राजगीर में नवनिर्मित विशाल गुरुद्वारा के दर्शन के लिए विदेशों से पहुंच रहे श्रद्धालु – Nalanda Darpan – गाँव-जेवार की बात।

राजगीर (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले से जहां विश्व प्रसिद्ध स्थल राजगीर में भी विशाल गुरुद्वारा बनकर तैयार हो गया है। गुरुनानक देव जी के 554 वें प्रकाश पर्व के मौके पर 3 दिवसीय उत्सव का आयोजन किया गया है, जिसमें देश विदेश से कई श्रद्धालु शामिल हुए हैं।

बता दें कि राजगीर के शीतल कुंड स्थित गुरुद्वारा निर्माण का कार्य पूरा हो गया है। पिछले साल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा निर्माण कार्य का शुभारंभ किया गया था जिसका निर्माण कार्य आज पूरा हो गया।

Devotees arriving from abroad to visit the newly built huge Gurudwara in Rajgir 1गुरुनानक देव जी के 554 वे प्रकाश पर्व को देखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा पुख्ता इंतजाम किया गया है ताकि आने वाले श्रद्धालु को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो।

बता दें कि भूतल पर कार पार्किंग है। वहीं प्रथम तल्ले पर लंगर हाल, किचेन व स्टोर का निर्माण हुआ है। उसके ऊपर अद्भुत रूप में गुरुद्वारा का निर्माण हुआ है।

परिसर में 28 डीलक्स आवास का निर्माण, पदाधिकारियों का कार्यालय, बिस्तर घर, जोड़ा घर तथा प्रतीक्षालय बनाया गया। गुरुद्वारा के चारों ओर पहाड़ व हरियाली दिखेगी। पूरी इमारत उजले रंग की है।

गुरुनानक देव जी के 554 वें प्रकाश पर्व के मौके पर 3 दिवसीय उत्सव का आयोजन किया गया है, जिसमें देश विदेश से कई श्रद्धालु शामिल हुए हैं।

उल्लेखनीय है कि गुरुनानक ने अपने प्रवास के दौरान गर्म कुंड को अपने यश से शीतल किया जिसे गुरुनानक शीतल कुंड के नाम से जाना जाता है। गुरुद्वारे में एक कुंड है। जिसके बारे में कहा जाता है कि गुरुनानक देव ने धरती पर तीर मारकर यहां से पानी की धार निकाली थी।

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कहा जाता है कि रजौली से भागलपुर जाने के क्रम गुरुनानक देव राजगीर में रुके थे। देश-विदेश से आने वाले सिख श्रद्धालु राजगीर पहुंचते हैं और शीतलकुंड गुरुद्वारा में मत्था टेकना नहीं भूलते हैं।

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