Author: Biharadmin

  • मंहगाई की मार, आटे की कीमतों में भारी वृद्धि, चीनी और चावल के दाम चावल के दाम के करीब पहुंच गए हैं

    हैलो कृषि ऑनलाइन: गेहूं की कीमत में लगातार इजाफा हो रहा है और इसका असर आटे की कीमत पर भी पड़ा है। अब ब्रांडेड आटे के साथ ही आम आटा भी महंगा हो गया है. इससे आम लोगों का आर्थिक बजट चरमरा गया है। दिलचस्प बात यह है कि मैदा के साथ चावल के दाम भी बढ़ गए हैं। मंगलवार को आटे का खुदरा भाव 36.98 रुपये प्रति किलो दर्ज किया गया था. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, यह दर एक साल पहले दर्ज किए गए 31.47 रुपये प्रति किलोग्राम से 17.51 ​​प्रतिशत अधिक है।

    द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक कीमतों में बढ़ोतरी की वजह यह है कि आटे की कीमत अब चावल के करीब 37.96 रुपये प्रति किलो है. इसी तरह गेहूं के खुदरा भाव में भी 12.01 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। एक साल पहले यह 28.34 रुपये प्रति किलो था और इस साल 22 नवंबर को यह 31.77 रुपये प्रति किलो हो गया है।

    पिछले साल की तुलना में दोगुनी बढ़ोतरी

    साथ आओ देश में जानकारों का कहना है कि गेहूं के उत्पादन में 10.6 करोड़ टन की कमी आई है। इसके अलावा, इस साल की शुरुआत से ही गेहूं और आटे की कीमतें बढ़ रही हैं क्योंकि यूक्रेन-रूस युद्ध ने मांग को बढ़ावा दिया है। सरकार ने इसी साल 13 मई को गेहूं के निर्यात पर रोक लगा दी थी। चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों (अप्रैल-सितंबर) में वास्तविक शिपमेंट पिछले साल की तुलना में दोगुना हो गया है।

    अप्रैल-सितंबर के दौरान, भारत ने 45.53 लाख मीट्रिक टन गेहूं का निर्यात किया, जो पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान निर्यात किए गए 23.72 लाख मीट्रिक टन से अधिक था। साथ ही आटे का निर्यात भी बढ़ा है। अप्रैल-सितंबर 2022 के दौरान, भारत ने 4.50 लाख मीट्रिक टन गेहूं के आटे का निर्यात किया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 2.04 लाख मीट्रिक टन था।

  • मुंबई : 26/11 हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई

    कंचनपुर स्थित यूनिटी इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं ने मुम्बई हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
    मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकी हमले की आज 14वीं बरसी है. इस आतंकी हमले में आतंकियों ने 160 से ज्यादा लोगों की जान ले ली थी. वहीं करीब 300 लोग घायल हुए थे. उस रोज पाकिस्तान से आए जैश-ए-मोहम्मद के 10 आतंकवादियों ने मुंबई को बम धमाकों और गोलीबारी से दहला दिया था. यह भारतीय इतिहास का वो काला दिन है जिसे कोई चाह कर भी नहीं भुला सकता. 29 नवंबर की सुबह तक नौ हमलावर आतंकियों का सफाया हो चुका था और अजमल कसाब के तौर पर एक हमलावर पुलिस की गिरफ्त में था.

    विद्यालय के प्रधानाचार्य स्वर्ण किरण प्रसाद ने मुंबई हमलों के पीड़ितों को याद किया. उन्होंने कहा कि 26/11 की बरसी पर देश उन सभी को कृतज्ञता के साथ याद कर रहा है, जिन्हें हमने खोया. हम उनके प्रियजनों और परिवारों के दर्द को साझा करते हैं. राष्ट्र उन सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि देता है, जिन्होंने कर्तव्य के पालन में बहादुरी से लड़ाई लड़ी और सर्वोच्च बलिदान दिया. इस मौके पर ज्ञानेंद्र कुमार पांडेय, सुदीप भट्टाचार्य, मोहम्मद अज़हर,दीपक कुमार, ओमप्रकाश, अभिषेक सिंहा,बालमुकुंद पांडेय, कंचन कुमारी, मनोज सिंह,रीना सिंह,स्नेहा कुमारी, सोनम कुमारी,सुनीता कुमारी,नीलेश कुमार सिंह,बिंदिया कुमारी,संजीत कुमार,सूरज कुमार यादव,शैलेश कुमार, आदि मौजूद थे।

