Author: Biharadmin

  • गेहूँ की खेती के लिए आप किन किस्मों को चुनेंगे? कब बोओगे? पता लगाना

    नमस्ते कृषि ऑनलाइन: गेहूं एक महत्वपूर्ण रबी अनाज है, जो भारत में कुल खाद्यान्न उत्पादन का लगभग 3 प्रतिशत है। देश में गेहूं की कई किस्मों की खेती की जाती है।

    धरती


    गेहूँ की फसल के लिए अच्छी जल निकासी वाली भारी और गहरी मिट्टी चुनें। हल्की और मध्यम मिट्टी को बहुत अधिक मल्चिंग की आवश्यकता होती है। गेहूं को भारी मिट्टी में बोया जाना चाहिए जो नमी बनाए रखती है।
    बुवाई का समय – गेहूँ की बुवाई अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े में कर देनी चाहिए। सिंचित गेहूँ की बुवाई नवम्बर के प्रथम पखवाड़े में पूर्ण कर लेनी चाहिए। इसके लिए भूमि को पूर्व जोत कर तैयार कर लेना चाहिए।

    बोवाई


    – दो पंक्तियों के बीच की दूरी 22.5 से 23.0 सेमी. रखा जाना चाहिए। बी 5 से 6 सेमी। से अधिक गहरा न लगाएं
    – क्षैतिज रूप से बुवाई न करें। एकल बुवाई से अंतरफसल की सुविधा होती है। बुवाई दो चडी पभरी से करनी चाहिए।
    – यानी रासायनिक खाद की पहली किस्त बुवाई के साथ दी जा सकती है।
    – भूमि की ढलान के आधार पर 2.5 से 3.0 मीटर की चौड़ाई में कटौती की जानी चाहिए और स्लैब को क्षैतिज रूप से काटा जाना चाहिए।

    बीज

    – गेहूं के अच्छे उत्पादन के लिए प्रति हेक्टेयर 20 से 22 लाख पेड़ों की आवश्यकता होती है।
    – इसके लिए नवंबर माह में बुवाई के समय 125 से 150 किलोग्राम बीज प्रति हेक्टेयर प्रयोग करना चाहिए।
    – विलम्ब से बुवाई के लिए 125 से 150 किग्रा बीज प्रति हेक्टेयर और 18 सेमी की दर से बुवाई करना चाहिए। इसे दूर से करें।
    – गेहूं की बुवाई के लिए 75 से 100 किलो बीज प्रति हेक्टेयर और 22.5 सेमी बीज का प्रयोग करना चाहिए। दूरी पर बोना


    AKR

    जाति


    फूल अवधि (दिन)

    परिपक्वता अवधि (दिन)


    1000 अनाज का वजन (ग्राम)

    अनाज का रंग


    प्रति हेक्टेयर उपज

    सूखा
    ए. एन 59

    55-60


    15-120

    40-54


    पीले

    8-10


    2. मैक 1967

    55-60

    105-1 10


    42-45

    पीले


    8-10

    3. नी 4539

    55-60


    105-1 10

    35-38


    पीले

    10-12


    4. AKDW 2997-16 (शरद ऋतु)

    50-60

    1-115


    45-55

    पीले


    12-14

    बी) बागवानी समय पर बुवाई
    ए. एचडी 2380

    55-60


    105-1 10

    38-40


    पीले

    30-35


    2. मैक 2496

    60-65

    1-115


    38-40

    पीले


    30-35

    3. एचडी 2189

    60-65


    1-115

    40-42


    पीले

    30-35


    4. पूर्णा (AKW 1079)

    65-70

    1-115


    40-42

    पीले


    30-35

    5. एमए

    65-70


    1-115

    45-50


    पीले

    30-35


    6.. AKAW 3722 (विमल)

    50-60

    105-115


    40-42

    पीले


    30-35

    ए) बागवानी देर से बुवाई
    ए. एकेडब्ल्यू 381

    55-60


    90-95

    44-46


    25-30

    2. हाय 999

    55-60


    100-105

    40-42


    25-30

    3. एचडी 2501

    55-60


    105-1 10

    40-42


    25-30

    4. पूर्णा (AKW 1071)

