नगर निकाय चुनाव रद्द होने के बाद अब यह मामला राजनीतिक तूल पकड़ लिया

बिहार में इन दिनों नगर निकाय चुनाव रद्द होने के बाद अब यह मामला राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। सभी पार्टियां इस नगर निकाय चुनाव रद्द होने के बाद अपने अपनी प्रतिक्रिया हैं दे रहे हैं। इसी कड़ी में जदयू के नालंदा सांसद कौशलेंद्र कुमार रहुई प्रखंड के गराय बीघा गांव पहुंचे। जहां उन्होंने धार्मिक अनुष्ठान में शिरकत की। इस दौरान जदयू के राष्ट्रीय महासचिव इंजीनियर सुनील पूर्व एमएलसी राजू यादव रहुई प्रखंड अध्यक्ष राकेश मुखिया भी मौजूद रहे। इस दौरान सांसद कौशल कुमार ने कहा कि अति पिछड़ा का आरक्षण कोई आज की बात नहीं है यह आरक्षण पहले से ही दिया गया है।

जान बूझकर कोर्ट ने यह काम किया है इसको लेकर बिहार के सरकार अब सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में है। गौरतलब है कि 2006 में ही सभी से राय विचार लेकर के यह कानून बनाया गया था।बाजबता इसे विधानसभा से पारित किया गया था क्योंकि यह मामला राज्य का है केंद्र का नहीं। जब सरकार इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाएगी तो निश्चित रूप से सुप्रीम कोर्ट में जो अति पिछड़ा का आबादी का जो आकड़ा है उस आबादी के हिसाब से आरक्षण मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास रहेगा कि 2022 में ही नगर निकाय चुनाव करा दिया जाए।

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