Author: Biharadmin

  • पटना हाईकोर्ट ने चंपारण, बेतिया जिला स्थित सभी SC-ST आवासीय विद्यालयों के रखरखाव के लिए खरीद और आपूर्ति में कथित रूप से बड़े पैमाने पर बरती गई वित्तीय अनियमितता और गबन के मामले पर सुनवाई की

    पटना, 11 नवम्बर 2022। पटना हाईकोर्ट ने ऑनलाइन सुनवाई करते हुए चंपारण, बेतिया जिला स्थित सभी एससी/ एसटी आवासीय विद्यालयों के रखरखाव के लिए खरीद और आपूर्ति में कथित रूप से बड़े पैमाने पर बरती गई वित्तीय अनियमितता और गबन के मामले पर सुनवाई की।

    चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने पूनम देवी की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य के चीफ सेक्रेटरी से गठित की गई जांच कमेटी का रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।

    कोर्ट ने इस मामलें पर सुनवाई करते हुए दो सप्ताह के भीतर इस मामले में की गई कार्रवाई का ब्यौरा देने का आदेश भी दिया है। याचिककर्ता के अधिवक्ता सुरेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि मामला वर्ष 2018 -2000 से जुड़ा हुआ है।

    याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका के जरिये मामले की जांच के लिए हाई लेवल जांच कमेटी के गठन हेतु आदेश देने का भी अनुरोध किया है। इस मामले पर अगली सुनवाई चार सप्ताह की जाएगी।

  • Fixed Deposit : बैंक दे रहा है FD पर 8.26% ब्याज रिटर्न, डिटेल्स देखें –


    डेस्क : सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFB) ने सभी कार्यकालों में 2 नवंबर, 2022 से प्रभावी फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरों में 25 से 52 आधार अंकों (BPS) की बढ़ोतरी की है। संशोधन के बाद, बैंक अब 7 दिनों से 10 वर्षों में परिपक्व होने वाली 2 करोड़ रुपये से कम की जमा आय पर आम जनता के लिए 4 फीसदी से 8.01 फीसदी और वरिष्ठ व्यक्तियों के लिए 4.50 फीसदी से 8.26 फीसदी की ब्याज दर पेश कर रहा है।

    नियमित ग्राहकों को अब 999 दिनों की जमा पर 8.01 फीसदी ब्याज दर मिल सकती है, जबकि वरिष्ठ लोगों को 8.26 फीसदी ब्याज दर मिल सकती है। बैंक ने अपने एक बयान में कहा, ‘यह उच्चतम ब्याज दर है जो बैंक अपने ग्राहकों को प्रदान करता है, साथ ही आपकी जमा राशि को इस बैंक में DICGC द्वारा समर्थित भी किया जाता है, जल्द ही एक निवेश निर्णय लेने से आपके 999 दिनों के मध्य-अवधि के लक्ष्यों को भी पूरा किया जाएगा।’

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  • प्रखंड स्तरीय रवि महोत्सव कार्यशाला प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन

     

    पूर्णियाँ/सनोज

    अमौर प्रखंड मुख्यालय कृषि कार्यालय में रबी महाअभियान प्रखंड स्तरीय कार्यशाला प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित की गई,रबी फसल को लेकर कार्यक्रम का उद्घाटन प्रखण्ड प्रमुख प्रतिनिधि अफसार नदवी,अंचलाधिकारी शहुदुल हक, बीएओ धर्मेंद्र कुमार चौधरी,  एवं जिप सदस्य शाहबुज्ज्मा उर्फ लड्डू ने संयुक्त रूप से किया,  कार्यक्रम में कृषि पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार चौधरी ने कहा कि भारत जैसे कृषि प्रधान देश जिनका आर्थिक रीढ़ कृषि पर आधारित है

