Author: Biharadmin

  • सीएम नीतीश का बड़ा बयान, 2024 में जनता का रूख पता चल जाएगा, देश की जनता सब देख रही है

    लाइव सिटीज, पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) को अब मणिपुर में बड़ा झटका लगा है. मणिपुर में जेडीयू के छह विधायकों में से पांच विधायक भाजपा में शामिल हो गए है. जेडीयू के विधायक बीजेपी में शामिल होने के बाद पहली बार सीएम नीतीश की प्रतिक्रिया सामने आयी है. मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम नीतीश जमकर बीजेपी पर हमला किए. उन्होंने कहा कि 2024 में जनता का रूख पता चल जाएगा.देख की जनता सब देख रही है.

    आगे सीएम नीतीश ने कहा कि देश की लोकतंत्र को खत्म किया जा रहा है. सभी विरोधी दल एकजुट होंगे तो 2024 में परिणाम देखने को मिलेगा. एक नए ढंग से काम किया जा रहा है. जानकारी मिली है कि सभी को बीजेपी में शामिल किया जा रहा है. तेज कसते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि बीजेपी को मात्र 50 सीट पर सिमटा देना है. अगले दो साल सतर्क रहने की जरूरत है. जेडीयू के हर नेता और कार्यकार्ता सतर्क रहें.

    बता दें की भाजपा में शामिल होने वाले विधायकों में जेएच जायकिशन, एन सनाते, मोहम्मद अछबजद्दीन, एएम खाउते और थांगजाम अरुण कुमार शामिल है. राज्य में अब जदयू केवल एक विधायक का बचा है. सूत्रों के अनुसार मिली जानकारी के मुताबिक ये पांचों विधायक बिहार में पार्टी के एनडीए गठबंधन से बाहर आने के फैसले से काफी नाराज चल रहे थे.

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  • मोरापचासा गांव से बहुजन समाज के बैनर तले पैदल मार्च का आयोजन किया

    रहुई प्रखंड के मोरापचासा गांव से बहुजन समाज के बैनर तले पैदल मार्च का आयोजन किया गया। इस पैदल मार्च की अगुवाई करते हुए बहुजन समाज के नेता सत्येंद्र पासवान ने कहा कि 2019 में नगरनौसा थाना के हाजत में जदयू नेता गणेश रविदास की हत्या कर दी गई थी। उसी गणेश रविदास के हत्यारे को न्यायालय के द्वारा आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। न्यायालय के द्वारा इस ऐतिहासिक फैसले के सम्मान में बहुजन समाज के बैनर तले पैदल मार्च का आयोजन किया गया।

    जिसमें बहुजन समाज के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने शिरकत की। कड़ी धूप में मोरा पचासा से यह पैदल मार्च अस्पताल चौराहा होते हुए नालंदा समाहार न्यालय के पास समाप्त हुआ। इस पैदल मार्च के माध्यम से यह मांग की गई वैसे पुलिसकर्मी जो रक्षक की जगह भक्षक बन जाते हैं उन्हें फांसी की सजा दी जाए। इस पैदल मार्च के माध्यम से बहुजन समाज के लोगों के द्वारा राष्ट्रपति बिहार के राज्यपाल मुख्यमंत्री और नालंदा जिला अधिकारी ज्ञापन देकर हत्यारे को आजीवन कारावास की जगह फांसी की सजा दी जाए।

  • नीतीश कुमार की पार्टी JDU बड़े मिशन की ओर, BJP बार-बार दे रही झटका, जानें आगे का चैलेंज

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद बीजेपी जेडीयू को डैमेज करने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है. दरअसल बिहार में भाजपा से नाता तोड़कर जेडीयू अब लगातार केंद्रीय स्तर की राजनीति में भी अपनी अहम भूमिका निभाने की ओर अग्रसर दिख रहा है. पार्टी का पूरा फोकस आगामी लोकसभा चुनाव 2024 पर है. सीएम नीतीश कुमार पूरे विपक्ष को एकजुट करने की तैयारी में हैं. वहीं जदयू नेशनल पार्टी बनने की ओर भी सारा जोर लगाती आ रही है लेकिन दूसरी ओर भाजपा जदयू को लगातार डैमेज करती ही आ रही है. जिससे जेडीयू की मुश्किलें बढ़ती जा रही है.