    55-60


    100-105

    40-42


    25-30

    5. नियाव 34

    55-60


    100-105

    40-42


    25-30

    नोट: कल्याणकारी सोना, सोनालिका और लोकवन किस्मों के गेहूं की खेती नहीं की जानी चाहिए क्योंकि वे तांबे की बीमारी के लिए अतिसंवेदनशील होते हैं


  • बिहार शरीफ के बड़ी पहाड़ी पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं ने काटा केक

    बिहार के लोकप्रिय उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के जन्मदिन को लेकर सुबह से ही बिहार शरीफ स्थित बड़ी पहाड़ी पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं की भीड़ देखी गई। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के जन्मदिन के मौके पर पार्टी कार्यालय में केक काटकर मनाया गया। इस दौरान राजद कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को खिलाकर जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए अपने नेता तेजस्वी यादव के लंबी आयु की कामना की। डिप्टी सीएम के जन्मदिन के मौके पर राष्ट्रीय जनता दल के वक्ताओं ने कहा सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की अगुवाई में लगातार बिहार आगे बढ़ रहा है। सबका साथ सबका विकास की राह पर महागठबंधन की सरकार लगातार काम कर रही है। तेजस्वी यादव ने जो गांधी मैदान जो घोषणा की थी उसे पूरा करने के लिए सरकार लगातार गंभीर है।

    तेजश्वी यादव ने सिंचाई, कमाई,दवाई,पढ़ाई और युवाओं के रोजगार के लिए जो वादा किया था उन वादों पर खरा उतरने के लिए लगातार सरकार काम कर रही है। महागठबंधन की सरकार बनते ही तेजस्वी यादव ने 10 लाख युवाओं को रोजगार देने का जो वादा किया था बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नेतृत्व में युवाओं को रोजगार देने के काम पर लगातार काम किया जा रहा है। इसका फलाफ़ल भी बहुत जल्द बिहार में देखने को मिलेगा। इस मौके पर जिलाध्यक्ष अशोक कुमार हिमांशु के अलावे राजद नेता मनोज मुखिया, अरुणेश यादव ,जितेंद्र यादव, वीरमणि यादव उर्फ वीरेन गोप,अजित गोप, शेखर यादव, पवन यादव, श्रवण यादव, अमरजीत उर्फ गुड्डू यादव, ललित यादव, अरविंद यादव, रमेश राम ,अजय ठाकुर, विनय चौहान, राम कुमार यादव ,छोटेलाल यादव ,सोनू यादव के अलावे कई गण्यमान लोग मौजूद रहे।

  • What is rera bihar? benefits

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    Conclusion:

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  • न्यूज नालंदा – इंजीनियरिंग छात्र ने बनाया अनोखा हेलमेट, जानें इसकी खूबियां …..

