Author: Biharadmin

  • ‘सरदार पटेल के वक्त चूक गए लेकिन वक्त आ गया है कि पटेल समाज के बेटे नीतीश कुमार को PM बनाएं’, मांझी का ट्वीट

    लाइव सिटीज, पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पीएम उम्मीदवारी के पक्ष में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा खुलकर सामने आ गया है. पूर्व सीएम और हम नेता जीतनराम मांझी ने ट्वीट कर लोगों से उन्हें प्रधानमंत्री बनाने की अपील की है.

    मांझी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, “देश को जोड़ने वाले सरदार बल्लभ भाई पटेल के वक्त तो हम चूक गएं थें. आज फिर वक्त आ गया है जब हमें मौका मिल रहा है कि पटेल समाज के बेटे नीतीश कुमार जी को हम 2024 में प्रधानमंत्री बनाएं. तब सरदार पटेल ने देश जोड़ा था, अब फिर पटेल का बेटा ही देश तोड़ने वालों से लड़कर देश जोड़ेगा.”

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  • प्रमंडलीय आयुक्त ने कैदी वार्ड निर्माण में तेजी लाने का दिया निर्देश

      

    पूर्णिया/सिटीहलचल न्यूज़

    प्रमंडल अंतर्गत सभी सरकारी कार्यालयों एवं संस्थानों को सुदृढ़ एवं दुरुस्त तथा संवेदनशील बनाने को लेकर आयुक्त महोदय द्वारा लगातार औचक निरीक्षण किया जा रहा है। इसी कड़ी में दिनांक 31/08/2022 को श्री गोरखनाथ (भा०प्र०से०)आयुक्त, पूर्णिया प्रमंडल पूर्णिया द्वारा केंद्रीय कारा पूर्णिया का औचक निरीक्षण किया गया।इस के पूर्व आयुक्त महोदय द्वारा मंडल कारा अररिया, किशनगंज तथा कटिहार का भी निरीक्षण किया गया है

    सेंट्रल कारा पूर्णिया में निरीक्षण के दौरान खाद्यान्न एवं भंडार पंजी का संयुक्त निरीक्षण नजारत उप समाहर्ता तथा निदेशक डी आर डी ए द्वारा किया गया तथा वार्ड तलाशी का कार्य एसडीओ एवं एसडीपीओ सदर पूर्णिया द्वारा किया गया ।निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी, श्री सुहर्ष भगत एवं पुलिस अधीक्षक श्री दयाशंकर तथा जेल अधीक्षक एवं कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल पूर्णिया और संबंधित पदाधिकारिगण मौजूद थे

    निरीक्षण के दौरान कार्यालय की कार्य प्रणाली, संचिका का रखरखाव, प्राप्त आवंटन, खाद्यान्न,कैदी वार्ड का निर्माण,शौचालय, कारा ऑडिट,कार्यालय सामग्री,महिला खंड एवं संबंधित आवश्यक संसाधनों का आयुक्त महोदय द्वारा गहन अवलोकन एवं निरीक्षण किया गया। मौके पर उपस्थित कार्यपालक अभियंता भवन को कैदी वार्ड  निर्माण में तेजी लाने का निर्देश तथा संबंधित पदाधिकारियों को जेल नियमों का शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करने हेतु कई जरूरी दिशा निर्देश दिए।

  • खुशखबर ! जळगावात कापसाच्या मुहुर्तालाच मिळाला 16 हजार रुपये प्रति क्विंटलचा दर




    खुशखबर ! जळगावात कापसाच्या मुहुर्तालाच मिळाला 16 हजार रुपये प्रति क्विंटलचा दर | Hello Krushi








































    हॅलो कृषी ऑनलाईन : मागील वर्षांपासून कापसाला चांगला भाव शेतकऱ्यांना मिळत आहे. यंदाच्या खरिपात देखील कापसाची चांगली लागवड करण्यात आली असून शेतकऱ्यांना चांगला भाव मिळण्याची अपेक्षा आहे.अशातच कापूस उत्पदक शेतकऱ्यांसाठी एक खुशखबर आहे. जळगावातल्या बोदवड बाजारपेठ मध्ये कापसाला मुहुर्तालाच 16 हजार रुपये प्रति क्विंटलचा दर मिळाला आहे. त्यामुळे शेतकऱ्यांच्यात आनंदाचे वातावरण आहे.