  • बिहारी युवक इंग्लैंड की लड़की से रचाई शादी – अमेरिका में हुआ प्यार, देवघर में लिए सात फेरे…


    डेस्क : प्यार दूरियां नही देखता और ना ही सरहदें ऐसा ही कुछ देखने में आया जब बिहार के बांका के लड़के से शादी करने इंग्लैंड की एक लड़की हेलेन 7 समंदर पार कर फेरे लेने के लिए पहुंच गई. दोनों की शादी परिजनों की मौजूदगी में देवघर स्थित मैरिज हॉल में पूरे हिन्दू रीति रिवाज से संपन्न हुआ. इस दौरान सैकड़ों लोग इस शादी के गवाह भी बने.

    बिहार के बांका के रहने वाले सुरेश राय के बेटे अमित इंजीनियरिंग की पढ़ाई करके अमेरिका में नौकरी कर रहा था. इसी बीच हेलेन भी वहीं पर नौकरी करने लगी. नौकरी के दौरान ही दोनों में आंखें चार हुईं. और अब दोनों एक-दूजे के हो लिए. अमित बिहार के बांका जिले के चांदन प्रखंड के बिरनिया पंचायत के लूरीटांड़ गांव का रहने वाला है.

    अमित राय के पिता सुरेश राय ने यह बताया उनका बेटा विदेश में रहकर नौकरी कर रहा है. वही उसको हेलेन पसंद आ गई तो हमलोगों ने उसकी पसंद को सही मानकर शादी की रजामंदी भी दे दी. और देवघर में ही दोनों की शादी करा दी.

    वही सास- ससुर ने विदेश बहू का नया नाम गुड़िया रख दिया है. वहीं हेलेन की मां लूसी बैडली और पिता पैट्रिक बैडली ने यह बताया कि हेलेन का लालन-पालन और पढ़ाई इंग्लैंड में हुई हैं. वह बाद में नौकरी करने के लिए अमेरिका चली गयी थी. जहां अमित से उसे प्यार हो गया. और अब दोनों ने ही शादी रचा ली है. दोनों का प्यार एकदम सच्चा है. इसलिए दोनों एक दूसरे के हो गये.

    [rule_21]

  • ‘यह’ कवक चिकन विषाक्तता का कारण बनता है; आप क्या ख्याल रखेंगे?

    हैलो कृषि ऑनलाइन: मुर्गियों में मौत के कई कारणों में से, अन्य बीमारियों की तुलना में मुर्गियों में फंगल विषाक्तता मौत के सबसे आम कारणों में से एक है। भोजन और नमी में अचानक परिवर्तन कवक के विकास में सहायक होते हैं। मुर्गी पालन में 75 से 80 प्रतिशत खर्च चारे पर होता है। मानसून और सर्दी के मौसम में फीड में फंगस बनने के कारण चिकन पॉइजनिंग देखी जाती है। भोजन और इसके अवयव कवक के विकास और उनके विषाक्त पदार्थों के उत्पादन में सहायक होते हैं।

    कवक के प्रकार जो विषाक्तता का कारण बनते हैं

    दो प्रकार के कवक, एफ्लाटॉक्सिन और ओक्राटॉक्सिन, फ़ीड में उत्पन्न होते हैं और मुर्गियों में विषाक्तता का कारण बनते हैं।

    aflatoxin

    इस विष के कारण होने वाली विषाक्तता को एफ्लाटॉक्सिकोसिस कहा जाता है। यह विष कवक की कई प्रजातियों द्वारा निर्मित होता है। एस्परगिलस फ्लेवस वह प्रजाति है जो सबसे अधिक विष पैदा करती है। प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले एफ्लाटॉक्सिन चार प्रकार के होते हैं, जैसे बी-1, बी-2, जी-1 और जी-2। बी-1 प्रकार सबसे जहरीला होता है और मुर्गियों के लीवर के लिए हानिकारक होता है।