    बिहार के माटी लाल इंजीनियरिंग के एक छात्र राजा कुमार केसरी ने एक अनोखा हेलमेट का निर्माण का निर्माण किया है । जिसे पहनने के बाद ही बाइक स्टार्ट होगा । इससे बाइक चोरी का खतरा भी नहीं रहता है । राजा पटना जिले के रहने वाले हैं । फिलहाल वे हाजीपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में थर्ड सेमेस्टर की पढ़ाई कर रहे हैं । पढ़ाई के दौरान ही उन्होनें इस तकनीक का इजात किया है । यातयात पुलिस की मदद से बिहारशरीफ के अस्पताल चौक पर बुधवार को लोगों के बीच हेमलेट और तकनीक के बारे में लोगों को जानकारी दी । उन्होनें बताया कि हेमलेट के अंदर एक चीप सेट किया जाता है इसके साथ ही एक डिवाइस को बाइक में जोड़ा जाता है । इसके बाद ये काम करना शुरू कर देता है । इसमें तीन तरह की खूबियां पाई जा रही है। पहली खूबी यह है कि डुप्लीकेट चाभी से बाइक चोरी करना चाह रहा हैं तो बाइक स्टार्ट ही नहीं होगा । इससे बाइक चोरी पर भी विराम लगेगा । दूसरी खूबी यह है कि अगर कोई व्यक्ति शराब का सेवन कर बाइक चलाना चाहेंगे तो उसमें लगा सेंसर के कारण बाइक अपने आप बंद हो जाएगी।तीसरी खूबी यह है कि अगर आप मोटरसाइकिल पर ट्रिपल लोडिंग चलने की सोच रहे हैं तो बाइक में लगा डिवाइस स्टार्ट होने ही नहीं देगा। इन सभी खूबियों को परिवहन विभाग के द्वारा खूब सराहा जा रहा है। गोवा में 17 से 19 नवंबर तक लगने वाले अंतरराष्ट्रीय आईएनएक्स प्रर्दशनी में ये अपने मॉडल का प्रदर्शन भी करेगें इस प्रदर्शनी में 30 देशों के होनहार छात्र शामिल होगें । अगर हम खर्च की बात करें तो बाजारों में डिवाइस के साथ यह हेलमेट महज 15 सौ से 2000 रुपए तक में आसानी से मिल जाएगा । इस मौके पर यातायात डीएसपी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर लोगों के बीच जानकारी देने के लिए ये पटना से यहाँ आए हैं। इस हेलमेट के कई फायदे हैं इससे सड़क दुर्घटना जान माल का खतरा कम होगा । साथ ही बाइक चोरी पर भी अंकुश लगाया जा सकता है । फिलहाल यह लोगों के बीच जाकर डेमो दिखा रहे हैं और जो भी खामियां लोगों द्वारा बताया जा रहा है उसे दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। इनके इस तकनीक को मान्यता मिलने के बाद ही बाजार में उपलब्ध हो सकेगा । इस मौके पर यातायात थानाध्यक्ष संदीप कुमार मौजूद थे ।

    न्यूज नालंदा – इंजीनियरिंग छात्र ने बनाया अनोखा हेलमेट, जानें इसकी खूबियां …..

  • देश में यहां धरती उगलती है तांबा, बिछी हैं भूमिगत रेल पटरियां…


    डेस्क : तांबे के उत्पादन में झुंझुनूं जिला राजस्थान में नंबर वन है। यहां की धरती तांबे उगलती है। हर दिन बड़ी मात्रा में ताम्बा निकाला भी जा रहा है। खेतड़ी ने कभी भारत को तांबे में आत्मनिर्भर बना दिया था। वर्तमान में यहां की जमीन से करीब 370 मीटर नीचे तक खनन हो रहा है।

    जहां भूमिगत रेल पटरियां बिछी हुयी हैं। KCC में अब माइनिंग व कंस्ट्रक्टर प्लांट को छोड़कर बाकी के प्लांट अन्य जगहों पर स्थानांतरित कर दिए हैं। अब यहां रॉ मटेरियल निकलता है। उसे ट्रकों में भरकर अलग-अलग जगह रिफाइनरियों में भेज भी दिया जाता है।

    हिस्ट्री :

    हिस्ट्री : साल 1975 से पहले रूस, चीन व अन्य देशों से भारत तांबा मंगवाता था, तब खेतडीनगर में तांबे के स्मेल्टर प्लांट की स्थापना भी हुई। हर माह यहां औसत साढ़े 3 हजार टन शुद्ध तांबे की सिल्लियां तैयार हो जाती थीं। यह सिलसिला 23 नवम्बर वर्ष 2008 तक चला। तांबे में भारत अब आत्मनिर्भर होने लगा। तांबे की खोज यहां साल 1960 से पहले से हो रही थी। तब यहां की खानें जूलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के ही अधीन थीं।

    हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड (HCL) की स्थापना के बाद 9 नवंबर 1967 को खानें HCL के अधीन आ गईं। तब तांबे का खनन तेज हुआ। HCL की यूनिट खेतड़ी कॉपर कॉम्पलेक्स (KCC) की स्थापना हुई। 5 फरवरी 1975 से तांबे का उत्पादन शुरू कर दिया गया। इस दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी यहां आईं हुई थीं। उन्होंने ये प्लांट देश को समर्पित किया था। तब हर माह करीब साढ़े 3 हजार टन शुद्ध तांबे का उत्पादन होता था। करीब 11 हजार नियमित कर्मचारी-अधिकारी कार्यरत भी थे।

    यहां हैं ताम्बे के प्रचुर भंडार :

    यहां हैं ताम्बे के प्रचुर भंडार : खेतड़ीनगर, कोलिहान, सिंघाना, खेतड़ी, बनवास, चांदमारी, धानी बासरी, बनीवाला की ढाणी, ढोलामाला, अकवाली, पचेरी, रघुनाथगढ़, माकड़ो, बागेश्वर, खरखड़ा, श्यामपुरा भिटेरा, जसरापुर, और मुरादपुर व भोदन इश्कपुरा जैसे इलाके। कुछ एक्सपर्ट का कहना है कि यहां अगले 100 साल तक के लिए तांबे के भंडार हैं। नई तकनीक से खुदाई की जाए तथा नई तकनीक के प्लांट भी लगाए जाएं, तो ये धरती फिर से ताम्बे के भंडार भर सकती है। वर्तमान में कोलिहान व बनवास खान से तांबे का खनन हो अत्यधिक हो रहा हैं।

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  • गन्ने की खेती: गन्ने की फसल से 30% अधिक उपज प्राप्त करने के लिए अपनाएं यह तरीका

    नमस्ते कृषि ऑनलाइन: अगर आप भी अपने खेतीयदि आप गन्ने की खेती से अच्छा लाभ प्राप्त करने की सोच रहे हैं तो यह लेख आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा चीनी उत्पादक देश है। एक रिपोर्ट से पता चलता है कि अकेले भारत में गन्ने की फसल की अनुमानित उत्पादकता 77.6 टन प्रति हेक्टेयर है और उत्पादन क्षमता लगभग 306 मिलियन टन है।

    लगभग हर किसान गन्ने की खेती करता है, लेकिन अच्छा मुनाफा उन्हीं को मिलता है जो अच्छी और उन्नत विधियों से खेती करते हैं। उन्नत गन्ना विधि का प्रयोग करके आप भी अपने खेत में गन्ना बोने से दोहरा लाभ प्राप्त कर सकते हैं।


    डीसीओ गोंडा on Twitter: "सिंगल रो ट्रेंच रोपित गन्ना https://t.co/CfsuMfvPDy" / Twitter

    खाई विधि या गड्ढे विधि

    यदि आप गन्ने की फसल से अधिक लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो इस विधि (गन्ने की खेती) को अपनाकर 30 प्रतिशत से अधिक गन्ने की उपज प्राप्त कर सकते हैं। इस तरीके के लिए आपको ज्यादा कुछ करने की भी जरूरत नहीं है।


    -यह एक पारंपरिक तरीका है, जिसमें पानी की मात्रा बहुत कम होती है।

    – यह विधि खरपतवार को कम करती है और खाद का उचित उपयोग करती है।


    -इसमें खेत में गन्ने की बिजाई के लिए करीब 1 फुट गहरी और 1 फुट चौड़ी नहर बनानी पड़ती है.