    केळीनंतर जळगावात कापसाचेही चांगले उत्पादन घेतले जाते. जळगावातील बोदवड इथेही खरेदीचा मुहूर्त करण्यात आला. यावेळी सातगाव डोंगरी बाजार पेठेत विक्रमी असा सोळा हजार रुपये प्रति क्विंटल भाव काढण्यात आला आहे. मात्र, केवळ 67 किलो कापूस या ठिकाणी खरेदी करण्यात आला. सोळा हजार हा भाव कायम राहणार नसला तरी दहा ते अकरा हजार रुपये प्रति क्विंटल भाव हा कायम राहण्याची शक्यता असल्याने शेतकऱ्यांच्या मध्ये समाधान आहे.
    कापूस खरेदीचा हंगाम अजून सुरु व्हायचा असला तरी अनंत चतुर्थी निमित्ताने कापूस खरेदी करण्याची खानदेशात परंपरा आहे. या परंपरेनुसार काल (31 ऑगस्ट) धरणगाव जिनिंग असो तर्फे कापूस खरेदी मुहूर्त करण्यात आला.

    कोणत्या बाजारपेठेत किती दर मिळाला

    बोदवड बाजारपेठ: 16000 रुपये
    सातगाव डोंगरी : 14 हजार 772 रुपये
    बाळद : 11 हजार 551 रुपये
    धरणगाव : 11 हजार 153 रुपये
    कासोदा : 11011 रुपये
    कजगाव : 11000 रुपये

     

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  • Indian Railway : अब ट्रेन टिकट बुक करने के बाद भी बदल सकते हैं बोर्डिंग स्टेशन, जानें – कैसे


    डेस्क : लोगों को ऑनलाइन टिकट बुक करने की सुविधा देता है. साथ ही IRCTC नियम के मुताबिक, यात्री अपनी यात्रा शुरू होने से एक दिन यानी 24 घंटे पहले बोर्डिंग स्टेशन को बदल सकते हैं. कई बार ऐसा होता है कि टिकट बुक करने के बाद आपको किसी काम से कहीं जाना पड़ जाता है और आपको वहीं से ट्रेन लेनी पड़ती हैं. लेकिन बोर्डिंग स्टेशन अलग होने के कारण ऐसा नहीं हो पाता है. अब इस समस्या का समाधान है. अगर आपने ऑनलाइन टिकट बुक किया है तो आप बोर्डिंग स्टेशन आसानी से बदल सकते हैं.

    इसके लिए आपको सबसे पहले IRCTC की वेबसाइट पर जाकर अपनी लॉग इन आईडी और पासवर्ड के लॉग इन करना है.

    इसके लिए आपको सबसे पहले IRCTC की वेबसाइट पर जाकर अपनी लॉग इन आईडी और पासवर्ड के लॉग इन करना है.

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  • गया के ऐतिहासिक विष्णुपद मंदिर से सटे फाल्गु नदी प्रदूषित होने के मामलें पर पटना हाईकोर्ट ने सुनवाई की

    चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ के समक्ष वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण करने वाली कंपनी ने बताया कि निर्माण कार्य तय समय सीमा के भीतर पूरा कर लिया जाएगा।

    पिछली सुनवाई में कोर्ट ने इस मामलें पर सुनवाई करते हुए गया में निर्माण करने वाली कंपनी को वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की सीमा के सम्बन्ध में हलफनामा दायर करने का निर्देश दिया था। पूर्व की सुनवाई में कोर्ट को जानकारी दी गई थी कि बूडको ने वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाने हेतु चुनी हुई कम्पनी से अग्रीमेंट किया जा चुका हैं।

    कोर्ट को बताया गया था कि एग्रीमेंट में ये तय हुआ है कि वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम तीन महीने में पूरा हो जाएगा।

    ये जनहित याचिका गौरव कुमार सिंह की ओर से दायर की गई थी। पहले की सुनवाई में कोर्ट ने बुडको से यह भी कहा कि यदि वह चुनिंदा कम्पनी के काम करने से संतुष्ट है, तो अग्रीमेंट की प्रक्रिया जल्द पूरा करे ।