    ओकराटॉक्सिन

    ओक्रैटॉक्सिन के कारण होने वाली विषाक्तता को ओक्राटॉक्सिकोसिस कहा जाता है। एस्परगिलस और पेनिसिलियम कवक की प्रजातियाँ इस विष का उत्पादन करती हैं। मुख्य रूप से Aspergillus ochraceous कवक बड़ी मात्रा में ochratoxin पैदा करता है। ओक्राटॉक्सिन ए, बी, सी और डी चार प्रकार के होते हैं। ओक्रेटॉक्सिन ए अधिक विषैला होता है और अधिक मात्रा में होता है। हालांकि यह विष कम मात्रा में फ़ीड में मौजूद होता है, लेकिन इस विष से होने वाला नुकसान मुर्गियों में अधिक होता है। चूंकि यह गुर्दे और मूत्रवाहिनी के लिए हानिकारक है, पक्षियों में मृत्यु दर अधिक है।

    नतीजा

    लक्षणों में कम वृद्धि और अंडे का उत्पादन, कम प्रतिरक्षा और कई संक्रामक रोगों की संवेदनशीलता, अंडों की कम हैचबिलिटी, कमजोरी, लंगड़ापन, कम पानी और फ़ीड का सेवन, शेडिंग, पंखों का मोटा होना और अत्यधिक मृत्यु दर शामिल हैं। अफ़्लाटॉक्सिकोसिस में जिगर की सूजन, पीलापन और कोमलता मुर्गियों में नेक्रोप्सी पर होती है। इसके अलावा ओक्राटॉक्सिकोसिस में गुर्दे लाल और बढ़े हुए होते हैं और मूत्रवाहिनी में सफेद रंग का यूरिक एसिड पाया जाता है।

    पैमाने

    विषाक्तता के लिए कोई प्रभावी दवा नहीं है। जहरीली मुर्गियों को लिवर टॉनिक और विटामिन पानी में मिलाकर पूरक औषधि के रूप में देना चाहिए।

    हल्दी पाउडर 50 ग्राम प्रति 100 किग्रा चारा या 1 ग्राम प्रति 2 लीटर पीने के पानी में 4 दिनों तक फंगस के कारण होने वाली मृत्यु दर को कम किया जा सकता है।

    विषाक्तता के खिलाफ एक निवारक उपाय के रूप में, सुनिश्चित करें कि कुक्कुट फ़ीड नमी या मोल्ड विकास से मुक्त है। खराब और भीगे हुए अनाज को खाने में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

    दाना जमीन से एक से डेढ़ फुट ऊपर रखना चाहिए।

    फ़ीड बैक्टीरिया, वायरस, कवक और विषाक्त पदार्थों और हानिकारक पदार्थों से मुक्त होना चाहिए।

    मोल्ड वृद्धि को रोकने के लिए भोजन को लंबे समय तक संग्रहीत नहीं किया जाना चाहिए।

    भोजन को अच्छे हवादार स्थान पर सूखी जगह पर संग्रहित किया जाना चाहिए।

    भोजन गृह में चूहे, चूहे, पक्षी और कुत्ते प्रवेश न करें इसका ध्यान रखना चाहिए।

    चूजों को मैश फीड की जगह छर्रों से खिलाना फायदेमंद होता है।

    विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार समय-समय पर दाना बदलते हुए मुर्गियों का आहार प्रबंधन करना चाहिए।

    मुर्गियों को दाना डालते समय ध्यान रखें कि दाना गिरे नहीं।

    स्रोत: एग्रो वन

  • आईजी विकास वैभव के दामन पर लगा दाग

    ऐसी क्या मजबूरी है ,या फिर ये जरुरी है, जी है बात हम अभिषेक अग्रवाल की कर रहे हैं याद है वही अभिषेक अग्रवाल जिसने पटना हाईकोर्ट का मुख्य न्यायधीश बन कर बिहार के डीजीपी को फोन करके गया के पूर्व एसएसपी आदित्य कुमार का केस खत्म करवा लिया था।