    बेहतर बनाने के प्रशिक्षण आवश्यक है, ताकि किसान आधुनिक तरीके से कृषि कार्य करें, आगे बताया कि खेत में धान की कटाई हार्वेस्टर से होती है उससे जो अवशेष पराली बचता है। उसे जलाना नहीं है, इससे उर्वरा शक्ति मिट्टी की कमजोर होती है उसे किसान खाद के रूप में उपयोग कर सकते हैं। उससे मिट्टी में पोषक तत्व उपलब्ध होगी, कृषि समन्वयक ने कृषि विभाग द्वारा

    संचालित सभी प्रकार की योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की। किसान सलाहकार ने किसानों को अधिक खाद का प्रयोग पर किसानों को कम खाद प्रयोग करने की जानकारी दी। इस अवसर पर धर्मेन्द्र चौधरी, आदित्य कुमार,प्रभास कुमार सभी कृषि समन्यक, कृषि सहलाकर, सहित किसान उपस्थित रहे।

  • ढोकवा बमकाली मेला का कुश्ती दंगल गंगा जमुना तहजीब की मिसाल

    पूर्णियाँ/सिटिहलचल न्यूज़

    धमदाहा:- ढोकवा में बमकाली मेला के अवसर पर पुरुष व महिला के दंगल कुश्ती का आयोजन किया गया. अनुमंडल मुख्यालय के धमदाहा दक्षिण पंचायत अंतर्गत ढोकवा के अंडीटोला में प्रत्येक वर्ष की भांती इस बार भी बमकाली मेला का आयोजन बुधवार को किया गया. जिसका समापन गुरुवार के संध्या में हो गया. इस मेला में गंगा जमुना तहजीब की बहुत ही जबरदस्त मिशाल देखने को मिला.हिन्दु-मुस्लिम सभी भाइयों ने मिलकर दो दिवसीय मेला को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराया. ज्ञात हो कि इस मेला की ख्याति पूरे अनुमंडल क्षेत्र में दूर-दूर तक फैली हुई है

    इसकी खास वजह दंगल कुश्ती को माना जाता है. धमदाहा दक्षिण में लगने वाले बमकाली मेला का आयोजन सम्बन्धित पंचायत के हिंदु एवं मुसलमान भाई आपस में मिलकर करते हैं. स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि इस मेला में पिछले 70 वर्षों से दंगल कुश्ती का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें दूर दूर से पहलवान कुश्ती में हिस्सा लेने आते हैं. इस बार भी बाहर से आए हुए पहलवान दंगल कुश्ती में भाग लेने आये थे. मेला समिति के सदस्यों ने बताया कि इस बार के मेला में दो दिनों तक स्थानीय, अंतर्जिला एवं अंतर्राज्य के महिला व पुरुष वर्ग का दंगल कुश्ती करवाया गया. जिसको देखने के लिए दूर-दूर के लोगों की लाखों की भीड़ जमा हुई थी.सभी दर्शकों ने दंगल कुश्ती का भरपूर आनंद लिया. इस दंगल कुश्ती में पुरुष वर्ग के धमदाहा प्रखंड के नीरपुर ग्राम के मो. अबरार मुख्य विजेता रहे. वहीं अंतर्जिला के  सहारनपुर के चंद्रमणि उप विजेता रहे. महिला कुश्ती में मुख्य विजेता प्रीति यादव जो बिहार की है. उप-विजेता नेहा पांडेय जो उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की है