    PatnaHighCourt
    #PatnaHighCourt

    याचिकाकर्ता के अधिवक्ता सुमित कुमार सिंह ने कोर्ट को बताया कि ऐतिहासिक फाल्गु नदी कचरे से भर रही ऊन्होने बताया कि सारे गया शहर की गन्दगी और कचडा फल्गु नदी में जाता है,जिस कारण नदी का पानी काफी प्रदूषित हो गया।

    अगली सुनवाई 20सितम्बर, 2022 को होगी ।

  • तेज रफ्तार कार ने सड़क किनारे खड़े साला-बहनोई को रौंदा, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

    लाइव सिटीज, औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद जिले में तेज रफ्तार कार ने सड़क किनारे खड़े दो लोगों को रौंद डाला और खुद भी गड्ढे में पलट गई. इस हादसे में दोनों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गयी है जबकि कार चालक समेत उस पर सवार तीन अन्य लोग भी घायल हो गये हैं. घटना एन एच-दो पर बारूण थाना क्षेत्र के बर्डी खुर्द मोड़ के पास की है. 

    हादसा उस वक़्त हुआ जब दोनों बस पकड़ने को लेकर सड़क किनारे खड़े होकर बस का इंतज़ार कर रहे थे. इसी बीच तेज गति से आ रही एक कार अनियंत्रित हो गयी और दोनों को कुचल डाला. घटना के बाद आसपास के ग्रामीण आक्रोशित हो उठे और घटनास्थल पर ही सड़क को जाम कर दिया.

    टायर जलाकर आगजनी करते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सभी मुआवजा दिए जाने की मांग करने लगे. हादसे के बाद सड़क जाम की सूचना पाकर बारूण थानाध्यक्ष कमलेश पासवान दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और फिलहाल लोगों को शांत कराने की कोशिश कर रहे हैं. 

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  • BPSC की PT परीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बड़ा फैसला.. जानिए अब कैसे होगी परीक्षा ?

    बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित होने वाली 67 वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला है। BPSC की 67वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बड़ी बैठक बुलाई थी । जिसमें बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद,मुख्य सचिव अमीर सुबाहनी मौजूद थे। इस दौरान सभी जिलाधिकारियों और क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ भी चर्चा की गई। जिसके बाद फैसला लिया गया है ।

    सीएम नीतीश ने लिया बड़ा फैसला
    BPSC की 67वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर हुई हाईलेवल मीटिंग में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला लिया है । बैठक में कहा गया है कि बीपीएससी 67 वीं की प्रारंभिक परीक्षा अब एक ही दिन एक ही पाली में ली जाएगा।

    छात्रों के आगे झुकी सरकार
    दरअसल, बुधवार को बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) 67वीं परीक्षा में बदलाव किए जाने के विरोध में अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया था । अभ्यर्थी लगातार परसेंटाइल सिस्टम को खत्म कर परसेंटेज सिस्टम और एक पाली में परीक्षा आयोजित कराने की मांग कर रहे थे । जिसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा था कि वो इस मामले में बैठक कर फैसला करेंगे ।

    पैटर्न में हुआ था बदलाव
    दरअसल, बीपीएससी ने प्रारंभिक परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किया था । बीपीएससी ने दो पाली में परीक्षा को आयोजित करने की घोषणा की थी। 67वीं पीटी परीक्षा को लेकर बीपीएससी ने तारीख का भी ऐलान कर दिया था। जिसके मुताबिक 20 और 22 सितंबर, 2022 को परीक्षा होनी थी । नोटिफिकेशन के अनुसार 67वीं पीटी की यह परीक्षा दो दिन की होगी जिसमें प्रारंभिक परीक्षा में परसेंटाइल के आधार पर अंक देने का निर्णय लिया गया था।

    क्यों नाराज़ थे छात्र
    अभ्यर्थी बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा परीक्षा के पैटर्न में किए गए बदलाव का विरोध कर रहे थे। छात्रों की मांग है कि 67वीं बीपीएससी की परीक्षा एक ही दिन और एक ही पाली में हो । साथ ही ये भी मांग थी कि परीक्षा का रिजल्ट परसेंटाइल सिस्टम से नहीं बल्कि परसेंटेज सिस्टम से तय हो । आपको बता दें कि परसेंटेज और परसेंटाइल सिस्टम में बहुत अंतर होता है ।