    याद आ गया ना वो अभी जेल में है ,कल इसका एक और कारनामा सामने आया है पटना सिटी स्थिति खाजेकलां थाना का एक अधिकारी कोर्ट में 13 मई 2021 को अभिषेक अग्रवाल के खिलाफ दर्ज मामले में रिमांड पर लेने का आवेदन दिया है । आवेदन की सूचना पर आर्थिक अपराध इकाई में अभिषेक अग्रवाल के खिलाफ दर्ज मामले का अनुसंधान कर रहे अधिकारी भागे भागे कोर्ट पहुंचा फिर जो मामले सामने आया है सुनकर हैरान रह जायेंगे।

    ऐसा क्या है अभिषेक अग्रवाल में जो पुलिस महकमा इतना लाचार है । इसलिए मैंने सवाल खड़ा किया है बिहार के सीनियर आईपीएस अधिकारी अभिषेक अग्रवाल को लेकर ऐसी क्या मजबूरी था जो आंख पर पट्टी बांध लिया और उसके हर जुर्म को नजरअंदाज करता रहा। खाजेकला थाने में उस समय के थाना अध्यक्ष के बयान एक मामला अभिषेक अग्रवाल के खिलाफ दर्ज किया गया था जिसमें लिखा है कि अभिषेक अग्रवाल गृह विभाग में पदस्थापित आईपीएस अधिकारी विकास वैभव बोल रहा हूं कह कर फोन किया था और दो दुकान को खाली कराने को कहा उस वक्त के पटना एसएसपी को थाना अध्यक्ष ने जानकारी दिया और उसके बाद इस मामले में थानाध्यक्ष के बयान पर अभिषेक अग्रवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई ।

    अभिषेक अग्रवाल के फेसबुक पोस्ट को देखे तो इस प्राथमिकी के बावजूद भी वो विकास वैभव के साथ लगातार पुलिस मुख्यालय स्थित दफ्तर में मिलता रहा है इतना ही नहीं पटना एसएसपी उपेन्द्र शर्मा जिसके आदेश पर अभिषेक अग्रवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया था उनसे भी अभिषेक अग्रवाल आवास और गांधी मैदान स्थिति कार्यालय में जा कर मिलता रहा है ,और उस मुलाकात की तस्वीर वो सोशल मीडिया पर भी डालता रहा है ।

    दिल्ली में 25 दिसंबर 2021 को अभिषेक अग्रवाल विकास वैभव के साथ एक कार्यक्रम के दौरान मंच शेयर करते दिखा है। अभिषेक अग्रवाल के फेसबुक पोस्ट को देखे तो 13 मई 2021 जिस दिन एफआईआर दर्ज हुआ है उसके बाद एक दर्जन से अधिक बार उसकी मुलाकात विकास वैभव से हुई है ।

    विकास वैभव अभिषेक अग्रवाल के बेटे के जन्मदिन में, शादी के सालगिरह जैसे व्यक्तिगत फंक्शन में भी शामिल हुए हैं ऐसे में सवाल उठना लाजमी है ऐसा क्या रिश्ता था दोनों के बीच जो विकास वैभव जैसा अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी नजरअंदाज करते रहे ।

    क्योंकि खाजेकला थाने में जो एफआईआर दर्ज हुई थी उसकी जानकारी विकास वैभव को भी दी गयी है क्यों कि अग्रवाल जिस नम्बर का इस्तेमाल कर रहा था उस नम्बर के डीपी में बिहार सरकार के गृह विभाग का लोगो लगा हुआ था ऐसे में सवाल तो बनता है ये मेहरबानी क्यों।

  • बिहार के लोग ध्यान दें! अगले 2 दिनों में ठंड का बढ़ेगा असर, जानें – अपने इलाके की मौसम रिपोर्ट…


