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  • जन के कलाकारों ने किया प्रदीप बाल्मीकि का भव्य स्वागत

    सतपुड़ा के सिंघम” के नाम से प्राख्यात जाबाज़ मध्य प्रदेश पुलिस अधिकारी( निरक्षक )
    प्रदीप बाल्मीकि जी अपने दो सहयोगीप्रवीण ठाकरे एवम डेविड सोलंकिया के साथ नालंदा भ्रमण के क्रम में आज अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल नालंदा स्थित सृजन कार्यालय में पहुंचे जहाँ सृजन के संयोजक अरविंद कुमार,राधा कुमारी, कृपा कुमारी, अंजली,दिनेश, रौशन,रामसेवक आदि कलाकारों ने अंग वस्त्र देकर भव्य स्वागत किया गया वही मौके पर उपस्थित नगर पंचायत सिलाव व नगर परिषद राजगीर के ब्रांड एम्बेसडर लोक गायक भैया अजीत ने अंग वस्त्र एवम भगवान बुद्ध की प्रतिमा देकर अतिथि देवो भव: की परिपाटी को निभाया।

    जन के कलाकारों ने किया प्रदीप बाल्मीकि का भव्य स्वागत

    मुलाकात के क्रम में सतपुड़ा सिंघम के नाम से प्रख्यात प्रदीप बाल्मीकि ने प्रख्यात लोक गायक भैया अजीत के द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की।साथ ही उन्होंने कहा कि सबसे पहले भैया अजीत जी को हम बधाई देते है कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर,नालन्दा जैसे नगरपंचायत काब्रांड एंबेसडर है । ये गौरव की बात है ये लगातार अपने टीम के साथ स्वच्छता अभियान एवम डेंगू से बचने संबंधी जन जागरूकता अभियान चला रहे हैं। और सामाजिक गतिविधियों में जुड़े रहते हैं।जो न्यूज चैनलों के माध्यम से जानकारी मिलते रहती है। सामाजिक संगठन सद्भावना मंच के राष्ट्रीय संयोजक भी हैं ।वे अश्लील गीतों के खिलाफ जन मुहिम भी चला रहे हैं।वे नशा मुक्ति, महिला सशक्तिकरण सहित तमाम सामाजिक बुराइयों के खिलाफ कार्यक्रम लगातार चला रहे हैं।

    सतपुड़ा सिंघम के साथ सद्भावना मंच (भारत) के संस्थापक दीपक कुमार भी शामिल थे। समाजसेवी दीपक कुमार ने कहा कि नालंदा की धरती ऐसे जांबाज पुलिस अधिकारियों के आगमन से धन्य हो गई। सतपुड़ा सिंघम मध्य प्रदेश पुलिस में पदस्त जांबाज पुलिस अधिकारी के रूप में जाने जाते है।ऐसे पुलिस पदाधिकारी से युवाओं को प्रेरणा लेने की जरूरत है।

  • बीएसएफ जवान के मौत पर प्रखंण्ड मुखिया संघ के अध्यक्ष ने जताया शोक


    पूर्णियां/सिटी हलचल न्यूज़ 

    बड़हरा कोठी /राजस्थान में तैनात बी एस एफ के जवान कमलेश्वरी टुड्डू की सड़क दुर्घटना में हुई मौत के बाद रविवार को देर शाम पार्थिव शरीर गाँव लाये जाने के मौके पर प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष सह राष्ट्रीय सरपंच संघ के उपाध्यक्ष ठाकुर चंदन कुमार सिंह के अगुवाई में बी एस एफ जवान कमलेश्वरी टुड्डू के पार्थिव शरीर को घर तक पहुंचने के लिए प्रखंड मुख्यालय स्थित कबूतरा स्थान चौक पर हजारों की संख्या में प्रखंडवासियों ने एकत्रित होकर पूरे गाजेबाजे के साथ वीर शहीद के पार्थिव शरीर के साथ लतराहा पंचायत के वार्ड संख्या 10 बठैली गांव तक गया। कबूतरा स्थान पर शव के इंतजार में घंटों जमे प्रखंड वासी के जयकारे से पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठा। 

    बताते चले कि प्रखंड के ग्राम पंचायत लतरहा के वार्ड नं 10 स्थित बठैली संथाली टोला निवासी शिक्षक जगदीश टुडु के पुत्र बीएसएफ में कार्यरत 31 वर्षीय जवान कमलेश्वरी टुड्डू की जैसलमेर राजस्थान बॉर्डर से गुजरात जाने के क्रम में सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी

    बड़हरा कोठी प्रखंड के लाल के शहीद होने की सूचना मिलते ही प्रखंड क्षेत्र में मातम छा गया है। वही शहीद जवान के घर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता लगा हुआ है। शहीद जवान अपने पिता का सबसे छोटा पुत्र था। शहीद जवान का बड़ा भाई गया में बीएमपी में कार्यरत है तथा पत्नी धमदाहा प्रखंड के अमारी मध्य विद्यालय में शिक्षिका है। मृतक शाहिद जवान को 4 वर्षीय जयंत टुड्डू तथा 2 वर्षीय निशान्त टुड्डू पुत्र है। प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष सह राष्ट्रीय सरपंच संघ के उपाध्यक्ष ठाकुर चंदन सिंह ने बताया कि शहीद के सम्मान में हमलोग जो भी करेंगे वह कम ही होगा। हमेशा देश की रक्षा को समर्पित रहने वाले सैनिक के भरोसे ही हमलोग यहां अमन चैन की सांस ले रहे है। शव के इंतजार में लोगों की भीड़ के बीच डटे बासुदेवपुर के मुखिया शेखर गुप्ता उर्फ संजय साह ने कहा है कि सैनिक देश व हमलोगों की सुरक्षा में 24 घंटे खड़े रहते हैं

    तो दो चार घंटे उसके सम्मान में खड़ा रहना हमलोगों का धर्म है।बड़हरा कोठी प्रखंड मुख्यालय स्थित कबूतरा स्थान चौक पर सैकड़ों की संख्या में गण्यमान व प्रखंडवासी शव की अगुवाई में घंटों इंतजार कर रहे थे। लोगों की इतनी भीड़ के बाबजूद कबूतरा चौक पर शहीद के सम्मान में प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष सह राष्ट्रीय सरपंच संघ के उपाध्यक्ष ठाकुर चंदन सिंह, बासुदेवपुर के मुखिया शेखर गुप्ता उर्फ संजय साह, लतराहा पंचायत के मुखियापति हीरालाल पासवान, प्रखंड अध्यक्ष अरविंद कुमार जायसवल,वरिष्ठ जाप नेता चंद्रभानु यादव उर्फ लड्डू यादव,मुरारी सिंह,रवि जायसवल, सुबोध भगत,हरिनंदन मंडल,प्रमोद उरांव,हरिलाल मंडल,परमानंद ऋषि,बमबम यादव, मुरारी सिंह, विनोद सिंह, सहित हजारों प्रखंडवासी महिला पुरुष शामिल हुए।

  • Hero Electric की बोलती बंद करने आ रही Bajaj की धांसू Scooter – कीमत इतनी कम की तुरंत खरीद लेंगे..


    डेस्क : भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटर की अच्छी बिक्री के बीच ही टू-व्हीलर कंपनियां आए दिन नये-नयेइलेक्ट्रिक स्कूटर और बाइक लॉन्च कर रही है। ऐसे में बजाज ऑटो भी आने वाले समय में अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर EV पोर्टफोलियो का विस्तार करते हुए एक किफायती इलेक्ट्रिक स्कूटर भी लॉन्च करने की तैयारी में है।

    फिलहाल Bajaj का चेतक इलेक्ट्रिक स्कूटर है, जो कि प्रीमियम सेगमेंट में लोगों को काफी आकर्षित करता है। अब आपको Bajaj Auto के अपकमिंग इलेक्ट्रिक स्कूटर के बारे में बताते हैं, जो कि बजट रेंज में OLA इलेक्ट्रिक, Hero इलेक्ट्रिक, ओकिनावा और एम्पियर समेत अन्य कंपनियों के प्रोडक्ट से भी मुकाबला करेगा।

    टेस्टिंग हैं जारी :

    टेस्टिंग हैं जारी : पिछले काफी समय से Bajaj के इस इलेक्ट्रिक स्कूटर की टेस्टिंग जारी है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इसकी कीमत 1 लाख रुपये से कम हो सकती है। यह इलेक्ट्रिक स्कूटर खासकर Ola S1 के मुकाबले के लिए लॉन्च भी किया जाएगा। Bajaj के अपकमिंग इलेक्ट्रिक स्कूटर के लुक और डिजाइन की अगर बात करें तो यह चेतक इलेक्ट्रिक के मुकाबले काफी शार्प और स्लीक होगा। Bajaj के नए इलेक्ट्रिक स्कूटर के फीचर्स के बारे में ज्यादा कुछ पता नहीं चला है, लेकिन उम्मीद है कि यह बैटरी रेंज में काफी अच्छी होगी।

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  • ओसाड जमिनीवर केली डाळिंबाची यशस्वी लागवड, शेतकऱ्याला लाखोंचा नफा

    नमस्ते कृषि ऑनलाइन: महाराष्ट्र के किसान अब पारंपरिक कृषि को छोड़कर विभिन्न प्रयोगों के माध्यम से बागवानी की ओर रुख कर रहे हैं। ऐसा ही एक प्रयोग औरंगाबाद के पैठण तालुक के कोलीबोदखा गांव के किसान कृष्णा चावरे ने किया है. चावरे ने अपने दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत से पथरीली बंजर भूमि पर अनार लगाए और अब बाग खिल रहा है। और किसान को लाखों का लाभ भी मिल रहा है। किसान के इस अनार के बगीचे को देखने के लिए दूर-दूर से किसान आ रहे हैं। वर्तमान में उनके बगीचे से एक कैरेट अनार की कीमत 3100 रुपये से 2100 रुपये प्रति कैरेट है।

