Author: Biharadmin

  • 67वीं BPSC को लेकर आ गया फैसला, इस दिन होगी परीक्षा, कई नियम भी बदले, जान लीजिए

    लाइव सिटीज पटना: बिहार लोक सेवा आयोग ने पेपर लीक होने की वजह से रद्द हुई बीपीएससी 67वीं पीटी परीक्षा की नई तिथि का ऐलान कर दिया है. बीपीएससी 67वीं प्रीलिम्स परीक्षा का आयोजन 20 सितंबर और 22 सितंबर को दो शिफ्ट में होगा. बीपीएससी 67वीं प्रारंभिक परीक्षा में मार्क्स परसेंटाइल के आधार पर जोड़े जाएंगे. हालांकि परसेंटाइल सिस्टम का अभ्यर्थियों ने विरोध किया था. 8 मई को बीपीएससी की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा आयोजित हुई थी. पेपर लीक होने की वजह से इसे रद्द कर दिया गया था.

    बीपीएससी की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा में 6 लाख से ज्यादा छात्र शामिल होंगे. परीक्षा केंद्र में एक घंटे पहले तक एंट्री दी जाएगी. प्रश्न पत्रों को सील परीक्षा हॉल में खोला जाएगा. सभी परीक्षा केंद्र पर जैमर लगाए जाएंगे ताकि मोबाइल काम न करे. आयोग प्रश्नपत्र स्पेशल स्टील बॉक्स में भेजेगा. इनमें जीपीएस लगा होगा. कोई बॉक्स के साथ छेड़छाड़ करेगा तो इसकी जानकारी मिल जाएगी. छात्रों के सामने ही ओएमआर को सील किया जाएगा.

    परीक्षा पैटर्न में ये बड़े बदलाव
    पर्सेंटाइल के आधार पर अब प्रारंभिक परीक्षा का निकाला जाएगा रिजल्ट
    पीटी व मेन्स दोनों की मूल्यांकित कॉपियों को वेबसाइट पर डालेगा
    पीटी के बाद छात्रों को ऑप्शनल पेपर में बदलाव का मिलेगा मौका
    सभी केंद्रों के प्रश्नपत्रों में यूनिक आईडी होगा, जीपीएस लगे खास बॉक्स में भेजा जाएगा प्रश्नपत्र
    छात्रों के समक्ष ही खोला जाएगा प्रश्नपत्र व सील भी किया जाएगा
    परीक्षा से एक घंटा पहले छात्रों को परीक्षा कक्ष में बैठ जाना होगा

    बता दें कि 8 मई को पेपर लीक होने के चलते बीपीएससी 67वीं पीटी परीक्षा रद्द कर दी गई थी. इस परीक्षा में लगभग 5 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी पूरे राज्य से शामिल हुए थे. बीपीएससी पीटी परीक्षा को लेकर राज्य के 38 जिलों में 1083 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे. 802 पदों के लिए छह लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे. बीपीएससी 67 वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) का प्रश्नपत्र वायरल होने के मामले में अब तक कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बतातें चलें कि इस बार परीक्षा में परसेंटाइल सिस्टम लागू किया गया है, लेकिन इस सिस्टम लागू किए जाने से अभ्यर्थियों में रोष है. छात्रों का कहना है कि आयोग ने 2 दिन में परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया है और परसेंटाइल सिस्टम में धांधली होने की आशंका है.

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  • गवार, भेंडीच्या कमाल दरात घट; पहा पुणे बाजारसमिती मधील शेतमाल बाजारभाव