    डेस्क : बिहार में अब जाड़े का असर धीरे-धीरे तेज होने लगा है. अगले सुबह और रात का पारा अब तेजी से लुढ़कने लगा है. पछुआ हवा ने कनकनी भी बढ़ाई हुई है. लोग अब रजाई और कंबल के अंदर ही अब रात में दुबककर सोने लगे हैं. वहीं शुक्रवार को राज्य का सबसे अधिक ठंड वाला जिला गया रहा था. जहां का तापमान करीब 8.2 डिग्री रहा. 10 के नीचे केवल गया जिले का ही न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया. वहीं कुल 7 जिलों के पारे में गिरावट दर्ज की गयी.

    न्यूनतम तापमान में दर्ज की लगातार गिरावट

    न्यूनतम तापमान में दर्ज की लगातार गिरावट

    बिहार में न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट अभी जारी है. दरअसल, पर्वतीय प्रदेशों से आ रही ठंड और शुष्क हवा के कारण ही पारा में ये गिरावट देखी जा रही है. मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, अगले 24 घंटे के अंदर ही तापमान में और गिरावट देखने को भी मिल सकती है.

    गया में सबसे अधिक हैं ठंड

    गया में सबसे अधिक हैं ठंड

    पूरे बिहार में ठंड का असर और भी अधिक होने के आसार हैं. अगर बात करे शुक्रवार की तो गया सबसे अधिक ठंडा रहा. इससे पहले भागलपुर जिले का सबौर सबसे ठंडा क्षेत्र बना था. गया का तापमान 8.2 डिग्री तक रहा. शुक्रवार सुबह ही पारा यहां 2 डिग्री नीचे गिरा.

    [rule_21]

  • दिलीप कुमार की अध्यक्षता में संविधान दिवस के रूप में मनाया गया

    जिला कांग्रेस कार्यालय राजेंद्र आश्रम बिहारशरीफ में जिला अध्यक्ष दिलीप कुमार की अध्यक्षता में संविधान दिवस के रूप में मनाया गया सर्वप्रथम सभी कांग्रेस जनों ने भारत के संविधान की पूजा अर्चना की एवं उसके बाद संविधान की प्रस्तावना को पढ़कर उसके प्रति निष्ठावान एवं देश की एकता अखंडता को बरकरार रखने की शपथ ली तत्पश्चात एक संविधान विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया कांग्रेसियों को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष ने कहा कि आज के दिन ही उस समय के विद्वानों एवं बुद्धिजीवीयों की कमेटी के द्वारा एवं उस कमेटी के चेयरमैन डॉक् राजेन्द्र बाबू एवं बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी के द्वारा संविधान का गठन किया गया था

    आपको बता दें की हमारा देश सैकड़ों वर्षों तक अंग्रेजों के चंगुल में फंसा रहा हम सैकड़ों वर्षों तक गुलामी की जंजीरों से बंधे हुए थे जब सन 1947 में देश आजाद हुआ उस समय सबसे बड़ी आवश्यकता एवं चुनौती हमारे देश में पुराने संविधान को हटाकर नया संविधान बनाने की थी सन 1949 में यह संविधान बनकर पूरी तरह से तैयार हुआ इस संविधान में जो सबसे बड़ा हमें अधिकार दिया गया वह नागरिक के मौलिक स्वतंत्रता का अधिकार था हमें अपने देश में अपनी बात रखने का अधिकार प्राप्त हुआ हमें अपने देश में कहीं भी जाकर रोजगार करने का नौकरी करने का या कहीं भी रहने और विचरण करने का अधिकार इसी संविधान के तहत प्राप्त हुआ

    इसी संविधान के द्वारा हमें अपने मौलिक अधिकारों का ज्ञान प्राप्त हुआ हमें इस संविधान के द्वारा दी गई शक्तियों का जरूर अवलोकन करना चाहिए दिलीप कुमार ने सरकार की ओर भी इशारा करते हुए कहा की हिंदुस्तान में चलने वाले सभी पाठ्यक्रमों में भारतीय संविधान का एक अध्याय जरूर होना चाहिए जिससे कि वर्तमान पीढ़ी को नौजवानों को संविधान के तहत दी गई शक्तियों एवं अपने अधिकार का ज्ञान हो सके आज वर्तमान में जो देश की सरकार चल रही है वह बाबा साहब के द्वारा लाए गए संविधान को समाप्त करने की कोशिश में लगी हुई है नागरिकों के मौलिक अधिकार को छिनने का काम किया जा रहा है

