Author: Biharadmin

  • बिहार में ठंड का मौसम अब असर दिखाने लगा है; 14 नवंबर से पारा और तेजी से गिरने के आसार है

    बिहार में ठंड का मौसम अब असर दिखाने लगा है। गया, बेगूसराय, मोतिहारी समेत राज्य के 14 शहरों में सर्दी बढ़ गई है। 14 नवंबर से पारा और तेजी से गिरने के आसार हैं।

    fogy weather

    हालांकि राजधानी पटना में अभी ठंड का असर कम है। गया राज्य का सबसे ठंडा शहर है। यहां रात का पारा 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है।

  • नाला का खुला ढक्कन दे रहा है खतरे को आमंत्रण

    बायसी/मनोज कुमार

    नगर पंचायत बनने के बावजूद भी विकास के लिए तरस रहा है बताते चले की ताजा मामला बायसी पश्चिम चौक टेंपो स्टैंड के पास की है जहां नगर पंचायत के अधिकारियों द्वारा नाला साफ करने के नाम पर नाला के ऊपर का ढक्कन तो हटा दिया गया परंतु सफाई के बाद नाला को लावारिस की तरह छोड़ दिया गया

    जिसको लेकर लगातार घटना दुर्घटनाएं हो रही है इसको लेकर कई बार शिकायत करने पर भी नगर पंचायत के अधिकारी सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं इसकरी में जदयू के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष मोहम्मद शाहिद रजा ने अनुमंडल पदाधिकारी को लिखित आवेदन देकर कार्य करने का मांग की है

    परंतु कोई कार्रवाई ना होने पर उन्होंने पुनः लिखित आवेदन देकर यथाशिघ्र ही कार्य करने की मांग की है अब देखना दिलचस्प होगा कि अनुमंडल पदाधिकारी और नगर पंचायत के अधिकारी क्या संज्ञान ले रहे हैं।

  • “सभी के लिए लंबा जीवन” थीम के साथ मनाया जा रहा है विश्व टीकाकरण सप्ताह

    पूर्णियां/बालमुकुन्द यादव 

    पूर्णिया : मासूम बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए नियमित रूप से टीकाकरण कराना जरूरी है। भागमभाग वाले  इस दौर में हम सभी के स्वास्थ्य की देखभाल में टीकाकरण का बहुत ज़्यादा योगदान रहा है। वर्ष 2022 में विश्व टीकाकरण सप्ताह “सभी के लिए लंबा जीवन” थीम के साथ मनाया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को इस विचार के लिए एकजुट करना है कि टीकाकरण हमारे सपनों को पूरा करने, अपने प्रियजनों की रक्षा करने और एक लंबा, स्वस्थ जीवन जीना संभव बना सकता है

    बच्चों में संक्रामक रोगों के प्रसार को कम करने में नियमित टीकाकरण की महत्वपूर्ण भूमिका: आरपीएम

    क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक कैशर इक़बाल ने बताया कि नियमित रूप से बच्चों को दी जाने वाली टीके से प्रतिरक्षा का निर्माण होता है। विशेष रूप से नवजात शिशु बहुत ही जल्द किसी न किसी संक्रमण की जद में आ जाते हैं। क्योंकि संक्रमणों से लड़ने वाली उनके शरीर की रक्षा प्रणाली पूरी तरह से विकसित नहीं रहती है। नवजात शिशु अपनी माताओं से जीवन रक्षक एंटीबॉडी प्राप्त करते हैं, एंटीबॉडी धीरे-धीरे कम हो जाती हैं, जिससे बच्चे संक्रमण और बीमारियों के प्रति संवेदनशील हो जाते हैं। टीकाकरण प्रतिरक्षा प्रणाली को उत्तेजित करके बच्चों में संक्रामक रोगों के प्रसार को कम करने में मदद करता है जो बाद में होने वाले किसी भी तरह की संक्रमण के प्रहार से बचाता है।

    विगत अक्टूबर महीने में सबसे अधिक कटिहार ज़िले में हुआ है नियमित टीकाकरण: सपना कुमारी

    क्षेत्रीय अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी सपना कुमारी ने बताया कि पूर्णिया प्रमंडल के किशनगंज, कटिहार, अररिया एवं पूर्णिया ज़िले में विगत अक्टूबर महीने  के दौरान नियमित रूप से होने वाले टीकाकरण सबसे अधिक कटिहार में 98 हजार 509 बच्चों को टीके लगाए गए हैं। पूर्णिया में 87 हजार 8, अररिया जिले में 61 हजार 738 जबकि किशनगंज में 41 हज़ार 8 सौ 37 नौनिहालों को टीकाकृत किया गया है। नियमित टीकाकरण शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में काफी मददगार साबित होता है

    नियमित टीकाकरण के संबंध में दी गई जानकारी विस्तृत जानकारी: डीआईओ

    जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ विनय मोहन ने बताया कि नवजात शिशुओं को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाव के लिए संपूर्ण रूप से नियमित टीकाकरण कराना बहुत ही ज़्यादा जरूरी होता है। नियमित टीकाकारण आम तौर पर खतरनाक बीमारियों के नियंत्रण और उन्मूलन करने के लिए किया जाता है। अमूमन ऐसा देखा जाता है कि नियमित टीकाकरण के माध्यम से सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग बड़ी संख्या में मृत्यु को रोकने में कामयाब रही है। यह सबसे अधिक किफायती एवं सरल स्वास्थ्य निवेशों में से एक है। प्रशिक्षित एएनएम द्वारा टीकाकरण के दौरान पोषक क्षेत्रों में कार्यरत आशा, आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिकाओं द्वारा काफ़ी सहयोग किया जाता है। नौनिहालों को टीके लगवाने वाली महिलाओं एवं अभिभावकों को विशेष रूप से टीकाकरण के महत्व के बारे में बताया जाता हैं। नियमित टीकाकरण अभियान के दौरान डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ़ एवं यूएनडीपी के द्वारा सहयोग किया जाता है

    नियमित रूप से दी जाने वाली टीके के प्रकार:

    टीकाकरण न्यूमोकोकल टीका (पीसीवी) निमोनिया, सेप्टिसीमिया, मैनिंजाइटिस या दिमागी बुखार आदि से बचाव करता है। जन्म होते ही ओरल पोलियो, हेपेटाइटिस बी, बीसीजी के टीके दिए जाते हैं जबकि डेढ़ महीने बाद ओरल पोलियो-1, पेंटावेलेंट-1, एफआईपीवी-1, पीसीवी-1, रोटा-1 की ख़ुराक़ दी जाती है। इसी तरह ढाई महीने बाद ओरल पोलियो-2, पेंटावेलेंट-2, रोटा-2 और साढ़े तीन महीने बाद ओरल पोलियो-3, पेंटावेलेंट-3, एफआईपीवी-2, रोटा-3, पीसीवी-2. इसके अलावा नौ से 12 माह के अंदर मीजल्स 1, मीजल्स रुबेला 1, जेई 1, पीसीवी-बूस्टर, विटामिन ए के टीके नवजात शिशुओं को लगाए जाते हैं। 16 से 24 माह के अंदर मीजल्स 2, मीजल्स रुबेला 2, जेई 2, बूस्टर डीपीटी, पोलियो बूस्टर, जेई 2 के टीके दिए जाते हैं। 05 से 6 साल के अंदर डीपीटी बूस्टर 2, 10 वर्ष से लेकर 15 वर्षो के अंदर टेटनेस की सुई दी जाती है। गर्भवती महिला को टेटनेस 1 या टेटनेस बूस्टर दिया जाता है।