    कोड नं. शेतिमाल परिमाण आवक किमान कमाल 4001 लिंबू गोणी       4002 पेरु किलो 32820 Rs. 20/- Rs. 50/- 4004 टरबूज गोणी       4005 फणस नग       4007 पीअर ट्रे       4008 पीअर पेटी       4009 पीअर डबा       4010 पीअर बॉक्स       4012 पेरु क़ॅरेट       4014 पेरु ङझन       4019 पिच ट्रे       4020 पिच पेटी       4021 पिच डबा       4022 पिच बॉक्स       4023 प्लम ट्रे       4024 प्लम पेटी       4025 प्लम डबा       4026 प्लम बॉक्स       4027 रामफळ नामा       4028 रामफळ क़ॅरेट       4029 रामफळ क़िलो       4030 रामफळ डबा       4031 पेरु शेकडा       4032 सफरचंद – फ्युजी बॉक्स       4033 सफरचंद -फ्युजी डबा       4034 संञा 3 ङझन       4035 संञा ४ ङझन       4036 संञा पेटी       4038 अननस क़िलो 9000 Rs. 6/- Rs. 40/- 4039 संञा गोणी       4040 अननस क़ॅरेट       4041 सिताफळ नामा       4042 अननस ङझन       4043 सिताफळ क़ॅरेट       4044 अंजीर क़िलो       4045 सिताफळ बॉक्स       4046 सिताफळ किलो 24632 Rs. 30/- Rs. 120/- 4047 अंजीर नामा       4048 अंजीर बॉक्स       4049 स्ट्रॉबेरी ट्रे       4050 स्ट्रॉबेरी पेटी       4051 बोर किलो       4052 बोर गोणी       4053 चेरी बॉक्स       4054 चिक्कू पाटी       4055 चिक्कू गोणी       4056 चिक्कू किलो 27696 Rs. 10/- Rs. 40/- 4057 स्ट्रॉबेरी डबा       4058 स्ट्रॉबेरी बॉक्स       4059 डाळींब-नं.१ 3 ङझन       4060 टरबूज नामा       4061 डाळींब-नं.१ ४ ङझन       4062 टरबूज क़ॅरेट       4063 सफरचंद-सिमला बॉक्स       4064 टरबूज बॉक्स       4065 टरबूज किलो       4066 सफरचंद-फ्युजी पेटी       4067 नासपती ट्रे       4068 नासपती पेटी       4069 जांभूऴ किलो       4070 जांभूऴ गोणी       4072 नासपती ङबा       4074 कलिगङ नामा       4075 लीची ट्रे       4076 विलायची ङबा       4077 कलिगङ किलो 29232 Rs. 5/- Rs. 8/- 4078 लीची ङबा       4079 करवंद किलो       4080 लीची बॉक्स       4081 आवळा पेटी       4082 करवंद गोणी       4083 आवळा गोणी       4084 आवळा बॉक्स       4085 कवट शेकडा       4086 केळी शेकडा       4087 केळी क्विंटल       4088 मोसंबी ३ ङझन       4089 मोसंबी ४ ङझन       4090 मोसंबी गोणी       4091 आवऴा किलो       4093 कोकम बॉक्स       4094 कोकम किलो       4095 जदाऴू बॉक्स       4096 जदाऴू किलो       4097 मॉसंबी पेटी       4100 नासपाती बॉक्स       4102 पपई नामा       4103 पपई कॅरेट       4104 पपई किलो 36440 Rs. 15/- Rs. 25/- 4105 डाळींब-गणेश 3 ङझन       4106 डाळींब-गणेश ४ ङझन       4107 डाळींब- गणेश किलो       4108 डाळींब- गणेश बीट       4109 डाळींब-भगवा ४ ङझन       4110 डाळींब-भगवा ३ ङझन       4111 डाळींब-भगवा बीट       4112 डाळींब-भगवा पेटी       4113 डाळींब-नं.१ बीट       4114 डाळींब-नं.१ किलो       4115 डाळींब-नं.२ ३ ङझन       4116 डाळींब-नं.२ ४ ङझन       4117 डाळींब-नं.२ बीट       4118 डाळींब-नं.२ किलो       4119 आरक्ता ३ ङझन       4120 आरक्ता ४ ङझन       4121 आरक्ता बीट       4122 आरक्ता किलो       4123 सफरचंद-डेलीशयस पेटी       4124 सफरचंद-डेलीशयस ङबा       4125 सफरचंद -डेलीशयस बॉक्स       4126 सफरचंद-सिमला पेटी       4128 सफरचंद-सिमला ङबा       4129 सफरचंद-वॉशिंग्टन बॉक्स       4130 सफरचंद-वॉशिंग्टन पेटी       4131 सफरचंद-वॉशिंग्टन ङबा       4132 आंबा-हापूस पेटी       4133 आंबा-हापूस पाटी       4134 आंबा-हापूस बॉक्स       4135 आंबा-हापूस किलो       4136 आंबा-बेगलोर पेटी       4137 आंबा-बेगलोर पाटी       4138 आंबा-बेगलोर बॉक्स       4139 आंबा-बेगलोर किलो       4140 आंबा-तोतापूरी पेटी       4141 आंबा-तोतापूरी पाटी       4142 द्राक्ष – तासगांव हारा       4143 द्राक्ष – तासगांव जोटा       4144 आंबा-तोतापूरी बॉक्स       4145 आंबा-तोतापूरी किलो       4146 द्राक्ष – तासगांव क़ॅरेट       4147 आंबा-रायवळ पेटी       4148 आंबा-रायवळ पाटी       4149 आंबा-रायवळ किलो       4150 आंबा-रायवळ बॉक्स       4151 द्राक्ष – तासगांव बॉक्स       4152 द्राक्ष -बेंगलोर हारा       4153 आंबा-लालबाग पेटी       4154 आंबा-लालबाग पाटी       4155 द्राक्ष -बेंगलोर जोटा       4156 आंबा-लालबाग बॉक्स       4157 द्राक्ष -बेंगलोर क़ॅरेट       4158 द्राक्ष -बेंगलोर बॉक्स       4159 द्राक्ष – शरद हारा       4160 आंबा-लालबाग किलो       4161 आंबा-बदाम पेटी       4162 आंबा-बदाम पाटी       4163 द्राक्ष – शरद जोटा       4164 आंबा-बदाम किलो       4165 द्राक्ष – शरद क़ॅरेट       4166 द्राक्ष – शरद बॉक्स       4167 द्राक्ष – सिडलेस हारा       4168 द्राक्ष – सिडलेस क़ॅरेट       4169 द्राक्ष – सिडलेस जोटा       4170 द्राक्ष – सिडलेस बॉक्स       4171 आंबा – पायरी पाटी       4172 आंबा – नीलम पाटी       4173 आंबा – मलगॉबा पाटी       4174 आंबा – केशर पाटी      
  • विधानभवन परिसरात आत्मदहनाचा प्रयत्न करणाऱ्या शेतकऱ्याचा मृत्यू




    विधानभवन परिसरात आत्मदहनाचा प्रयत्न करणाऱ्या शेतकऱ्याचा मृत्यू | Hello Krushi








































    हॅलो कृषी ऑनलाईन : पावसाळी आधीआवेशन सुरु असताना विधानभवनाच्या आवारात पेटवून घेऊन आत्महत्या करण्याचा प्रयत्न करणाऱ्या शेतकरी सुभाष भानुदास देशमुख (५६) यांचा जे.जे. रुग्णालयात उपचार घेत असताना मृत्यू झाला. ते उस्मानाबाद जिल्ह्यातील तांदुळवाडी येथील होते.

