छौड़ाही (बेगूसराय) : एक सड़क पर दो अलग-अलग वर्ष में दो अलग-अलग योजना खोलकर सात निश्चय योजना के तहत बन रही नाली दोनों नाली दो वर्ष बाद भी अधूरा पड़ा है। निम्न गुणवत्ता के समान के प्रयोग के कारण नाला जगह-जगह ध्वस्त होना भी शुरू हो गया है। ग्रामीणों ने आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है।
इस संदर्भ में छौड़ाही प्रखंड क्षेत्र के परोड़ा पंचायत के पैक्स अध्यक्ष सह पुर्व मुखिया उमेश यादव एवं पुर्व मुखिया अबोध साह सुबोध आदि ग्रामीणों ने प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी को दिए आवेदन में कहा है कि परोड़ा चौक से नारायणपीपड़ जाने वाली पक्की सड़क के किनारे नाला ऊंची करण एवं ढक्कन लगाने का कार्य दो वर्ष पहले प्रारंभ किया गया था। निम्न गुणवत्ता के सामग्री और अधूरा निर्माण कार्य के कारण नाला ध्वस्त होने लगा है। कई बार शिकायत के बावजूद भी घटिया निर्माण किया गया है।
ग्रामीणों ने आवेदन में कहा है कि इसी सड़क में फिर एक नाली का निर्माण सात निश्चय योजना के तहत वार्ड सदस्य शंभू चौधरी एवं पंचायत सचिव उपेन्द्र पासवान द्वारा करवाया जा रहा है। नाली निर्माण में फिर तीन नंबर ईट एवं निम्न गुणवत्ता के सीमेंट का प्रयोग किया गया है। इतने दिन बीतने के बावजूद अभी तक नाला का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है। नाली निर्माण के दोनों योजनाओं का अभी तक सूचना पट्ट भी नहीं लगाया गया। जिस कारण भाड़ी अनियमितता की आशंका ग्रामीणों को है। ग्रामीणों ने अनियमितता की जांच कर कार्य ऐजेंसी पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
कहते हैं अधिकारी :
कहते हैं अधिकारी : इस संदर्भ में प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी का कहना है कि परोड़ा पंचायत के पैक्स अध्यक्ष उमेश यादव एवं पूर्व मुखिया सुबोध साह अबोध द्वारा नाली निर्माण में अनियमितता संबंधित आवेदन दिया गया है। स्थल जांच कर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।