लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा की तैयारी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वरीय अधिकारियों के साथ स्टीमर पर सवार होकर विभिन्न गंगा घाटों का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने दानापुर के नासरीगंज घाट से लेकर पटना सिटी के गायघाट तक विभिन्न गंगा घाटों का निरीक्षण किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने गंगा के बढ़े जल स्तर को देखते हुए वरीय अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किया। मुख्यमंत्री ने घाटों की साफ-सफाई और सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन के वरीय अधिकारियों को भी कई निर्देश जारी किए। बाद में मुख्यमंत्री गायघाट जेटी उतरकर पटना के लिए रवाना हो गए। इस मौके पर जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर, प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संजय अग्रवाल, जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी मानव जीत सिंह ढिल्लों के अलावे जिला प्रशासन के कई आला अधिकारी मौजूद थे।
हालांकि इस दौरान वरीय पुलिस अधिकारियों ने मीडिया कर्मियों को कवरेज करने से रोक दिया। गौरतलब है कि छठ पूजा की तैयारी को लेकर मुख्यमंत्री का यह पहला घाट निरीक्षण है। मुख्यमंत्री आगे भी छठ घाट की तैयारियों का जायजा लेंगे। गंगा के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि होने से राजधानी पटना के कई घाट अभी डूबे हैं। लोक आस्था का चार दिवसीय छठ महापर्व 28 से 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा। छठ पूजा में अब महज दो सप्ताह से भी कम समय बचा है, ऐसे में छठ पूजा को शांतिपूर्ण संपन्न कराना राज्य सरकार और जिला प्रशासन के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को स्टीमर से छठ के घाटों का जायजा ले रहे थे. इस दौरान सीएम हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बच गए. रिपोर्ट के मुताबिक जायजा लेने के दौरान मुख्यमंत्री का स्टीमर गंगा नदी के किनारे स्थित छठ घाट के निरीक्षण के दौरान जेपी सेतु के एक खंभे से टकरा गया. थोड़ी देर के लिए अफरा-तफरी मच गई. हालांकि सीएम सहित नाव में सवार सभी लोग सुरक्षित हैं. फिलहाल गंगा में जलस्तर काफी बढ़ गया है. कई जगह नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इसके कारण समस्या आई।