    दरअसल मणिपुर में बीजेपी ने जदयू को बड़ा झटका दिया है. पिछले ही महीने अगस्त में मणिपुर जदयू के लिए अच्छी खबर आई थी. जब जेडीयू को मणिपुर में राज्य पार्टी का दर्जा मिला था. लेकिन ठीक एक महीने बाद ही अब सितंबर में बीजेपी ने जदयू के 6 में 5 विधायकों को अपने खेमे में मिला लिया है. जदयू मणिपुर में अब एक विधायक वाली पार्टी बनकर रह गयी है. लोकसभा व विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के लिए निर्वाचन आयोग ने इलेक्‍शन सिंबल्‍स आदेश के प्रावधानों के तहत जदयू को राज्य पार्टी का दर्जा दिया था.

    बता दें कि जदयू को चार राज्यों में राज्य पार्टी का दर्जा मिलते ही राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल जाएगा. ऐसे में जदयू कई राज्यों में अच्छा प्रदर्शन कर रही है. लेकिन बीजेपी उनको लगातार डैमेज कर रही है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी इस ओर तैयारी को प्राथमिकता बताते हुए आगे की बात अक्सर करते आए हैं. लेकिन भाजपा लगातार जदयू को डैमेज करती जा रही है. इस ओर जदयू को अब विशेष तौर पर ध्यान देने की जरुरत है. बीजेपी ने मणिपुर से पहले अरुणाचल प्रदेश में भी जदयू को बड़ा झटका दिया था. 2019 में अरुणाचल विधानसभा चुनाव में जदयू के सात प्रत्याशी जीतकर आए थे जिनमें से छह पहले ही भाजपा में शामिल हो चुके थे. वहीं पिछले 24 अगस्त को बाकी बचे एकमात्र जदयू विधायक को भी भाजपा ने अपने खेमे में मिला लिया था.

    बतातें चलें कि चुनाव आयोग के अनुसार किसी दल को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा पाने के लिए कुछ शर्तें हैं. इसके तहत 3 शर्तें तय हैं जिनमें कम के कम एक शर्त पूरा करने पर किसी पार्टी को राष्ट्रीय होने का दर्जा मिलता है. कोई पार्टी तीन राज्यों के लोकसभा चुनाव में 2 फीसद सीटें जीते, 4 लोकसभा सीटों के अलावा कोई पार्टी लोकसभा या विधानसभा चुनाव में 6 फीसद वोट पाए या कोई पार्टी चार या इससे अधिक राज्यों में क्षेत्रीय पार्टी के रूप में मान्यता रखे. इन तीन शर्तों में जो पार्टी एक शर्त भी पूरा करती है तो उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलता है.

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  • पीएम किसान योजनेच्या 12व्या हप्त्याबाबत मोठी अपडेट, या तारखेला खात्यात 2000 रुपये येतील

    हॅलो कृषी ऑनलाईन : केंद्र सरकारची प्रधानमंत्री किसान सन्मान निधी योजना देशभरातील शेतकऱ्यांसाठी अत्यंत उपयुक्त ठरत आहे, कारण या योजनेद्वारे सरकार शेतकऱ्यांच्या खात्यावर 6000 रुपयांची आर्थिक मदत पाठवते. ही रक्कम 1 वर्षात 3 हप्त्यांमध्ये पाठवली जाते. पीएम किसान चा ११ वा हप्ता शेतकऱ्यांच्या खात्यात जमा झाला असून आता १२ व्या हप्त्याची प्रतीक्षा आहे.

    मात्र या योजनेसाठी ई-केवायसी करण्याची शेवटची तारीख निघून गेली आहे. अशा परिस्थितीत पीएम किसान योजनेच्या लाभार्थ्यांना, ज्यांनी ई-केवायसी केलेले नाही, त्यांना यावेळी 12 व्या हप्त्याच्या पैशासाठी खूप संघर्ष करावा लागू शकतो.

    पीएम किसान योजनेचा पुढील हप्ता कधी येईल?

    शेतकऱ्यांसाठी चांगली बातमी अशी आहे की, 5 सप्टेंबरपर्यंत पंतप्रधान किसान सन्मान निधी योजनेचा 12 वा हप्ता देशातील सर्व शेतकऱ्यांच्या खात्यात पूर्णपणे हस्तांतरित होण्याची अपेक्षा आहे. याशिवाय ज्या शेतकऱ्यांची बँक खाती आधारशी जोडली गेली आहेत, त्यांच्या खात्यात पुढील हप्ताच हस्तांतरित केला जाणार असल्याची माहिती मिळाली आहे.

    70 लाख शेतकरी पीएम किसान योजनेच्या 12व्या हप्त्यापासून वंचित राहू शकतात.

