Author: Biharadmin

  • प्रो.चंद्रशेखर बने अररिया के प्रभारी मंत्री



    भरगामा / संजीव कुमार 

    अररिया : बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री प्रोफ़ेसर चंद्रशेखर यादव को अररिया जिला का प्रभारी मंत्री बनाए जाने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एव उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव को साधुवाद दिया है।प्रभारी मंत्री सह शिक्षा मंत्री को युवा राजद के प्रदेश महासचिव विजय सिंह यादव

    युवा राजद प्रखंड अध्यक्ष संतोष कुमार यादव आदि ने शुभकामना देते हुए कहा कि समाजवादी नेता प्रो चंद्रशेखर के नेतृत्व में अररिया जिला का चहुमुखी विकास होगा ।अररिया सहित पूरे सीमांचल में सामाजिक न्याय का झंडा बुलंद होगा । राजद के प्रदेश महासचिव विजय सिंह यादव ने कहा कि महागठबंधन की सरकार बिहार में बनने के बाद से दबे कुचले शोषित पीड़ित वर्ग में खुशी का माहौल है।

  • आरसीपी सिंह के राजद और जदयू के विलय की संभावना वाले बयान पर ललन सिंह का जवाब, कह दी ये बड़ी बात

    लाइव सिटीज, पटना: आरसीपी सिंह के राजद और जदयू के विलय की संभावना वाले बयान पर आज एकबार फिर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने जुबानी हमला किया.  उन्होंने साफ-साफ कहा कि आरसीपी सिंह बीजेपी के एजेंट हैं. आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार के पीठ में छुरा खोंपा है.

    ललन सिंह ने कहा कि आरसीपी सिंह ने बीजेपी ज्वॉइन करने का आज एलान किया है, तो इसमें नया क्या है. वो तो बीजेपी के एजेंट हैं. ललन सिंह ने कहा कि जेडीयू को 43 सीट पर पहुंचाने में बीजेपी के साथ मिलकर आरसीपी षड्यंत्र किया. एक तरह से उन्होंने नीतीश कुमार की पीठ में छुरा घोंपा है. नीतीश कुमार के 2019 के स्टैंड को कायम रखना आपकी जिम्मेदारी थी. लेकिन वे नहीं रख सके. आप एजेंट थे बीजेपी के इसलिए आपको हटाकर हमें राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया.

    ललन सिंह ने कहा कि जेडीयू का अस्तित्व समाप्त करने की बात करने वाले का ही अस्तित्व समाप्त हो जाएगा. आरसीपी सिंह को लेकर उन्होंने कहा कि वो नीतीश कुमार के स्टाफ थे. उन्होंने राजनीति में आने की इच्छा व्यक्त की तो नीतीश कुमार ने उन्हें इस लायक बना दिया. वर्ना आपको जेडीयू के बारे में कुछ पता है? उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने उन्हें बोलने के लायक बनाया. पहचान दी उनको.

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  • पटना हाईकोर्ट में राज्य के वन व पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव की पत्नी ऐश्वर्या राय की अपील पर सुनवाई 1सितम्बर,2022 तक टल गयी

    जस्टिस आशुतोष कुमार सिंह की खंडपीठ इस अपील पर सुनवाई कर रही है।

    पिछली सुनवाई में कोर्ट ने सुनवाई करते हुए दोनों पक्षों को सुलह का प्रयास करने को कहा।इसके लिए दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं को इनके बीच बैठक कर सुलह के मुद्दे पर संभावना तलाशने को कहा था।पूर्व की सुनवाई में तेजप्रताप और ऐश्वर्या कोर्ट में उपस्थित हुए थे।

    पिछली सुनवाई में कोर्ट ने दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं से यह बताने को कहा कि क्या दोनों पक्षों में सुलह की संभावना है। कोर्ट ने इस मुद्दे पर दोनों पक्षों से जवाब देने को कहा था।

    ऐश्वर्या की ओर से वरीय अधिवक्ता पी एन शाही ने कोर्ट के पक्ष रखा था।तेज प्रताप के अधिवक्ता जगन्नाथ सिंह ने बताया था कि घरेलू हिंसा को लेकर ऐश्वर्या राय के विरुद्ध पारित आदेश व भरणपोषण(मेंटेनेन्स) से जुड़े मामले में राशि को बढ़ाने को लेकर हाई कोर्ट में अपील दायर किया गया है।