  • नीतीश कुमार की जिद के कारण टले निकाय चुनाव, शहरी विकास ठप – सुशील मोदी

    सुशील कुमार मोदी – प्रेस विज्ञप्ति 10.11.2022
    पटना । पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार की जिद के कारण निकाय चुनाव टल गए, जिससे अतिपिछड़ा वर्ग के सैकड़ों लोग मेयर-डिप्टी मेयर बनने से वंचित रह गए।

    • चुनाव की तारीख, आचार संहिता और नामांकन को लेकर स्पष्ट घोषणा करे सरकार
    • आरक्षण देने के लिए पहले आयोग बनाया होता तो नहीं होती फजीहत

    श्री मोदी ने कहा कि हाई कोर्ट के फैसले के बाद भले ही सरकार झुकी और अतिपिछड़ों को राजनीतिक आरक्षण देने के लिए अतिपिछड़ा वर्ग आयोग को पुनर्जीवित कर दिया गया, लेकिन अभी तय नहीं कि कब आयोग की रिपोर्ट आयेगी और चुनाव कब होंगे?

    उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव जब भी होंगे, तब फिर से नामांकन करना होगा या पहले के नामांकन ही मान्य होंगे, यह भी स्पष्ट नहीं है।
    श्री मोदी ने कहा कि निकाय चुनाव टल गए, लेकिन आचार-संहिता लागू है, इसलिए पूरे राज्य में शहरी विकास का कोई नया काम नहीं हो रहा है।

    उन्होंने कहा कि इन सारी बातों के लिए नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं।

    श्री मोदी ने कहा कि सरकार चुनाव की तारीख के बारे में स्पष्ट घोषणा करे, ताकि ऊहापोह की स्थिति समाप्त हो।

    उन्होंने कहा कि जब महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में निकाय चुनाव पर रोक लगने का हवाला देकर एजी और राज्य निर्वाचन आयोग ने अतिपिछड़ों को आरक्षण देने के लिए विशेष आयोग बनाने और उसकी रिपोर्ट के अनुसार निकाय चुनाव कराने का मंतव्य दिया, तब नीतीश कुमार ने किसी की एक न सुनी।

    श्री मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री के राजहठ के कारण अतंत: निकाय चुनाव पर रोक लगी और करना वही पड़ा, जो पहले
    किया जा सकता था। इसका खामियाजा अतिपिछड़ों को उठाना पड़ा।

  • पंचायत के सभी योजनाओ का बीपीआरओ द्वारा हुआ जाँच

    पूर्णियाँ/सिटिहलचल न्यूज़

    पूर्णिया पूर्व।प्रखंड क्षेत्र के विक्रमपुर पंचायत का बीपीआरओ प्रवीण कुमार भारती के द्वारा नल जल योजना, गली नली, विद्यालय, पंचायत सरकार भवन का निरीक्षण किया। साथ ही कई अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं का भी उन्होंने स्थलीय जांच किया। बताते चलें कि सात निश्चय योजना के तहत पंचायत में लगाए गए सभी नल जल योजना लीकेज की समस्या से ग्रसित है। संवेदक को जानकारी देने के बावजूद भी लीकेज की समस्या समाप्त नहीं हो रही है

    निरीक्षण के दौरान प्रवीण कुमार भारती ने वार्ड संख्या 9 के नल जल पंप पर पहुंचकर स्थल जांच किया। उसके बाद में उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय विक्रमपुर महेंद्रपुर का भी उन्होंने निरीक्षण किया। इस दौरान विद्यालय की विधि व्यवस्था की जांच पड़ताल करते हुए शिक्षकों को कई दिशा निर्देश दिए। उसके बाद पंचायत सरकार भवन का निरीक्षण करते हुए पूरी जानकारी ली

    उन्होंने कहा कि जल्द ही भवन का कार्य पूर्ण करा पूर्ण कराने के लिए जिले के वरिष्ठ पदाधिकारी को रिपोर्ट भेजी जाएगी। ताकि जल्द से जल्द सरकार भवन बनकर तैयार हो और स्थानीय लोगों को सारी सुविधाएं एक साथ एक ही छत के नीचे उपलब्ध हो।

  • प्राथमिक विद्यालय आगाटोला में विदाई सह सम्मान समारोह का हुआ आयोजन

    पूर्णियाँ/सिटिहलचल न्यूज़

    पूर्णियाँ पूर्व: प्रखंड क्षेत्र के चांदी पंचायत अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय आगाटोला में बुधवार को प्रधानाध्यापिका अनिता कुमारी का सेवानिवृति के पश्यात विदाई समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि के रूप में पहुँचे सदर विधायक विजय खेमका,जदयू जिलाध्यक्ष श्री प्रसाद महतो,जीप उपाध्यक्ष नीरज कुमार उर्फ छोटू सिंह,राष्ट्रपति पुरुस्कार से सम्मानित सेवा निवृत्त शिक्षक सुमन कुमार, राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित सेवानिवृत्त शिक्षिका अर्चना देव, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नन्दन प्रसाद,बैधनाथ मेहता आदि ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम में मौजूद सभी मुख्य अतिथि का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाध्यापक मो प्रवेज आलम तथा मंच का संचालन प्रो कमलेश्वरी प्रसाद मेहता ने किया। वहीं कार्यक्रम में मौजूद सदर विधायक विजय खेमका ने कहा कि जब सम्मान समारोह होता है