    देशमुख यांना गंभीर जखमी अवस्थेत जे. जे. रुग्णालयात दाखल करण्यात आले होते. गेले सहा दिवस त्यांच्यावर उपचार सुरू होते. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे हे शेतकऱ्यांच्या आत्महत्यांवर निवेदन करत असतानाच ही घटना घडली होती. त्यानंतर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांनी संबंधित शेतकऱ्याने आयनॉक्सजवळ आत्महत्येचा प्रयत्न केल्याचे सांगितले होते. तसेच तो १५ टक्के भाजला असल्याची माहिती सभागृहात दिली होती.

    मात्र, देशमुख यांनी आधीच रॉकेल ओतून घेतले होते. विधानभवनाच्या आवारात आल्यानंतर त्यांनी पेटवून घेतले. आग विझवल्यानंतर ते तळमळत पडले होते. त्यानंतर पोलिसांनी तातडीने त्यांना उपचारासाठी दाखल केले होते. ते ४५ टक्के भाजल्याने अतिदक्षता विभागात त्यांच्यावर उपचार सुरू होते. सोमवारी दुपारी १२ च्या सुमारास त्यांचा मृत्यू झाला.

     

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  • नीतीश कुमार ने CBI रेड के बारे में पहले ही तेजस्वी यादव को बता दिया था, बीजेपी के संजय जायसवाल का बड़ा आरोप

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई वाली महागठबंधन सरकार पर बीजेपी हमलावर हैं. इस बीच बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बड़ा हमला करते हुए नीतीश कुमार को रबर स्टांप मुख्यमंत्री बताया. वहीं उन्होंने आरजेडी नेताओं के घर हुई सीबीआई रेड पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने CBI रेड की जानकारी पहले ही RJD के नेताओं को दे दी थी. संजय जायसवाल ने कहा कि तेजस्वी यादव ने जानकारी मिलते ही सभी नेताओं को सचेत कर दिया था. सीएम नीतीश तेजस्वी के हाथों की कठपुतली की तरह काम कर रहे हैं.

    बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने सीएम नीतीश कुमार पर सीबीआई और ईडी की सूचनाएं लीक करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार लालू परिवार के रबर स्टांप मुख्यमंत्री हैं. जिस दिन बिहार में सीबीआई और ईडी की रेड होने वाली थी. उसकी जानकारी सिर्फ और सिर्फ सीएम नीतीश कुमार को थी. क्योंकि उन्हीं के हाथों में गृह विभाग है, उन्होंने इसकी सूचना डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को दे डाली. इसके बाद उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपनी सभी पार्टी के नेताओं को यह सूचना दी कि अपने-अपने दो नंबर के पैसे छुपा ले. क्योंकि बिहार में ईडी और सीबीआई का छापा पड़ने वाला है.

    संजय जायसवाल ने सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब सिर्फ लालू परिवार के ऊपर जितने सीबीआई और ईडी के मामले दर्ज हैं. उन सब मामलों में लीपापोती करेंगे. तेजस्वी इसीलिए उनको मुख्यमंत्री बनाए हैं. सीएम नीतीश कुमार लालू परिवार के संरक्षक के रूप में मुख्यमंत्री बनाए गए हैं और वह सिर्फ और सिर्फ लालू परिवार के रबर स्टांप हैं. सीबीआई की रेड के एक दिन पहले शक्ति यादव ने ट्वीट किया था कि सीबीआई के लोग आ गए हैं. सब सावधान हो जाइये.

    इससे पहले बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि नीतीश कुमार पीएम तो दूर की बात सीएम भी नहीं रह पाएंगे. लालू यादव जब चाहेंगे जदयू को तोड़ कर तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बना देंगे. उन्होंने जहानाबाद के सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कई राज्यों के मुख्यमंत्री पीएम बनने का सपना देख रहे हैं परंतु उनका सपना पूरा नहीं होने वाला है. सुशील मोदी ने कहा कि राजद कभी भी नीतीश कुमार को झटका दे सकती है और अपना मुख्यमंत्री बना सकती है. क्योंकि बिहार विधानसभा का अध्यक्ष राजद का है और जदयू को तोड़कर राजद अपना मुख्यमंत्री बना लेगी.

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  • लंपी रोगापासून आपल्या पशुधनाला वाचवण्यासाठी काय काळजी घ्यावी ? जाणून घ्या

    हॅलो कृषी ऑनलाईन : राजस्थान गुजरात मध्ये धुमाकूळ घातल्यानंतर आता ‘लंपी’ या जनावरांना होणाऱ्या रोगाने महाराष्ट्रातही एंट्री केली आहे. आजच्या लेखात आपण या रोगापासून आपल्या पशुधनाला वाचवण्यासाठी काय काळजी घ्यावी ? याची माहिती घेऊया. ही माहिती वसंतराव नाईक मराठवाडा कृषि विद्यापीठ, परभणी इथल्या तज्ञ व्यक्तींनी दिली आहे.