    विजेता और उप विजेता को पूर्व मुखिया मो. सफीक एवं पूर्व मुखिया रामानन्द सिंह के द्वारा संयुक्त रूप से शील्ड और 11 हजार रुपया से सम्मानित किया गया. एक निजी मक्का बीज के जिला प्रबंधक अभिजीत के द्वारा अखाड़े को सजाने की व्यवस्था की गई थी।और इसके द्वारा पुरूष-महिला विजेता उप विजेता पहलवानों को नगद राशी एवं पुरुष्कार देकर सम्मानित भी किया गया। मौके पर मुख्य रूप से समाजसेवी व पैक्स अध्यक्ष मो. सजाउल अपनी भूमिका निभाते हुए दिखे तो वहीं मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मुखिया मो. सफीक, पूर्व मुखिया रामानंद सिंह मौजूद थे. अन्य अतिथि के रूप में अनिल जयसवाल, सुरेन्द्र सिंह, मदन मुनि, बिनय जयसवाल, अशोक साह उर्फ मधु,संजय पासवान, बिनोद हेम्ब्रम , पिंकू जयसवाल, भानु सिंह,बिजय सिंह, अशोक सिंह, मनोज सिंह, मो. कबीर, मो. शमसाद, मनोज भगत, मो. हाशिब, मो. जमशेद, मो. कुद्दुस, मो. कौशर, रंजीत सिंह पैक्स अध्यक्ष सह जदयू नेता मो सजाऊल समेत अन्य लोग मौजूद थे.

  • 2 समुदाय के बीच जमीनी विवाद में 2 घायल

    बाराहाट /ऋषभ

    बांका : भुरना पंचायत, के घटेरा गांव में दो पक्षों में हुई मारपीट जिसमें घटेरा गांव निवासी मोहम्मद जुनेद उम्र 44 वर्ष मोहम्मद शमशाद और सुधो राय, और उनके पुत्र पीटरा राय दोनों में हुई जमकर मारपीट मोहम्मद जुनेद के द्वारा शुक्रवार की देर शाम बाराहाट थाना को लिखित आवेदन देते हुए लिखा है कि अपने खेत के पटवन करने के लिए वह गए हुए थे जिसमें की गांव के चार से पांच व्यक्ति आकर गाली गलौज एवं गाली गलौज करने लगा जिसका विरोध करने पर पुर से मौजूद कई लोगों के द्वारा हाथ में रखे हैं

    लाठी डनटॆ से , प्रहार कर दिया जिसमें वह बुरी तरह जख्मी हो गए जख्मी की अवस्था में परिजन के द्वारा बाराहाट थाना लाया गया जहां पुलिस के द्वारा इलाज को लेकर बाराहाट हॉस्पिटल भेजा गया जानकारी के मुताबिक दोनों समुदाय के बीच लंबे समय से जमीनी विवाद का मामला चला आ रहा है जबकि द्वितीय पक्ष सुधो, राय द्वारा बोला अब यह जमीन मेरा न्यूज जमीन है

    जिसमें तुम पटवन नहीं कर सकते हो और नाही खेत जुताई कर सकते हो मोहम्मद जुनेद के द्वारा लिखित आवेदन में दिया गया है कि मैं अपने निजी जमीन पर पटवन कर रहा था यह के आवेदन के आलोक में थाना अध्यक्ष सतीश कुमार के द्वारा मामले की जांच पड़ताल करते हुए सख्त कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया त्वरित कार्रवाई करते हुए शांति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर पुलिस को घटनास्थल पर भेजा गया

  • नि:शुल्क फाइलेरिया जांच शिविर

    कुरसेला/मणिकांत रमन 

    कुरसेला। फाइलेरिया नियंत्रण को लेकर बल्थी महेशपुर चौक स्थित लाइफ लाइन हॉस्पिटल में स्वास्थ्य विभाग की ओर से नि:शुल्क जांच शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें रात्रि रक्त संग्रह अभियान के तहत 184 लोगों का सेंपल इकट्ठा किया गया। शिविर में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अमरलाल के द्वारा फाइलेरिया से बचाव समेत इसके कारण एवं उपचार की विस्तृत जानकारी दी गयी

    इसके साथ ही इसके लक्षण दिखने पर तत्काल जांच करवाने के बाद चिकित्सा परामर्श लेने की सलाह दी गयी। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया गंभीर बिमारी है जो क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है। इस बिमारी का कोई प्रयाप्त इलाज संभव नहीं है