    हर कोई की इच्छा होती है सम्मान समारोह का हिस्सा बनूँ। देश के चर्चित पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी ने कहा था कि आदमी थकता है तब जब उसकी जीवन की यात्रा समाप्त हो जाए उससे पहले आदमी थकता नहीं है। और सेवानिवृत्त आप सरकारी सेवा से हो सकते हैं लेकिन सामाजिक सेवा से आप को सेवानिवृत्ति नहीं मिल सकती और समाज की सेवा ही परम धर्म होता है इसलिए सामाजिक सेवा से शवों को हमेशा जोड़कर रहना चाहिए अनीता दीदी ने जो विद्यालय को सजाने और संवारने का काम किया है मुझे आशा है कि वह सेवानिवृत्ति के बाद भी इस विद्यालय के बच्चों तथा समाज के बच्चों पर हमेशा नजर रखेंगे और उन्हें शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करते रहेंगे वहीं उन्होंने सभी अभिभावकों से भी आग्रह किया कि आप सभी अपने अपने बच्चों को समयानुसार विद्यालय भेजें सरकार के द्वारा बच्चों को मुफ्त भोजन मुफ्त किताबें पोशाक आदि की सुविधा दी जा रही है इसका लाभ बच्चों को सही रूप से मिलता रहे। वही लोगों को संबोधित करते हुए जदयू के जिलाध्यक्ष श्री प्रसाद महतो ने भी सेवानिवृत्त हुए प्रधानाध्यापिका अनिता कुमारी के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए

    उन्हें लगातार शिक्षा से जुड़े रहने का आग्रह किया तथा उन्होंने उपस्थित सभी शिक्षकों को भी बच्चों के शिक्षा पर विशेष ध्यान देने और प्रोत्साहित करने के लिए कहा वही जिला परिषद के उपाध्यक्ष नीरज सिंह उर्फ छोटू सिंह ने भी संबोधित करते हुए कहा कि इस सम्मान समारोह में वैसे अभिभावकों को भी सम्मान करना चाहिए जो अपने बच्चों को हमेशा शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं उन्होंने सेवानिवृत्त हो रहे प्रधानाध्यापिका अनिता कुमारी को शुभकामना देते हुए कहा कि आप भी सेवानिवृत शिक्षिका अर्चना देव के जैसा बच्चों को हमेशा शिक्षा दान करते रहें यही हम लोगों की इच्छा है।मौके पर दिलीप मेहता,प्रधानाध्यापक सह डीडीओ पोरस यादव ,सेवा निवृत्त शिक्षक ज्ञानेश्वर झा, डॉ विश्वनाथ मेहता,प्रो चंदन विश्वास, योगेंद्र यादव,डॉ सतीश कुमार साह,चांदी पंचायत के पैक्स अध्यक्ष अचिंत मेहता,सिंघेश्वर मेहता, भाजपा मंडल अध्यक्ष बीरेंद्र सिंह,बैधनाथ सिंह,मनोज मोनू,मो मुख्तार आलम,मो अब्वास,रामचन्द्र सिंह,उप मुखिया राजेन्द्र मेहता,मो इस्लाम,पूर्व सरपंच गुंजन कुमारी, विद्यालय के अध्यक्ष मो फिरोज अंसारी,उप सरपंच अशोक मेहता सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।

  • Pune Bajarbhav: मटारच्या कमाल दारात 5000 रुपयांची घट; पहा पुणे बाजार समितीतील शेतमाल बाजारभाव

    हॅलो कृषी ऑनलाईन : आज सायंकाळी पाच वाजेपर्यंत प्राप्त झालेल्या पुणे कृषी (Pune Bajarbhav) उत्पन्न बाजार समितीमधील शेतमाल बाजारभावानुसार आज मटारच्या दरात घसरण झाल्याचे दिसून येत आहे. दिनांक नऊ रोजी मटारला कमाल 15000 रुपयांचा कमाल भाव मिळाला होता. मात्र आजचे कमाल दर पाहिले असता 5000 रुपयांनी हे दर खाली आले असून आज मटारला कमाल दहा हजार रुपये प्रतिक्विंटल चा भाव मिळाला आहे.

    भेंडी कमाल 3000, गवार कमाल 5000, टोमॅटो कमाल 1200, घेवडा कमाल 5000, दोडका कमाल 3000, हिरवी मिरची कमाल 3000 आणि दुधी भोपळ्याला कमाल दोन हजार रुपयांचा दर आज पुणे कृषी उत्पन्न बाजार (Pune Bajarbhav) समिती येथे मिळालाय


    तर पालेभाज्यांचा विचार करता आज कोथिंबिरीला कमाल भाव 800 रुपयांचा मिळालाय मेथीला पंधराशे रुपयांचा कमाल भाव मिळालाय. शेपू हजार, कांदापात 2000 , पालक बाराशे रुपये, मुळा 1500 रुपये आणि चवळी पाला हजार रुपये असे दर आज पालेभाज्यांना पुणे कृषी उत्पन्न बाजार समितीमध्ये मिळाले आहेत.

    तर कांद्याला कमाल 2500, बटाटा 2200, लसूण 5500 आणि आल्याचा दर कमाल 3500 रुपये आज पुणे कृषी उत्पन्न बाजार समितीमध्ये राहिला


    पुणे बाजार समितीतील बाजारभाव (Pune Bajarbhav)

    शेतिमालाचा प्रकार – कांदा – बटाटा

    कोड नं. शेतिमाल परिमाण आवक किमान कमाल
    1001 कांदा क्विंटल 7605 Rs. 800/- Rs. 2500/-
    1002 बटाटा क्विंटल 4027 Rs. 1500/- Rs. 2200/-
    1003 लसूण क्विंटल 919 Rs. 1500/- Rs. 5500/-
    1004 आले क्विंटल 399 Rs. 1000/- Rs. 3500/-

     

    शेतिमालाचा प्रकार – फळभाजी (तरकारी)