    इस मामलें की सुनवाई अब अगली सुनवाई1सितम्बर, 2022 को की जाएगी।

  • जंगलराज के आरोपों पर नीतीश कुमार ने ‍BJP को सुना दी, जानें क्या कहा

    लाइव सिटीज, पटना: बिहार में सियासी उलटफेर के बाद नीतीश कुमार अपने पुराने सहयोगी लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव के साथ मिलकर महागठबंधन की सरकार बना चुके हैं. नीतीश कुमार के इस कदम से बीजेपी अभी भी सदमें से नहीं उबर पाई है. बीजेपी बीते कुछ दिनों में बिहार में हुए आपराधिक वारदातों को लेकर बीजेपी नीतीश सरकार पर जंगलराज का हवाला देते हुए करारा हमला कर रही है. वहीं, बीजेपी के आरोपों को नीतीश कुमार ने हस कर टाल दिया.

    बीजेपी के आरोपों पर नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी के मन में जो आ रहा है. वह अनाप-शानाप बयानबाजी कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में कानून-व्यवस्था का राज कल भी कायम था और आज भी कायम है. उन्होंने कहा कि किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है. तेजस्वी यादव का नाम लिए बिना नीतीश कुमार ने उनकी तरफ इशारा करते हुए कहा कि महागठबंधन की सरकार युवाओं के लिए काम करेगी. लोगों को रोजगार मुहैया कराएगी. बिहार में और तेजी यानी तेजी से विकास कार्यों का काम होगा. किसी को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं हैं.

    गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने जब से महगठबंधन के साथ नई सरकार बनाई है. उसके बाद से ही बीजेपी के वरीय नेता नीतीश सराकर पर हाल में हुए अपराधों का हवाला देते हुए हमलावर है. बीजेपी नीतीश-तेजस्वी सरकार की तुलना लालू यादव और राबड़ी देवी की सरकार से कर रहे हैं. बीजेपी बिहार जंगलराज का हवाला देते हुए सरकार पर तीखे सवालों का बौछार कर रही है

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  • शेतकऱ्यांच्या मागण्या मान्य होईपर्यंत आम्ही स्वस्थ बसणार नाही : अजित पवार





    शेतकऱ्यांच्या मागण्या मान्य होईपर्यंत आम्ही स्वस्थ बसणार नाही : अजित पवार | Hello Krushi































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  • राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों के अंतर्गत कालेजों द्वारा यूजीसी को उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं देने के मामलें पर पटना हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाया

    चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने वेटरन फोरम की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि जो धनराशि कालेजों को दी जाती है,इसकी जिम्मेदारी किसी के द्वारा नहीं लेना गंभीर मामला है।

    कोर्ट ने सभी विश्वविद्यालयों के वीसी और यूजीसी को हलफनामा दायर कर पूरी स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश दिया।कोर्ट ने सभी विश्वविद्यालयों को दो दिनों के भीतर उपयोगिता प्रमाण पत्र यूजीसी के समक्ष प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।यूजीसी उसके बाद एक सप्ताह में कार्रवाई करेगा।

    याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता रितिका रानी ने कोर्ट को बताया कि राज्य में अंगीभूत और सम्बद्धता प्राप्त कालेजों की संख्या 325 है।इन कालेजों को काफी पहले यूजीसी ने जो अनुदान दिया था, उसका बहुत सारे मामलों में अबतक उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं प्रस्तुत किया गया है।

    उन्होंने कोर्ट को बताया कि राज्य के विभिन्न कालेजों द्वारा 124 करोड़ रुपए का उपयोगिता प्रमाण पत्र यूजीसी को प्रस्तुत नहीं किया गया है।कोर्ट ने स्पष्ट किया कि यदि कालेजों द्वारा दो दिनों के भीतर उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं जमा किये गए, तो सम्बंधित वीसी का वेतन रोक दिया जाएगा।