    चावड़ा पहले पुश्तैनी खेती में कपास, अरहर और प्याज की फसल उगाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन भूमि पथरीली होने के कारण कोई उत्पादन नहीं हो रहा था। इसलिए कुछ अलग करने की कोशिश करने का फैसला किया। इसके बाद उन्होंने सात एकड़ जमीन में अनार लगाया। चावरे ने कहा कि इस वर्ष उचित योजना बनाकर पहली बार अनार से पच्चीस लाख का लाभ प्राप्त होगा।


    कृष्णा चावरे ने पारंपरिक खेती छोड़कर कुछ नया करने का फैसला किया। चूंकि वह खुद कृषि सेवा केंद्र चलाते हैं, इसलिए उन्होंने अपने सात एकड़ के खेत में अनार का बाग लगाने का फैसला किया। उन्होंने 2020 में कृषि की योजना बनाई और 2000 हजार पेड़ लगाए। इस दौरान उन्हें कई संकटों का भी सामना करना पड़ा। किसान कृष्ण ने कहा कि उन्होंने अपने बगीचे को उचित योजना और कृषि सलाह से विकसित किया। अब वे पहले साल में पूरे फल बेचेंगे। और वे लाखों लाभ कमाने की उम्मीद करते हैं। चावरे को अनार के बाग के लिए अपनी मेहनत का फल मिला है।

    सात एकड़ में लगे अनार के पौधे

    चावरे के पास कोलीबोदखा शिवर में अपनी पुश्तैनी जमीन है और उन्होंने सात एकड़ में दो हजार पौधे लगाए हैं और अब उनका अनार का बाग खिल रहा है। और बाकी क्षेत्र में अरहर की बुवाई की गई है। किसान ने कहा कि उसने अनार के बगीचे के लिए ढाई लाख रुपये खर्च किए। अब उन्हें सालाना पच्चीस लाख के लाभ की उम्मीद है। चावरे के अनार नासिक में बेचे जाते हैं। फिलहाल उन्हें इसके लिए 3100 से 2100 रुपये प्रति कैरेट मिल मिल रहा है।


    बगीचों पर रोग का आक्रमण

    इस साल मराठवाड़ा में भारी बारिश हुई है और पिछले तीन साल से यही स्थिति है. पैठण तालुका में अनार के किसान भी प्रभावित हुए। कभी-कभी बूंदाबांदी तो कभी तेज बारिश के कारण अनार के बागों में तेल रोग, काला धब्बा जैसे रोग बढ़ गए, जिससे किसान अपने बागों को नष्ट करने को मजबूर हो गए। लेकिन पैठण के कोलीबोड़खा के कृष्ण चावरे भी दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत के साथ पथरीली मिट्टी पर अनार के बाग लगाकर ऐसी परिस्थितियों का डटकर मुकाबला किया।


  • आखिर पराली जलाकर क्‍यों फैला रहे प्रदूषण ? अब सरकार की मदद से होगी लाखों में कमाई..


    डेस्क : पराली जलाने की घटनाएं फिर से बढ़ने लगी हैं और दिल्‍ली सहित आसपास के शहरों का दम भी घुट रहा है. सुप्रीम कोर्ट और सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद न तो पराली जलने की घटनाओं पर लगाम लग रही है और न ही प्रदूषण घटने का नाम ही ले रहा है. हालांकि, अगर आप पराली जलाने के बजाए उसका प्रबंधन और मोनेटाइजेशन करना चाहते हैं तो सरकार की मदद से सालाना 20 लाख रुपये तक कमाई भी कर सकते हैं.

    भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) ने हाल में ही एक रिपोर्ट जारी कर बताया था कि पराली जलाने की घटनाएं अब करीब 13 फीसदी बढ़ गई हैं और दिल्‍ली-NCR में हवा जहरीली हो गई है. ICR का कहना है कि देश में पराली बड़ी समस्‍या बन गया है. हर साल करीब 700 मीट्रिक टन एग्रीकल्‍चर वेस्‍ट भी निकलता है, जिसमें से अभी सिर्फ 0.03 फीसदी का वेस्‍ट का ही इस्‍तेमाल हो पा रहा है.

    इससे पता चलता है क‍ि यह समस्‍या कितनी बड़ी है और इसमें अवसर भी कितना ज्‍यादा है. पंजाब और हरियाणा में ही हर साल लगभग 2 करोड़ टन से ज्यादा धान की पराली पैदा होती है. इसमें से लगभग 64 लाख टन का प्रबंधन नहीं हो पाता है और इसे आग भी लगा दी जाती है.

    कहां करें इसकी supply :

    कहां करें इसकी supply : यह बात तो लगभग सभी को पता है कि देश में बिजली की ज्‍यादातर मांग अभी कोयले के जरिये ही पूरी की जाती है. एक तो इसका उत्‍पादन करना कठिन होता है, दूसरे कि इससे भी प्रदूषण फैलता ही है. ऐसे में सरकार ने बिजली संयंत्रों से पराली का इस्‍तेमाल जैव कोयले के रूप में करने का सुझाव भी दिया है. इतना ही नहीं सरकार ने तो कोयला संयंत्रों में 5 फीसदी बायो वेस्‍ट इस्‍तेमाल करना जरूरी भी बना दिया गया है.