    कोड नं. शेतिमाल परिमाण आवक किमान कमाल
    2001 भेंडी क्विंटल 416 Rs. 1000/- Rs. 3000/-
    2002 गवार क्विंटल 251 Rs. 2500/- Rs. 5000/-
    2003 टोमॅटो क्विंटल 1965 Rs. 600/- Rs. 1200/-
    2004 मटार क्विंटल 56 Rs. 8000/- Rs. 10000/-
    2005 घेवडा क्विंटल 168 Rs. 1800/- Rs. 5000/-
    2006 दोडका क्विंटल 195 Rs. 1500/- Rs. 3000/-
    2007 हि.मिरची क्विंटल 650 Rs. 2000/- Rs. 3000/-
    2008 दुधीभोपळा क्विंटल 256 Rs. 500/- Rs. 2000/-
    2009 भु. शेंग क्विंटल      
    2010 काकडी क्विंटल 638 Rs. 700/- Rs. 1500/-
    2011 कारली क्विंटल 212 Rs. 2000/- Rs. 3000/-
    2012 डांगर क्विंटल 169 Rs. 800/- Rs. 2500/-
    2013 गाजर क्विंटल 352 Rs. 1500/- Rs. 5000/-
    2014 पापडी क्विंटल 40 Rs. 2500/- Rs. 5000/-
    2015 पडवळ क्विंटल 23 Rs. 1000/- Rs. 4000/-
    2016 फ्लॉवर क्विंटल 646 Rs. 500/- Rs. 1200/-
    2017 कोबी क्विंटल 666 Rs. 800/- Rs. 1400/-
    2018 वांगी क्विंटल 511 Rs. 2000/- Rs. 5000/-
    2019 ढोबळी क्विंटल 379 Rs. 2000/- Rs. 4000/-
    2020 सुरण क्विंटल 17 Rs. 2000/- Rs. 3000/-
    2021 तोंडली क्विंटल 60 Rs. 1800/- Rs. 4000/-
    2022 बीट क्विंटल 62 Rs. 1000/- Rs. 3000/-
    2023 कोहळा क्विंटल 51 Rs. 1500/- Rs. 4000/-
    2024 पावटा क्विंटल 14 Rs. 3000/- Rs. 6000/-
    2025 वाल क्विंटल      
    2026 वालवर क्विंटल 74 Rs. 3000/- Rs. 5000/-
    2027 शेवगा क्विंटल 57 Rs. 6000/- Rs. 10000/-
    2028 कैरी क्विंटल 6 Rs. 4000/- Rs. 6000/-
    2029 ढेमसा क्विंटल 22 Rs. 1000/- Rs. 3000/-
    2030 नवलकोल क्विंटल      
    2031 डबलबी क्विंटल      
    2032 चवळी क्विंटल 53 Rs. 1600/- Rs. 4000/-
    2033 रताळी क्विंटल 28 Rs. 1500/- Rs. 2500/-
    2034 फणस क्विंटल      
    2035 परवल क्विंटल 28 Rs. 2500/- Rs. 5000/-
    2036 घोसाळी क्विंटल 67 Rs. 1500/- Rs. 3000/-
    2037 कडीपत्ता क्विंटल 34 Rs. 800/- Rs. 4000/-
    2038 केळी क्विंटल      
    2039 डिंग्री क्विंटल      
    2040 आरवी क्विंटल      
    2041 भावनगरी क्विंटल      
    2042 ङफऴ क्विंटल      
    2043 मोगरी क्विंटल      
    3023 लाल व पिवळी ढाेबळी क्विंटल 4 Rs. 4000/- Rs. 6000/-
    3024 बेझील क्विंटल 1 Rs. 3000/- Rs. 4000/-
    3025 ब्रोकाेली क्विंटल 10 Rs. 1800/- Rs. 6000/-
    3026 पाेकचाय क्विंटल      
    3027 लोलो क्विंटल      
    3028 चायना काेबी क्विंटल 1 Rs. 3000/- Rs. 4000/-
    3029 लाल काेबी क्विंटल 1 Rs. 2000/- Rs. 3000/-
    3030 आवाकडु क्विंटल      
    3031 बेबी काॅर्न क्विंटल 3 Rs. 5000/- Rs. 8000/-
    3032 झुकुणी क्विंटल 3 Rs. 2000/- Rs. 4000/-
    3033 चेरी टॅामेटो क्विंटल      
    3034 सॅलड क्विंटल 1 Rs. 1000/- Rs. 3000/-
    3035 सॅलरी क्विंटल 4 Rs. 10000/- Rs. 20000/-
    3036 मशरुम क्विंटल 2 Rs. 9000/- Rs. 11000/-
    3037 कमल काकडी क्विंटल      
    3038 लाल मुळा क्विंटल      
    3039 राेमन क्विंटल      
    3040 लिफी क्विंटल 1 Rs. 3000/- Rs. 4000/-
    3041 चायना काकडी क्विंटल 7 Rs. 900/- Rs. 1100/-
    3042 चायना लसुण क्विंटल 2 Rs. 3000/- Rs. 6000/-
    3043 शतावरी क्विंटल      
    3044 लेमन ग्ास क्विंटल      
    3045 सिमसम क्विंटल      

     

    शेतिमालाचा प्रकार – पालेभाजी

    कोड नं. शेतिमाल परिमाण आवक किमान कमाल
    3001 कोथिंबीर शेकडा 119885 Rs. 200/- Rs. 800/-
    3002 मेथी शेकडा 24700 Rs. 400/- Rs. 1500/-
    3003 शेपू शेकडा 14150 Rs. 500/- Rs. 1000/-
    3004 कांदापात शेकडा 2380 Rs. 500/- Rs. 2000/-
    3005 पालक शेकडा 22770 Rs. 400/- Rs. 1200/-
    3006 मुळा शेकडा 2480 Rs. 400/- Rs. 1500/-
    3007 चवळी पाला शेकडा 1305 Rs. 500/- Rs. 1000/-
    3008 करडई शेकडा      
    3009 राजगिरा शेकडा 2400 Rs. 100/- Rs. 600/-
    3010 ह. गड़ी शेकडा      
    3011 पुदीना शेकडा 6450 Rs. 200/- Rs. 600/-
    3012 नारळ शेकडा      
    3013 मकाकणिस शेकडा      
    3014 चाकवत शेकडा      
    3015 अंबाडी शेकडा 200 Rs. 300/- Rs. 400/-
    3016 चुका शेकडा 1440 Rs. 400/- Rs. 1000/-
    3017 तांदुऴसा शेकडा      
    3018 देठ शेकडा      
    3019 माठ शेकडा      
    3020 मोहरी शेकडा      
    3021 चंदनबटवा शेकडा      
    3022 आईसबर्ग क्विंटल 3 Rs. 1800/- Rs. 6000/-

     