    PatnaHighCourt
    #PatnaHighCourt

    कोर्ट ने ये साफ कर दिया कि कालेजों द्वारा निर्धारित परफॉर्मा पर उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं दिए गए, तो इसकी जांच कोर्ट कमिश्नर से कराई जा सकती हैं।

    इस मामलें पर अगली सुनवाई 8सितम्बर,2022 को होगी।

  • लाखों अभ्यर्थियों का इंतजार खत्म, 67वीं BPSC की PT परीक्षा इस दिन, हो गई घोषणा

    लाइव सिटीज, पटना: बिहार लोक सेवा आयोग ने 67वीं संयुक्‍त प्रारंभिक परीक्षा की नई तिथि की घोषणा कर दी है. बीपीएससी के चेयरमैन अतुल प्रसाद ने बताया कि परीक्षा 20 सितंबर और 22 सितंबर को दो शिफ्टों में होगी. इसमें छह लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे तथा मार्क्स परसेंटाइल के आधार पर दिए जाएंगे. विदित हो कि बीते आठ मई को पेपर लीक होने के कारण यह परीक्षा रद कर दी गई थी.

    बीपीएसी की 67वीं प्रारंभिक परीक्षा देने जा रहे छह लाख से अधिक युवाओं के लिए यह बड़ी खबर है. आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने प्रारंभिक परीक्षा की तारीख की घोषणा कर दी है. आयोग इसके अलावा अपनी अन्‍य परीक्षाओं की तिथियों की जानकारी भी अपनी आफिशियल वेबसाइट bpsc.bih.nic.in पर भी देने जा रहा है.

    इस बार परीक्षा में नकल रोकने के लिए भी कड़े इंतजाम किए जाएंगे. परीक्षा के प्रश्न पत्रों को सील में भेजा जाएगा एवं सील परीक्षा हॉल में ही खोली जाएगी. इसके अलावा सभी परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगाए जाएंगे. साथ ही प्रश्न पत्र ले जाने के लिए जीपीएस का उपयोग किया जाएगा. पेपर खत्म होने के बाद उम्मीदवारों के सामने ही उनकी ओएमआर शीट को सील किया जाएगा.

    आपको बता दें कि 8 मई को पेपर लीक होने के चलते बीपीएससी 67वीं पीटी परीक्षा रद्द कर दी गई थी. 802 पदों के लिए छह लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे. बीपीएससी 67 वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) का प्रश्नपत्र वायरल होने के मामले में अब तक कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है.बीपीएससी 67वीं परीक्षा की नई तिथि के ऐलान में देरी से अभ्यर्थी काफी परेशान थे. वह लगातार सोशल मीडिया पर एग्जाम की डेट जारी करने की मांग कर रहे थे.

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  • गवार आणि मटारच्या किंमती पुन्हा वाढल्या; पहा पुणे बाजार समितीतील शेतमाल बाजारभाव





    गवार आणि मटारच्या किंमती पुन्हा वाढल्या; पहा पुणे बाजार समितीतील शेतमाल बाजारभाव | Hello Krushi































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  • पटना हाईकोर्ट ने बिहार के गर्भाशय घोटाले के मामलें पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार के मुख्य सचिव को इस मामलें में अब तक की गई कार्रवाई का ब्यौरा हलफनामा पर अगली सुनवाई में दायर करने का निर्देश दिया

    जस्टिस अश्वनी कुमार सिंह की खंडपीठ ने वेटरन फोरम की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्य सचिव को ये भी बताने को कहा कि आगे इस मामलें में क्या कार्रवाई करने की योजना है।

    आज कोर्ट में उपस्थित एडवोकेट जनरल ने कोर्ट को बताया कि इस जनहित याचिका में दिए गए तथ्य वास्तविक नहीं हैं।उन्होंने बताया कि बिहार राज्य मानवाधिकार आयोग के समक्ष साढ़े चार सौ इस तरह के मामलें आए थे।

    उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के जांच के बाद नौ जिलों में गर्भाशय निकाले जाने के सात सौ दो मामलें आए थे।इन मामलों में प्राथमिकी दर्ज कराई गई और आगे की कार्रवाई चल रही है।