    सरकार की मदत से बनाएं संयंत्र :

    सरकार की मदत से बनाएं संयंत्र : केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने पिछले दिनों यह कहा था कि सरकार टॉरफेक्‍शन और पेलेटाइजेशन संयंत्र स्‍थापित करने में मदद कर रही है. इसके जरिये न ही सिर्फ पराली की समस्‍या को दूर किया जा सकता है, बल्कि किसानों की आमदनी भी बढ़ायी जा सकती है. इस प्‍लांट में फसल के अवेशेषों को जैव कोयले में बदला भी जाता है और इसे लगाने में सरकार मदद भी करेगी

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  • Weather Update: राज्यात तापमानाचा पारा किमान 11.2 तर कमाल 36.6अंशांवर

    नमस्ते कृषि ऑनलाइन: राज्य में (Weather Update) इस समय हम सुबह ओले, कोहरे, ओस का अनुभव कर रहे हैं, लेकिन दिन भर धूप की तपिश का अहसास हमें हो रहा है। न्यूनतम और अधिकतम तापमान में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है। इस बीच, पिछले 24 घंटों में राज्य में सबसे अधिक न्यूनतम तापमान 11.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सांताक्रूज में अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने आज (7) शुष्क मौसम का पूर्वानुमान व्यक्त किया है।

    मौसम की स्थिति?

    बुधवार (9 तारीख) तक श्रीलंका के तट पर बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के संकेत हैं। इस बात के संकेत हैं कि जैसे ही यह पड्डुचेरी, तमिलनाडु (मौसम अपडेट) के करीब पहुंचेगा, यह प्रणाली तेज हो जाएगी। बंगाल की खाड़ी में भूमध्य रेखा के पास चक्रवाती स्थितियां हैं। तब से, कोमोरिन क्षेत्र से एक कम दबाव की पेटी सक्रिय है। राज्य में सुबह तड़के ओले, कोहरा और ओस पड़ रही है। दिन भर धूप के साथ चलने वाली शुष्क हवाएँ। राज्य में न्यूनतम तापमान 11 से 20 डिग्री के बीच है। कोंकण में अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है। राज्य के बाकी हिस्सों में ज्यादातर जगहों पर अधिकतम तापमान 30 डिग्री से ऊपर है। मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि अधिकतम और न्यूनतम तापमान में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा।


    तापमान कहाँ है? (मौसम अद्यतन)

    रविवार (छठी) सुबह तक 24 घंटे के दौरान प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर अधिकतम तापमान दर्ज किया गया, न्यूनतम तापमान कोष्ठक में दर्ज किया गया. (डिग्री सेल्सियस में):

    पुणे 31.6 (12.7)
    जलगाँव 34.5 (14.7)
    धुले 33 (11.4)
    कोल्हापुर 31.1 (20.5)
    महाबलेश्वर 27.2 (15.5)
    नासिक 30.9 (13.4)
    निफाड 30.1 (11.2)
    सांगली 32.2 (20)
    सतारा 30.9 (16.9)
    सोलापुर 33.5 (18.1)
    सांता क्रूज़ 36.6(19.6)
    दहानु 36.1 (19.7)
    रत्नागिरी 35.4 (23.1)
    औरंगाबाद 31.6 (13.0)
    नांदेड़ 32.8 (16.6)
    उस्मानाबाद – (15.4)
    परभणी 32.4 (14.9)
    अकोला 35 (18.4)
    अमरावती 34.4 (16.1)
    बुलदाना 32 (17)
    ब्रह्मपुरी 34.9 (19.2)
    चंद्रपुर 31.6 (17.2)
    गढ़चिरौली 32 (16.4)
    गोंदिया 32.5 (16.2)
    नागपुर 33.4 (18.0)
    वर्धा 33.2 (18.8)
    वाशिम 33.6 (16.6)
    यवतमाल 33.5 (16.5)।


  • कटिहार में भाजपा नेता और पूर्व जिला परिषद की हत्या, बाइक सवार अपराधियों ने मारी गोली, सड़कों पर उतरे कार्यकर्ता

    कटिहार में पूर्व जिला परिषद सह भाजपा नेता संजीव मिश्रा की गोली मारकर हत्या, मोटरसाइकिल सवार दो अपराधियों ने घर से बुलाकर घर के सामने ही सिर पर गोली मारकर संजीव मिश्रा की हत्या कर दिया है। इस घटना के बाद काफी संख्‍या में ग्रामीणों, स्‍वजनों व भाजपा कार्यकर्ताओं ने गुस्‍से का इजहार किया है। सड़कों पर उतर आए हैं।

    संजीव मिश्रा बिहार-बंगाल के बॉर्डर में बसे सुदूर इलाके में वर्षों से भाजपा की राजनीति को बुलंद करते रहे हैं, इससे पहले भी विधान परिषद चुनाव के दौरान उन पर जानलेवा हमला किया गया था और आज सुबह उनके घर के सामने ही उनको गोली मारकर हत्या कर दिया गया है।