    शेतिमालाचा प्रकार – फळे

    कोड नं. शेतिमाल परिमाण आवक किमान कमाल
    4001 लिंबू क्विंटल 191 Rs. 600/- Rs. 2000/-
    4002 पेरु क्विंटल 436 Rs. 1500/- Rs. 4500/-
    4004 टरबूज क्विंटल      
    4005 फणस क्विंटल      
    4007 पीअर क्विंटल 15 Rs. 6000/- Rs. 13000/-
    4008 पीअर क्विंटल      
    4009 पीअर क्विंटल      
    4010 पीअर क्विंटल      
    4012 पेरु क्विंटल      
    4014 पेरु क्विंटल      
    4019 पिच क्विंटल      
    4020 पिच क्विंटल      
    4021 पिच क्विंटल      
    4022 पिच क्विंटल      
    4023 प्लम क्विंटल 2 Rs. 2500/- Rs. 4500/-
    4024 प्लम क्विंटल      
    4025 प्लम क्विंटल      
    4026 प्लम क्विंटल      
    4027 रामफळ क्विंटल      
    4028 रामफळ क्विंटल      
    4029 रामफळ क्विंटल      
    4030 रामफळ क्विंटल      
    4031 पेरु क्विंटल      
    4032 सफरचंद – फ्युजी क्विंटल      
    4033 सफरचंद -फ्युजी क्विंटल      
    4034 संञा क्विंटल 696 Rs. 3000/- Rs. 9000/-
    4035 संञा क्विंटल      
    4036 संञा क्विंटल      
    4038 अननस क्विंटल 300 Rs. 1000/- Rs. 4000/-
    4039 संञा क्विंटल      
    4040 अननस क्विंटल      
    4041 सिताफळ क्विंटल 628 Rs. 2000/- Rs. 7000/-
    4042 अननस क्विंटल      
    4043 सिताफळ क्विंटल      
    4044 अंजीर क्विंटल 6 Rs. 2000/- Rs. 10000/-
    4045 सिताफळ क्विंटल      
    4046 सिताफळ क्विंटल      
    4047 अंजीर क्विंटल      
    4048 अंजीर क्विंटल      
    4049 स्ट्रॉबेरी क्विंटल 2 Rs. 12500/- Rs. 20000/-
    4050 स्ट्रॉबेरी क्विंटल      
    4051 बोर क्विंटल 38 Rs. 1200/- Rs. 3500/-
    4052 बोर क्विंटल      
    4053 चेरी क्विंटल      
    4054 चिक्कू क्विंटल 24 Rs. 1500/- Rs. 4500/-
    4055 चिक्कू क्विंटल      
    4056 चिक्कू क्विंटल      
    4057 स्ट्रॉबेरी क्विंटल      
    4058 स्ट्रॉबेरी क्विंटल      
    4059 डाळींब-नं.१ क्विंटल 329 Rs. 2000/- Rs. 15000/-
    4060 टरबूज क्विंटल      
    4061 डाळींब-नं.१ क्विंटल      
    4062 टरबूज क्विंटल      
    4063 सफरचंद-सिमला क्विंटल 1301 Rs. 4000/- Rs. 9000/-
    4064 टरबूज क्विंटल      
    4065 टरबूज क्विंटल      
    4066 सफरचंद-फ्युजी क्विंटल      
    4067 नासपती क्विंटल      
    4068 नासपती क्विंटल      
    4069 जांभूऴ क्विंटल      
    4070 जांभूऴ क्विंटल      
    4072 नासपती क्विंटल      
    4074 कलिगङ क्विंटल 179 Rs. 1000/- Rs. 2500/-
    4075 लीची क्विंटल      
    4076 विलायची क्विंटल      
    4077 कलिगङ क्विंटल      
    4078 लीची क्विंटल      
    4079 करवंद क्विंटल      
    4080 लीची क्विंटल      
    4081 आवळा क्विंटल 10 Rs. 3000/- Rs. 4000/-
    4082 करवंद क्विंटल      
    4083 आवळा क्विंटल      
    4084 आवळा क्विंटल      
    4085 कवट क्विंटल      
    4086 केळी क्विंटल      
    4087 केळी क्विंटल 8 Rs. 1000/- Rs. 1500/-
    4088 मोसंबी क्विंटल 429 Rs. 1500/- Rs. 8000/-
    4089 मोसंबी क्विंटल      
    4090 मोसंबी क्विंटल      
    4091 आवऴा क्विंटल      
    4093 कोकम क्विंटल      
    4094 कोकम क्विंटल      
    4095 जदाऴू क्विंटल      
    4096 जदाऴू क्विंटल      
    4097 मॉसंबी क्विंटल      
    4100 नासपाती क्विंटल      
    4102 पपई क्विंटल 298 Rs. 1000/- Rs. 2500/-
    4103 पपई क्विंटल      
    4104 पपई क्विंटल      
    4105 डाळींब-गणेश क्विंटल      
    4106 डाळींब-गणेश क्विंटल      
    4107 डाळींब- गणेश क्विंटल      
    4108 डाळींब- गणेश क्विंटल      
    4109 डाळींब-भगवा क्विंटल      
    4110 डाळींब-भगवा क्विंटल      
    4111 डाळींब-भगवा क्विंटल      
    4112 डाळींब-भगवा क्विंटल      
    4113 डाळींब-नं.१ क्विंटल      
    4114 डाळींब-नं.१ क्विंटल      
    4115 डाळींब-नं.२ क्विंटल      
    4116 डाळींब-नं.२ क्विंटल      
    4117 डाळींब-नं.२ क्विंटल      
    4118 डाळींब-नं.२ क्विंटल      
    4119 आरक्ता क्विंटल      
    4120 आरक्ता क्विंटल      
    4121 आरक्ता क्विंटल      
    4122 आरक्ता क्विंटल      
    4123 सफरचंद-डेलीशयस क्विंटल      
    4124 सफरचंद-डेलीशयस क्विंटल      
    4125 सफरचंद -डेलीशयस क्विंटल      
    4126 सफरचंद-सिमला क्विंटल      
    4128 सफरचंद-सिमला क्विंटल      
    4129 सफरचंद-वॉशिंग्टन क्विंटल      
    4130 सफरचंद-वॉशिंग्टन क्विंटल      
    4131 सफरचंद-वॉशिंग्टन क्विंटल      
    4132 आंबा-हापूस क्विंटल      
    4133 आंबा-हापूस क्विंटल      
    4134 आंबा-हापूस क्विंटल      
    4135 आंबा-हापूस क्विंटल      
    4136 आंबा-बेगलोर क्विंटल      
    4137 आंबा-बेगलोर क्विंटल      
    4138 आंबा-बेगलोर क्विंटल      
    4139 आंबा-बेगलोर क्विंटल      
    4140 आंबा-तोतापूरी क्विंटल      
    4141 आंबा-तोतापूरी क्विंटल      
    4142 द्राक्ष – तासगांव क्विंटल      
    4143 द्राक्ष – तासगांव क्विंटल      
    4144 आंबा-तोतापूरी क्विंटल      
    4145 आंबा-तोतापूरी क्विंटल      
    4146 द्राक्ष – तासगांव क्विंटल      
    4147 आंबा-रायवळ क्विंटल      
    4148 आंबा-रायवळ क्विंटल      
    4149 आंबा-रायवळ क्विंटल      
    4150 आंबा-रायवळ क्विंटल      
    4151 द्राक्ष – तासगांव क्विंटल      
    4152 द्राक्ष -बेंगलोर क्विंटल 40 Rs. 5000/- Rs. 15000/-
    4153 आंबा-लालबाग क्विंटल      
    4154 आंबा-लालबाग क्विंटल      
    4155 द्राक्ष -बेंगलोर क्विंटल      
    4156 आंबा-लालबाग क्विंटल      
    4157 द्राक्ष -बेंगलोर क्विंटल      
    4158 द्राक्ष -बेंगलोर क्विंटल      
    4159 द्राक्ष – शरद क्विंटल      
    4160 आंबा-लालबाग क्विंटल      
    4161 आंबा-बदाम क्विंटल      
    4162 आंबा-बदाम क्विंटल      
    4163 द्राक्ष – शरद क्विंटल      
    4164 आंबा-बदाम क्विंटल      
    4165 द्राक्ष – शरद क्विंटल      
    4166 द्राक्ष – शरद क्विंटल      
    4167 द्राक्ष – सिडलेस क्विंटल      
    4168 द्राक्ष – सिडलेस क्विंटल      
    4169 द्राक्ष – सिडलेस क्विंटल      
    4170 द्राक्ष – सिडलेस क्विंटल      
    4171 आंबा – पायरी क्विंटल      
    4172 आंबा – नीलम क्विंटल      
    4173 आंबा – मलगॉबा क्विंटल      
    4174 आंबा – केशर क्विंटल      