    माहितीनुसार, देशातील सुमारे 70 लाख शेतकरी या योजनेच्या पुढील हप्त्यापासून वंचित राहू शकतात. मात्र, अद्याप वंचित राहिलेल्या लाभार्थ्यांची आकडेवारी शासनाला प्राप्त झालेली नाही. पण पुढील 1 ते 2 दिवसांच्या दरम्यान त्यांच्या संख्येची पुष्टी होऊ शकते अशी बातमी आहे.

  • कर्पूरी भवन का एग्रीमेंट रद्द,1 सप्ताह के टाउन हॉल खाली करने का निर्देश

    बिहार शरीफ के हृदय में बसा कर्पूरी भवन टाउन हॉल का एग्रीमेंट रद्द किया गया | नगर निगम के नगर आयुक्त तरनजोत सिंह ने बताया कि एग्रीमेंट के शर्तों के विरुद्ध वे अपने मनमानी तरीके से कार्य कर रहे थे इसी कारण उनका इकरारनामा रद्द कर दिया गया है |

    बताते चलें कि दिसंबर 2021 में अल्पकालीन निविदा के माध्यम से कर्पूरी भवन टाउन हॉल का इकरारनामा प्रकाश आर्ट एजेंसी के साथ किया गया था | परंतु प्रकाश आर्ट एजेंसी के संचालक के द्वारा टाउन हॉल मनमानी तरीके से चलाने की शिकायत बराबर आ रही थी |

    इस बाबत संचालक से स्पष्टीकरण मांगा गया परंतु संतोषजनक जवाब नहीं दिए जाने के कारण कर्पूरी भवन टाउन हॉल का एग्रीमेंट रद्द किया गया | नगर आयुक्त रणजीत सिंह ने बताया कि 1 सप्ताह के अंदर प्रकाश आर्ट एजेंसी के संचालक को टाउन हॉल पूर्णता खाली कर देने का निर्देश दिया गया है

  • बक्सर केंद्रीय कारा एसडीएम और एसडीपीओ के नेतृत्व में छापेमारी, केदियों में मचा हड़कंप

    लाइव सिटीज, बक्सर: बिहार के बक्सर केंद्रीय कारा में सदर एसडीएम और एसडीपीओ की टीम ने अचानक छापेमारी की. बक्सर जेल में छापेमारी की खबर से कैदियों में हड़कंप मचा गया. यहां अधिकारियों ने सभी वार्ड की घंटों तालाशी ली, हालांकि इस दौरान कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली.

    मिली जानकारी के मुताबिक, सदर एसडीएम और एसडीपीओ ने पूरे दलबल के साथ सेंट्रल जेल में छापेमारी की. इस दौरान कैदियों के 1-1 वार्ड को पूरी तरह से खंगाला गया. साथ ही सुरक्षा व्यवस्था की भी जांच की गई. घंटो चली इस छापेमारी में पुलिस के हाथ पूरी तरह से खाली रहे, कोई भी आपत्तिजनक सामान केंद्रीय कारा से बरामद नहीं हुआ. इसके बाद सदर एसडीएम जेल के अधिकारियों को कई दिशा निर्देश देते हुए जेल से बाहर निकल गए.

    आपको बता दें कि बक्सर के केंद्रीय कारा में कई दुर्दांत अपराधी बंद हैं कुछ ही महीने पहले इलाज के लिए आये एक दुर्दांत अपराधी का लोगों से मिलते जुलते हुए वीडियो वायरल हुआ था. जिसके बाद एक साथ डीएम और एसपी ने भी छापेमारी की थी. 

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  • बीजेपी ने जेडीयू के विधायकों को तोड़ा तो…उपेंद्र कुशवाहा आज खुब गरम हो गए

    लाइव सिटीज, पटना: बिहार में एक तरफ नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ सियासी खेला कर महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार बना ली तो दूसरी तरफ मणिपुर में जेडीयू को भी बड़ा झटका लग गया है. उसके 6 में से पांच विधायकों ने बीजेपी ज्वाइन कर ली है. देर रात इस राजनीतिक गतिविधि ने मणिपुर और बिहार दोनों जगह सियासी भूचाल ला दिया है. बीजेपी के जेडीयू विधायकों के तोड़ने के बाद जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा खुब गरम हो गए है. उन्होंने बीजेपी पर जोरदार तंज कसा है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि वे पहले से तोड़-जोड़ की राजनीति कर रहे हैं. जब गठबंधन में थी तब से बीजेपी ये काम रही है.

    जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बीजेपी पार्टी हमारे पार्टी के पहले से बर्बाद कर रही है. एनडीय में रहते हुए हमलोग ये बात महसूस कर रहे थे. अब ये साबित हो रही है.बीजेपी का ये रवैया पुराना है. बीजेपी के हर आकर्मण को हमलोग मुकाबला करेंगे. बिहार में बीजेपी कुछ भी नहीं कर पाएंगे. जितना करने का प्रयास केरंगे, उतना ही हमलोग आहगे बढ़ेंगे.