    –लम्पी स्कीन डिसीज सदृश रोग गायवर्गीय व म्हैसवर्गीय पशूधनात दिसून येत आहे.
    –हा साथीचा विषाणूजन्य रोग असून याचा प्रसार मूख्यत्वे रक्त पिपासू चावणऱ्या किटकवर्गीय माशा, डास, गोचीडे यामूळे होतो.
    –याच्या व्यवस्थापनासाठी रोग बाधीत पशुधन निरोगी पशुधनापासून विलगीकरण करावे अथवा त्यांना एकत्रित चरावयास सोडू नये.
    –रोगबाधीत पशुधनाची ने आण बंद करावी.
    — तसेच साथीच्या काळात गावातून/परिसरातून गोठयास भेटी देणाऱ्याची संख्या मर्यादीत करावी.
    — बाधीत पशुधनाची सुश्रुषा करणाऱ्य पशुवैद्यक डॉक्टरांनी विशिष्ट पोशाख परिधान करावा व सुश्रूषेनंतर हात अल्कोहोत मिश्रीत सॅनीटायझरने धूवून टाकावेत तसेच पादत्राने व पोशाख, गरम पाण्याने निर्जंतूक करून घ्यावा.
    –बाधीत पशुधनाच्या संपर्कामध्ये आलेले वाहन व परिसर तसेच ईतर साहीत्य निर्जंतूक करावे. रोग नियंत्रणासाठी रक्त पिपासू चावणाऱ्या किटकवर्गीय माशा, डास, गोचीडे यांचे निर्मुलन करावे.
    –पशुधन व परिसरावरती रासायनिक/वनस्पतीजन्य किटकनाशकाची फवारणी करावी.

    आजाराचा प्रसार

    –बाधित जनावराच्या त्वचेवरील व्रण, नाकातील स्राव, दूध, लाळ, वीर्य, इ. माध्यमामार्फत हा आजार निरोगी जनावरात पसरतो.
    –संसर्गजन्य असल्याने या विषाणूचा प्रसार हा बाधित जनावरांपासून निरोगी जनावरास स्पर्शाद्वारे सुद्धा होऊ शकतो. त्यामुळे बाधित जनावरे ही निरोगी जनावरांपासून वेगळे ठेवणे आवश्यक आहे.
    –साधारणतः ४ ते १४ दिवस हा कालावधी या आजाराचा संक्रमण कालावधी असतो. संक्रमण झाल्यानंतर १ ते २ आठवडे हा विषाणू रक्तामध्ये राहतो. त्यानंतर शरीराच्या इतर भागात त्याचे संक्रमण होते. त्यामुळे जनावराचे विविध स्राव, जसे डोळ्यातील पाणी, नाकातील स्राव, लाळ, इत्यादींमधून हा विषाणू बाहेर पडून चारा व पाणी दूषित होऊन इतर जनावरांना या आजाराचा संसर्ग होते.
    –त्वचेवरील खपल्यांमध्ये हा विषाणू अंदाजे १८ ते ३५ दिवस जिवंत राहू शकतो. वीर्यामधूनही हा विषाणू बाहेर पडत असल्यामुळे कृत्रिम रेतन किंवा नैसर्गिक संयोगाद्वारेही याचा संसर्ग होऊ शकते.

    आजाराची लक्षणे

    –हा विषाणूजन्य आजार असल्याने बाधित जनावरे अशक्त होतात. जनावरांची दूध उत्पादन क्षमता घटते. प्रजनन क्षमतेवरही विपरीत परिणाम होतो.
    –सुरुवातीस २ ते ३ दिवस जनावरास बारीक ताप जाणवतो. यानंतर जनावरांच्या सर्व शरीरावर कडक व गोल आकाराच्या गाठी येतात. या गाठी साधारणपणे पाठ, पोट, पाय व जननेन्द्रिय इ. भागात येतात.
    –बाधित जनावरांच्या डोळ्यातून व नाकातून पाणी येते. तोंडातील व्रणामुळे आजारी जनावरांना चारा खाण्यास त्रास होतो. पायावरील गाठींमुळे जनावरे लंगडतात.
    –निमोनिया व श्वसन संस्थेची लक्षणे आढळतात. डोळ्यांमधील व्रणामुळे जनावरांच्या दृष्टीत बाधा होऊ शकते.
    –अशक्तपणामुळे जनावरांना या आजारातून बरे होण्यास बराच कालावधी लागतो.

    उपचार

    –हा आजार विषाणूजन्य असल्याने यावर खात्रीशीर उपचार होऊ शकत नाही. परंतु विषाणूजन्य आजाराची बाधा झालेल्या जनावरास प्रतिकारशक्ती कमी झाल्याने इतर जिवाणूजन्य आजाराची बाधा होण्याची दाट शक्यता असल्याने जिवाणू प्रतिबंधक औषधी म्हणजे प्रतिजैविके देणे आवश्यक आहे.
    –त्यासोबत ताप कमी करणारी औषधे, प्रतिकार शक्तिवर्धक जीवनसत्त्व अ व ई तसेच त्वचेवरील व्रणांसाठी मलमाचा वापर करणे गरजेचे आहे.
    –वेदनाशामक व अँटि हिस्टॅमिनिक औषधांचाही आवश्यकतेप्रमाणे वापर करावा.
    –जनावरास मऊ व हिरवा चारा व तसेच मुबलक पाणी उपलब्ध करून द्यावे.
    –तोंडातील व्रणास २ टक्के पोटॅशिअम परमॅग्नेट द्रावणाने धुऊन तोंडात बोरोग्लीसरीन लावावे. लिव्हर टॉनिकच्या वापराने जनावरे लवकर बरे होण्यास मदत होते.