     

    शेतिमालाचा प्रकार – अन्नधान्य (गुळ-भुसार)

    कोड नं. शेतिमाल परिमाण आवक किमान कमाल
    5001 लाल मिरची-गावरानघाटी क्विंटल      
    5002 लाल मिरची- गावरानशेवाळा क्विंटल      
    5003 तान्दुऴ-बासमति क्विंटल 32 Rs. 7600/- Rs. 10200/-
    5004 तांन्दुऴ-बासमति-दुबर क्विंटल 581 Rs. 5900/- Rs. 6700/-
    5005 तांन्दुऴ-मोगरा क्विंटल 442 Rs. 4800/- Rs. 5200/-
    5006 तांन्दुऴकणी क्विंटल 495 Rs. 3000/- Rs. 3600/-
    5007 तांन्दुऴ-आंबेमोह्रर क्विंटल 25 Rs. 7500/- Rs. 8500/-
    5008 तांन्दुऴ-कोलम क्विंटल 610 Rs. 4400/- Rs. 6100/-
    5009 तांन्दुऴ-चिन्नर क्विंटल      
    5010 तांन्दुऴ – डॅश क्विंटल 554 Rs. 2500/- Rs. 2600/-
    5011 तांन्दुऴ – उकडा क्विंटल 432 Rs. 3000/- Rs. 4000/-
    5012 तांन्दुऴ – मसूरी क्विंटल 341 Rs. 2500/- Rs. 2700/-
    5013 तांन्दुऴ – इंद्रायणी क्विंटल 95 Rs. 4000/- Rs. 5200/-
    5014 गहू – २१८९ क्विंटल      
    5015 गहू – लोकवन क्विंटल 2081 Rs. 3000/- Rs. 3900/-
    5016 गहू – पंजाब कल्याणसोना क्विंटल      
    5017 गहू – गुजरात विनाट क्विंटल 472 Rs. 3200/- Rs. 3800/-
    5018 गहू – गुजरात तुकडी क्विंटल 451 Rs. 3300/- Rs. 4000/-
    5019 गहू – सिंहोर क्विंटल 391 Rs. 4500/- Rs. 5400/-
    5020 मका – पिवळा क्विंटल      
    5021 ज्वारी – मालदांडी नं १ क्विंटल 511 Rs. 4800/- Rs. 5200/-
    5022 ज्वारी – मालदांडी नं २ क्विंटल 348 Rs. 4200/- Rs. 4600/-
    5023 ज्वारी – वसंत नं ५ क्विंटल      
    5024 ज्वारी – वसंत नं ९ क्विंटल 364 Rs. 3400/- Rs. 3800/-
    5025 ज्वारी – दुरी क्विंटल 360 Rs. 3200/- Rs. 3600/-
    5026 बाज्ररी – गावरान क्विंटल 489 Rs. 3000/- Rs. 3400/-
    5027 बाज्ररी – संकरीत क्विंटल 330 Rs. 3000/- Rs. 3200/-
    5028 बाज्ररी – महिको नं ९१० क्विंटल 362 Rs. 3300/- Rs. 3500/-
    5029 लालमिरची क्विंटल      
    5030 वाटाणा-हिरवा क्विंटल 34 Rs. 5500/- Rs. 6100/-
    5031 वाटाणा-पांढरा क्विंटल 28 Rs. 6300/- Rs. 6900/-
    5032 वाटाणा क्विंटल      
    5033 मसूर क्विंटल 34 Rs. 7400/- Rs. 7800/-
    5034 मसूरडाळ क्विंटल      
    5035 धना-इंदौर क्विंटल 1 Rs. 11000/- Rs. 18000/-
    5036 धना-गावरान क्विंटल 1 Rs. 10000/- Rs. 12000/-
    5037 हरभरा – चाफ़ा क्विंटल 32 Rs. 5500/- Rs. 5600/-
    5038 हरभरा – संकरीत क्विंटल 29 Rs. 5300/- Rs. 5400/-
    5039 हरभरा – गरडा क्विंटल      
    5040 हरबरा डाळ क्विंटल      
    5041 उडीद क्विंटल 2 Rs. 8400/- Rs. 9000/-
    5042 उडीद डाळ क्विंटल      
    5043 मका – तांबडा क्विंटल 1 Rs. 2400/- Rs. 2600/-
    5044 मका – पांढरा क्विंटल      
    5045 चिंच – जुनी क्विंटल 1 Rs. 4000/- Rs. 5000/-
    5046 चिंच – नवी क्विंटल 1 Rs. 6000/- Rs. 8000/-
    5047 शेंगदाणा – घुंगरू क्विंटल 441 Rs. 10000/- Rs. 10600/-
    5048 शेंगदाणा – जाड़ा क्विंटल 285 Rs. 9600/- Rs. 10800/-
    5049 शेंगदाणा – स्पॅनिश क्विंटल 410 Rs. 11300/- Rs. 11600/-
    5050 हऴद – राजापुरी क्विंटल 1 Rs. 11000/- Rs. 16000/-
    5051 हऴद – सांगली क्विंटल      
    5052 हऴद – हरगुङ (पुरंदर) क्विंटल      
    5053 हऴद – कवठा क्विंटल      
    5054 मूग – हिरवा क्विंटल 32 Rs. 7700/- Rs. 8000/-
    5055 मूग – पॉलिश क्विंटल      
    5056 मूगदाऴ क्विंटल      
    5057 हुलगा क्विंटल 2 Rs. 7000/- Rs. 8200/-
    5058 चवऴी क्विंटल 4 Rs. 7200/- Rs. 8000/-
    5059 तूर क्विंटल      
    5060 तूरदाऴ क्विंटल      
    5061 नाचणी क्विंटल 4 Rs. 3700/- Rs. 3800/-
    5062 वाल क्विंटल      
    5063 गुऴ – पिवऴा नं.१ क्विंटल 281 Rs. 3425/- Rs. 3575/-
    5064 गुऴ – पिवऴा नं.२ क्विंटल 213 Rs. 3375/- Rs. 3415/-
    5065 गुऴ – लाल क्विंटल 225 Rs. 3201/- Rs. 3351/-
    5066 गुऴ – लाल-काऴा क्विंटल      
    5067 गुऴ – बॉक्स क्विंटल 297 Rs. 3301/- Rs. 3975/-
    5068 लालमिरची-ब्याड्गी क्विंटल 1 Rs. 45000/- Rs. 50000/-
    5069 लालमिरची-गुंटूर क्विंटल 1 Rs. 26000/- Rs. 29000/-
    5070 लालमिरची-नंदुरबार क्विंटल      
    5071 लालमिरची-खुडवाब्याड्गी क्विंटल      
    5072 लालमिरची-खुडवागुंटूर क्विंटल      
    5073 लालमिरची-सीड-ईडो५ क्विंटल      
    5074 लालमिरची-अंकुर क्विंटल      

