Author: Biharadmin

  • बिहार की जेल में बंद शराबियों को छोड़े सरकार, सुशील मोदी बोले-लालू की मर्जी बिना पत्ता भी नहीं हिल सकता

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में सरकार बदलते ही बीजेपी सांसद सुशील मोदी महागठबंधन सरकार पर हमलावर है. सीएम नीतीश कुमार पर भी वह लगातार हमला कर रहे हैं. इस बीच सुशील मोदी ने मंत्री कार्तिक सिंह को लेकर एक बार फिर सीएम पर हमला बोला है. बीजेपी सांसद ने कहा है कि नीतीशजी में इतनी हिम्मत नहीं थी की वे अपहरण मामले में फ़रार कार्तिक कुमार को बर्खास्त कर पाते. वहीं उन्होंने शराबबंदी पर कहा कि शराब का व्यापार करने वाले माफिया को छोड़कर बाकी सभी लोगों के लिए आममाफी का ऐलान करना चाहिए.

    बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने सीएम पर हमला बोलते हुए कहा कि नीतीशजी में इतनी हिम्मत नहीं थी की वे अपहरण मामले में फ़रार कार्तिक कुमार को बर्खास्त कर पाते?. केवल विभाग बदल दिया. उन्होंने तो यहां तक कहा दिया कि लालू यादव की अनुमति के बिना पत्ता भी नहीं हिल सकता. दरअसल वारंट के विवादों में चल रहे कानून मंत्री कार्तिक सिंह को अब गन्ना उद्योग मंत्री बनाया गया है. वहीं गन्ना उद्योग मंत्री शमीम अहमद को कानून मंत्री की जिम्मेदारी मिली है. दोनों नए मंत्रियों के विभागों में बदलाव को लेकर कैबिनेट सचिवालय से आदेश भी जारी कर दिया है.

    शराबबंदी को लेकर पूर्व सीएम सुशील ने कहा कि बिहार के सभी जिलों में 1 लाख से अधिक शराबबंदी से जुड़े मामले में लोग बंद हैं. इनमें 90% दलित, महादलित और आदिवासी हैं. शराब का व्यापार करने वाले माफिया को छोड़कर बाकी सभी लोगों के लिए आममाफी का ऐलान करना चाहिए. यदि वे दोबारा गलती करें तो उन पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. जहरीली शराब से जिन लोगों की मौत हुई है उनके परिजनों को 4-4 लाख रुपए का मुआवजा भी देना चाहिए. क्योंकि परिवार का कोई दोष नहीं है.

    सुशील मोदी ने कहा कि मैं सारण जिले के गरखा प्रखंड के पिट्ठी गांव गया था. यहां 24 तारीख को दारू बेचने के आरोप में 30 साल के युवक सिकंदर मांझी को पुलिस ने गिरफ्तार किया और पुलिसिया पिटाई के कारण 4 दिन के बाद सदर अस्पताल छपरा में पुलिस कस्टडी में उसकी मौत हो गई. उन्होंने कहा कि मैं सरकार से मांग करता हूं कि गड़खा थाना के सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जाए और उन पर 302 का मुकदमा भी दर्ज कर कर्रवाई हो. साथ ही सुशील मोदी ने कहा कि मैं सरकार से यह मांग करूंगा कि शराबबंदी कानून के बाद शराब पीने से जिन लोगों की मौत हुई है सरकार उनके परिवार को 4 लाख मुआवजा दे.

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  • घर बनाना फिर से हुआ महंगा – बालू कीमतों में आया भारी उछाल, जानिए – नया रेट..


    डेस्क : यदि आप मकान बनाना चाह रहे हैं तो आपके लिए अभी थोड़ा कठिन हो सकता है। दरअसल बालू की कीमत में उछाल देखने को मिल सकता है। बिहार सरकार ने सोन और फल्गु नदी सहित पांच नदियों के बालू के स्वामित्व दर में काफी बढ़ोतरी की है। इससे बालू की कीमत 25-30 प्रतिशत बढ़ने की संभावना है। बालू की कीमत बढ़ने पर लोगों को घर बनाने में मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है।

