पूर्णियां/बालमुकुन्द यादव
पूर्णिया के थाने का अमूमन यह हाल है कि आवेदन लेने के बाद मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। कई आवेदन पर तो मामला भी दर्ज नहीं होता है और लोग थाने के चक्कर लगाते रहते हैं।भवानीपुर थाना अंतर्गत भंगड़ा वार्ड 9 में भी एक 8 साल के बच्चे के साथ पुरानी रंजिश में धारदार हथियार से मारकर मरणासन्न अवस्था मे फेक दिया गया था। बच्चें के शरीर, चेहरे से लेकर सर पर कई जख्म के निशान थे। इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाबजूद भी पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर रही है, शायद पुलिस को दूसरी घटना का इंतज़ार है, जो कभी भी घट सकती है
इस बाबत पीड़िता दरखशा प्रवीण पति आलमगीर ने बताया कि उसका पति घर से बाहर कमाने के लिए रहता है। यहाँ वह अपने बच्चों के साथ रहती है। दिनांक 21 जुलाई को उसके 8 साल के बेटे मो.सहरेज को उसके पड़ोसी मो.नेहाल और उसके परिजन ने पुराने विवाद में मध्य विद्यालय शहीदगंज में ले जाकर मुँह में रुमाल ठूसकर पेट मे तेज धारदार हथियार से 5 वार कर दिया। इसके अलावे चेहरे पर भी वार किया। मुँह को दीवाल में पटकने से 4 दाँत भी तोड़ दिया। बच्चें द्वारा किसी तरह रुमाल हटाकर चिल्लाने पर परिजन पहुँचकर जान बचाई
पीड़िता ने बताया कि भवानीपुर इलाज कराने के बाद स्थिति गंभीर देखते हुए पूर्णिया रेफर कर दिया गया। फिर निजी क्लिनिक में आईसीयू में बच्चा रहा जिसमें लाखों रुपया खर्च हो गया।इतना कुछ होने के बाबजूद भवानीपुर थाना में सभी आरोपी के खिलाफ आवेदन दिया गया मगर थाना कोई कार्यवाई नहीं कर रही है। उल्टे सभी आरोपी केस उठाने का दबाब बनाकर धमकी दे रहे है। अगर पुलिस कोई कार्यवाई नहीं करती है तो फिर उनलोगों के साथ कोई अनहोनी हो सकती है।