     

    शेतिमालाचा प्रकार – सुकामेवा

    कोड नं. शेतिमाल परिमाण आवक किमान कमाल
    6001 काजू १० किलो      
    6002 बदाम १० किलो      
    6003 खारीक १० किलो      
    6004 पिस्ता १० किलो      
    6005 आक्रोड १० किलो      
    6006 बेदाणे १० किलो      
    6007 काळे बेदाणे १० किलो      
    6008 अंजीररोल १० किलो      
    6009 खजूर १० किलो 1350 Rs. 500/- Rs. 1400/-
    6010 जर्दाळू १० किलो      
    6011 खोबरा गोटा वाटी २५ किलो 1385 Rs. 4000/- Rs. 5500/-
    6012 दालचिनी २ किलो      
    6013 लवंग २ किलो      
    6014 मिरी २ किलो      
    6015 विलायची २ किलो      
    6016 खसखस २ किलो      
    6017 हळद पावडर ५० किलो 1230 Rs. 4000/- Rs. 6600/-
    6018 राजगिरा ५० किलो 1620 Rs. 3500/- Rs. 5000/-
    6019 मैदा १०० किलो      
    6020 गव्हाचे पीठ (आटा) १०० किलो      
    6021 साखर १०० किलो      
    6022 साबुदाना ५० किलो      

     

    शेतिमालाचा प्रकार – फुले

    कोड नं. शेतिमाल परिमाण आवक किमान कमाल
    7001 मोगरा १ किलो      
    7002 काकडा १ किलो 1320 Rs. 80/- Rs. 120/-
    7003 जुई १ किलो      
    7004 चमेली १ किलो      
    7005 गुलछडी १ किलो 6737 Rs. 20/- Rs. 50/-
    7006 झेंडू १ किलो 30627 Rs. 5/- Rs. 20/-
    7007 तुळजापूरी १ किलो 3100 Rs. 5/- Rs. 20/-
    7008 तेरडा १ किलो      
    7009 बिजली १ किलो 1170 Rs. 20/- Rs. 50/-
    7010 चांदणी १ किलो      
    7011 शेवंतीपांढरी १ किलो 17682 Rs. 5/- Rs. 20/-
    7012 शेवंती पिवळी १ किलो 1620 Rs. 10/- Rs. 20/-
    7013 अस्टर शेकडा 1016 Rs. 5/- Rs. 15/-
    7014 गलांड्या शेकडा 80 Rs. 20/- Rs. 40/-
    7015 लिली बंडल 800 Rs. 5/- Rs. 10/-
    7016 गुलाब गड़ी 7930 Rs. 5/- Rs. 20/-
    7017 गुलाब गेंलीटर गड़ी 552 Rs. 50/- Rs. 70/-
    7018 गुलछडी काडी गड़ी 1770 Rs. 5/- Rs. 20/-
    7019 आस्टर टाकळी गड़ी 150 Rs. 20/- Rs. 40/-
    7020 गोल्डन डी. जे. गड़ी 1820 Rs. 10/- Rs. 20/-
    7021 ग्लॅडीओ साधा गड़ी 1150 Rs. 10/- Rs. 30/-
    7022 ग्लॅडीओ रंगीत गड़ी 2050 Rs. 20/- Rs. 40/-
    7023 लास्पर गड़ी      
    7024 ब्लु स्टार गड़ी      
    7025 कॅन्टप गड़ी      
    7026 लेस गड़ी      
    7027 टॅटस गड़ी 460 Rs. 20/- Rs. 40/-
    7028 जिप्सी गड़ी 484 Rs. 100/- Rs. 200/-
    7029 शेरनी गड़ी      
    7030 कोंबडा गड़ी 240 Rs. 5/- Rs. 10/-
    7031 जरबेरा गड़ी 5785 Rs. 20/- Rs. 40/-
    7032 कर्नेशन गड़ी 522 Rs. 100/- Rs. 140/-
    7033 डच गुलाब गड़ी 7243 Rs. 100/- Rs. 140/-
    7034 अबोली १ किलो      
    7035 चाफा नगास 38880 Rs. 0.5/- Rs. 1/-
    7036 जास्वंदी शेकडा      
    7037 जिना शेकडा      
    7038 लिलीयम गड़ी      
    7039 ऑकिड गड़ी 56 Rs. 200/- Rs. 400/-
    7040 ऍथोरिम गड़ी 160 Rs. 100/- Rs. 150/-
    7041 ग्रास गड़ी 9680 Rs. 2/- Rs. 4/-
    7042 पत्ता गड़ी 5700 Rs. 5/- Rs. 7/-

     

  • नशे में धुत्त होकर नशेड़ी पहुँचा थाना

    मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में भले ही शराबबंदी लागू करने के बाद इसकी सफलता का बार-बार दावा किया हो, लेकिन उनकी पार्टी के ही संसदीय बोर्ड अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा इससे सहमति नहीं रखते हैं। बिहार में शराबबंदी को लेकर उपेंद्र कुशवाहा का एक बड़ा बयान सामने आया है। कुशवाहा ने कहा है कि बिहार में शराबबंदी असफल है और सरकार के चाहने भर से शराबबंदी नहीं हो सकती। कुशवाहा ने कहा है कि अगर मैं शराबबंदी के सफल होने का दावा करूं तो यह सरासर गलत होगा। इतना ही नहीं कुशवाहा ने यह भी कहा है कि इसके लिए आम जनता को जागरूक होना होगा। संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बयान का उल्टा ही नजारा नालंदा जिले में भी देखने को मिल रहा है तभी तो उपेंद्र कुशवाहा के बयान का असर मुख्यमंत्री क्षेत्र नालंदा जिले में भी देखने को मिल रहा है उपेंद्र कुशवाहा के बयान आने के कुछ घंटों बाद ही एक नशेड़ी अपने साले के प्रताड़ना से प्रताड़ित होकर शराब के नशे में धुत रहुई थाना फरियाद लेकर पहुंच गया। जब से शराबबंदी कानून में संशोधन किया गया है की शराब के नशे में पकड़े जाने पर जुर्माना भरकर छोड़ दिया जाएगा। तब से नालंदा जिले में नशेड़ीयो की तादाद में काफी इजाफा हुआ है। तभी तो पुलिस लगातार नशेड़ियों को पकड़ने में ही परेशान दिख रही है। नशेड़ियों को पकड़ने से लेकर इलाज करने तक का जिम्मा नालंदा जिला पुलिस ने ले लिया है।