    बीते मंगलवार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में पांच नदियों के बालू का स्वामित्व दर 75 रूपये प्रति घन मीटर से बढ़ाकर 150 रूपये प्रति घन मीटर किया गया। इन नदियों में सोन, किउल, फल्गु, चानन और मोरहर नदी शामिल है। यह सीधा दोगुना बढ़ोतरी है। बता दें कि साल 2019 के नवंबर महीने में भी स्वामित्व दर में इजाफा किया गया था। वहीं अब 3 साल बाद फिर से एक बार इसमें बढ़ोतरी देखने को मिला है।

    एक ट्रैक्टर बालू के लिए 6 हजार से अधिक करने होंगे भुगतान :

    एक ट्रैक्टर बालू के लिए 6 हजार से अधिक करने होंगे भुगतान : बालू के स्वामित्व दरों में बढ़ोतरी के बाद इसकी कीमत पर भारी असर पड़ेगा। सोन नदी की बात करें तो इसके एक ट्रैक्टर बंदोबस्ती के लिए रॉयल्टी के रूप में 212.50 रुपये का भुगतान करना पड़ता था। अब इस नए फैसले के मुताबिक दर 425 रुपये प्रति सौ सीएफटी हो जाएगी। भोजपुर के घाटों पर बसने वालों की ओर से 100 सीएफटी बालू का 1800 से 3000 रुपये तक का चालान काटा गया। तब यह रेत बाजार में चार से साढ़े चार हजार में बिकती थी। अब चालान 3 से 4 हजार तक काटा जाएगा। ऐसे में बाजार में एक ट्रैक्टर रेत की कीमत 5 से 6 हजार रुपये हो सकती है। ऐसे में कुल कीमत 25 से 30 फीसदी की बढ़ोतरी होने ही संभावना है।

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  • बहुजन समाज के बैनर तले 3 सितंबर को जिलाधिकारी के समक्ष पैदल मार्च।

    बिहारशरीफ के मनीराम अखाड़ा स्थित मोहल्ला सुराबीपर, अलीनगर, इमादपुर समुदायिक भवन में बहुजन समाज की एक बैठक की गई बैठक में 3 सितंबर को बिहारशरीफ के जिलाधिकारी के समक्ष पैदल मार्च बहुजन समाज के उत्थान बहुजन समाज पर हो रहे अत्याचार शोषण पर चर्चा की गई बैठक की अध्यक्षता अनुश्रवण समिति सदस्य व अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण के सदस्य सत्येंद्र पासवान ने की।

    दिनांक 3/9/ 2022 को सुबह 10:00 बजे मोड़ा पिचासा से हजारों की संख्या में पैदल मार्च व सभा संबोधन करते हुए सोहसराय, इतवारी बाजार,हॉस्पिटल मोड होते हुए 7 सदस्य प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी महोदय नालंदा को मांगपत्र सौंपकर वापसी क्योंकि नगरनौसा थाना कांड संख्या 30/ 2019 दिनांक 12/7/ 2019 में स्वर्गीय गणेश रविदास के हत्यारे पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिसकर्मी को आजीवन कारावास की सजा निचली अदालत के द्वारा सुनाई गई है इसे सम्मान करते हुए राष्ट्रपति महोदय एवं राज्यपाल महोदय बिहार के मुख्यमंत्री महोदय से हम लोग मांग करते है कि गणेश रविदास के हत्यारे को आजीवन कारावास के जगह फांसी की सजा हो।

    इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि मौर्य वंश के अंत के बाद पुष्यमित्र शुंग भारत का शासक बना और जो वैदिक धर्म की स्थापना की तब से हमारे बहुजन समाज पर शोषण अत्याचार होते आ रहा है और हम बहुजनों को 6743 जातियों में बांट दिया तब से बहुजन समाज टुकड़े टुकड़े में बंटे हैं समय की पुकार है कि हम बहुजन एकजुट होकर अपने दुश्मनों से लड़े और अपने समाज के उत्थान के बारे में सोचें विजवनपर निवासी विनोद कुमार के पुत्र अंकित कुमार उर्फ अंशु की हत्या दिनांक 24/7/2022 को कांड संख्या 344/ 2022 को अपराधियों द्वारा हत्या कर दी गई थी इस कांड की जांच सीबीआई द्वारा कराई जाए और जल्द से जल्द हत्यारे की गिरफ्तारी हो तथा स्पीड ट्रायल के तहत फांसी की सजा हो इस मौके पर बहुजन सेना के प्रदेश महासचिव रेहड़ी पटरी फुटपाथ संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष एवं संयुक्त किसान मोर्चा के जिला प्रवक्ता रामदेव चौधरी डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल पासवान रविकांत कुमार राकेश पासवान बहुजन सेना के जिला सचिव महेंद्र प्रसाद श्रवन कुमार विलास रविदास जगदीश रविदास अंकित कुमार लल्लू उर्फ एकलव्य बौद्ध दामोदर रविदास रोबिन रविदास आदि लोग उपस्थित थे