  • बीजेपी ने मुकेश सहनी को दिल्ली बुलाया, कहा-पहले वाली गलत अब नहीं होगी, VIP सुप्रीमो का बड़ा दावा

    लाइव सिटीज पटना: नीतीश कुमार के महागठबंधन में शामिल होने के बाद बीजेपी बिहार में अकेले रह गई है. बीजेपी के साथ अब पशुपति पारस की राष्ट्रीय एलजेपी ही रह गई है. वहीं चिराग पासवान ने भी एनडीए में शामिल होने के लिए बीजेपी के सामने कई शर्ते रख दी है. जिसमें नीतीश कुमार और पशुपति पारस को लेकर बड़ी बात कह दी है. जीतनराम मांझी भी एनडीए को छोड़कर महागठबंधन में शामिल हो गए हैं. ऐसे में बीजेपी को बिहार में नए सहयोगी की तलाश है. इस बीच कहा जा रहा है कि बीजेपी ने अपने पुराने सहयोगी मुकेश सहनी को दिल्ली बुलाया है. मुकेश सहनी ने खुद इसका दावा किया है.

    दरअसल बीते दिनों बीजेपी ने VIP के तीन विधायक को अपनी पार्टी में शामिल करा लिया था. जिसके बाद मुकेश सहनी से बीजेपी ने नाता तोड़ लिया था. उन्हें मंत्री पद से भी हाथ धोना पड़ा था. इसके बाद से मुकेश सहनी बीजेपी पर लगातार हमलावर है. बताया जा रहा है कि इसके बावजूद बीजेपी ने एकबार फिर सहनी की तरफ कदम बढ़ाए हैं. वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के मुताबिक़ बीजेपी बात करने के लिए संपर्क किया है. मुकेश सहनी ने कहा है कि बीजेपी ने उनसे बात करने के लिए संपर्क किया है. उन्होंने कहा कि हमारे पास दिल्ली जाने का समय नहीं है. जिन्हें बात करनी है वह पटना आएं.

    बीजेपी द्वारा दिल्ली बुलाए जाने पर मुकेश सहनी ने कहा कि हम दिल्ली की दरबारी नहीं करेंगे. सहनी ने कहा हम निषाद पुत्र हैं किसी के पीछे नहीं जाएंगे. बिहार में बीजेपी की हेकड़ी निकल चुकी है. मुकेश सहनी ने कहा कि बीजेपी नेताओं ने कहा कि जो गलती हो गई है, नए कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे सहनी ने कहा कि बीजेपी ने हमसे नाता तोड़ा तो बिहार में उसकी सरकार चली गई. मुकेश सहनी खगड़िया में अपनी पार्टी के कार्यालय का उद्गाटन करने पहुंचे थे. दरअसल बीते दिनों चिराग पासवान ने भी एनडीए में शामिल होने के लिए बीजेपी के सामने कई शर्ते रख दी है. जिसमें नीतीश कुमार की कभी एनडीए भी शामिल ना हो और उनके चाचा पशुपति पारस को एनडीए से अलग किया जाए. इसके अलावे भी चिराग ने बीजेपी के सामने कई शर्ते रखी है.

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  • ढगाळ हवामानामुळे पिकांत कीड, रोगांचा प्रादुर्भाव; तज्ञांच्या सल्ल्याने करा पीक व्यवस्थापन

    हॅलो कृषी ऑनलाईन : मराठवाडयात दिनांक 30 व 31 ऑगस्ट रोजी नांदेड, लातूर, उस्मानाबाद, बीड, औरंगाबाद व जालना जिल्हयात तूरळक ठिकाणी वादळी वारा, मेघगर्जना, विजांचा कडकडाट, वाऱ्याचा वेग अधिक (ताशी 30 ते 40 कि.मी.) राहून हलक्या ते मध्यम स्वरूपाच्या पावसाची शक्यता आहे. मराठवाडयात पुढील पाच दिवस तुरळक ठिकाणी हलक्या स्वरूपाच्या पावसाची शक्यता आहे. वसंतराव नाईक मराठवाडा कृषि विद्यापीठ, परभणी येथील ग्रामीण कृषि मौसम सेवा योजनेतील तज्ञ समितीने पुढील प्रमाणे कृषि हवामान आधारीत कृषि सल्ल्याची शिफारश केली आहे.

    पीक व्‍यवस्‍थापन

    कापूस : कापूस पिकात रसशोषण करणाऱ्या किडींच्या (मावा, फुलकिडे) व्यवस्थापनासाठी 5% निंबोळी अर्काची किंवा व्हर्टिसिलीयम लिकॅनी (जैविक बुरशीजन्य किटकनाशक) एक किलो ग्रॅम किंवा फलोनिकॅमिड 50% 60 ग्रॅम किंवा डायनेटोफ्यूरॉन 20% 60 ग्रॅम किंवा फिप्रोनिल 5% 600 मिली प्रति एकर पावसाची उघाड बघून फवारणी करावी. कापूस पिकावरील गुलाबी बोंडअळीच्या व्यवस्थापनासाठी हेक्टरी 5 गुलाबी बोंडअळीसाठीचे कामगंध सापळे लावावेत. कापूस पिकातील डोमकळ्या वेचून नष्ट कराव्यात. प्रादूर्भाव जास्त आढळून आल्या प्रोफेनोफॉस 50% 400 मिली किंवा इमामेक्टीन बेन्झोएट 5% 88 ग्रॅम किंवा प्रोफेनोफॉस 40% + सायपरमेथ्रीन 4% 400 मिली प्रति एकर आलटून पालटून पावसाची उघाड बघून फवारावे.

    तूर : तुर पिकात आंतरमशागतीची कामे करून तण नियंत्रण करावे. मूग/उडीद पिकात मावा किडीचा प्रादर्भाव दिसून येत असल्यास याच्या व्यवस्थापनासाठी 5 % निंबोळी अर्काची किंवा डायमिथोएट 30 % 240 मिली प्रति एकर पावसाची उघाड बघून फवारणी करावी.

