बिहारशरीफ के नाला रोड स्थित सामुदायिक भवन में बहुजन सेना द्वारा बहुजन विचारगोष्ठी का आयोजन किया गया। आज के इस विचारगोष्ठी में नालंदा जिला के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।इस अवसर पर बहुजन सेना के रामदेव चौधरी ने कहा कि आज हम आजादी के अमृत महोत्सव मना रहे हैं,
लेकिन सच्चाई यह है कि आजादी के 75 साल बाद भी हम बहुजनों (एससी/एसटी/ओबीसी/अल्पसंख्यकों) की स्थिति गुलामों जैसी ही बनी हुई है। आज भी देश के सत्ता एवं संस्थानों पर सिर्फ एक वर्ग का ही एकाधिकार बना हुआ है, खासतौर पर न्यायपालिका में कॉलरीजम सिस्टम बने रहने के कारण जजों की नियूक्ति में सिर्फ एक वर्ग का ही बोल वाला बना हुआ है जो कि सरासर गलत है।
इस अवसर पर अनिल पासवान ने कहा कि हमारी आबादी 85% परसेंट होने के बावजूद भी हम शासक नहीं बल्कि शोषक बनकर जिंदगी जी रहे हैं। वर्तमान समय में देश के सत्ता पर आसीन सरकार तो और भी हम लोगों की जिंदगी में तबाही लाने के लिए अग्रसर है।जब हमलोग पढ़ने-लिखने लगे तो सरकारी शिक्षण संस्थानों को बर्बाद कर दिया और जब हमें कुछ नौकरिया लगने लगी तो सरकारी संस्थानों को निजीकरण कर रही है ताकि हमलोग नौकरी से वंचित हो जाएं
आज के इस विचारगोस्ठी में कल्याण कुमार उर्फ कल्याण जी अधिवक्ता अनिल क्रांति अधिवक्ता अमोद कुमार, समाजसेवी मोहम्मद जाहिद अंसारी रविशंकर दास, ऋषिराज कुमार, मो. असगर भारती, दीपक कुमार, अखिलेश कुमार, अनिल कुमार,, मो. चांद आलम, नगीना पासवान, सुबोध पंडित, मोहन चौधरी, शफीक बिहारी राईन, देवेन्द्र रविदास, बाल्मीकिटन कुमार, महेन्द्र प्रसाद, अजय कुमार, एकलब्य बौद्ध इत्यादि