  • खाद की किल्लत से जूझ रहे किसानों को जल्द उपलब्ध कराएं खाद:विधायक

    पूर्णियाँ/सिटिहलचल न्यूज़

    बनमनखी:-किसानों को खाद की कमी की समस्या को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी नवनील कुमार के कक्ष में स्थानीय विधायक सह गैर सरकारी विधेयक एवं संकल्प समिति के सभापति कृष्ण कुमार ऋषि के साथ अनुमंडल कृषि पदाधिकारी ,प्रखंड कृषि पधाधिकारी, कृषि कोऑर्डिनेटर ,किसान सलाहकार, के साथ बैठक करके समस्या के निदान से संबंधित बैठक किया गया तथा किसान को मक्का की फसलों, गेहूं की फसलों, मसूर की फसल आदि मैं खाद की समस्या नहीं हो इस हेतु व्यापक विचार विमर्श किया गया तथा विधायक श्री कृष्ण कुमार ऋषि द्वारा कृषि पदाधिकारी, कृषि कोऑर्डिनेटर एवं कृषि सलाहकार को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया. इस संबंध में विधायक श्री ऋषि ने बताया कि कृषि के क्षेत्र में बनमनखी सदैव अग्रणी रहा है

    बनमनखी प्रखंड में वर्तमान समय में एक अनुमंडल कृषि पदाधिकारी ,प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी ,सात कोऑर्डिनेटर एवं 24 किसान सलाहकार की पोस्टिंग रहते हुए भी इस तरह से की समस्या उत्पन्न होना समझ से बाहर है.उन्होंने कृषि पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए बताया कि खाद्य वितरण में कृषि सलाहकार के माध्यम से पंचायत के किसानों को खाद उपलब्द कराने की व्यवस्था की जाय. बनमनखी बिस्कोमान स्तर से किसानों को मिलने वाली खाद हेतु पारदर्शिता भी बरतने का सलाह लिया तथा उन्होंने कहा कि पॉश मशीन पर जिस किसान को एक बार उनके द्वारा खेती की गई भूमि से ज्यादा अगर खाद उपलब्ध होता है तो इसकी भी जांच करवाई जाए.उन्होंने बताया कि बनमनखी प्रखंड में बिस्कोमान सहित विभिन्न क्षेत्रों में कुल 112 खाद दुकानदार वर्तमान में कार्यरत है. जिनके द्वारा खाद एवं बीज की उपलब्धता की जा रही हैं

    उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि बनमनखी प्रखंड में कुल 23164 हेक्टेयर कृषि भूमि है जिसमें बनमनखी के किसानों द्वारा लगभग 14917 हेक्टेयर भूमि पर मक्का की फसल एवं 1272 हेक्टेयर पर गेहूं की फसल की खेती की जा रही है जो बनमनखी के किसानों की मुख्य खेती खेती हैं.इन किसानों को सरकार के नीति के अनुसार सही और सुगम तरीके से खाद उपलब्ध करवाना आप लोगों की जवाबदेही बनती हैं.उन्होंने बताया कि बनमनखी प्रखंड में वृहद किसानों की संख्या 3974 लघु किसानों की संख्या 11927 एवं सीमांत किसानों की संख्या 20233 है. इन्हें सही समय पर और सही तरीके से खाद उपलब्ध कराने में कोई कोताही नहीं बरतें. वही अनुमंडल कृषि पदाधिकारी गीतांजलि कुमारी ने बताया कि गलत तरीके से कार्य करने वाले दुकानदारों पर भी कार्यवाही की गई है तथा खाद एवं बीज का सैंपल भी इकट्ठा करके लैब में भेजा गया है. उस अनुसार से अगर कोई गलत कार्य करेगा तो उस पर सीधी कार्यवाही की जाएगी. उन्होंने बताया कि बिस्कोमान में तथा अन्य दुकानदारों के पास कृषि सलाहकार की प्रतिनियुक्ति भी की जाती हैं

    ताकि सही किसानों को खाद मिल सके. विधायक श्री ऋषि ने बताया कि अगर खाद के कमी किसानों को होती है तो वह इस संबंध में सरकार से बात कर खाद उपलब्ध कराई छाएगी, वहीं अनुमंडल पदाधिकारी नवनिल कुमार ने अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी से कहा कि अगर खाद वितरण में किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी या परेशानियां होती है तो वह तुरंत इसकी सूचना दें. उसके लिए पुलिस फोर्स की व्यवस्था की छाएगी.लेकिन गलत लोगों द्वारा खाद प्राप्त करना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, उचित किसान को खाद मिले यही सरकार का मुख्य उदेस्य  है.बैठक में मुख्य रूप से अनुमंडल कृषि पदाधिकारी गीतांजलि कुमार, प्रभारी कृषि पदाधिकारी धीरज कुमार, कोऑर्डिनेटर सचिन कुमारी, शैलेश कुमारी, प्रेम प्रकाश, मनोज कुमार, सुमित कुमार ,नवीन कुमार सहित कृषि सलाहकार कौशल कुमार ,जय कुमार, प्रशांत कुमार, संजय कुमार आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे.

  • 24 घंटे के अंदर प्रेम प्रसंग में दो लोगों की निर्मम हत्या

    नालंदा जिले में 24 घंटे के अंदर प्रेम प्रसंग में दो लोगों की निर्मम हत्या का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। पहली घटना दीपनगर थाना क्षेत्र इलाके के महानंदपर गांव में घटी। जहां प्रेम प्रसंग में युवक की चाकू से गोद गोद कर हत्या कर दी। वहीं दूसरी घटना पावापुरी ओपी थाना क्षेत्र इलाके के चोरसुआ गांव में प्रेम प्रसंग में 34 साल के सुधीर दास की तेज धारदार हथियार से मौत के घाट उतार दिया। घटना के संबंध में बताया जाता है कि सुधीर दास का प्रेम प्रसंग गांव के ही संजू देवी के साथ चल रहा था। जिसकी भनक प्रेमिका के परिजनों को लग गई थी।

    मृतक के रिश्तेदारों ने बताया कि सुधीर दास को फोन करके रंजीत मांझी घर से बाहर खाने पीने के बहाने बुलाया गया। रात भर रंजीत मांझी किशोरी माझी समेत कई लोगों ने साथ में बैठकर खाना पीना भी किया। उसके बाद इन सभी लोगों ने मिलकर सुधीर दास की धारदार हथियार से हत्या कर दी हत्या करने के बाद उसके शव को गांव में ही फेंक दिया। सुबह में शौच के लिए निकले ग्रामीणों के द्वारा इसकी सूचना परिजनों को दी गई। इन लोगों के द्वारा हैवानियत की हद को पार करते हुए सुधीर दास के दोनो आंखों को भी छोड़ दिया। फिलहाल पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।