    भुईमूग : भूईमूग पिकात मावा, फुलकिडे याच्या व्यवस्थापनासाठी इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एस एल 2 मिली किंवा क्विनॉलफॉस 25 ईसी 20 मिली किंवा ऑक्झीडीमेटॉन मिथाईल 25 ईसी 20 मिली किंवा लॅमडा सायहॅलोथ्रीन 5 ईसी 6 मिली प्रति 10 लिटर पाण्यात मिसळून पावसाची उघाड बघून फवारणी करावी. वेळेवर पेरणी केलेल्या भुईमूग पिकात अऱ्या सुटण्याच्या अवस्थेत शक्य असल्यास भुईमूगाच्या पिकावरून रिकामे ड्रम फिरवावे. त्यामूळे अऱ्या जमिनीत घुसण्यास मदत होऊन शेंगाची संख्या वाढते परिणामी उत्पादनात वाढ होते.

    मका : उशीरा पेरणी केलेल्या मका पिकावरील लष्करी अळीचा प्रादुर्भाव दिसून येत असल्यास याच्या व्यवस्थापनासाठी थायामिथोक्झाम 12.6 टक्के + लॅमडा सायहॅलोथ्रीन 9.5 झेडसी 5 मिली किंवा स्पिनेटोरम 11.7 एससी 4 मिली प्रति 10 लिटर पाण्यात मिसळून वरील किटकनाशकांची आलटून पालटून पावसाची उघाड बघून फवारणी करावी. फवारणी करत असतांना किटकनाशक पोंग्यात पडेल अशाप्रकारे फवारणी करावी. वेळेवर पेरणी केलेल्या मका पिकाच्या कणसांची काढणी करून घ्यावी.

     

  • श्री महेश सिंह के अध्यक्षता में पुस्तकालय के वाचनालय विभाग मे संपन्न हुई।

    स्थानीय सोहसराय स्थित किसान कॉलेज में शिक्षकेतर कर्मचारी संघ का चुनाव श्री महेश सिंह के अध्यक्षता में पुस्तकालय के वाचनालय विभाग मे संपन्न हुई। जिसमे सर्वसम्मति से संघ के नए पदाधिकारीयों का चयन किया गया। संरक्षक के रूप में पूर्व लेखापाल श्री कृष्णदेव प्रसाद,अध्यक्ष श्री कन्हैया प्रसाद, सचिव श्रीमती रश्मि रानी, कोषाध्यक्ष तंदुल कुमार, उपाध्यक्ष श्री बृजलाला सिंह, संयुक्त सचिव श्री मनोज कुमार को चुना गया।

    अपना पद ग्रहण करते हुऐ सचिव रश्मि रानी ने अपने सभी कर्मचारियों की भूरी भूरी प्रशंसा की तथा अपने सम्बोधन में कहा कि मैं तन, मन, निष्ठापूर्वक व ईमानदारी के साथ कार्य करूंगी।जो कर्मचारियों की समस्या आयेगी उसे हमलोग सभी के सहयोग व समर्थन से समाधान करेगें। कॉलेज के सर्वांगीण विकास के लिए हमलोगो को साथ रहकर छात्र छात्राओं के कार्य के प्रति समर्पित रहेगें ताकी विद्यार्थियों को पठन पाठन से संबंधित एवम अन्य कार्यों के लिए कोई समस्या न हो।

    श्री महेश सिंह के अध्यक्षता में पुस्तकालय के वाचनालय विभाग मे संपन्न हुई।

    हमलोगों को कॉलेज के प्राचार्य व शिक्षक के सहयोग से कॉलेज के गतिविधियों में गति देना है। अध्यक्ष श्री कन्हैया प्रसाद ने कहा की हम सभी का दायित्व बनता है की कॉलेज परिसर को पर्यावरण संकट का ध्यान रखते हुऐ पौधारोपण कर हरा भरा तथा साफ सुथरा रखना है।

    इस अवसर पर अताउल रहमान, शमीम अहमद, विमलेश कुमार, दिलीप कुमार, सीता देवी, कांति देवी, सविता देवी, रामप्रवेश कुमार सिंह, किशोरी प्रसाद, मधुसूदन कुमार, अमरनाथ प्रसाद, बच्चू सिंह एवम अन्य शिक्षकेतर कर्मचारी उपस्थित थे।

  • मोकामा उपचुनाव के बाद तेजस्वी यादव बनेंगे बिहार के मुख्यमंत्री, बीजेपी का बड़ा दावा, गणित भी समझाया

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन की सरकार पर BJP हमलावर है. अब तो बीजेपी नेता यह भी कहने लगे हैं कि दो विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव के बाद तेजस्वी यादव नीतीश कुमार को हटाकर खुद CM बनने जा रहे हैं. इसी कड़ी में अब बीजेपी नेता व पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव राजनीतिक पिता के पुत्र हैं वो भी समझ रहे हैं कि बिहार में कौन-कौन नेता घात लगाए बैठा है. जीवेश मिश्रा ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि मोकामा और गोपालगंज का उपचुनाव होने दीजिए. इसके बाद देखिएगा तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे.