    संजीव मिश्रा कटिहार विधान पार्षद अशोक अग्रवाल के बेहद नजदीकी बताए जाते हैं, प्रारंभिक स्तर पर मामला आपसी दुश्मनी केक बाजा ही बताई जा रही है लेकिन इस हत्या की और कई एगेल हो सकता है।

  • सतपुड़ा सिंघम का हरनौत में सद्भावना मंच (भारत) ने किया भव्य स्वागत

    सतपुड़ा सिंघम के नाम से प्रसिद्ध मध्य प्रदेश के पुलिस अधिकारी प्रदीप बाल्मीकि के नालंदा आगमन पर सद्भावना मंच (भारत) के तत्वावधान में भव्य स्वागत किया गया।
    युवाओं के बीच हरनौत स्थित प्रणव इंग्लिश क्लासेज में एक कार्यशाला का आयोजन भी किया गया । स्वागत भाषण ग्राम नियोजन केंद्र बस्ती के सचिव विनोद कुमार पांडे ने तथा कार्यक्रम का संचालन समाजसेवी चंद्र उदय कुमार ने किया।
    सतपुड़ा सिंघम के नाम से प्रख्यात प्रदीप बाल्मीकि ने विस्तार पूर्वक व्यक्तित्व विकास ,यातायात संबंधी जागरूकता, साइबर क्राइम से सुरक्षा ,महिला अपराधों की रोकथाम के प्रति जागरूकता संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी दी।

    उन्होंने व्यक्तित्व विकास पर संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी को जीवन में अच्छा व्यक्तित्व का निर्माण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हेलमेट का सदैव उपयोग करें क्योंकि नाक ,मुंह,कान एवं मनुष्य सिर शरीर का काफी इंपॉर्टेंट हिस्सा होता है। कभी भी जीवन में खतरे मोल ना लें। और सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करें।उन्होंने राष्ट्रीय एकता ,अखंडता, भाईचारा ,एवं सद्भावना के प्रति युवाओं को प्रेरित किया।सतपुड़ा सिंघम का हरनौत में सद्भावना मंच (भारत) ने किया भव्य स्वागत
    बताते चलें कि बे मध्य प्रदेश पुलिस में पुलिस निरीक्षक के पद पर पदस्थ हैं ।वे अपने कार्यों को बखूबी ईमानदारी पूर्वक निभाते है । किसी विशेष कार्य से बे पूर्वी चंपारण एवं पूर्णिया संभाग आए थे । उन्होंने अपना विशेष समय निकालकर युवाओं को सामुदायिक पुलिसिंग के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। बताते चलें कि नक्सल प्रभावित इलाकों में कर्तव्य के दौरान मध्य प्रदेश पुलिस के द्वारा प्रदीप बाल्मीकि को दुर्गम सेवा पदक सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है। सतपुड़ा सिंघम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनेकों कार्यक्रम का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
    प्रदीप बाल्मीकि प्रख्यात सर्वोदय समाजसेवी स्वर्गीय डॉक्टर एसएन सुबाराव से 30 वर्षो से अधिक समय से जुड़े हुए थे । एकता अखंडता और भाईचारा का पैगाम देते हैं।सतपुड़ा सिंघम मध्य प्रदेश पुलिस में पदस्त जांबाज पुलिस अधिकारी के रूप में जाने जाते है । कार्यशाला में सैकड़ों बच्चे उपस्थित थे।

    सतपुड़ा सिंघम का हरनौत में सद्भावना मंच (भारत) ने किया भव्य स्वागत  सतपुड़ा सिंघम का हरनौत में सद्भावना मंच (भारत) ने किया भव्य स्वागत
    सतपुड़ा सिंघम के आगमन पर हरनौत की धरती पर समाजसेवी चंद्र उदय कुमार, विनोद कुमार पांडे, पुरुषोत्तम पांडेय,बृजनंदन यादव , लक्ष्मी नारायण पांडे सहित सामाजिक कार्यकर्ताओं बुद्धिजीवियों ने भव्य स्वागत किया।

  • सिक्ख धर्म के प्रवर्तक गुरुनानक देव जी की 554 वां प्रकाशोत्सव पर विशेष

    राकेश बिहारी शर्मा- भारतीय धर्म में जाति-पांति तथा कर्मकाण्डों का जब बोलबाला हो रहा था, तब ब्राह्मणवादी हिन्दू धर्म से कुछ ऐसी शाखाएं प्रस्फुटित हुईं, जिन्होंने जाति तथा आडम्बरविहीन मानवतावादी धर्म की नींव रखी, जिनमें सिख धर्म का विशेष स्थान है।
    गुरुपर्व या गुरपुरब, जिसे गुरु नानक का प्रकाश उत्सव तथा गुरु नानक जयंती भी कहा जाता है, सिख धर्म के अनुयायियों का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। सिखों के दस गुरुओं में से पहले और सिख धर्म के संस्थापक श्री गुरुनानक देवजी की जयंती मनाने हेतु दुनिया भर में सिखों और पंजाबियों द्वारा यह दिन मनाया जाता है। गुरुपर्व चंद्र कैलेंडर के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के शुभ दिन यानी दिवाली के 15 दिन बाद मनाया जाता है। इस त्योहार को 48 घंटे तक गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ करके बड़े उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाता है। गुरुपर्व से एक दिन पहले भक्तों द्वारा ‘नगर कीर्तन’ नामक जुलूस का भी आयोजन किया जाता है। गुरुपर्व उत्सव में कथा, कीर्तन, व्याख्यान, लंगर एवं कड़ा प्रसाद शामिल होते हैं। धार्मिक कार्यों और सामुदायिक भोजन के अलावा, घर की सजावट गुरपुरब का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