    नागरिकों की स्वतंत्रता को छीना जा रहा है जबकि देश की सरकार को यह समझना चाहिए कि सबसे पहले इस देश में नागरिक रहेंगे तभी हमारी सरकारें चलेगी सबसे बड़ा मालिक प्रजातंत्र में प्रजा यानी जनता ही होती है बल्कि सरकार द्वारा बहाल किए गए सरकारी मुलाजिमों को भी यह समझना चाहिए कि जनता है तभी तक वह पदाधिकारी हैं लेकिन आज की सरकार एवं वर्तमान का प्रशासन नागरिकों को रत्ती भर भी अधिकार देने के लिए तैयार नहीं है उन्हें लगता है कि वही सब कुछ है लेकिन यह अवश्य ध्यान रखना चाहिए कि हमारे पूर्वजों ने कितनी मुश्किलों का सामना करके यह आजादी और संविधान हम लोगों को दिया है

    आज अगर हम आजाद नहीं होते तो हमारा संविधान और हमारी मौलिक अधिकार भी हमें प्राप्त नहीं होती अंत में दिलीप कुमार ने सभी कांग्रेसियों की और मुखातिब होते हुए कहा कि हम कांग्रेसियों का सबसे बड़ा दायित्व है इस संविधान की रक्षा करना हमें अपने जान की बाजी लगाकर भी संविधान की रक्षा करना है साथ ही अगर देश की जनता के साथ अगर कोई दुर्व्यवहार होता है उनके मौलिक अधिकारों का हनन होता है तो उसके खिलाफ भी आवाज उठाना हम कांग्रेसियों का काम है इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद सिंह मो जेड इस्लाम मुन्ना पांडे नंदु पासवान सरबेंद्र कुमार उदय कुशवाहा राजीव रंजन अजीत कुमार बेताब अली बच्चु प्रसाद राजीव कुमार गुड्डु राजेश्वर प्रसाद अमन कुमार मो आमिर मो साहेब मो जसिम मो फारूक के अलावे दर्जनों कांग्रेसियों ने संविधान पढ़कर शपथ ली ॥

  • मौसम अपडेट: क्या चल रहा है? सर्दियों में वर्षा में कमी, गर्मियों में वृद्धि

    हैलो कृषि ऑनलाइन: राज्य में वर्तमान में तरंग मौसम (मौसम अपडेट) का अनुभव कर रहा है। दो दिन पहले प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही थी, लेकिन उसके बाद उत्तर महाराष्ट्र को छोड़कर शेष क्षेत्र में कल से गर्मी का अहसास होने लगा है. राज्य के कुछ स्थानों पर बादल भी छाए हुए हैं। प्रदेश में तापमान में उतार-चढ़ाव जारी है। कोंकण, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में बादल छाए रहने से गर्मी भी बढ़ गई है। मौसम विभाग ने आज (26 तारीख) विदर्भ में ओलावृष्टि बढ़ने की संभावना जताई है। पिछले 24 घंटे में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।

    मौसम की स्थिति?

    बंगाल की खाड़ी (मौसम अपडेट) में कम दबाव का क्षेत्र साफ होने के बाद अरब सागर और केरल तट पर चक्रवाती हवाएं मौजूद हैं, जिससे समुद्र से भाप से चलने वाली हवाएं कोंकण, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र और उससे सटे मराठवाड़ा की ओर आ रही हैं। इस क्षेत्र में बादल छाए हुए हैं, न्यूनतम तापमान में वृद्धि के साथ ही दिन में गर्मी का अहसास होने लगा है। समुद्र तल से 3.1 किमी की ऊंचाई पर उत्तरी अंडमान सागर में चक्रवाती स्थितियां बनी हैं।