  • नेपाल ले जा रहे 260 किलो मशरूम को एसएसबी ने किया जब्त

     

    अररिया/सिटीहलचल न्यूज़

    नरपतगंज:एसएसबी 56 वीं वाहिनी के फुलकाहा बीओपी के जवानों ने सहायक सेनानायक सूरज गायकवाड के निर्देश पर सोमवार की संध्या भारतीय क्षेत्र से अवैध रूप से नेपाल ले जा रहे आटो पर लदे 260 किलो मशरूम जब्त किया

    प्राप्त जानकारी के अनुसार आटो पर लादकर मशरूम को कोशिकापुर सीमा सड़क से नेपाल ले जा रहा था। जवानों ने रोककर पूछताछ किया तो आटो चालक ने बताया कि मशरूम लेकर कोशिकापुर जा रहे हैं। जिसका पुख्ता कोई साक्ष्य उपलब्ध नहीं था। जांच पड़ताल करने पर पता चला कि मशरूम लेकर चोरी-छिपे नेपाल जा रहा था जिसे जब्त कर कैंप लाया गया

    वहीं मौके से शंकर दास तथा चंद्रदीप यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। एसएसबी के इस अभियान में पेट्रोलिंग कमांडर विशेष कुमार दास के साथ अन्य तीन जवान शामिल थे। गिरफ्तार दोनों आरोपित व जब्त मसरूम को कस्टम विभाग फारबिसगंज को सुपुर्द किया गया है।

  • CM नीतीश और तेलंगाना सीएम के सामने ही तेजस्वी ने कह दिया, जहर को मिटाने के लिए एकसाथ काम करना होगा

    लाइव सिटीज पटना: मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद कक्ष में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें भाग लेने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव बुधवार को पटना पहुंचे. इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे. इस दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्यों से ही देश बनता है. हम लोग अपने-अपने राज्यों को मजबूत करेंगे. विकास करेंगे, ताकि देश मजबूत होगा. वहीं उन्होंने बीजेपी का नाम लिए बिना कहा कि जहर को मिटाने के लिए एकसाथ काम करना होगा. तेजस्वी यादव ने कहा कि समाज में अमन चैन रहने पर ही विकास संभव है.

    बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी ने कहा कि राज्यों से ही देश बनता है. हम लोग अपने-अपने राज्यों को मजबूत करेंगे. विकास करेंगे, ताकि देश मजबूत हो. बिहार गरीब, पिछड़ा राज्य है. केंद्र से कोई मदद नहीं मिल रही है. खुद से बिहार के लिए राज्य सरकार जो कर सकती है करेगी. गलवान घाटी में शहीद हुए बिहार के वीर सपूतों के परिजनों व आग लगने से तेलंगाना में मारे गए बिहार के प्रवासी मजदूरों के परिजनों को यहां आकर मुआवजा देने के लिए के चंद्रशेखर राव का धन्यवाद. राज्यों को एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए. तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारे वीर सैनिकों की वजह से ही देश सुरक्षित है. समाज में अमन चैन रहने पर ही विकास संभव है. उन्होंने कहा कि जहर को मिटाने के लिए एकसाथ काम करना होगा.

    इससे पहले नीतीश कुमार ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि हम विशेष राज्य का दर्जा मांगते रहे, लेकिन केंद्र ने नहीं दिया. मिला होता तो बिहार बहुत आगे होता. सीएम नीतीश ने इशारों-इशारों में बीजेपी पर हमला किया. उन्होंने कहा कि तेलंगाना में आपने काफी काम किया जबकि कुछ लोग आपके कामकाज पर सवाल उठा रहे. जो लोग सवाल उठा रहे वह लोग खुद कोई काम नहीं करते. सीएम नीतीश कुमार ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज देश में सिर्फ प्रचार हो रहा है काम नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि जिनको काम नहीं करना होता है वो सिर्फ प्रचार ही करते रहते हैं.