    – इसके बाद इन नालों में कम से कम 25 सेमी. लंबाई में 2 से 3 आंखों के डंठल लगाए जाते हैं।


    – इस विधि में गन्ने से गन्ने की दूरी 10 सेमी और नालियों की दूरी 4 फीट होनी चाहिए।

    इस विधि की सबसे अच्छी विशेषता यह है कि आप एक ही समय में दो फसलों की कटाई कर सकते हैं। किसान गन्ने के साथ-साथ अन्य दलहनी फसलें भी लगा सकते हैं। ऐसा करने से किसान का मुनाफा दुगना होगा और खेत की उर्वरा शक्ति भी बढ़ेगी।


    पिट विधि में खाद की मात्रा

    यदि आपने अपने खेत में गन्‍ना या गड्ढा विधि में गन्ना बोया है तो एक एकड़ खेत में लगभग 80 किलो नाइट्रोजन, 30 किलो फॉस्फोरस और 25 किलो पलाश मिला लें। याद रखें कि बुवाई के समय आपको फसल में एक तिहाई नाइट्रोजन डालने की आवश्यकता होती है। ताकि फसल अच्छी तरह तैयार हो सके।


  • जिला में बैंकों के प्रवंधको-बेरोजगारों को प्रताड़ित करना बंद करें और सरकार के चलाए जा रहें हैं

    सुशासन बाबू की गृह जिला में बैंकों के प्रवंधको-बेरोजगारों को प्रताड़ित करना बंद करें और सरकार के चलाए जा रहें हैं–पि.एम.ई.जि.पि.के सभी योजनाओं का लाभ आसान तरीकों से ऋण मुहैया करें नहीं तो बेरोजगारों लोग भूख हडताल से नहीं उठेगें– बेरोजगार अभियार्थी

    अस्पताल चौक बिहारशरीफ में सुशासन बाबू के गृह जिला में गरीबों बेरोजगारों को भारतीय स्टेट बैंक बिहारशरीफ के क्षेत्रीय प्रबंधक साधन कुमार सिंह और इनके आर.ए.सि.सि. अधिकारी शाखाओं के प्रवधंक से प्रताड़ित हो रहे हैं–1/शैलेंद्र पासवान ग्राम अमरौरा थाना थाना-थरथरी जिला नालंदा के निवासी हैं।इनका आवेदन भारतीय स्टेट बैंक चंडी गया था।2/अविनाश कुमार मोहल्ला कल्याणपुर थाना बिहारशरीफ जिला नालंदा इनका आवेदन भारतीय स्टेट बैंक नई सराय बिहार-3/पप्पू कुमार मोहल्ला महल पर थाना बिहारशरीफ जिला नालंदा इनका आवेदन भारतीय स्टेट बैंक डॉक्टर कॉलोनी खंदक पर गया था 4/प्रियदर्शिनी सिंह मोहल्ला –सिंगारहाट थाना सोहसराय जिला नालंदा।

    ईनका आवेदन यूको बैंक कमरूदीन गंज बिहारशरीफ गया था।5/निशा देवी मोहल्ला गढपर किला पर थाना बिहार शरीफ जिला नालंदा इनका आवेदन पंजाब नेशनल बैंक गढपर बिहारशरीफ गया था 6/गिता सिंह मोहल्ला सिंगार हाट थाना सोहसराय जिला नालंदा ईनका आवेदन बड़ौदा बैंक कचहरी रोड़ बिहारशरीफ गया था।7/सुषमा देवी ग्राम शेरपुर थाना रहूई जिला नालंदा।ईनका आवेदन यूनियन बैंक रहूई गया था।8/श्रीकृष्ण सिंह मोहल्ला सिंगार हाट थाना सोहसराय जिला नालंदा।ईनका आवेदन बैंक ऑफ इंडिया मछली मार्केट बिहारशरीफ गया था।9/अरुण कुमार पंडित घर हरगामा थाना मानपुर जिला नालंदा।ईनका आवेदन इंडियन बैंक गढपर बिहारशरीफ गया था। 10/मुन्ना कुमार ग्राम -गंजपर थाना दिपनगर जिला नालंदा।ईनका आवेदन इंडियन बैंक गढपर बिहारशरीफ गया था।11/पूजा देवी ग्राम देवी सराय थाना दिपनगर जिला नालंदा।