    गुरुनानक देव जी का जन्म एवं पारिवारिक जीवन

    गुरुनानक देवजी का जन्म सन् 1469 को कार्तिक पूर्णिमा को लाहौर जिले के तलवंडी नामक ग्राम में हुआ था। वर्तमान में ननकाना साहब के नाम से प्रसिद्ध इस धार्मिक तीर्थस्थल पर लाखों श्रद्धालु पाकिस्तान जाकर अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं। उनके पिता कालूचन्द थे और माता तृप्ता देवी थीं। उनके पिता उन्हें पढ़ाना चाहते थे, पर उनका मन आध्यात्म की ओर रमा रहता था। एक बार किसी पण्डित ने उनसे ॐ का अर्थ पूछा था। नानक ने उसकी जब विशद् व्याख्या की, तो पण्डितजी अवाक् रह गये। नानक के पिता पैसे देकर उन्हें बाजार भेजते थे, तो वे सामान लाने की बजाय पैसों को पीर-फकीरों में बांट आते थे। सांसारिक विरक्ति देखकर उनका विवाह सुलक्षणी से करा दिया गया, जिससे उनके दो पुत्र- श्रीचन्द और लक्ष्मीचन्द हुए। सांसारिक जीवन उन्हें रास नहीं आया।

    गुरुनानक देवजी का चमत्कारिक जीवन

    गुरुनानक के जीवन में कई घटनायें घर्टी लेकिन एक घटना ने उन्हें काफी विचलित किया। घटना के अनुसार नदी में स्नान करने के बाद जब आप एक पेड़ के नीचे विश्राम कर रहे थे तभी भविष्यवाणी हुई कि प्यारे नानक तुम अपना काम कब करोगे। इस संसार में तुम जिस काम के लिए आए हुए हो, उसके लिए मोह ममता छोड़ दो। भूले-भटकों को मार्ग पर लाओ। इस घटना के बाद से वे फिर कभी घर नहीं लौटे। उन दिनों दिल्ली साम्राज्य के पतन का दौर चल रहा था। देश में अत्याचार और अनाचार हो रहे थे। हिन्दुओं में जहाँ योगी, साधु, संन्यासी मूर्ख बना रहे थे वहीं मुसलमानों पर मुल्ला, उलमा और ओलिया रौब जमा रहे थे। धर्म का वास्तविक रूप कोई नहीं समझा रहा था। हिन्दुओं की दशा देख गुरुनानक घर-बार छोड़कर धर्मोपदेश के लिए निकल पड़े। उन्होंने इस दौरान भारत का ही भ्रमण नहीं किया बल्कि मक्का-मदीना तक गये। वहां मुसलमान उनसे खासे प्रभावित हुए। गुरुनानक का कहना था सच्चे मन से भगवान का भजन करो, संयमित जीवन बिताओ, मेहनत से कमाई करो और मधुर व परहितकारी वचन बोलो। गुरुनानक का कहना था कि शरीरधारी का नाम नहीं जपना चाहिए।
    गुरुनानक ने लोगों को धर्म का सही मार्ग दिखाने के लिए अनेक चमत्कार दिखाये। एक बार की घटना है। गुरुनानक जी धार्मिक तीर्थयात्रा पर हरिद्वार पहुंचे थे। वहां पण्डों द्वारा उन्होंने गंगाजी में खड़े होकर जल तर्पण करते देखा। पूछने पर पण्डों ने बताया कि वे पितरों को जल अर्पण कर उनका श्राद्ध कर रहे हैं। यह जल उन तक पहुंचेगा, ऐसा पण्डों ने बताया। यह सुनकर गुरुनानक जोर-जोर से जल उछालने लगे। लोगों ने उनसे इसका कारण पूछा, तो उन्होंने बताया- “वे अपने पूर्व दिशा में स्थित खेतों को पश्चिम दिशा से जल देकर सिंचाई कर रहे हैं।” लोग हंसने लगे, तो उन्होंने कहा “अगर तर्पण का जल पितरों तक पहुंच जाता है, तो मेरा यह जल दो-तीन सौ कोस के फासले पर स्थित खेतों में कैसे नहीं पहुंचेगा?” यह सुनकर वहां उपस्थित सभी लोग निरूत्तर हो गये।