    क्षेत्रिए पार्टी को खत्म करने वाले बयान पर जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ये काम पहले से ही वे लोग कर रहे हैं. पहले वे छुपकर करते थे, क्योकि हमलोग उनके साथ थे. अब वे लोग खुलेआम काम कर रहे हैं. क्योकि अब हमलोग उनके साथ नहीं है. वहीं, 2024 से पहले सीएम नीतीश के डायमेज करने तैयारी वाले सवाल पर जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बीजेपी पहले से रोज डायमेज कर रहे थे. लेकिन जनता हमारे साथ है. विपक्ष को एकता को बनाने में नीतीश कुमार को बड़ा रोल हैं.

    आपको बता दें की पिछले 24 अगस्त को अरुणाचल प्रदेश के एकमात्र जदयू विधायक तेकी कासो भाजपा में शामिल हो गये थे. 2019 में अरुणाचल विधानसभा चुनाव में जदयू के सात प्रत्याशी जीते थे, जिनमें से छह पहले ही भाजपा में शामिल हो चुके थे. बता दें कि सीएम नीतीश कुमार जहां जदयू को दूसरे राज्यों में मजबूत करने में जुटे है. इसी बीच मणिपुर में पार्टी के पांच विधायक अलग होकर भारतीय जनता पार्टी के साथ चले गए हैं.

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  • बीड जिल्ह्यात गोगलगायींनंतर आता घोणस अळीचे संकट ; परिणाम केवळ पिकांवर नाही तर शेतकऱ्यांवर सुद्धा

    हॅलो कृषी ऑनलाईन : सोयाबीन पिकाची चांगली वाढ झाल्यानंतर बीड जिल्ह्यात गोगलगायींच्या प्रदूरभावामुळे मोठे नुकसान झाले. त्यानंतर आता आणखी एक नवे संकट बीड मधल्या शेतकऱ्यांसमोर उभे ठाकले आहे. आता बीड मध्ये घोणस नावाच्या अळीचा प्रादुर्भाव होतो आहे. महत्वाचे म्हणजे या अळीचा परिणाम केवळ पिकांवर नाही तर माणसांवर देखील होताना पहायला मिळत आहे.

    याबाबत मिळालेली अधिक माहिती अशी आहे की, बीड जिल्ह्यतल्या आष्टी तालुक्यातल्या शिराळा गावात घोणस आळी चावल्यामुळे शेतकऱ्यांना रुग्णालयात भरती करण्याची वेळ आली आहे. घोणस नावाची एक अळी जी गवतावर आणि ऊसावर पाहायला मिळते तिचा परिणाम केवळ पिकांवर नाही तर माणसांवर देखील होत आहे. त्यामुळं शेतकऱ्यांमध्ये भितीचं वातावरण पसरलं आहे. घोणस नावाची विषारी अळी अंगावर पडून तिने चावा घेतल्यानं असह्य वेदना झाल्यानं तीन शेतकऱ्यांना रुग्णालयात भरती होण्याची वेळ आली आहे. यामुळं शेतकरी वर्गाच्या मनात धडकी भरली आहे. हा प्रकार बीडच्या आष्टी तालुक्यातील शिराळा गावात उघडकीस आला आहे. याबाबतची माहिती तालुका कृषी अधिकारी गोरख तरटे यांनी दिली आहे.

    काय कराल उपाय ?

    –ही अळी म्हणजे कोणत्याही पिकावरील किड नाही तर एक रानटी गवतावरील अळी आहे.
    –जास्त प्रमाणात जर या अळीचा प्रादुर्भाव दिसत असेल तर क्लोरोसायफर फवारणं गरजेचं असल्याची माहिती देखील गोरख तरटे यांनी दिली.
    –परंतू जास्त प्रमाणात प्रादुर्भाव नसेल तर काही फवारण्याची गरज नाही.
    — शेतकऱ्यांनी शेतात काम करताना काळजी म्हणून अळीपासून संरक्षण करण्यासाठी फुल कपडे घालणे गरजेचे आहे.
    — ही अळी शरीरावर येऊ नये याची शेतकऱ्यांनी काळजी घ्यावी असे आवाहन कृषी अधिकारी गोरख तरटे यांनी केलं आहे.

    अळी चावल्यानंतर कोणती लक्षणे दिसतात ?

    –घोणस अळीने चावा घेतल्यास असाह्य वेदना होतात
    — उलट्या होतात.