    ईनका आवेदन बैंक ऑफ बड़ौदा मछली मार्केट बिहारशरीफ गया था। 12/ मनीषा देवी मोहल्ला -भैंसासुर थाना लहेरी जिला नालंदा।ईनका आवेदन दक्षिण विहार शरीफ़ कचहरी मोड़ विहार शरीफ़ गया था।13/सुरज कुमार ग्राम अस्थामां थाना अस्थमां जिला नालंदा।उनका आवेदन पंजाब नेशनल बैंक अस्थावां गया था।14/रंजीत केवट पिता चंदेश्वर केवट घर जाना थाना सारे अस्थावां नालंदा।15/सावो देवी पति मसुदन कुमार घर सतोखरी थाना छवीलापुर जिला नालंदा ।ईनका आवेदन भारतीय स्टेट बैंक राजगीर गया था।16/अतुल कुमार घर भगवान पुर थाना नालंदा।ईनका आवेदन भारतीय स्टेट बैंक सिलाव गया था।17/जतन राव आर्य स्व भुखन दास घर इमादपुर थाना बिहार शरीफ जिला नालंदा।

    ईनका आवेदन पंजाब नेशनल बैंक बिहारशरीफ गया था।18/चंदेश्वर केवट घर जाना थाना सारे जिला नालंदा।सेंटल कालेज नालंदा कालेज विहार शरीफ़ गया था।ईसी प्रकार सभी बेरोजगारों से 10/लाख रुपया के ऋण राशि से दोगुना जमीन का डिट पेपर बंधक खोजतें हैं और जी.एस.टी. खोजतें हैं इतना ही नहीं ऋण देने के पहले बेरोजगारों से–1लाख रुपया से 2-लाख रुपया घुस खोजतें हैं।और नहीं देने पर बेरोजगारों को ऋण देने से वंचित कर देते हैं और वे रोजगारों का ऋण आवेदन केंसिल कर जिला उधोग वापस कर देते हैं-और पोर्टल पर अनाप-शनाप लिख देते हैं।कि वे रोजगारों का घर पता नहीं चला और उनका दूकान नहीं है।

    इसीलिए जिला प्रशासन से मेरी मांग है की जब तक हम सभी बेरोजगारों को ऋण राशि जिला प्रशासन अपने अगुआई में जिस जगह हम लोग भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं उसी जगह पर बैंकों के शाखा प्रबंधक चेक वितरण करें नहीं तो हम लोग सभी बेरोजगार यहीं पर भूख हड़ताल पर बैठे हुए रहेगें चाहें मिरा जीवन से दम नहीं तुटे।और इसकी सारी जवाब देही बैंकर्स के लोग और जिला प्रशासन पर होगी। ईस धरना में काई राजनीति दल का समर्थन करने का घोषना किया जिसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष राजकुमार पासवान ने धरना अस्थल पर आकर सम्बोधित करतें हुए कहा कि इन लोगों का मांग जयाज हैं और हमारे दल कि ओर से समर्थन रहेगा। निवेदक सभी वेरोजगार अभियार्थी नालन्दा।

  • Suryakumar Yadav पर साउथ अफ्रीकी दिग्गज ने दिया चौंकाने वाला बयान, कहा- ‘मुझे उम्मीद नहीं…’


    Suryakumar Yadav: ऑस्ट्रेलिया में हो रहे टी-20 वर्ल्ड कप 2022 में भारतीय खिलाड़ी सूर्यकुमार यादव ने अब तक शानदार बल्लेबाजी की है. वर्ल्ड कप में अपनी आतिशी बल्लेबाजी के बलबूते पर उन्होंने टी20 रैंकिंग में शीर्ष स्थान भी हासिल कर लिया है. मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाने वाले सूर्यकुमार यादव की तुलना साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज एबी डिविलियर्स (AB Develliers) की जाती है. हालांकि सूर्यकुमार यादव ने अपनी इस तुलना को सही नहीं बताया, लेकिन एबी डिविलियर्स ने खुद इसे सही करार दिया. क्रिकेट मैदान हर तरफ शॉट लगाने की क्षमता रखने वाले डिविलियर्स को क्रिकेट जगत में मिस्टर 360 डिग्री के नाम से जाना जाता है.