    ऐसी दूसरी घटना यह है-एक बार गुरुनानक मक्का की यात्रा पर थे। वे काबे की तरफ पैर करके सो गये। एक मुल्ला ने उन्हें देखा, तो लगे डांटने कि पैगम्बर की तरफ पैर करने से उनका अपमान हो रहा है। गुरुनानक ने कहा- “तो मेरे पैर उस दिशा की तरफ मोड़ दो, जिस तरफ पैगम्बर नहीं हैं।” मुल्ला ने जिस तरफ उनके पैर मोड़े, उस तरफ उसे काबा दिखने लगा। हारकर वह नानक से क्षमा मांगकर उनके प्रति श्रद्धा अर्पित की। गुरुनानक ने उसे बताया कि ईश्वर तो सर्वव्यापी है। उन्होंने मूर्तिपूजा का विरोध करते हुए सतगुरु प्रसाद के जप को स्वीकार किया।
    ऐसी तीसरी घटना का प्रसंग यह है- गुरुनानक देव जी किसी गांव में गरीब की झोंपड़ी में जा टिके थे। गांव के जमींदार ने उन्हें अपने घर भोज हेतु बुलवाया था। गुरुनानक देव जी जानते थे कि जमींदार किसानों और गरीबों का शोषक है। जब जमींदार ने गुरुनानक पर पक्षपात का आरोप लगाया, तो उन्होंने एक रोटी गरीब के घर की मंगवायी और दूसरी जमींदार के घर की। इन दोनों रोटियों को उन्होंने निचोड़ा, तो पाया गया कि गरीब के घर की रोटी से पसीना और दूध निकल रहा था, जबकि जमींदार के घर की रोटी से खून टपक रहा था। जमींदार को अपनी भूल का एहसास हुआ।
    बाबर के सैनिक गरीबों पर बहुत जुल्म ढाते थे। लूट का माल स्वयं ही खा जाया करते थे। इस सत्यता से बाबर को अवगत कराने के लिए गुरुनानक देवजी ने एक गरीब, फटेहाल किसान का रूप धारण किया। सैनिक उन्हें गरीब समझ पकड़ ले गये। बादशाह के सामने खड़े रहकर उनका मुंह तो एक प्रकाशमण्डल से दमक रहा था। बादशाह बाबर भीतर ही भीतर कांप उठा। राजगद्दी से उतरकर उनके चरणों पर गिर पड़ा। न जाने उन्हें कोई श्राप मिल जाये। उसने गुरुनानक देवजी के लिए शराब मंगवायी। गुरुनानक देव जी ने उसे इस नशे से दूर रहकर गरीबों की सेवा, खिदमत में अपना जीवन सार्थक करने को कहा। बाबर ने तत्काल कैदियों को जेल से रिहा कर दिया और दान-पुण्य का संकल्प लिया। इस तरह उन्होंने एक चोर को चोरी की आदत से मुक्ति दिलायी। किसी को उजड़ने का, तो किसी को आबाद रहने का आशीर्वाद दिया, जिसका अर्थ है उजड़कर सज्जनता फैलायेंगे और आबाद रहने वाले अशांति के साथ आबाद रहेंगे।
    हसन नामक एक मुस्लिम संत ने अपने पास से बहने वाले झरने का पानी लेने से गुरुनानक देव जी के शिष्य को मना किया। शिष्य ने आकर सारी घटना गुरुनानकजी से कही। गुरुनानक देव ने कहा- “तुम चिन्ता न करो, इसी पहाड़ से झरना बहेगा। इतना कहते ही मुस्लिम संत के पास का झरना मुस्लिम सन्त ने बड़ा-सा पत्थर उन्हें दे मारा, किन्तु नानक देव ने अपनी सूख गया और वह गुरुनानक जी के पैरों के पास से बहने लगा। क्रोधित होकर हथेली से उसे रोक दिया। आज भी वह स्थान पंजा साहिब के नाम से जाना जाता है।

    गुरुनानक देव जी ने जीवन-भर ईश्वरीय ज्ञान का प्रचार-प्रसार किया

    गुरुनानक देव जी ने जीवन-भर ईश्वरीय ज्ञान का प्रचार-प्रसार किया। धर्म का सही ज्ञान लोगों को कराया। हिन्दू-मुस्लिम समान रूप से उनके भक्त बन गये थे। समानतावादी समाज की स्थापना की। उन्होंने प्रेम और शांति का जो संदेश लोगों को दिया, वह आज भी प्रासंगिक है। स्त्रियों को भी धार्मिक उत्सव और हरिकीर्तन में भाग लेने का समान अधिकार दिया। उनके द्वारा लिखे गये गुरुग्रन्थसाहब का आज भी प्रत्येक गुरुद्वारे में पाठ किया जाता है। उनकी दूसरी पुस्तक “जपुजी” तथा तीसरी पुस्तक “सोहिला नाम” धर्म सन्देशों से भरी है। उन्होंने सर्वधर्मसमभाव हेतु “लंगर सामूहिक भोज” प्रथा का प्रारम्भ किया था। और गुरुअगंद देवजी उनके उत्तराधिकारी बने।