    लेकिन इसकी शुरुआती पहचान कर रोका जा सकता है। शिविर में डॉ कमर हाशमी, हेल्थ वर्कर विनय कुमार मोदी, अशोक कुमार पासवान एवं विनय कुमार झा उपस्थित थे।

  • स्कार्पियो की टक्कर से ऑटो पलटी, यूपी के पांच पहलवान जख्मी

    कुरसेला/मणिकांत रमन 

    कुरसेला। एनएच 31 पर सरस्वती स्थान लालू द्वारा के समीप स्कार्पियो की टक्कर में ऑटो सवार पांच पहलवान जख्मी हो गये। सभी जख्मी पहलवानों को स्थानीय लोगों की सहायता से इलाज के लिये पीएचसी पहुंचाया गया। इनमें दो महिला पहलवान शामिल हैं। बताया गया कि पुर्णियां जिला के धमदाहा से ये सभी पहलवान कुस्ती प्रतियोगिता में भाग लेकर अपने घर यूपी जाने के लिये ऑटो से कुरसेला स्टेशन आ रहे थे

    इसी बीच सरस्वती स्थान के समीप एनएच से स्टेशन की ओर जाने वाली सड़क पर मुड़ने के दौरान ऑटो को स्कार्पियो ने ठोकर मार दिया। इसमें ऑटो एनएच पर पलटी कर गया। जिसमें सवार यूपी के पांच पहलवान जख्मी हो गये। इनमें एक कोच भी शामिल है। घटना के बाद चालक स्कार्पियो लेकर फरार हो गया। जबकि ऑटो का चालक भी मौके से भाग निकला

    जख्मी पहलवानों को पीएससी में इलाज बाद रवाना कर दिया गया। जख्मी पहलवानों में यूपी के बलिया निवासी छोटेलाल यादव 30 वर्ष, केदार चौहान 52 वर्ष, सोनी कुमारी 18 वर्ष, संजय कुमार 30 वर्ष तथा यूपी के ही देवरिया निवासी श्रृति यादव 21 वर्ष शामिल है। पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त ऑटो को जप्त कर लिया है।

  • Indian Railway : रेलवे टिकट बुकिंग के नियम बदले – अब चूक पर नहीं म‍िलेगी सीट..


    Indian Railway : भारतीय नागरिक सफर के लिए ट्रेन की यात्रा करना ही पसंद करते हैं। ट्रेन से यात्रा सुरक्षित और सस्ती होती है। ऐसे में लोग भारी तादाद में ट्रेन से यात्रा करते हैं। कई बार तो टिकट मिलना भी मुश्किल हो जाता है। आज के समय में लोग आईआरसीटीसी की वेबसाइट से टिकट बुक लेते हैं। अब उन्हें स्टेशन के चक्कर नहीं काटने पड़ते। वहीं टिकट बुक करने के नियमों में बदलाव किए गए हैं। इस बदलाव को जान लेना आपके लिए अच्छा होगा।

    कोरोना महामारी के बाद रेलवे की ओर से टिकट बुकिंग में कुछ बदलाव किए गए हैं यह बदला नियम नियम आईआरसीटीसी के ऐप और वेबसाइट से टिकट बुक करने वालों के लिए है दरअसल ऑनलाइन टिकट बुकिंग करने के लिए आपको अपना आईडी वेरीफाई करना होगा रेलवे के मुताबिक आईआरसीटीसी के आईडी से अपना मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी वेरिफिकेशन करना आवश्यक है यदि ऐसा नहीं करते हैं तो आप टिकट बुक करने में असफल साबित होंगे।

