BPSC में नालंदा के अंकित कुमार को दूसरा स्थान( 2nd TOPPER IN BPSC).. जानिए कौन हैं अंकित

ankit bpsc 2nd rank बिहार लोकसेवा आयोग ने 66वीं संयुक्त सिविल परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिया है। जिसमें नालंदा जिला के अंकित कुमार को दूसरा स्थान हासिल हुआ है। खास बात ये है कि अंकित किसान का बेटा है। उसके पिता जी गांव में रहकर खेती किसानी करते हैं। जब वे छोटे थे तब ही माता जी का निधन हो गया था।

बिहार लोकसेवा आयोग ने 66वीं संयुक्त सिविल परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिया है। जिसमें नालंदा जिला के अंकित कुमार को दूसरा स्थान हासिल हुआ है। खास बात ये है कि अंकित किसान का बेटा है। उसके पिता जी गांव में रहकर खेती किसानी करते हैं। जब वे छोटे थे तब ही माता जी का निधन हो गया था।

DSP बनेंगे अंकित
अंकित कुमार ने 66वीं BPSC की परीक्षा में दूसरा स्थान लाकर डीएसपी बने हैं. रिजल्ट घोषित होने के बाद परिवारमें खुशी की लहर दौड़ पड़ी। गांव में भी खुशी का माहौल है । हर कोई घर आकर उनके पिता को बधाई दे रहा है ।

बचपन गांव में बीता
BPSC सेकंड रैंक लाने वाले अंकित कुमार नालंदा जिला के रहने वाले हैं। उनका पैतृक गांव अस्थावां थाना क्षेत्र का अकबरपुर है। उनके पिता का नाम उदय शंकर प्रसाद है। पिताजी संपन्न किसान हैं। अंकित का बचपन गांव में ही बीता। किसान परिवार से आने के बावजूद पढ़ाई को लेकर उनपर कभी दबाव नहीं था।

गांव में खुशी का माहौल
बेटे के डीएसपी बनने की खबर मिलने के बाद पिता उदय शंकर प्रसाद काफी खुश हैं। पैतृक गांव अकबरपुर में खुशी का माहौल है। लोग एक-दूसरे को मिठाई खिला रहे हैं। रिजल्ट आते ही पूरे गांव में जश्न मनने लगा। हालांकि, अंकित अभी दिल्ली में हैं।

नालंदा लाइव से क्या कहा
नालंदा लाइव से बातचीत में अंकित ने अपनी सफलता का श्रेय घरवालों, दोस्तों और शिक्षकों को दिया है। उन्होंने कहा कि उनके ऊपर घरवालों ने पढ़ाई को लेकर प्रेशर नहीं बनाया है। सभी ने मिलकर उनकी हिम्मत बढ़ाई । जिसकी वजह से उन्होंने ये मुकाम हासिल किया है ।

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मां की निधन के बाद पिता ने संभाला
अंकित की माता जी का साल 2002 में ही निधन हो गया था। यानि 22 साल पहले अंकित के सिर से माता का आंचल छीन गया था। उनकी बीमारी की वजह से उनकी मां पुष्पा सिन्हा का निधन हो गय था । इसके बाद पिता और बहनों ने अंकित को संभाला।

बचपन से पढ़ने में तेज थे
अंकित का बचपन पैतृक गांव अकबरपुर में ही बीता है। प्रारंभिक पढ़ाई बिहार शरीफ में की । हालांकि दसवीं की परीक्षा राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल बेंगलुरु से पास की। इसके बाद उनका चयन में आईआईटी में हुआ। उन्होंने आईआईटी गुवाहाटी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की।

लक्ष्य IAS बनना
नालंदा लाइव ने जब अंकित से पूछा कि क्या उन्होंने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है । तब उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य यूपीएससी क्रैक करना है और वो भारतीय प्रशासनिक सेवा यानि आईएएस बनना चाहते हैं । फिलहाल, दिल्ली में रहकर यूपीएसी की तैयारी कर रहे हैं।

सभी भाई बहन भी सफल
अंकित चार भाई-बहन हैं। जिसमें अंकित सबसे छोटे हैं। अंकित के बड़े भाई बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। जबकि एक बहन बिहार सरकार में वेटनरी ऑफिसर हैं। जबकि दूसरी बहन हैदराबाद में रहकर पढ़ाई कर रही है।
रहते हुए पास की है। वहीं, ग्रेजुएशन आईआईटी गुवाहाटी से किया है।

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