    गुरुनानक ने जाति-प्रथा को खत्म करने का काम किया

    गुरुनानक देव जी ने जाति-प्रथा को खत्म करने का काम किया गुरुनानक के भक्त गुरु गोविंद सिंह जी ने कहा है कि “चार वरण इक वरन कराओं, तबेई गोबिंद सिंह नाम कहाऊँ” जिसका अर्थ है कि जब मैं चारों जातियों को एक कर दूं, तभी मैं गोविंद सिंह कहलाया जाऊं। ये तो जगजाहिर है कि जातिवाद, भेदभाव, छूआछूत को खत्म करने और बराबरी का दर्जा देने में सिखों का बहुत बड़ा योगदान रहा है। वो सिख ही थे, जिन्होंने ब्राह्मणवादी रूढ़िवादिता का जमकर विरोध किया। जाहिर है कि पंजाब एक ऐसा राज्य है जहां जातिवाद प्रथा दक्षिणी और पश्चिमी राज्यों के मुकाबले बेहद कम है। इसके अलावा सिखों के गुरु ने समाज सुधार में बड़ा योगदान दिया है। जातिवाद और छूआछूत को कम करने के लिए सिखों के गुरुओं ने संगत की शुरुआत की, लंगर की शुरुआत की। जहां सभी एक साथ जमीन पर बैठकर साथ आए। इसका सिर्फ एक ही उद्देश्य था कि सभी लोग… चाहे वो उंच जाति के हो या नीच जाति के। चाहे वो अमीर हो या गरीब। सभी को साथ में लाने का काम किया। इस पहल को एक नए सुधार आंदोलन के तौर पर भी देखा गया। सिखों की इस पहल ने कास्ट सिस्टम को कम करने और काफी हद तक खत्म करने का काम भी किया। सिखों के कारण ही कास्ट सिस्टम को कम करने का मौका मिला। उनके लंगर और संगत की पहल ने लोगों में एकता और बराबरी का संदेश दिया।

    गुरुनानक ने मृत्यु से पहले अपने शिष्य भाई लहना को उत्तराधिकारी बनाया

    अपनी पूरी जिंदगी मानव समाज के कल्याण में लगाने वाले गुरुनानक देव जी ने अपनी मृत्यु से पहले अपने परम शिष्य भाई लहना को अपना उत्तराधिकारी बनाया, जो बाद में गुरु अंगद देवजी नाम से जाने गए। गुरुनानक देव जी की मृत्यु 22 सितंबर 1539 ई. संवत् 1566 को करतारपुर में 70 वर्ष की आयु में आश्विन कृष्ण दशमी के दिन हुई थी। गुरुनानक देव जी ने ईश्वर को सर्वव्यापी मानने पर बल दिया।

  • जल्द आने वाला है Twitter जैसा दूसरा Platform, पूर्व CEO Jack Dorsey का ऐलान


    डेस्क: वैसे तो Twitter हमेशा ही चर्चा में बना रहता है। पर इस समय Twitter अपने नए मालिक को लेकर चर्चा में हैं।चर्चित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Twitter को a दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी एलन मस्क संभाल रहे हैं। शुक्रवार 28 अक्टूबर को उन्होंने 44 अरब डॉलर में Twitter खरीद लिया है। जिसके बाद अब Twitter के पूर्व CEO जैक डोर्सी ने नया सोशल प्लेटफॉर्म लाने का ऐलान किया है। साल 2021 के नवंबर महीने में में ट्विटर के सह-संस्थापक जैक डोर्सी ने ट्विटर सीईओ का पद छोड़ दिया था। जिसके छह महीने बाद वो बोर्ड ऑफ डायरेक्टर से भी बाहर हो गए।

    Twitter से निकल कर डोर्सी का पूरा ध्यान एक नए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ब्लूस्की सोशल पर है। खबर है ये नया एप Twitter के ट्विटर से किसी भी प्रकार की प्रतिस्पर्धा को लेकर डोर्सी ने मना किया है। डोर्सी के अनुसार, सही मायनों में ब्लूस्की किसी भी तरह से ट्विटर के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं करेगी।

    इस नए प्लेटफॉर्म को लेकर तमाम खबरे हैं जिसमें इससे जुड़ी उम्मीदों को भी दर्शाया गया है। इस बारे में कपंनी ट्विटर के जरिए बताया कि दुनियाभर के वेब बेहद मज़ेदार रुचिकर नहीं होते, वो भी तब जब इसे बिना ब्राउज़र के बनाया गया होता। 18 अक्टूबर को कंपनी ने एक ट्वीट में बताया कि ऐसे में हम ब्लूस्की नाम का एक सोशल एप्लिकेशन बना रहे हैं।

    इस नए ऐप को लेकर ये भी दावा किया जा रहा है कि ब्लूस्की के ATP प्रोटोकॉल के साथ, यूजर्स केवल एक हाई क्वालिटी वाले ब्राउज़र का उपयोग करके कई सोशल प्लेटफॉर्म्स के बीच स्विच करने में सक्षम होंगे। वहीं, दुनिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन एलन मस्क ने ट्विटर डील पूरी करने के साथ ही मुखर देखे गए। ट्विटर खरीदने के बाद सबसे पहले उन्होंने माइक्रोब्लॉगिंग साइट के सीईओ पराग अग्रवाल व चीफ फाइनेंस ऑफिसर नेड सेगल के साथ कुछ अन्य अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया। मस्क ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘the bird is freed’ (चिड़िया आजाद है)।

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