    उन्होंने कोर्ट को बताया कि पीड़ित महिलाओं को क्षतिपूर्ति राज्य सरकार ने पचास पचास हजार रुपये पहले ही दे दिए।इसके बाद बिहार राज्य मानवाधिकार आयोग ने आदेश दिया कि यह राशि बढ़ा कर डेढ़ और अढाइ लाख रुपए बतौर क्षतिपूर्ति दिए जाए।

    महाधिवक्ता ललित किशोर ने कोर्ट को बताया कि क्षतिपूर्ति की राशि देने के लिए राज्य सरकार ने 5.89 करोड़ रुपए निर्गत किये है।कुछ दिनों में क्षतिपूर्ति की राशि पीडितों के बीच वितरित कर दिया जाएगा।

    कोर्ट ने राज्य सरकार से जानना चाहा कि किन किन धाराओं के दोषियों के विरुद्ध मामलें दर्ज किये गए।मानव शरीर से बिना सहमति के अंग निकाला जाना गंभीर अपराध है।इसलिए उनके विरुद्ध नियमों के तहत ही धाराएं लगानी जानी चाहिए।

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    #PatnaHighCourt

    याचिकाकर्ता के अधिवक्ता दीनू कुमार ने बताया था कि सबसे पहले ये मामला मानवाधिकार आयोग के समक्ष 2012 में लाया गया था।2017 में पटना हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका वेटरन फोरम ने दायर किया गया था।

    इसमें ये आरोप लगाया गया था कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का गलत लाभ उठाने के लिए बिहार के विभिन्न अस्पतालों/डॉक्टरों द्वारा बड़ी तादाद में बगैर महिलाओं की सहमति के ऑपरेशन कर गर्भाशय निकाल लिए गए।

    अधिवक्ता दीनू कुमार ने बताया कि पीड़ित महिलाओं की बड़ी संख्या होने की सम्भावना है। बीमा राशि लेने के चक्कर में 82 पुरुषों का भी आपरेशन कर दिया गया।

    इस मामलें पर अगली सुनवाई 6 सितम्बर,2022 को की जाएगी।

  • मुकेश सहनी खूब बोले बीजेपी पर, आप करें तो रासलीला और हम करें तो कैरेक्टर ढीला…ये कैसे

    लाइव सिटीज, पटना: बिहार में सियासी उलटफेर के बाद नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव के साथ मिलकर महागठबंधन की सरकार फिर से बन गई है. नई सरकार में कैबिनेट का भी विस्तार हो गया. सभी मंत्रियों ने अपना पदभार भी ग्रहण कर लिया है. नई सरकार बनने के बाद बीजेपी महागठबंधन पर हमला कर रही है. कई तरह के आरोप लगा रहे हैं. वहीं, बीजेपी के बयानों पर मुकेश सहनी हमला बोला है. मुकेश सहना ने कहा कि “तुम करो रास लीला हम करे तो कैरेक्टर ढीला”..

    मुकेश सहनी ने कहा कि जब से बिहार में महागठबंधन की नई सरकार बनीं है तब से बीजेपी धरना प्रदर्शन कर रही है. जिला से लेकर प्रखंड और पंचायत तक में बीजेपी धरना पर बैठ गयी है. बीजेपी के नेता इस दौरान प्रदर्शन करते दिख रहे हैं. बीजेपी आज पूरी तरह से विपक्ष की भूमिका में आ गयी है. नीतीश कुमार का एनडीए के साथ छोड़कर महागठबंधन में चले जाने के बाद बीजेपी लगातार हमलावर हो गई है और नीतीश कुमार पर बीजेपी और जनता को धोखा देने का आरोप लगाया.

    बीजेपी के इस आरोप पर पलटवार करते हुए मुकेश सहनी ने कहा कि “तुम करो रास लीला हम करे तो कैरेक्टर ढीला”..मुकेश सहनी ने कहा कि ऐसा कोई राज्य नहीं है जहां वहां के लोगों को बीजेपी परेशान नहीं करती होगी. महाराष्ट्र में बना बनाया सरकार को बीजेपी ने टूड़वा दिया और गोवा में भी वही काम किया. अरुणाचल प्रदेश में नीतीश कुमार के 6 विधायकों को अपने पार्टी में मिला लिया.

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