अजय प्रसाद/जोगबनी
मंदिर कमिटी एवं प्रशासनिक लापरवाही के कारण सावन के आखरी सोमावारी के दिन जोगबनी इंद्रानगर वार्ड संख्या 09 की एक 13 वर्षीय बच्ची की मीरगंज नदी में डूब कर मौत हो गई। बच्ची की डूब कर मौत हो जाने की खबर सुनते ही इंद्रानगर में कोहराम मच गया।जानकारी अनुसार सावन की आखरी सोमावरी को मीरागंज शिव मंदिर में जल चढ़ाने के लिए बच्ची अपनी सहेलियों के साथ मंदिर के बगल में मीरगंज परमान नदी में नहाने के क्रम में बच्ची गहरे पानी में चली गई, जिसमे बच्ची की डूब कर मौत हो गई। मृत बच्ची का नाम रागनी कुमारी पांडे पिता कमलेश पांडे बताया गया है। मौत की खबर से मंदिर परिसर में अफरा तफरी मच गया
बच्ची डूबने की खबर प्रशासन को मिलने के बाद एसडीआरएफ की टीम चार घंटे बाद पहुंचने के बाद वहा मौजूद लोगो ने पुलिस प्रशासन और शिव मंदिर कमिटी को जम कर कोसा एवं नारेवाजी की। मृत बच्ची के परिवार एवं मौजूद लोगो ने कमिटी और प्रशासन को कोसते हुए कहा की शहर के विभिन्न शहरों के शिवालय कमिटी द्वारा जगह जगह मिरागंज परमान नदी से जल भर कर बाबा भोले का जलभिषेक करने का प्रचार किया गया था लेकिन नदी किनारे सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं रखा गया था, वही सावन की आखरी सोमावारी के अवसर पर परमान नदी में हजारों श्रद्धालु की भीड़ होने की जानकारी प्रशासन को होने के बाद भी प्रशासनिक कोई व्यवस्था नहीं होने से आज घटना घटी है
लोगो ने ये भी कहा की कमिटी या प्रशासन की ओर दो गोताघोर या नदी किनारे नाव की व्यवस्था होती तो आज एक मां की बच्ची का जान बचाया जा सकता था। समाचार लिखे जाने तक एसडीआरएफ की टीम डूबी हुई बच्ची का शव को खोजने का काम किया जा रहा था। बच्ची डूबने की सूचना पर खोजबीन कराने के मकसद से जोगबनी मीरागंज के कई गणमान्य लोग अनवर राज, राजू राय, भानु प्रकाश राय, अजय सहनी, विक्रम सिंह, आनंद साह, मुन्ना खान, प्रकाश पासवान, रौनक कामत, विकास कुमार विक्की, राजेश मंडल, पवन सिंह, रवि राय, पप्पू पटेल, हिमांशु सिंह सहित फारबिसगंज सीओ संजीव कुमार एवं जोगबनी थानाध्यक्ष आफताब अहमद उपस्थित थे।