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  • हत्या के विरोध में 3 सितंबर को जिलाधिकारी के समक्ष पैदल मार्च की जाएगी।

    बिहारशरीफ के रहुई प्रखंड के मोरा पचासा स्थित शंकर बसेरा होटल बी एन पहाड़ी अमरपुर गांव में बैठक की गई बैठक में गणेश रविदास की हत्या कांड, रामकृष्णा रविदास एवं अंकित कुमार उर्फ अंशु की हत्या के बारे में चर्चा की गई। जिले में हो रहे बहुजनों की हत्या पर लगाम लगे आदि मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता अनुश्रवण समिति सदस्य एवं अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण के सदस्य सत्येंद्र पासवान ने की बैठक को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि वक्त की पुकार है कि सभी बहुजन एक हो जाएं ताकि वहुजनों पर हो रहे अत्याचार शोषण पर लगाम लग सके और वहुजनों के उत्थान के लिए निस्वार्थ भाव से सहयोग करना चाहिए।

     

    बैठक में उपस्थित लोगों ने एक स्वर से कहा कि दिनांक 3 सितंबर समय 10:00 बजे अधिक से अधिक संख्या में पचासा मोड़ पर उपस्थित होबे और पैदल मार्च को सफल बनावे यह पैदल मार्च बिहारशरीफ के भिन्न-भिन्न चौक चौराहों से गुजरते हुए नालंदा जिलाअधिकारी के मुख्य द्वार पर समाप्त होगी और जिलाधिकारी को राष्ट्रपति के नाम से एक ज्ञापन सौंपा जाएगा जिसमें मांग की जाएगी कि गणेश रविदास के हत्यारे को आजीवन करावास के बदले फांसी की सजा हो रामकृष्णा रविदास के हत्यारे को स्पीड ट्रायल के तहत फांसी की सजा हो अंकित कुमार उर्फ अंशु के हत्यारे की गिरफ्तारी जल्द से जल्द हो इस बैठक में बहुजन सेना के प्रदेश महासचिव एवं रेहड़ी पटरी फुटपाथ संघर्ष मोर्चा के जिला अध्यक्ष तथा संयुक्त किसान मोर्चा के जिला प्रवक्ता रामदेव चौधरी डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल पासवानजन कल्याण संघ एक आवाज के जिला अध्यक्ष राकेश पासवान अंकित कुमार पिंटू पासवान विक्कू कुमार पासवान शामगोरी देवी चानो देवी रिझो मांझी बहुजन सेना के जिला सचिव महेंद्र प्रसाद गिलानी मांझी आदि लोग उपस्थित थे।

  • Gas के बाद अब पेट्रोल-डीजल में भी राहत, जानें- अपने शहर के लेटेस्ट रेट


    डेस्क : सितंबर महीने के पहले दिन तेल कंपन‍ियों ने गैस स‍िलेंडर के साथ ही पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel Price) के दामों में भी कटौती कर आम जनता को राहत दी है। मालूम हो इस समय क्रूड ऑयल की कीमत में फिर से गिरावट देखी गई, जिसके बाद यह 100 डॉलर प्रत‍ि बैरल के नीचे आ गया है। साथ ही इस बीच घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीजल के रेट (Petrol-Diesel Price) पुराने दर पर बरकरार हैं। आने वाले समय में घरेलू गैस स‍िलेंडर की कीमत में भी राहत म‍िलने के संकेत हैं।

    मई में हुआ था बदलाव :

    मई में हुआ था बदलाव : हालंकि, ये जानकारी भी सामने आई थी कि तेल कंपन‍ियां पेट्रोल और रसोई गैस में लागत की भरपाई करने की स्थिति में पहुंच गई हैं। पर डीजल पर कंपन‍ियों का नुकसान अभी भी हो था। जिसके बाद मेघालय और महाराष्‍ट्र को छोड़कर बाकी सभी राज्‍यों में पेट्रोल की कीमत में तीन महीने पहले बदले गए थे। जिसके बाद 22 मई को केंद्र सरकार ने एक्‍साइज ड्यूटी में कटौती करके बड़ी राहत दी थी।

    100 डॉलर से नीचे गया क्रूड :

