पूर्णिया/मनोज कुमार
बायसी थाना क्षेत्र के आस्जा मोबैया पंचायत के बरा रेहुआ गांव के मदरसा शाहेदूल इस्लाम का है। जहां मदरसा के संगठन सचिव मोहम्मद सुल्तान एवं कुछ कमिटि सदस्य सहित ग्रामीणों ने प्रधान मौलवी पर आरोप लगाते हुए कहा कि मदरसा के सचिव सुल्तान का जाली हस्ताक्षर कर मार्च के बाद से मदरसा के फंड से लगातार प्रधान मौलवी द्वारा अवैध निकासी किया जा रहा है। महिला रसोईया की बहाली में भी पति के जिंदा होने के बावजूद भी उन्हें विधवा बनाकर रसोईया पद पर नियुक्त कराने की कोशिश की गई थी। जिसे स्थानीय ग्रामीण और कमिटि के अन्य सदस्यों के माध्यम से निरस्त कराया गया
इस मामले को लेकर सचिव मोहम्मद सुल्तान और अन्य सदस्यों ने जिलाधिकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी , स्थापना सहित संबंधित सभी पदाधिकारी तथा मुख्यमंत्री को लिखित आवेदन देकर जांच की मांग की। आज अनुमंडल मजिस्ट्रेट महेश्वर प्रसाद रजक मदरसा शाहिदुल इस्लाम पहुंचकर शिकायत के आधार पर मामले की जांच की। उन्होंने बताया कि सचिव का हस्ताक्षर करवा कर देखा गया है जिसमें कागजात के हस्ताक्षर और उनके सचिव द्वारा किये हस्ताक्षर में भिन्नता पाई गई है
मदरसा बंद होने के कारण काफी कुछ जांच नहीं हो पाया है। वहीं इस मामले में अपना पक्ष रखते हुए प्रधान मौलवी हबीबुर्रहमान इन सभी बातों से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि आरोप बेबुनियाद है मुझ पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है। सचिव के समर्थन में स्थानीय ग्रामीण भी सामने आ रहे हैं। मदरसा के प्रधान मौलवी के कारण मदरसा का पठन-पाठन ठप होता है तो लगभग 400 बच्चों का भविष्य अंधेरे में डूब जाएगा। पूर्व में बायसी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा भी मदरसे की जांच की जा चुकी है।