    बता दें कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव बुधवार को पटना पहुंचे. केसीआर के पटना पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद कक्ष में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे. इस दौरान केसीआर ने कहा कि बिहार लोकतंत्र की जननी है. बिहार की धरती को नमन. काफी संख्या में बिहार के मजदूर तेलंगाना में रहते हैं. सबको अपना मानता हूं. हर संभव मदद करता हूं. 12 मजदूर बिहार के वहां मरे थे. उसका दुख है. आज सहायता राशि दी है.

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  • खुशखबरी! 15 साल पुरानी गाड़ी से मिलेगा छुटकारा, मामूली खर्च में मिल जाएगा नया Electric Car..


    डेस्क : अगर आप अपनी पुरानी कार से परेशान हैं तो आप बेहद मामूली कीमत पर इनसे छुटकारा पा सकते हैं। अब पुराने पेट्रोल-डीजल स्कूटर को इलेक्ट्रिक वाहन में बदला जा सकता है। देश के बड़े शहरों की तरह मध्य प्रदेश में भी रेट्रो फिटमेंट की सुविधा मिल रही है. अगले महीने से दोपहिया स्कूटरों में यह सुविधा पहले इंदौर और फिर भोपाल में मिलेगी।

    दोपहिया स्कूटर वाहनों में ही लगेगी नई इलेक्ट्रिक किट-

    इससे एक्टिवा जैसे स्कूटर इलेक्ट्रिक वाहनों में तब्दील हो सकेंगे। केंद्र सरकार ने कुछ ही मॉडलों को बदलने की अनुमति दी है। दोपहिया स्कूटर वाहनों में ही लगेगी नई इलेक्ट्रिक किट- सालों से पेट्रोल डीजल कारों को सीएनजी कारों में बदलने का काम चल रहा है। किट और सिलिंडर लगाकर इन्हें सीएनजी कारों में तब्दील किया जाता है, लेकिन अब इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर रुझान बढ़ रहा है। हालांकि कारों में इस फीचर को पाने के लिए अभी इंतजार करना होगा। फिलहाल नई इलेक्ट्रिक किट सिर्फ दोपहिया स्कूटर वाहनों में ही लगाई जाएगी।

    इसके तहत 15 साल पुराने स्कूटर वाहनों को भी इलेक्ट्रिक वाहन बनाकर नए वाहनों में बदला जा सकता है। एक स्कूटर के रेट्रो फिटमेंट की कीमत लगभग 35 हजार रुपये होगी जो एक नए इलेक्ट्रिक वाहन की लागत की तुलना में बहुत कम है। इसमें किट, बैटरी समेत अन्य उपकरणों की फिटिंग होगी। बैटरी पर तीन साल की वारंटी भी मिलेगी। एक बार चार्ज करने पर यह स्कूटर करीब 70 किलोमीटर चल सकेगा। जानकारी के मुताबिक कार में लगे इलेक्ट्रिक किट पर करीब 5 लाख रुपये खर्च होंगे, जिसकी बैटरी पर तीन से पांच साल की वारंटी होगी। इसके लिए परिवहन विभाग की अनुमति भी जरूरी है।

    एक नज़र – इलेक्ट्रिक वाहन किट

    एक नज़र – इलेक्ट्रिक वाहन किट

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  • चार एकरांवरील सोयाबीनवर शेतकऱ्याने फिरवले रोटावेटर

    हॅलो कृषी ऑनलाईन : यंदाच्या खरीप हंगामात हवामान अतिशय लहरी राहिले. या लहरी हवामानामुळे मात्र पिकांवर रोग आणि किडींचा मोठा प्रादुर्भाव झाला आहे. त्यामुळे शेतकरी मेटाकुटीला आला आहे. वारंवार फवारण्या करूनही अपेक्षित उत्पादन न आल्यामुळे लातूर येथील औसा तालुक्यातील उजनी येथील शेतकऱ्याने चार एकरावरील सोयाबीन वर रविवारी रोटाव्हेटर फिरवले.