    100 डॉलर से नीचे गया क्रूड : आज सुबह डब्‍ल्‍यूटीआई क्रूड का भाव 89.25 डॉलर प्रत‍ि बैरल आ गया है। साथ ही ब्रेंट क्रूड 96.49 डॉलर प्रत‍ि बैरल पर कारोबार कर रही है। एक हफ्ते पहले ही मेघालय सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम में 1.5 रुपये लीटर बढ़ाया था। महाराष्‍ट्र में श‍िंदे सरकार के गठन के बाद राज्‍य में पेट्रोल पर 5 रुपये और डीजल पर 3 रुपये की कटौती की थी। रात ही केंद्र सरकार की ओर से एक्‍साइज ड्यूटी में कटौती की गई थी जिसके बाद पेट्रोल 8 रुपये और डीजल पर 6 रुपये सस्‍ता हो गया था।

    आपके शहर के दाम

    आपके शहर के दाम

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  • पावसाळ्यात हळदीतील तण व्यवस्थापन कसे कराल ?

    हॅलो कृषी ऑनलाईन : हळदीबरोबरच इतर सर्व पिकांच्या लागवडीवर तणांचा धोका सातत्याने वाढत आहे. अशा स्थितीत शेतकऱ्यांची चिंताही वाढू लागली आहे. भारताबद्दल बोलायचे झाले तर तो उष्णकटिबंधीय देश आहे. जेथे उच्च तापमान आणि आर्द्रता तण वाढण्यास प्रोत्साहित करतात. पिकाची झाडे आणि तण जमिनीतील ओलावा, पोषक तत्वे, प्रकाश आणि जागेसाठी एकमेकांशी लढतात, ज्यामुळे पिकामध्ये पोषक तत्वांचा अभाव असतो. पिकाच्या वाढीदरम्यान, तणांमधील स्पर्धा वाढते ज्यामुळे राइझोमच्या उत्पन्नावर परिणाम होतो.

    असे आढळून आले आहे की कीटक किंवा वनस्पतींच्या एकत्रित रोगांपेक्षा तणांचा पिकाला जास्त धोका असतो. याचा परिणाम म्हणून, राइझोमचे उत्पादन 10 ते 15% कमी होते. हळदीच्या झाडांची वाढ रोखून तण अनेकदा अनेक नवीन रोग आणि कीटक वाढण्यास मदत करतात. त्यामुळे हळद पिकातील तण काढून टाकणे आवश्यक आहे. विशेषत: पावसाळ्यात जेव्हा जमिनीत असलेल्या सर्व नायट्रोजनचा वापर करून तणांची वाढ होते. हे ध्येय साध्य करण्याचे अनेक मार्ग आहेत.

    हळदीतील तण व्यवस्थापनाच्या सांस्कृतिक पद्धती:

    –जमीन तयार करताना तणांची मुळे आणि खोड काढून टाका.

    –तण वाढू नये म्हणून योग्य प्रकारे कुजलेले कंपोस्ट वापरा.

    –वापरण्यापूर्वी साधने स्वच्छ करणे आवश्यक आहे.

    –वाहिन्यांपासून तण दूर ठेवा.

    –तणांची वाढ रोखण्यासाठी आणि हळदीच्या उगवणाला गती देण्यासाठी, लागवडीनंतर लगेचच पाने आणि पेंढ्यापासून बनवलेला पालापाचोळा वापरा.

    हळदीतील तण व्यवस्थापनाची रासायनिक पद्धत:

    उपचार पद्धती (स्टेम आणि लीफ उपचार) च्या आधारावर, औषधी वनस्पती प्रामुख्याने दोन प्रकारांमध्ये विभागल्या जातात. पूर्व-उद्भव (माती उपचार), आणि उदयानंतर.

    मात्र, हळदीच्या लागवडीत तणनाशकांना वाव नाही. कारण तणनाशके पाणी, हवा, माती आणि अन्न दूषित करतात आणि मानवी आरोग्यालाही धोका निर्माण करतात. हळदीचे औषधी मूल्य आणि वनौषधींमुळे उद्भवलेल्या पर्यावरणीय समस्या लक्षात घेता, हळदीतील गैर-रासायनिक तण नियंत्रणासाठी विविध कृषी पद्धतींचे मूल्यमापन केले गेले आहे.