    इस प्रकार करें वेरिफिकेशन

    इस प्रकार करें वेरिफिकेशन

    आईआरसीटीसी ऐप या वेबसाइट में दी गई वेरिफिकेशन विंडो पर क्लिक करें। यहां अपना पंजीकृत मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी दर्ज करें। दोनों जानकारी दर्ज करने के बाद वेरीफाई बटन पर क्लिक करें। Verify पर क्लिक करने के बाद आपके मोबाइल पर OTP आएगा, उसे डालकर मोबाइल नंबर वेरीफाई करें। इसी तरह ई-मेल आईडी पर प्राप्त कोड दर्ज करने के बाद आपकी मेल आईडी सत्यापित हो जाएगी। अब आप अपने खाते से किसी भी ट्रेन के लिए ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं।

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  • फाइलेरिया मरीजों को दिया गया एमएमडीपी किट

    पूर्णियां/बालमुकुन्द यादव

    पूर्णिया : हर साल 11 नवंबर को राष्ट्रीय फाइलेरिया दिवस मनाया जाता है। पूर्णिया जिले में इस दौरान फाइलेरिया क्लीनिक में कार्यक्रम आयोजित कर फाइलेरिया ग्रसित मरीजों को मोरबिडिटी मैनेजमेंट एंड डिसेबिलिटी प्रिवेंशन (एमएमडीपी) किट का वितरण किया गया। सभी मरीजों को फाइलेरिया ग्रसित अंगों की देखभाल करने और आवश्यक दवाइयों का नियमित उपयोग करने की जानकारी दी गई। इसके अलावा अन्य उपस्थित लोगों को भी फाइलेरिया बीमारी से सुरक्षित रहने के लिए आवश्यक जानकारी दी गई। इस दौरान राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल के अस्पताल प्रबंधक डॉ. वी. के. ठाकुर, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. आर. पी. मंडल, भीडीसीओ रवि नंदन, डीएनडीआई डॉ. गौरव मित्रा, एनसीडीओ डॉ. वी. पी. अग्रवाल, केयर इंडिया डीपीओ चंदन कुमार सिंह, सीफार भीएल डीसी ज्योति प्रिया, बीसी निरंजन कुमार, विभास कुमार, सीफार डिविशनल मीडिया कोऑर्डिनेटर अमन कुमार, पूर्णिया पूर्व बीएचडब्लू अजय सिंह, स्वास्थ्य कर्मी मनीष कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे

    फाइलेरिया मरीजों को सावधानी रखते हुए ग्रसित अंगों के देखभाल की दी गई जानकारी 

    इस कार्यक्रम में सभी फाइलेरिया मरीजों को ग्रसित अंगों के नियमित रूप से देखभाल की जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया है फाइलेरिया ग्रसित होने पर उसका सम्पूर्ण इलाज नहीं किया जा सकता। ऐसे में ग्रसित अंगों की सही तरीके से देखभाल जरूरी है। ज्यादातर लोगों के पांव फाइलेरिया से ग्रसित होते हैं जिसे आमतौर पर हाथीपांव भी कहा जाता है। ग्रसित होने पर लोगों को इसका विशेष ध्यान रखना जरूरी है। पांव को नियमित रूप से डेटॉल साबुन से साफ करने के साथ उसमें एंटीसेप्टिक क्रीम लगाना चाहिए। इससे ग्रसित अंगों का आवश्यक नियंत्रण किया जा सकता है

