मीरगंज/ सोनू कुमार झा
मीरगंज को नगर पंचायत का दर्जा मिल गया। मगर सुविधाओ की बात करे तो जमीन से सुविधा नदारद है। बाजार के मुख्य चौराहे से जोगबनी कुर्सेला स्टेट हाइवे पर हल्की बारिश में विगत 5 वर्षों से घुटने भर जलजमाव होता रहता है । जो गन्दा पानी महीनों भर तक बना रहता है । इस गन्दे पानी की दुर्गंध से आसपास के सेकड़ो दुकानदारों की दुकानदारी पर व्यापक प्रभाव पड़ता है ।
परन्तु व्यवसायी लाचार होकर किसी का विरोध नहीं करता है जिसके कारण ऊंचे कुर्सी पर काबिज जनप्रतिनिधि का ध्यान आकृष्ट नहीं होता है । यही कारण है कि नेता मंद-मंद मुस्कुराकर भोली भाली जनता को बुड़बक बनाती रहती है । गौरतलब बात है कि जहां सड़क नहीं है वहाँ जलजमाव व कीचड़ होना लाजमी बात है । परन्तु जहाँ सड़क होते हुए कीचड़ हो यह सबसे बड़ा दुर्भाग्य है । बताते चले कि कुर्सेला जोगबनी स्टेट हाइवे पर व्यापक रूप से ट्रक चलने के कारण मुख्य चौराहे से पूर्व ब्रेक लगाने के कारण सड़क 2 फिट नीचे धंस गई है । ऐसे में यदि मीरगंज बाजार के चैराहे की धंसी सड़क को जब तक ऊंचा नहीं किया जाएगा तबतक जलजमाव से कोई विकल्प नहीं निकल पाएगा ।
गौरतलब बात है कि इस बात की जानकारी वीणा कंट्रक्शन के इंजीनियर और अन्य कर्मियों को भी पता है परन्तु जेसीबी लाकर दुकानदारों द्वारा दुकान के आगे डाली हुई लगभग 200 ट्रेक्टर मिट्टी काटकर अपने प्लांट पर रखने के अलावा उन्हें कुछ नहीं आता है । यदि इन नालियों का भी समय समय पर सफाई होती रहे तो शायद समस्या का समाधान हो सकता है । दुकानदार जलजमाव से बचाव के लिए मिट्टी दुकान के आगे डालते हैं । यदि ऐसे में ठीकेदार, विधायक या सांसद पहल कर दें तो शायद मीरगंज का भला हो सकता है । परन्तु ये लोग अभी गहरी नींद में हैं ।
गुरुवार को बारिश छूटने के बाद बाजार करने हजारों राहगीर व ग्राहक ने मीरगंज को नरक पंचायत बताया वहीं घुटने भर पानी की वजह से सेकड़ो दुकानें इसलिए बन्द रही कि ग्राहक कीचड़ पार कर उस दुकान पर जाना मुनासिब नहीं समझते हैं । दुकानदारों में मनोज साह, रजनीश साह, पंकज गुप्ता, मोहम्मद लालू, मोहम्मद करीम, कन्हैया कुमार, मुर्शिद आलम, मंटू कुमार, अर्जुन दास ने सरकार की उदासीनता पर गहरी चिन्ता जताया ।