रुपौली/विकास कुमार झा
पूर्णियाँ: कृषि विभाग के पदाधिकारियों के द्वारा खाद माफिया आलोक भगत के ऊपर चौबीस घंटे बीत जाने के बाद भी मामला दर्ज नहीं हुआ, वही दूसरे दिन आलोक भगत पूरे परिवार के साथ प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाते देखा गया, जिससे प्रखंण्ड कॄषि पदाधिकारी का चरित्र संदेह के घेरे में आ गया है।
जबकि रुपौली प्रखंड कृषि पदाधिकारी राघव प्रसाद ने सिटी हलचल न्यूज़ को एफआईआर दर्ज करने की बात कही थी। इसको लेकर अकबरपुर थाने को प्रतिलिपि भी प्रेषित किया था। मामला दर्ज नहीं होने से लोगों को लगने लगा है कहीं यह मामला भी भ्रष्टाचार की भेंट ना चढ़ जाएं, जबकि खाद माफिया आलोक भगत के बारे में बताया जाता है यह अन्तर जिला खाद माफिया है, वही जब मामला दर्ज नहीं होने का सवाल रुपौली प्रखंड कृषि पदाधिकारी राघव प्रसाद से पूछें तो उनका कहना हुआ आज़ पांच बजे तक का समय जिला कृषि पदाधिकारी के निर्देश पर दिया गया था क्योंकि आलोक भगत के पास विभाग के तरफ़ से उर्वरक एवं बीज बैचने का वैध लाइसेंस प्राप्त था,
वही उनके द्वारा बताया गया सोमवार को खाद माफिया आलोक भगत पर मामला अकबरपुर ओपी में दर्ज करवाया जाएगा। किया था मामला खाद माफिया आलोक भगत के घर के गोदाम सहित बासा से अवैध उर्वरक सहित बीज एवं किटनाशक मिला था,जिसमें उर्वरक माफिया आलोक भगत के बासा सहित घर से नागार्जुना का नीम कोटेड यूरिया 39 बोड़ी इफको डीएपी 3 बोरी, आईपीएल एमओपी 43 बोड़ी, मक्के का बीज 96 पैकेट श्रीकर का 40 पैकेट पायोनियर का बीज जप्त किया गया है।सभी उर्वरक एवं बीज की जप्ती सूची बनाकर पास के अधिकृत उर्वरक विक्रेता आर्यन खाद्य बीज भंडार भिखना को सौंप दिया गया है।