    सीएम नीतीश कुमार के प्रधानमंत्री पद के दावेदारी पर पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा कि उनके सहयोगी यही चाहते हैं कि नीतीश कुमार कुमार अभी लोटा कटोरा लेकर देश में निकल जाए अपने को प्रधानमंत्री बनाने के लिए और उनके पार्टी के कुछ लोग भी ऐसा ही चाह रहे हैं. जैसे उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि हम मंत्री नहीं मुख्यमंत्री पद के काबिल हैं. जीवेश मिश्रा ने कहा कि राजद की मंशा होना स्वाभाविक भी है. कायदे से देखा जाए तो बहुमत के करीब हैं. 115 विधायकों के साथ तेजस्वी यादव इस सरकार को समर्थन दे रहे हैं. चार विधायक यदि जीतन राम मांझी का ले लिया जाए तो 119 होता है. एक सुमित सिंह 120 होता है. कायदे से 120 के आंकड़े पर खड़े हैं. जरा मोकामा का चुनाव हो जाने दीजिए उसके बाद हो ना हो तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री हो जाए वह बहुमत से महज दो सीट पीछे हैं.

    इससे पहले बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने भी कहा है कि दो विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव के बाद तेजस्वी यादव नीतीश कुमार को हटाकर खुद CM बन जाएंगे. उनका कहना है कि उपचुनाव के बाद बिहार की राजनीति की तस्वीर पूरी साफ हो जाएगी. अगर राजद की जीत हुई तो तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनने से कोई नहीं रोक सकता. वहीं इन चर्चाओं ने कहीं ना कहीं जदयू की टेंशन भी बढ़ा दी है. ये तो हुई बयानबाजी लेकिन सियासी गणित के हिसाब से ऐसा संभव भी है. आने वाले दिनों में 2 सीटों पर उप चुनाव होने हैं. अगर ये दो सीट आरजेडी के खाते में आ जाता है तो वह बहुमत के करीब पहुंच जाएंगे.

    बता दें कि उपचुनाव में राजद अगर मोकामा और गोपालगंज, दोनों सीटों पर चुनाव जीतती है तो विधायकों की कुल संख्या 81 हो जाएगी. वहीं आरजेडी के साथ कांग्रेस के 19, माले-12, सीपीआई-2, सीपीएम-2 और एआईएमआईएम-1 विधायक हैं. इस तरह से यह संख्या 117 पर पहुंच रही है. 243 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए कम से कम 122 विधायकों का समर्थन रहना जरूरी है. यानी तेजस्वी यादव बहुमत से सिर्फ 5 विधायक कम हो रहे हैं. ऐसे में अगर जीतनराम मांझी की पार्टी हम के 4 और निर्दलीय-1 विधायक मिल जाते हैं तो सरकार बनाने के लिए जदयू के 45 विधायकों के समर्थन की जरूरत नहीं होगी. यानि कि तब तेजस्वी यादव बिहार में बिना जदयू-भाजपा के सहयोग के भी मुख्यमंत्री बन सकते हैं. ऐसे में बीजेपी नेताओं के दावों में दम नजर आ रहा है. हालांकि इसकी उम्मीद कम ही है कि तेजस्वी यादव ऐसा कुछ करेंगे.

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  • साठवणूक केलेला कांदा सडतोय; कांद्याची शेती करायची की नाही ? कांदा उत्पादक शेतकरी हवालदिल

    हॅलो कृषी ऑनलाईन : महाराष्ट्रात गेल्या पाच महिन्यांपासून कांद्याला रास्त भाव मिळत नाहीये . दर घसरल्याने शेतकरी अडचणीत आला आहे. कांदा उत्पादकांना आश्रू अनावर झाले आहेत. गतवर्षी पाऊस आणि पुरामुळे शेतकरी उद्ध्वस्त झाला होता आणि यंदा मंडईची व्यवस्था. अनेक समस्यांमुळे शेतकऱ्यांना खर्चापेक्षा कमी दराने कांदा विकावा लागत आहे. कांद्याचा उत्पादन खर्च 15 रुपये प्रतिकिलोपेक्षा जास्त येत आहे, तर त्यांना सरासरी 1 ते 8 रुपयेच भाव मिळत आहे.

    उत्पादन खर्चही मिळेना

    उत्पादन खर्चही न मिळाल्याने कांदा शेतकऱ्यांना रडवत आहे. यंदा केवळ कांद्याचेच नाही तर इतर भाज्यांचेही दर वाढले आहेत. यावेळी शेतमालाला बाजारभाव मिळत नाही. त्याचबरोबर काही जिल्ह्यांमध्ये शेतकऱ्यांना स्वस्त दरात टोमॅटो विकावा लागत आहे. अशीच परिस्थिती राहिल्यास आता कांद्याची लागवड करणार नसल्याचे त्यांचे म्हणणे आहे.

    काय आहे शेतकऱ्यांचे म्हणणे ?

    नाशिकचे शेतकरी गणेश पाटील सांगतात की, त्यांनी उन्हाळ कांद्याची साठवणूक केली होती की काही महिन्यांनी त्यांना चांगला भाव मिळेल. मग बाजारात विक्री. परंतु, पावसामुळे साठवलेला कांदा सडत आहे. त्यामुळे शेतकऱ्यांना कमी भावात कांदा विकावा लागत आहे. मात्र, आता काही जिल्ह्यांमध्ये कांद्याच्या दरात किंचित सुधारणा होत आहे. मात्र अद्यापही शेतकऱ्यांना योग्य भाव मिळण्याची प्रतीक्षा आहे.