    दरम्यान, जिथे ही अळी आढळली तिथे जाऊन कृषी विभागाचे अधिकारी आणि कर्मचारी पाहणी करणार असल्याची माहिती कृषीमंत्री अब्दुल सत्तार यांनी दिली. शेतकऱ्यांना देखील काळजी घेण्याचं आवाहन कृषीमंत्र्यांनी केलं आहे.

  • मर्दों से ज्यादा महिलाएं गूगल पर सर्च करती है ये गंदे शब्द, पढ़कर दंग रह जाएंगे आप


    डेस्क : Google पर कुछ भी खोजना बहुत आसान है। ज़रूर, एक शब्द लिखें और इसके लाखों परिणाम हैं। एक मायने में, Google इस युग का देवता है, जो एक के बाद एक कई समाधान लेकर आता है। अगर आप बीमार हो रहे हैं तो Google पर सर्च करें, अगर आपको कोई समस्या है, तो Google, भले ही आप प्रेमिका या प्रेमी के लिए उपहार खरीदना चाहते हैं, Google, इसका मतलब है कि Google के पास हर चीज का समाधान है।

    गूगल पर हर कोई अपने-अपने तरीके से सर्च करता है और ऐसे में लगभग हर उम्र और वर्ग के लोग अपने-अपने तरीके से इसका इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर साल Google और कई टेक कंपनियों और डेटा एग्रीगेटर्स से ऐसी रिपोर्ट्स आती हैं, जैसे, Google पर सबसे ज्यादा सर्च किया गया क्या था? हाल के दिनों में, महिलाओं के लिए खोज परिणामों के बारे में ऐसी ही रिपोर्टें सामने आई हैं।

    एक रिपोर्ट में अविवाहित लड़कियों के गूगल सर्च रिजल्ट की बात की जा रही है। रिपोर्ट से पता चलता है कि कौन सी लड़कियां गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च की जाती हैं। क्या कहते हैं रिपोर्ट डेटा: नई रिपोर्ट के मुताबिक भारत में कुल 15 करोड़ इंटरनेट यूजर्स हैं और इनमें से करीब 40 फीसदी महिलाएं हैं जो अपने काम के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करती हैं। अधिकांश कार्य-संबंधी जानकारी की खोज की जाती है और युवा लड़कियों की खोज इस तरह से की जाती है।

    लड़कियां सबसे ज्यादा क्या ढूंढती हैं: अब बात करते हैं रिपोर्ट में सामने आए आंकड़ों की, जो निश्चित रूप से महिलाओं और लड़कियों की इंटरनेट खोजों के बारे में बहुत कुछ बताते हैं।

    तो ये वो परिणाम थे जो लड़कियों को करने थे। आप गूगल पर सबसे ज्यादा क्या सर्च करते हैं? कृपया हमें कमेंट बॉक्स में बताएं। अगर आपको यह कहानी पसंद आई हो तो कृपया इसे शेयर करें। ऐसी ही और खबरें पढ़ने के लिए हरजिंदगी के साथ बने रहें।

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  • बेगूसराय में बेखौफ अपराधियों का तांडव, गोली मारकर सरपंच के बेटे की हत्या, इलाके में सनसनी

    लाइव सिटीज, बेगूसराय: बिहार में अपराधियों का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है. आए दिन अपराधी बड़ी घटना को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं. पुलिस के नाक के निचे अपराधी बड़ी घटना को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं. पुलिस देखते ही रह जाती है.ताजा मामला बेगूसराय जिले से है, जहां बेखौफ अपराधियों ने सरपंच के बेटे को गोली मारकर हत्या कर दी है.

    मिली जानकारी के अनुसार, बेगूसराय जिले के तेघड़ा थाना क्षेत्र के बनहारा गांव में सरपंच मीना देवी के दो पुत्रोंं को गोली मार दी गई. इसमें एक बेटे की मौत हो गई। दूसरे की हालत गंभीर बनी हुई है. मारपीट में सरपंच के पति सुबोध राय भी गंभीर रूप से घायल हैं. घायलों का इलाज अस्‍पताल में कराया जा रहा है. 

    बताया जाता है कि सरपंच के दरवाजे पर लगा ट्रैक्‍टर लूटने अपराधी आए थे. इसका विरोध करने पर उनलोगों ने मीना देवी के पुत्र अवनीश और रजनीश को गोली मार दी. गोली लगने से अवनीश की मौत हो गई. रजनीश गंभीर रूप से घायल हो गया. इस दौरान विरोध करने पर सरपंच के पति की बेरहमी से पिटाई कर दी गई. पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है.

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