कोढ़ा /शंभु कुमार
कोढ़ा प्रखंड क्षेत्र के सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों में देश के प्रथम उपराष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती शिक्षक दिवस के रूप में सादगी पूर्ण वातावरण में सोमवार को मनाया गया। सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों में पूर्व उपराष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के तेल चित्र पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर देश के प्रथम पूर्व उपराष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवनी पर विस्तार रूप से प्रकाश डाला गया। छात्र छात्राओं के द्वारा अपने शिक्षकों को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया।शिक्षक दिवस के अवसर पर कार्य एवं उनके जीवनी पर प्रकाश डाला गया। बताया कि भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति एवं द्वितीय राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म तमिलनाडु राज्य के तिरुत्तनी गांव में 5 सितंबर को हुआ था।
उनके पिता का नाम सर्वपल्ली वीरा स्वामी एवं माता का नाम सिताम्मा एवं पत्नी शिवाकामू थी। छात्र छात्राओं को बताया कि उन्हें 1954 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया था तथा उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को इसी दिन राष्ट्रपति पुरस्कार मिला करता है। पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन पहले शिक्षक ही थे।मौके पर प्रखंड के कई विद्यालयों में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया । कोढ़ा गर्ल स्कूल में शिक्षक दिवस भव्य रूप से मनाया गया। यहाँ डॉ०सर्वपल्ली राधाकृष्णन का 134 वां जन्मदिवस केक काटकर एवं पुष्पांजलि अर्पित कर मनाया गया। मौके पर शिक्षक पंकज कुमार ने कहा कि डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन देश के प्रथम उपराष्ट्रपति थे ,वो एक कुशल शिक्षक थे। इनका जन्म 5 सितंबर 1888 को हुवा था।
उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व के सम्पूर्ण राष्ट इनका सदैव ऋणी रहेगा। इनके जन्मदिवस को पूरा राष्ट शिक्षक दिवस के रूप में मनाते है क्योंकि डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारतीय संस्कृति के ज्ञानी एक महान शिक्षाविद, महान दार्शनिक ,महान वक्ता होने के साथ साथ विज्ञानी हिन्दू विचारक थे। इन्होंने अपने जीवन के 40 वर्ष एक शिक्षक के रूप में व्यतीत किये थे, वो एक आदर्श शिक्षक थे। इस मौके पर तौहीद आलम ,सुमन कुमार, राकेश कुमारवर्मा, छात्र मुकेश कुमार,जुली कुमारी,काजल कुमारी,लुशी कुमारी,आदि कई छात्र एवं छात्रा मौजूद थी।शिक्षक दिवस को लेकर छात्र -छात्राओं में काफी उत्साह देखें गए।