    शेतकऱ्यांची अडचण असेल तर त्यावर बोलले पाहिजे. एक तर कांद्याला योग्य भाव मिळत नाही आणि दुसरे म्हणजे साठवलेला कांदा आता सडत आहे. यामुळे आमचे लाखोंचे नुकसान होत आहे. दीर्घकाळ साठवलेल्या कांद्यावरही किडींचा परिणाम दिसून येत असल्याचे शेतकऱ्याने सांगितले.

    राज्यातील कांदा बाजारभाव

    बाजार समिती जात/प्रत परिमाण आवक कमीत कमी दर जास्तीत जास्त दर सर्वसाधारण दर
    30/08/2022
    मुंबई – कांदा बटाटा मार्केट क्विंटल 9172 900 1500 1200
    कराड हालवा क्विंटल 126 200 1400 1400
    पुणे लोकल क्विंटल 8706 500 1500 1000
    पुणे- खडकी लोकल क्विंटल 11 1200 1400 1300
    पुणे -पिंपरी लोकल क्विंटल 1 600 600 600
    पुणे-मोशी लोकल क्विंटल 206 500 1200 850
    येवला -आंदरसूल उन्हाळी क्विंटल 7000 200 1230 950
    लासलगाव उन्हाळी क्विंटल 18000 500 1441 1150
    मनमाड उन्हाळी क्विंटल 4000 300 1107 950
    29/08/2022
    कोल्हापूर क्विंटल 2795 500 1600 1000
    औरंगाबाद क्विंटल 1491 300 1200 750
    मुंबई – कांदा बटाटा मार्केट क्विंटल 14142 800 1500 1150
    श्रीगोंदा क्विंटल 323 1000 1550 1300
    सातारा क्विंटल 140 1000 1400 1200
    मंगळवेढा क्विंटल 147 250 1620 1260
    जुन्नर – नारायणगाव चिंचवड क्विंटल 57 200 1350 700
    कराड हालवा क्विंटल 99 500 1400 1400
    धुळे लाल क्विंटल 270 200 1200 800
    जळगाव लाल क्विंटल 575 350 1000 700
    नागपूर लाल क्विंटल 1000 1000 1500 1375
    साक्री लाल क्विंटल 34650 400 1175 850
    अमरावती- फळ आणि भाजीपाला लोकल क्विंटल 408 100 1000 550
    सांगली -फळे भाजीपाला लोकल क्विंटल 2686 500 1400 950
    पुणे लोकल क्विंटल 7448 600 1500 1050
    पुणे- खडकी लोकल क्विंटल 20 1200 1300 1250
    पुणे -पिंपरी लोकल क्विंटल 2 1100 1100 1100
    पुणे-मांजरी लोकल क्विंटल 99 1100 1700 1500
    पुणे-मोशी लोकल क्विंटल 354 400 1200 800
    कामठी लोकल क्विंटल 14 1000 1600 1400
    संगमनेर नं. १ क्विंटल 3756 1200 1501 1350
    शेवगाव नं. १ क्विंटल 2406 1200 1500 1500
    कल्याण नं. १ क्विंटल 3 1000 1400 1200
    संगमनेर नं. २ क्विंटल 2253 900 1200 1050
    शेवगाव नं. २ क्विंटल 1365 900 1100 900
    संगमनेर नं. ३ क्विंटल 1096 500 900 700
    शेवगाव नं. ३ क्विंटल 960 200 800 800
    नागपूर पांढरा क्विंटल 1000 1000 1500 1375
    येवला उन्हाळी क्विंटल 17246 300 1315 950
    येवला -आंदरसूल उन्हाळी क्विंटल 9785 200 1167 950
    नाशिक उन्हाळी क्विंटल 4371 300 1200 1000
    लासलगाव उन्हाळी क्विंटल 26446 500 1400 1130
    लासलगाव – निफाड उन्हाळी क्विंटल 5850 400 1200 1050
    लासलगाव – विंचूर उन्हाळी क्विंटल 21080 500 1431 1100
    मालेगाव-मुंगसे उन्हाळी क्विंटल 15000 300 1200 1050
    सिन्नर उन्हाळी क्विंटल 3579 100 1140 900
    सिन्नर- नांदूर शिंगोटे उन्हाळी क्विंटल 14675 150 1451 1050
    सिन्नर – नायगाव उन्हाळी क्विंटल 1500 200 1150 1050
    सिन्नर – पांढूरली उन्हाळी क्विंटल 971 100 1351 951
    सिन्नर – वडांगळी उन्हाळी क्विंटल 490 300 1280 1000
    राहूरी -वांबोरी उन्हाळी क्विंटल 12067 100 1600 900
    चाळीसगाव उन्हाळी क्विंटल 3900 200 1177 890
    चांदवड उन्हाळी क्विंटल 4200 500 1353 1050
    मनमाड उन्हाळी क्विंटल 7927 300 1305 1050
    लोणंद उन्हाळी क्विंटल 113 350 1400 1050
    सटाणा उन्हाळी क्विंटल 19210 225 1475 1100
    पिंपळगाव बसवंत उन्हाळी क्विंटल 29024 300 1740 1200
    पिंपळगाव(ब) – सायखेडा उन्हाळी क्विंटल 10445 400 1311 950
    दिंडोरी उन्हाळी क्विंटल 71 860 1155 1070
    वैजापूर उन्हाळी क्विंटल 6097 300 1400 1000
    देवळा उन्हाळी क्विंटल 11050 150 1285 1100
    राहता उन्हाळी क्विंटल 465 371 1260 900
    नामपूर उन्हाळी क्विंटल 18600 200 1365 1100
    नामपूर- करंजाड उन्हाळी क्विंटल 9602 200 1160 950