    अनियमित पाऊस आणि किडींचा हल्ला

    जुलै महिन्यात झालेल्या संततधार पावसामुळे पेरणी केलेल्या सोयाबीन पिकाची समाधानकारक वाढ झाली नाही. पिके पिवळी पडली. त्यात गोगलगायीने पिकावर केलेला हल्ला त्यासोबतच खोडअळी, हळद्या आदींसारख्या संकटामुळे सोयाबीन पिकाचे या वेळी मोठे नुकसान झाले आहे. सुरुवातीला जून महिन्यात पावसाचा खंड पडला. जुलै महिन्यात पाऊस झाला. त्यामुळे या महिन्यात चार एकरांवर सोयाबीन पिकाची पेरणी केली. परंतु या महिन्यात सुरू झालेला संततधार पाऊस ऑगस्ट महिन्यापर्यंत थांबलाच नाही. परिणामी, पावसाने उघडीप न दिल्यामुळे नुकतीच उगवण झालेल्या कोवळ्या पिकांना हा पाऊस सोसला नाही आणि पिकांचे अतोनात नुकसान झाले.

    सततच्या ओलीमुळे पिकांची वाढ झाली नाही. पिके पिवळी पडली. त्यानंतर आश्‍चर्यकारकपणे गोगलगायीने पिकावर हल्ला केला आणि बहुतांश पीक त्यांनी फस्त केले. एवढेच नाही तर उर्वरित पिकावर खोडअळी, हळद्या यांसारख्या रोगांची लागण झाली. या पार्श्‍वभूमीवर उत्पादन खर्चाच्या तुलनेत अपेक्षित उत्पादन मिळणार नसल्याने वैतागून शेतकरी संतोष ढासले यांनी चार एकर वरील सोयाबीनवर रोटाव्हेटर फिरवून पीक नष्ट केले.

     

  • दस्यु सुंदरी कुसमा को रिहा करने की गुहार राष्ट्रपति से लगाया

    राकेश बिहारी शर्मा – दस्यु सुंदरी कुसमा नाइन, ग्राम टिकरी, थाना सिरसाकला,जिला जालौन नाई समाज की बेटी है जो कि दबंगो के शोषण अत्याचार के कारण डकैत बनी थी। लेकिन जब इन्हें अपने अपराधो का ज्ञात हुआ तो इन्होंने अपने साथियों के साथ 8 जून 2004 को मध्य प्रदेश के भिन्ड जिला के पुलिस अधीक्षक के समक्ष अपना डकैत जीवन त्याग कर आत्मसमर्पण कर दिया। जिसमें कुसमा नाइन जी को मृत्यु दण्ड दिया गया था जो कि भरतीय संविधान के अन्तर्गत वर्णित है कि जो भी इस तरह का दुर्दान्त अपराधी यदि आत्मसर्मपण करता है तो उसे महिला होने के वजह से फासी नहीं दी जायेगी।

    लेकिन कुसमा नाइन के मामले में राजनैतिक षडयंत्र हो जाने के कारण इन्हें फासी दी गई। लेकिन जब कई नाई सामाजिक संगठनों ने आवाज उठाई तो माननीय न्यायालय ने इनके मृत्युदण्ड को उम्र कैद में तब्दील कर दिया जो कि 8 जून 2004 से लेकर अभी तक मध्य प्रदेश के ग्वालियर जेल से लेकर तमाम जेलों से होते हुए आज उत्तर प्रदेश के जिला जेल इटावा में बन्दी है जो कि इनकी 16 से 17 वर्ष कारावास पूरा हो चुका है और इनके चाल चलन बहुत ही अच्छे है। जेल प्रशासन ने बेस्ट कैदी का खिताब से घोषित किया है।

    दूसरा नाम है सीमापरिहार का जो 18 साल चम्बल में रही और सीमा परिहार पर करीब 70 लोगों की हत्या करने का मुकदमा भी दर्ज है, तथा 150 लोगों के अपहरण का मुकदमा भी दर्ज है। दस्यु सीमा परिहार ने 2003 में आत्मसमर्पण कर दिया था, जो कि 3 साल 3 महीने ही जेल में रही है। बाद में सीमा परिहार भी रिहा हो जाती है और जेल से बाहर आकर अपना जीवन जी रही है।

