रुपौली/विकास कुमार झा
सामाजिक कार्यकर्ता से शिक्षक बने सपहा गांव के नीरज कुमार ने अपने वेतन के प्रथम महीने के भुगतान का चेक मंदिर कमिटी को सौंपा ।मौके पर मौजूद मंदिर कमिटी के सदस्यों ने नीरज को धन्यवाद देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है ।बताते चले कि रूपौली क्षेत्र ही नही पूर्णिया सहित दक्षिण झारखंड बॉर्डर बांका से लेकर उत्तरी सीमा नेपाल के तराई क्षेत्र में प्रसिद्ध शक्तिपीठ में सुमार बम काली मंदिर सपहा की अपनी अलग मान्यता है ।
स्थानीय लोगो का कहना है कि जो भी भक्ति सच्चे मन से माता काली के दरबार मे आते है उनकी मन्नते अवश्य ही पूर्ण होती है ।दीपावली के रात माता का दरबार सजता है ।यहाँ बलि प्रथा आज भी कायम है ।दीपावली की सूबह से बलि शुरू होता है ।जो देर शाम तक चलता है ।हजारो की संख्या में बलि दी जाती है।इस मौके पर मंदिर के आसपास सैकड़ो एकड़ में लोगो की भीड़ लगी रहती है ।तिल रखने का जगह नही रहता है ।उसके बाद प्रत्येक सोमवार और शुक्रवार को माता का दरबार सजता है ।दोनों दिन भक्तों की भीड़ मंदिर परिसर में लगी रहती है ।
मंदिर के विकास के लिए मंदिर कमिटी भी गठित की गई है ।मंदिर कमिटी का अपना बैंक खाता भी है ।शिक्षक नीरज ने मंदिर कमिटी को बीस हजार चार सौ चौबीस रुपये का चैक सौंपा । इस मंदिर का पौराणिक सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व है ।, इस मौके पर मंदिर कमिटी के अध्यक्ष रामदेव मंडल , मंत्री देवेन्द्र जायसवाल, सचिव अशोक सिंह,एवं मुखिया चंचल देवी, दयानन्द मंडल,आलोक राय, फैकन मंडल, सच्चिदानंद मंडल, सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।