    एबी डिविलियर्स ने सूर्या पर कही यह बात-

    एबी डिविलियर्स ने सूर्या पर कही यह बात- साउथ अफ्रीकी दिग्गज एबी डिविलियर्स के साथ तुलना किए जाने पर सूर्यकुमार यादव ने कहा कि सिर्फ एबी डिविलियर्स ही मिस्टर 360 जैसे उपनाम के हकदार हैं. हालांकि दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान का मानना ऐसा नहीं है. पूर्व दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी एबी डिविलियर्स ने कहा, “ मैं सूर्या के लिए काफी ज्यादा खुश हूं. मुझे लगता है कि अब तक उन्होंने बहुत लंबा सफर तय कर लिया है. मुझे इस बात की बिल्कुल उम्मीद नहीं थी कि वह इतना बेहतर करेंगे. वह शुरुआत में संभल कर खेलते हैं और बाद में गेंदबाजों पर दबाव बनाते हैं, यह देखना बेहद दिलचस्प है और उनका भविष्य बेहद शानदार है.”

    खुद से तुलना पर डिविलियर्स ने दी प्रतिक्रिया-

    खुद से तुलना पर डिविलियर्स ने दी प्रतिक्रिया- पूर्व दक्षिण अफ्रीकी कप्तान एबी डिविलियर्स से जब यह सवाल किया गया कि क्या समय आ गया है जब सूर्यकुमार यादव की तुलना उनसे की जाए? इस सवाल का जवाब देते हुए एबी डिविलियर्स ने कहा, “ जी हां,बिल्कुल वह मेरी तरह ही खेलता है. उन्हें सिर्फ अपने प्रदर्शन में निरंतरता लाने पर ध्यान देना होगा, अगले 5 सालों तक उन्हें ऐसा ही करना होगा.” इस टी20 वर्ल्ड कप में सूर्यकुमार यादव ने अब तक पांच मुकाबलों में 225 रन बनाए हैं, जिनमें 3 अर्धशतक भी शामिल है. 193.97 के स्ट्राइक रेट से उन्होंने मैदान के हर कोने में शॉट्स लगाएं हैं.

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  • “शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है जिसका उपयोग आप दुनियाँ को बदलने “

    पूर्णियाँ/सिटिहलचल न्यूज़

    आप सभी को यह सूचित करते हुए काफी हर्ष हो रहा है, कि हमारा विद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में एक नयी क्रांति के साथ साथ एक नया इतिहास रचने जा रहा है । कोशी क्षेत्र में पहली बार हमारा विद्यालय एक शिक्षा से सम्बंधित प्रदर्शनी “EDUCATION FEST –BIHAR CHAPTER-1”का आयोजन करने जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य कोशी क्षेत्र के सभी बच्चों में  शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के साथ साथ उनके सुरक्षित और स्वर्णिम भविष्य की तरफ अग्रसर करना है । विद्यालय इसमें कोशी क्षेत्र के 1500 से ज्यादा बच्चों को भाग लेने के लिए आमंत्रित कर रहा  है। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिहार राज्य के शिक्षा मंत्री माननीय श्री चन्द्र शेखर जी भी रहेंगे, जिनके कर कमलों द्वारा कोशी क्षेत्र के सभी विद्यालय के कक्षा दसवीं  और बारहवीं के टॉपर्स को पुरस्कृत किया जाएगा