    फाइलेरिया से बचाव के लिए जागरूकता आवश्यक : डॉ. आर. पी. मंडल

    जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. आर. पी. मंडल ने बताया कि  फाइलेरिया मच्छरों द्वारा फैलता है। विशेष रूप से परजीवी क्यूलैक्स मादा मच्छर के काटने से। जब यह मच्छर किसी फाइलेरिया से ग्रस्त व्यक्ति को काटता है तो वह संक्रमित हो जाता है। फिर जब यह मच्छर किसी स्वस्थ  व्यक्ति को काटता है तो फाइलेरिया के विषाणु रक्त के जरिए उसके शरीर में प्रवेश कर उसे भी फाइलेरिया से ग्रसित कर देते  हैं। फाइलेरिया को खत्म करने के लिए कोई विशेष इलाज नहीं हैं लेकिन जागरूक रहकर बचाव करने से इससे उबरा जा सकता है। फाइलेरिया न सिर्फ व्यक्ति को विकलांग बनाता है बल्कि इससे मरीज की मानसिक स्थिति पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। यह ऐसी गंभीर बीमारी है जो किसी की जान तो नहीं लेती है, लेकिन जिंदा आदमी को मृत समान बना देती है। संक्रमित मच्छर के काटने से बहुत छोटे आकार के कृमि शरीर में प्रवेश करते हैं। ये कृमि लसिका तंत्र की नलियों में होते हैं और उन्हें बंद कर देते हैं। इस बीमारी को हाथीपांव के नाम से भी जाना जाता है। अगर समय रहते फाइलेरिया की पहचान कर ली जाए तो जल्द ही इसका इलाज शुरू कर इसे खत्म किया जा सकता है

    स्वास्थ्य विभाग की ओर से मरीजों की देखभाल पर दिया जा रहा है ध्यान 

    भीडीसीओ रवि नंदन ने कहा कि जिले में फाइलेरिया के मरीजों की देखभाल के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर एमएमडीपी किट प्रदान किए जाते हैं। सभी प्रखड़ों में आशाओं द्वारा ही कीट के रूप में एक टब, एक मग, कॉटन बंडल, तौलिया, डेटॉल साबुन, एंटीसेप्टिक क्रीम दिया जाता है जिससे सम्बंधित मरीज फाइलेरिया ग्रसित अंगों का ध्यान रख सकें। साथ ही उन्हें फाईलेरिया संबंधित जानकारी भी दी जा रही है कि कैसे लोग इस बीमारी से बच सकते हैं। इसके अलावा बारिश के कारण जिन क्षेत्रों में पानी जमा हो जाती है वैसे क्षेत्रों में नियमित रूप से छिड़काव करवाया जाता है, जिससे मच्छरों को फैलने से रोका जा सके

    सरकार द्वारा सर्वजन दवा सेवन अभियान द्वारा लोगों को खिलाया जाता है फाइलेरिया रोधी दवा 

    डॉ आर पी मंडल ने बताया कि फाइलेरिया से बचाव के लिए सरकार द्वारा साल में एक बार सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम चलाया जाता है। इस दौरान घर घर जाकर लोगों को फाइलेरिया से सुरक्षित रहने के लिए फाइलेरिया रोधी दवा खिलाई जाती है। सभी लोगों द्वारा लगातार पांच साल तक अगर साल में एक बार फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन किया जाता है तो वे इन बीमारी से सुरक्षित रह सकते हैं।

  • कुपोषण को दूर कर कृत्यानंद प्रखंड को मॉडल के रूप मिली पहचान:

    पूर्णियां/बालमुकुन्द यादव 

    पूर्णिया : कुपोषण के विरुद्ध व्यापक अभियान के तहत अति गंभीर कुपोषित बच्चों का समुदाय स्तर पर देखभाल एवं उपचार प्रबंधन (संवर्द्धन) कार्यक्रम के अंतर्गत दो दिवसीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण शिविर का आयोजन शहर के निजी होटल में किया गया। इसका विधिवत उद्घाटन प्रभारी सिविल सर्जन डॉ मोहम्मद साबिर, डीपीएम ब्रजेश कुमार सिंह, डीसीएम संजय कुमार दिनकर, यूनिसेफ़ की सुपर्णा रॉय, वृंदा किराडू, शिव शेखर आनंद एवं पोषण सलाहकार देबाशीष घोष ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर ज़िले के कसबा, जलालगढ़, अमौर, बायसी, बैसा एवं श्री नगर प्रखंड की सीडीपीओ, बीएचएम, बीसीएम एवं संबंधित प्रखंडों की एक-एक महिला पर्यवेक्षिका एवं आंगनबाड़ी सेविका सहित स्वास्थ्य विभाग एवं आइसीडीएस से जुड़े कई अन्य अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे

    एनआरसी से वंचित अति गंभीर कुपोषित बच्चों को संवर्द्धन के तहत जोड़ने की आवश्यकता: सिविल सर्जन

    प्रभारी सिविल सर्जन डॉ मोहम्मद साबिर ने कहा कि संवर्धन कार्यक्रम को सफ़ल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग एवं आईसीडीएस से जुड़ी सभी आंगनबाड़ी सेविका व आशा कार्यकर्ताओं द्वारा कार्य किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की एएनएम द्वारा दवाओं की उपलब्धता, वीएचएसएनडी सत्र पर अति गंभीर कुपोषित बच्चों का पंजीकरण, स्वास्थ्य से संबंधित सेवाएं प्रदान करना एवं पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) से छूटे बच्चों को समुदाय आधारित देखभाल से जोड़ने का कार्य करेंगी। आईसीडीएस से जुड़े कर्मी अपने-अपने पोषक क्षेत्रों में शत प्रतिशत बच्चों की वजन, लंबाई एवं ऊंचाई की मापी करेंगी, आंगनबाड़ी केन्द्रों पर वृद्धि निगरानी उपकरणों की उपलब्धता, टीएचआर का वितरण एवं डोर टू डोर भ्रमण कर पौष्टिक आहार एवं भोज्य पदार्थ खाने के लिए जागरूक करना है

    कुपोषण को दूर कर कृत्यानंद प्रखंड को मॉडल के रूप मिली पहचान: डीपीएम

    ज़िला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम ब्रजेश कुमार सिंह ने कहा कि विगत 07 दिसंबर 2018 को यूनिसेफ़ के तकनीकी सहयोग से कृत्यानंद नगर प्रखंड के 98 आंगनबाड़ी केंद्रों में स्वास्थ्य विभाग एवं आईसीडीएस द्वारा सामुदायिक स्तर पर पोषण प्रबंधन के लिए मॉडल के रूप में लागू किया गया था लेकिन फ़रवरी 2019 से यूनिसेफ़ (पोषण) एवं डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा समस्तीपुर से जुड़े अधिकारियों द्वारा सामुदायिक स्तर पर डोर टू डोर भ्रमण कर मॉडल प्रखंड को बेहतर तरीके से कम संसाधनों में भी अपने नौनिहालों को पूरक खाद्य पदार्थों खिलाकर बचपन में होने वाली सामान्य रूप से बीमारियों से बचाने के लिए सूक्ष्म पोषक तत्वों से संबंधित जागरूक किया गया है

    ज़िले के सभी प्रखंडों में संवर्द्धन कार्यक्रम को लागू करने के लिए किया गया कार्यक्रम: देबाशीष घोष

    यूनिसेफ़ के जिला पोषण सलाहकार देबाशीष घोष ने कहा कि विगत महीने जिलाधिकारी के अध्यक्षता में मासिक समीक्षा बैठक के दौरान समुदाय आधारित अति गंभीर कुपोषित बच्चों की देखभाल एवं उपचार प्रबंधन (सी-सैम) को संवर्द्धन कार्यक्रम को ज़िले के सभी प्रखंडों में लागू करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया था। जिसके आलोक में दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है। वर्तमान में एनएफएचएस- 5 के आंकड़ों की बात करें तो बिहार में अति गंभीर कुपोषण का आंकड़ा 7.8 प्रतिशत है। साथ ही राष्ट्रीय पोषण मिशन के लक्ष्य के तहत बच्चों में अल्पपोषण प्रति वर्ष 2 प्रतिशत और एनीमिया के प्रसार को 2 प्रतिशत प्रति वर्ष कम करना है। कृत्यानंद नगर प्रखंड में पायलट परियोजना से भी इस बात की पुष्टि होती है कि समुदाय आधारित देखभाल से कुपोषित बच्चों में सुधार एवं कुपोषण से होने वाली मृत्यु की संभावना बहुत कम होती है ।