    कहां और कितना तापमान? (मौसम अपडेट)

    24 घंटे के दौरान शुक्रवार (25 तारीख) सुबह तक राज्य के विभिन्न स्थानों पर अधिकतम तापमान रिकॉर्ड किया गया, न्यूनतम तापमान कोष्ठक में (डिग्री सेल्सियस में) :

    पुणे 31.8 (15.9), नगर (17.1), जलगांव 31 (15.7), धुले 30 (10), कोल्हापुर 31 (21.5), महाबलेश्वर 26.8 (16.6), नासिक 30.4 (13.4), निफाड 30.1 (11.2), सांगली 31.5 ( 20.4), सतारा 31.5 (20.4), सोलापुर 32.8 (21.7), सांताक्रुज 33.3 (20.6), दहानू 30.1 (19.3), रत्नागिरी 34 (23.1), औरंगाबाद 30.6 (13.4), नांदेड़ – (17), परभणी 31.1 (15. 6), अकोला 32.4 (14.2), अमरावती 31.2 (14.5), बुलढाणा 31.6 (14.2), ब्रह्मपुरी 32.3 (13.9), चंद्रपुर 29.2 (15.4), गढ़चिरौली 31.2 (13), गोंदिया 28.8 (11.5), नागपुर 30.2 ( 12.7), वर्धा 30.2 (13.6), वाशिम 30.8 (12.6), यवतमाल 31(12.5)।


  • Tata Tiago EV को मिली 20,000 बुकिंग, जानें – वेटिंग पीरियड, कीमत और फीचर्स…


    डेस्क : भारत की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी TATA Motors (टाटा मोटर्स) ने 28 सितंबर को अपनी नई Tiago EV (टियागो ईवी) की कीमतों का ऐलान किया था। कंपनी ने अपनी नई इलेक्ट्रिक कार EV, Tata Tiago EV के लिए बुकिंग 10 अक्तूबर को शुरू कर दी थी।

    इस इलेक्ट्रिक हैचबैक को अब तक कुल 20,000 बुकिंग मिल चुकी है। इस मॉडल की डिलीवरी जनवरी 2023 में शुरू होगी। फिलहाल इसका वेटिंग पीरियड अभी 4 महीने तक है। चुनिंदा शहरों में सिर्फ 2 महीने के भीतर डिलीवरी का वादा भी किया जा रहा है। TATA Tiago EV XE, XT, XZ+ और XZ+ Tech Lux ट्रिम्स और 2 बैटरी पैक विकल्पों – 19.2kWh और 24kWh में आती हैं।

    टियागो की बुकिंग डिटेल्स

    टियागो की बुकिंग डिटेल्स

    नई Tata Tiago EV को खरीदने के इच्छुक ग्राहक इसे 21,000 रुपये की टोकन राशि का भुगतान कर इसे बुक भी कर सकते हैं। Tata Tiago EV (टाटा टियागो ईवी) भारतीय बाजार में सबसे नई इलेक्ट्रिक कार EV है और सबसे किफायती भी। 8.49 लाख रुपये की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत पर लॉन्च की गयी, Tiago EV कुल 7 वैरिएंट्स में उपलब्ध है। यह वैरिएंट्स ट्रिम लेवल, चार्जिंग ऑप्शन और बैटरी पैक साइज के मामले में एक दूसरे से काफी अलग हैं।

    कब होगी Tiago की डिलीवरी

    कब होगी Tiago की डिलीवरी

    इस कार की टेस्ट ड्राइव दिसंबर 2022 के आखिर में शुरू होनी हैं, जबकि इसकी डिलीवरी जनवरी 2023 से शुरू होगी। कार निर्माता ने पहले से ही पुष्टि कर दी है कि इलेक्ट्रिक हैचबैक की डिलीवरी की तारीख वैरिएंट, कलर, बुकिंग समय और इसकी तारीख पर निर्भर करेगी। डिलीवरी के समय ग्राहकों की अपेक्षाओं से मेल खाने के लिए ग्राहकों की पसंद और मांग के अनुसार, 24kWh बैटरी पैक वेरिएंट को उत्पादन के लिए प्राथमिकता भी दी गई है।