    इनके अलावा काउन्सिल जनरल ऑफ़ यूएई और फिलिपिन्स भी इस कार्यक्रम में पधार रहे है।

    इस प्रदर्शनी में हिस्सा लेने के लिए देश विदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों (यूनिवर्सिटी ऑफ़ कनाडा वेस्टर्न, ट्रिनिटी वेस्टर्न यूनिवर्सिटी,यूनिवर्सिटी ऑफ़ केनबेरा आदि) तथा  देश  के जाने माने एवं उच्च शिक्षा संस्थान (वेदान्तु, बैजुस, अन अकादमी, जिंदल, रमैया, डी. वाई. पाटिल, पारुल, प्रेसीडेंसी, शिव नादर, वी.आई.टी आदि) भी आ रहे है । इसमें यूनिवर्सिटी और कोचिंग सेंटर के प्रतिनिधि आकर बच्चों का मार्ग दर्शन करेंगे । साथ ही साथ उच्च शिक्षा सम्बन्धी जिज्ञासु बच्चों के मन उठ रहे सभी प्रश्नों का निराकरण करेंगे ।

    दिनांक –19.11.2022

    दिन- शनिवार  

    समय -10:30AM-05:00PM

    स्थान – जी.डी.गोयनका पूर्णिया प्रांगण 

    आप से विनम्र आग्रह  है कि उपरोक्त दिनांक को प्रदर्शनी में हिस्सा लेकर हमे अनुग्रहीत करें साथ ही साथ अपने विद्यालय के बच्चों को भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें,  जिससे उनका भविष्य उज्जवल हो सके। अधिक जानकारी के लिए विद्यालय से संपर्क कर सकते है । (7360023286)

  • Sanjana Ganeshan : ‘चप्पल जैसी सकल’, बुमराह की पत्नी संजना गणेशन ने ट्रोलर को दिया मुंहतोड़ जवाब


    टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह इस साल टी-20 वर्ल्ड कप में हिस्सा नहीं ले रहे हैं. पीठ में चोट के चलते जसप्रीत बुमराह टी20 वर्ल्ड कप 2022 से बाहर हो गए थे. वहीं उनकी पत्नी संजना गणेशन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) की ओर से एंकरिंग करती हुई नजर आ रही है. बुमराह की पत्नी संजना गणेशन एक स्पोर्ट्स एंकर है और वह आईसीसी के साथ जुड़ी हुई है. इन सबके बीच सोशल मीडिया पर एक ट्रोलर ने संजना गणेशन की खूबसूरती पर सवाल उठाया, जिस पर बुमराह की पत्नी ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया है.

    हाल में संजना गणेशन ने अपने इंस्टाग्राम में अकाउंट पर एक तस्वीर शेयर की. उनकी इस पोस्ट पर एक ट्रोलर ने ऐसा कमेंट किया, जिसे देखकर संजना भड़क गई और उन्होंने उसे मुंहतोड़ जवाब दिया. संजना गणेशन द्वारा शेयर की गई तस्वीर में वह एडिलेड के मैदान पर नजर आ रही है. इस फोटो पर कमेंट करते हुए एक यूजर ने लिखा, “मैम आप इतनी खूबसूरत भी नही हो, लेकिन बुमराह को कैसे पटा लिया? इस ट्रोलर के कमेंट को देखकर संजना गणेशन भड़क गई और उन्होंने करारा जवाब देते हुए लिखा, “खुद जो चप्पल जैसी शक्ल लेकर घूम रहे हो उसका क्या? संजना गणेशन का यह कमेंट सोशल मीडिया पर जमकर सुर्खियां बटोर रहा है.

    महाराष्ट्र के पुणे में रहने वाली संजना गणेशन खेल प्रेजेंटर हैं. आईसीसी वर्ल्ड कप से लेकर इंडियन प्रीमियर लीग(IPL) के अलावा कई अन्य सीरीज को भी होस्ट कर चुकीं हैं. मार्च 2021 में जसप्रीत बुमराह और संजना गणेशन ने शादी की थी. इन दोनों की मुलाकात पहली बार साल 2019 आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप के दौरान हुई थी. संजना स्पोर्ट्स प्रेजेंटर हैं और वह पहले से मॉडलिंग में भी खूब नाम कमा चुकीं हैं. साल 2014 उन्होंने मिस इंडिया में हिस्सा लिया था जहां उन्होंने फाइनल मुकाबले तक सफर तय किया था.

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