    दस्यु सुंदरी कुसुमा नाइन का 28 अगस्त 1964 को उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के टिकरी गांव में बेहद गरीब नाई परिवार के कटासी नाई के घर हुआ था। ये बचपन से ही सुंदर और सुशील लडकी थी। गरीब घर में जन्मीं और गरीबी में पली-बढी, खूबसूरती के कारण गांव के ही एक दबंग पड़ोसी माधव मल्लाह ने अपहृत कर चंबल के कुख्यात डकैत विक्रम मल्लाह और साथियों ने कुसुमा के साथ सामूहिक बलात्कार किया। डकैतों के सरदार गुरु रामाश्रय तिवारी उर्फ फक्कड़ बाबा अपने साथ अपहृत कुसुमा को जबरन रखता था।

    फक्कड़ बाबा के साथ ये भी रहती थी, फक्कड़ पर एक रिटायर्ड एडीजी समेत कई पुलिसवालों की हत्या का भी आरोप उनके साथ रहने के कारण लग गया था। कुसुमा कई सालों से आत्मसमर्पण करने की जिद्द करते रहती थी। आखिर 8 जून 2004 को कुसुमा नाइन और फक्कड़ ने अपनी पूरी गैंग के साथ पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। अभी कुसुमा जिला इटावा में है और उम्रकैद की सजा काट रही है।

    अतः इसी तरह माननीया राष्टपति महोदया जी से अनुरोध है कि उपेक्षित नाई समाज की बेटी कुसमा नाइन को भी रिहा करने का आदेश दिया जाय। जिससे कुसमा नाइन भी जेल से बाहर आकर अपना बाकी जीवन अपने समाज के साथ जी सके। और इसके मद्देनजर रखते हुए दस्यु सुंदरी फूलन देवी, सीमा परिहार की तर्जपर इन्हें भी जेल से रिहा करना न्याय संगत होगा। इसके लिए राष्ट्रपति जी से कर्पूरी वादी एकता संस्थान भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित नाई समाज के सदस्यों ने सदियों से उपेक्षित नाई समाज और नाई समाज की बेटी कुसमा नाइन को जेल से रिहाई करने की गुहार लगाई है। कुसमा को जेल से रिहाई के लिए कर्पूरी वादी एकता संस्थान एवं नाई संघ ने उत्तर प्रदेश के जिला जेल इटावा में कई बार भेट कर रिहाई की प्रक्रीया में निरंतर लगा हुआ है।

  • राज्य के 95% विद्यालय बिना एच.एम के नहीं रहने प्रशासनिक कार्यों

    सरकार की उदासीनता व विभाग की लापरवाही के कारण राज्य के 95% विद्यालय बिना एच एम के हैं। एच.एम के नहीं रहने से विद्यालय के प्रशासनिक कार्यों में पड़ता है व्यापक असर, गुणवत्तायुक्त शिक्षा भी होती है प्रभावित, अतएव सत्तासीन सरकार राज्य के विद्यालयों में शीघ्र एच.एम की बहाली सुनिश्चित करें। उक्त बातें नवनियुक्त माध्यमिक/उच्च माध्यमिक शिक्षक संघ बिहार के प्रदेश अध्यक्ष डॉ गणेश शंकर पाण्डेय ने प्रेस वक्तव्य जारी कर कहा।

    उन्होंने कहा कि हेडमास्टर नियुक्ति नियमावली के तहत पचास फीसदी पद बीपीएससी परीक्षा के आधार पर तथा पचास फीसदी प्रोन्नति के आधार पर एच.एम की नियुक्ति होनी थी परन्तु उस नियम का अनुपालन विभाग द्वारा नहीं किए जाने के कारण एच.एम नियुक्ति का मामला आज तक लंबित है।

    उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा वर्षों बाद हेडमास्टर पद के लिए बीपीएससी के माध्यम से जो परीक्षा आयोजित कराई गई, उसमें भी सरकार की गलत मानसिकता उजागर हो गया। क्योंकि प्रश्न की उत्कृष्टता सिविल सर्विसेज लेवल की और निगेटिव मार्किंग के थे ।उन्होंने कहा कि एच एम की परीक्षा में पहली बार प्रत्येक प्रश्न के पांच विकल्प थे जिसमें अंतिम विकल्प इनमें से कोई नहीं था,जो परीक्षार्थियों के लिए उलझन बना हुआ था, साथ ही साथ नई शिक्षा नीति -2020 से एक भी प्रश्न नहीं पूछा गया था जबकि प्रत्येक विद्यालय में आनेवाले बर्ष में इसे लागू करना अनिवार्य होगा।