    [rule_21]

  • वर्तमान मौसम की स्थिति के अनुसार फसलों का प्रबंधन कैसे करें? विशेषज्ञ की सलाह पढ़ें

    हैलो कृषि ऑनलाइन: मौसम के मौजूदा हालात पर नजर डालें तो राज्य के कई हिस्सों में कड़ाके की ठंड, बादल छाए हुए हैं. ऐसे में रबी फसलों की देखभाल कैसे करें? इस वसंतराव नाइक मराठवाड़ा कृषि विश्वविद्यालय, ग्रामीण परभणी के बारे में जानकारी कृषि मौसम सेवा योजना पर विशेषज्ञ समिति ने दिया है। चलो पता करते हैं…

    फसल प्रबंधन


    1) ग्राम: जोरदार वृद्धि के लिए चने की फसल को शुरू से ही खरपतवार मुक्त करने की आवश्यकता होती है। पहली कटाई तब करनी चाहिए जब फसल 20 से 25 दिन पुरानी हो जाए। यदि समय पर बोये गये चने में चना छेदक कीट का प्रकोप हो तो इसके प्रबंधन के लिये 5% (NSKE) नीम्बोली अर्क या क्विनोल्फोस 25% AC 20 मिली या इमेमेक्टिन बेंजोएट 5% 4.5 ग्राम प्रति 10 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।

    2) केसर : अंकुरण के 10 से 15 दिन बाद विरलन करना चाहिए तथा दो पौधों के बीच की दूरी 20 सेमी रखनी चाहिए। यदि समय से बोई गई ज्वार की फसल में ज्वार का प्रकोप दिखे तो इसके प्रबंधन के लिए डाईमेथोएट 30% 13 मिली या एसीफेट 75% 10 ग्राम प्रति 10 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करना चाहिए। केसर की फसल में खरपतवार के प्रकोप के आधार पर बुवाई के 25 से 50 दिन बाद एक से दो निराई गुड़ाई कर देनी चाहिए। हल्दी पर पत्ती के धब्बे और कैरपेस के प्रबंधन के लिए, एज़ोक्सिस्ट्रोबिन 18.2% + डाइफेनकोनाज़ोल 11.4% एससी 10 मिली या बायोमिक्स 100 ग्राम प्रति 10 लीटर पानी में अच्छी गुणवत्ता वाले स्टिकर के साथ छिड़काव करें।


    3) हल्दी: हल्दी में कंद प्रबंधन के लिए बायोमिक्स 150 ग्राम प्रति 10 लीटर पानी में डालना चाहिए। हल्दी पर सुंडी के प्रबंधन के लिए क्विनालफॉस 25% 20 मि.ली. या डाइमेथोएट 30% 15 मि.ली. प्रति 10 लीटर पानी में मिलाकर 15 दिनों के अंतराल पर अच्छी गुणवत्ता वाले स्टीकर से छिड़काव करें। उजागर कंदों को मिट्टी से ढक देना चाहिए। (केंद्रीय कीटनाशक बोर्ड द्वारा हल्दी की फसल पर कोई लेबल का दावा नहीं किया गया है और शोध के निष्कर्ष विश्वविद्यालय की सिफारिश में दिए गए हैं)।

    4) गन्ना : प्री-सीजन गन्ने की बिजाई जल्द से जल्द पूरी कर लेनी चाहिए। गन्ना बोते समय 30 किग्रा नाइट्रोजन, 85 किग्रा पोटाश और 85 किग्रा पोटाश (327 किग्रा 10:26:26 या 185 किग्रा डाइअमोनियम फॉस्फेट + 142 किग्रा म्यूरेट ऑफ पोटाश या 65 किग्रा यूरिया + 531 किग्रा सिंगल सुपर फास्फेट + 142 किग्रा म्यूरेट ऑफ पोटाश) डालें। पोटाश) अंतिम दर प्रति हेक्टेयर दी जानी चाहिए।