सिटीहलचल न्यूज़/फारबिसगंज
अररिया जिला में अपराधिक वारदातों पर अंकुश की बात बेमानी है। अमूमन राज्य के हर जिले में अपराधिक घटनाओं का सिलसिला जारी है हत्या लूट बलात्कार जैसी घटनाओं पर विराम नहीं लग रहा है इन मामलों में जिला अररिया भी कम नहीं है। खास तौर पर लूट बलात्कार और हत्या के मामले वर्ष 2021 -2022 में अधिक दर्ज किए गए है
गौरतलब है की बिहार विकास युवा मोर्चा के अध्यक्ष सह आरटीआई एक्टिविस्ट प्रसेनजीत कृष्ण ने अररिया एसपी से जिले भर में घटित अपराध का विवरण का मांग किया था। जिसके आलोक में पुलिस अधीक्षक अररिया के द्वारा भेजे गए जवाब प्रतिवेदन में बताया गया है की अररिया भला भर में वर्ष 2021 मार्च से लेकर वर्ष 2022 मार्च तक के बीच हत्या- 86, बलात्कार-63, लूट-74, चोरी-747 के मामले दर्ज किए गये है। इसपर प्रसेनजीत कृष्ण ने कहा प्रस्तुत रिपोर्ट बताता है की जिले में पुलिस प्रशासन का खौफ अपराधियों में बिल्कुल नही रहा है। आपराधिक वारदातो की बढ़ोतरी में भ्रष्टाचार का भी बडा योगदान है
उन्होंने कहा कि एसपी सहाब अलग अलग थाना का निरीक्षण तो करने जाते है लेकिन अपने कार्यालय और गोपनीय प्रशाखा की जांच या निरीक्षण कभी नहीं करते है। आज 12 वर्षों से कुछ कर्मी एक ही टेबल पर जमे है। जिसका उदाहरण प्रशांत कुमार है।उन्होंने कहा कि जबतक प्रशासन निष्पक्ष होकर कार्य नही करेगी पुलिस पब्लिक और आरटीआई एक्टिविस्ट के बीच फ्रेंडली संपर्क स्थापित नही करेगी तब तक अपराध में कमी होना संभव नही है।