    आश्चर्य की बात तो यह है कि एच.एम के लिए आयोजित परीक्षा में एच.एम के कार्यों एवं चुनौतियों से संबंधित एक भी प्रश्न को शामिल नहीं किया गया था। इससे सरकार की कुत्सित मानसिकता दिखती है। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि सरकार ने जानबूझ कर ऐसा प्रश्न पत्र ही उपलब्ध करवाया कि अधिकतर शिक्षक पास हीं ना करें जिससे समाज उनके योग्यता पर सवालिया निशान लगा सके और उनकी बनी बनाई छवि समाज में धूमिल हो ।

    उन्होंने कहा कि 150 के अंक में विद्यालय प्रशासन से संबंधित एक भी प्रश्न नहीं, कार्य अनुभव से संबन्धित एक भी प्रश्न नहीं। जबकि विद्यालय संचालन के लिए बहुत विषयक जानकारी की आवश्यकता नहीं होती है। विद्यालय प्रशासन और कार्य अनुभव की नितांत आवश्यकता होती है। लेकिन सरकार ने अपने गलत मनोनुकूल कार्य को पूरी कर एच.एम की परीक्षा को हीं विवादास्पद बना दिया। फलस्वरूप अपेक्षा से बहुत कम शिक्षक परीक्षा उत्तीर्ण हुए।एक तरफ उन्होंने चेतावनी भरी लहजे में कहा कि यदि सरकार की यही गलत मंशा व रवैया रही तो आगामी पचास साल में भी सूबे के सभी विद्यालयों को एच.एम नहीं मिल सकेगा।

    वहीं दूसरी तरफ उन्होंने सरकार से विनम्र अनुरोध व अपील करते हुए कहा कि एच एम नियुक्ति की पूर्व निर्धारित नियमावली के अनुरूप पदोन्नति से पचास फीसदी एच.एम की नियुक्ति यथाशीघ्र करें ताकि विद्यालय स्तर पर गुणवत्तायुक्त शिक्षा को ईमानदारी व मजबूती से उतारा जा सके।
    उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में सूबे के विद्यालयों का संचालन वरीय सहायक शिक्षक प्रभारी के रूप में जबरन कर रहे हैं। क्योंकि सरकार व सरकारी तंत्र द्वारा प्रभारी कार्य के बदले में तनाव के अलावा उन्हें कुछ भी अतिरिक्त परिश्रमिक नहीं दिया जाता है।

    उन्होंने कहा कि जिस राज्य का 95% विद्यालय एच.एम रहित हो और उस राज्य का शिक्षा मंत्री आउट पुट की अपेक्षा रखता हो हास्यास्पद प्रतीत होता है वावजूद सूबे बिहार के मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट के रिजल्ट हीं हमारा आउटपुट है इसके आधार पर सरकार हमे शीघ्र हमारा वाजिब हक समान वेतन दें ।

    उन्होंने कहा कि प्रभारी का पद कुछ समय के लिए काम चलाऊ व्यवस्था के तहत होता है, यहां तो लोग पांच और दस सालों से काम चलाऊ व्यवस्था के तहत प्रभारी बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि काम चलाऊ व्यवस्था के तहत प्रभारी बनने वालों को विद्यालय संचालन में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है फलस्वरूप वैसे प्रभारी एच.एम अपने कार्य व दायित्व के प्रति उदासीन हो जाते हैं ।

    जिससे विद्यालय का शैक्षणिक व प्रशासनिक वातावरण विषाक्त होता जा रहा है और मिशन गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रभावित हो रही है। इसीलिए राज्य सरकार यथाशीघ्र सूबे बिहार के विद्यालयों में परीक्षा के अलावे प्रोन्नति के आधार पर भी पचास फीसदी एच.एम पद की नियुक्ति कर सूबे की शिक्षा व्यवस्था को और सशक्त व सुदृढ़ बनाएं।