श्रवन कुमार मंत्री, बालू माफियाओं जिनके ऊपर थाने में केस दर्ज है एवम्

छह महीने पहले परवलपुर प्रखंड में सामूहिक अस्पताल निर्माण को लेकर एक योजना आयी। सामूहिक अस्पताल निर्माण के लिए 76 डिसमिल जमीन की जरूरत थी। जिला प्रशासन एवं अंचलाधिकारी महोदय सहित सभी वरीय पदाधिकारियों द्वारा जमीन कि खोजबीन शुरू की गई मगर प्रखंड मुख्यालय में जमीन उपलब्ध नहीं हो सका उसके बाद पास के गांवों में भी जमीन की खोजबीन शुरू की गई। अंततः जमीन की उपलब्धता प्रखंड मुख्यालय से 4 किलोमीटर दूर सोनचरी में हुई। जिसके बाद जिला कलेक्टर सहित सभी वरीय पदाधिकारियों द्वारा अस्पताल निर्माण के लिए एन ओ सी दिया गया और टेंडर हुआ। हॉस्पिटल निर्माण का कार्य 10% कर दिया गया जिसके बाद कुछ असमाजिक तत्वों, बालू माफिया जिनके ऊपर थाने में केस दर्ज है एवम् श्रवण कुमार मंत्री द्वारा अस्पताल निर्माण कार्य को रोक दिया गया। मंत्री महोदय द्वारा झूठ बोल कर जिला कलेक्टर को पत्र लिखा गया कि जहां अस्पताल निर्माण कार्य चल रहा है उसका दूरी प्रखंड मुख्यालय से 10-11 किलोमीटर है और कार्य को रोक दिया गया जबकि पथ परिवहन के बोर्ड पर दूरी साफ तौर पर 4 किलोमीटर दिखाया गया है। इसलिए पूरे परवलपुर प्रखंड वासियों की ओर से सड़क जाम, प्रखंड बंदी और धरना प्रदर्शन किया गया। प्रखंड वासियों का कहना है कि सोनचरी जहां सामूहिक अस्पताल निर्माण कार्य चल रहा है वह बिल्कुल प्रखंड का केंद्र बिंदु है और साथ ही वहां चारों तरह से सड़क की सुविधा है जिससे लोगों को आने जाने में भी सहूलियत होगी और केवल एक मंत्री के और असमाजिक तत्वों एवम् बालू माफियाओं के मनमानेपन के कारण अस्पताल निर्माण को रोकना जायज़ नहीं। आज बंद के दौरान लोगों द्वारा श्रवन कुमार मंत्री मुर्दाबाद, श्रवन कुमार चोर है जैसा नारा भी लगाया गया साथ में यह भी कहा गया कि यह सारा कृत्य केवल इसलिए किया गया क्यूंकि इन्हें अपने हिस्से का कमिशन नहीं दिया गया है । प्रखंड वासियों का कहना है कि अस्पताल निर्माण कार्य प्रारम्भ काफी सोच विचार कर जब किया गया तब अब उसपर कुछ असमाजिक तत्वों, बालू माफिया जिनके ऊपर थाने में केस दर्ज है एवम् श्रवण कुमार मंत्री के विरोध करने मात्र से क्यूं बंद किया गया और जब उन्हें कोई समस्या नहीं तो फिर किसी मंत्री को असमाजिक तत्वों और बालू माफिया जिनके ऊपर थाने में केस भी दर्ज है उन्हें क्यूं दिक्कत है केवल इसलिए कि उनको कमिशन नहीं मिला।
प्रखंड वासियों द्वारा यह मांग भी किया गया है कि अगर अस्पताल निर्माण का कार्य जल्द से जल्द प्रारंभ नहीं किया जाएगा तब आंदोलन लगातार होता रहेगा।

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