलेगी। जबकि 2 व 4 दिसंबर को पटना से सहरसा आने के क्रम में यह ट्रेन मोकामा से दिनकर गांव सिमरिया के बीच एक घंटे के लिए नियंत्रित रहेगी।

    इन ट्रेनों के टाइम टेबल में बदलाव के कारण यहां से सफर करने वाले हजारों की संख्या में यात्रियों को दिक्कत हो गया। हालांकि यह काम पूरे होने के बाद फिर से पहले की तरह ट्रेन के परिचालन के जाएंगे। देश में कई अन्य ट्रेनों को कोहरे के चलते रद्द कर दिया गया है। कईयों को तो फरवरी तक के लिए रद्द किया गया है। ऐसे में कहीं भी यात्रा करने पर पहले आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर जाकर चेक कर लें कि आपका ट्रेन परिचालन में है या नहीं। इससे जुड़े अधिक जानकारी के लिए आप IRCTC की वेबसाइट पर जा सकते हैं।

    [rule_21]

  • Khesari Lal Yadav पर लोक गायिका नेहा सिंह राठौर का तंज, कहा – जो बोया है वही काटोगे’


    डेस्क : भोजपुरी एक्टर व गायक खेसारी लाल यादव (Bhojpuri Actor Khesari Lal Yadav) हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर लाइव आए थे और उन्होंने समाज विशेष के लोगों पर निशाना भी साधा था (khesari lal yadav controversy) था. उनका यह आरोप था कि अगर वो अपनी मेहनत से आगे बढ़ रहे हैं तो इसमें उनकी क्या गलती व कसूर है साथ ही उनकी बेटी और परिवार ने किसी का क्या ही बिगाड़ा है. ऐसे में अब भोजपुरी कलाकार नेहा सिंह राठौर ने खेसारी लाल यादव पर विक्टम कार्ड खेलने का आरोप लगाया है.

    ‘जो बोया है वही काटना पड़ेगा’ :

    ‘जो बोया है वही काटना पड़ेगा’ : गायिका नेहा राठौर बोलीं- ‘ACTION का रिएक्शन तो होगा’

    नेहा सिंह राठौर ने कही यह बात :

    नेहा सिंह राठौर ने कही यह बात : गायिका नेहा सिंह राठौर ने अपने फेसबुक पेज पर एक क्लिप शेयर किया है, जिसमें वो अपने अंदाज में खेसारी लाल यादव की धज्जियां उड़ाती भी नजर आ रही हैं। नेहा राठौर ने कहा, ‘मैं नाम तो नहीं लूंगी किसी का पर आप समझ तो जाएंगे ही एक इंसान आते है और कहते हैं कि मैं पिता हूं और फिर पिता का हवाला देकर वो बचना चाहते है

    चीजों से और फिर से राजपूत समाज और यादव समाज करने लगते हैं। सबसे पहले तो मैं यह कहना चाहती हूं कि जो बोया है वही आप काटोगे। मुझे पता है कि यहां भी कुछ यादव जी टाइप के लोग अभी आ जाएंगे क्योंकि मैं राजपूत समाज से हूं। और लोग ये कहेंगे कि मैं राजपूत और भूमिहार खेल रही हूं। तो कहते रहिए मुझे कुछ भी फर्क नहीं पड़ता है। मैं सच को सच ही कहूंगी और गलत को गलत… आप कहते हैं कि आप अब पिता हैं और मेरी बेटी के लिए इंडस्ट्री में गंदे गीत गाए जा रहे है। पहले यह बताइए शुरूआत किसने की थी?

    [rule_21]

  • चने की फसल में घट का कीड़ा, हल्दी में कंडाकुजी का प्रबंधन कैसे करें? विशेषज्ञ की सलाह पढ़ें

    हैलो कृषि ऑनलाइन: किसान मित्रों चना, जो कि रबी सीजन की प्रमुख फसल है, अधिकांश क्षेत्रों में बोई जा चुकी है, लेकिन वर्तमान में कई क्षेत्रों में चना प्रभावित है। वसंतराव नाइक मराठवाड़ा कृषि विश्वविद्यालय, परभणी में ग्रामीण कृषि मौसम विज्ञान सेवा योजना की विशेषज्ञ समिति ने कृषि मौसम के आधार पर कृषि सलाह की सिफारिश निम्नानुसार की है। आइए जानते हैं…

    फसल प्रबंधन

    1) ग्राम: चना बोने के 25 से 30 दिन बाद 19:19:19 खाद 100 ग्राम प्रति 10 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करना चाहिए। अगेती बोई गई चना फसल में आवश्यकतानुसार जल प्रबंधन करना चाहिए। चने की फसल में घाट आर्मीवर्म संक्रमण के प्रबंधन के लिए प्रति एकड़ 20 अंग्रेजी टी-आकार का पक्षी स्टॉप और घाट सेना सर्वेक्षण के लिए प्रति एकड़ 2 कार्य गंध जाल स्थापित किया जाना चाहिए। चना बेधक प्रबंधन के लिए 5% (NSKE) नीम्बोली अर्क या क्विनोल्फॉस 25% EC 20 मिली या इमेमेक्टिन बेंजोएट 5% 4.5 ग्राम प्रति 10 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। वर्तमान में चने की फसल में मनकुजाव्या एवं मार के प्रबंधन हेतु कॉपर ऑक्सीक्लोराइड 25 ग्राम प्रति 10 लीटर पानी में डालना चाहिए अथवा बायोमिक्स का प्रयोग करना चाहिए। बायोमिक्स लगाने के लिए पंप के नोजल को हटा दें और प्रति 10 लीटर पानी में 200 ग्राम (पाउडर) / 200 मिली (तरल) डालें।

    2) हल्दी: हल्दी में कंद प्रबंधन के लिए बायोमिक्स 150 ग्राम प्रति 10 लीटर पानी में डालना चाहिए। हल्दी पर सुंडी के प्रबंधन के लिए क्विनालफॉस 25% 20 मि.ली. या डाइमेथोएट 30% 15 मि.ली. प्रति 10 लीटर पानी में मिलाकर 15 दिनों के अंतराल पर अच्छी गुणवत्ता वाले स्टीकर से छिड़काव करें। उजागर कंदों को मिट्टी से ढक देना चाहिए। (केंद्रीय कीटनाशक बोर्ड द्वारा हल्दी की फसल पर कोई लेबल का दावा नहीं किया गया है और शोध के निष्कर्ष विश्वविद्यालय की सिफारिश में दिए गए हैं)।

    3) गन्ना : यदि गन्ने की फसल तना छेदक से प्रभावित हो तो प्रबंधन के लिए क्लोरपाइरीफॉस 20% 25 मिली या क्लोरट्रानोलेप्रोल 18.5% 4 मिली प्रति 10 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। गन्ने की फसल में आवश्यकतानुसार पानी का प्रबंध करना चाहिए।

    4) करदई : यदि समय से बोई गई ज्वार की फसल में ज्वार का प्रकोप दिखे तो इसके प्रबंधन के लिए डाईमेथोएट 30% 13 मिली या एसीफेट 75% 10 ग्राम प्रति 10 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करना चाहिए। केसर की फसल में खरपतवार के प्रकोप के आधार पर एक से दो निराई गुड़ाई बुवाई के 25 से 50 दिन बाद करनी चाहिए। अगेती बुवाई वाली ज्वार की फसल में आवश्यकतानुसार पानी का प्रबंधन करना चाहिए।