Author: Biharadmin

  • कतरीसराय में आयोजित जिलाधिकारी आमलोगों की समस्याओं से हुए रूबरू

    कतरीसराय प्रखंड सभागार में आयोजित जनता दरबार में 29 आवेदन प्राप्त हुए।जिलाधिकारी ने स्वयं एक-एक आवेदक के पास जाकर उनकी समस्याओं को सुना तथा संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को त्वरित निष्पादन को लेकर आवश्यक दिशा निदेश दिया।

    पुराने राजकीय नलकूपों की मरम्मती,बिजली लाइन/ट्रांसफार्मर को शिफ्ट करने, प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिए जाने, पुराने चापाकलों की मरम्मती एवं नए चापाकल लगाने, नल जल योजना में जलापूर्ति बाधित रहने आदि विषयों से संबंधित आवेदन लोगों द्वारा दिये गए।छाछू बीघा से लोहराजपुर पथ की मरम्मती हेतु कार्रवाई की मांग की गई।कतरीसराय के वार्ड नम्बर 15 में जल निकासी की व्यवस्था हेतु अनुरोध किया गया। प्रखंड कार्यालय के पीछे से भी जल निकासी हेतु व्यवस्था की बात स्थानीय लोगों द्वारा की गई। जिलाधिकारी ने भूमि सुधार उप समाहर्त्ता से जमीन उपलब्ध्ता की जांच कराकर कार्रवाई की बात कही।

    सभी प्राप्त आवेदनों की कंप्यूटर में प्रविष्टि कराकर संबंधित पदाधिकारियों को निष्पादन हेतु भेजा गया।
    सभी संबंधित पदाधिकारियों को आवेदनों के त्वरित निष्पादन का निदेश दिया गया। पीएचईडी के सहायक एवं कनीय अभियंता से चापाकलों की मरम्मती, नया चापाकल लगाने के बारे में जानकारी ली गई।बताया गया कि प्रखण्ड में 5 नए चापाकल लगाए गए हैं तथा 46 चापाकलों की मरम्मती की गई है। जिलाधिकारी ने कार्य की धीमी प्रगति को लेकर दोनों अभियंताओं से स्पष्टीकरण पूछा।

    इस क्रम में कुछ स्थानीय पंचायत के जनप्रतिनिधियों द्वारा भी अपने पंचायतों से संबंधित समस्याओं को भी संज्ञान में लाया गया। कुछ जनप्रतिनिधियों द्वारा स्थानीय पीएचसी में डेंटिस्ट की व्यवस्था हेतु अनुरोध किया गया।
    इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्त्ता, सहित विभिन्न विभागों के जिलास्तरीय पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं अन्य प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।

  • जिलाधिकारी ने रहुई प्रखंड एवं अंचल कार्यालय का किया निरीक्षण

    जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर ने आज रहुई प्रखंड एवं अंचल कार्यालय का निरीक्षण किया।रीक्षण से पूर्व उन्होंने पंचायतीराज संस्थाओं के स्थानीय जनप्रतिनिधियों से स्थानीय समस्याओं के बारे में फ़ीडबैक लिया।जनप्रतिनिधियों द्वारा दोसुत में राजकीय नलकूप को चालू करने, पंचायत सरकार भवन में राजस्व कर्मचारी की रोस्टर के अनुरूप नियमित उपस्थिति सुनिश्चित हेतु कार्रवाई को कहा गया । रहीमपुर में पंचाने नदी के तटबंध को ऊँचा करने की आवश्यकता बताई गई।

    इतासंग भदवा कुछ वार्डों में कुछ घरों के जलापूर्ति से वंचित होने के बारे में जानकारी दी गई।पेयजल की स्थिति को लेकर पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता के साथ समीक्षा की गई। बताया गया कि रहुई प्रखंड में 140 चापाकलों की मरम्मती के लक्ष्य के विरुद्ध अब तक 51 की मरम्मती की गई है तथा 24 नए चापाकल लगाने के लक्ष्य के विरुद्ध 6 नए चापाकल का अधिष्ठापन कराया गया है। कार्यों की धीमी प्रगति पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यपालक अभियंता पीएचईडी से स्पष्टीकरण पूछा।

    दोसुत एवं पैठना पंचायत में राजकीय नलकूपों की अविलंब मरम्मती सुनिश्चित कराने का निदेश संबंधित पंचायत सचिव एवं कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई को दिया गया।उन्होंने उप विकास आयुक्त को सभी पंचायत सचिवों के साथ नियमित बैठक कर मरम्मती हेतु राशि प्राप्त सभी राजकीय नलकूपों की शीघ्र मरम्मती सुनिश्चित कराने को कहा।
    प्रखंड निरीक्षण के क्रम में सबसे पहले प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की समीक्षा की गई।जिलाधिकारी ने सभी स्वीकृति प्राप्त लाभुकों को देय क़िस्त की राशि का भुगतान एवं आवास निर्माण पूरा कराने पर विशेष बल देने का निदेश दिया।

    राशन कार्ड के लिए प्राप्त आवेदनों के निष्पादन में अस्वीकृत आवेदनों का प्रतिशत अधिक पाया गया। जिलाधिकारी ने कुछ आवेदनों का रैंडम अवलोकन किया तथा वास्तविक रुप से स्थल जांच के आधार पर ही निर्धारित प्रावधान के अनुरूप आवेदन को स्वीकृत या अस्वीकृत करने का निर्देश दिया।

    प्रखंड में नए प्रखंड पशु अस्पताल कार्यालय भवन का निर्माण कराया गया है जिलाधिकारी ने 24 घंटे के अंदर पशुपालन कार्यालय को नए भवन में शिफ्ट करने का निर्देश दिया।प्रखंड के पंचायती राज विभाग द्वारा क्रियान्वित वार्डों में से 2 वार्ड में डब्ल्यूआईएमसी का गठन नहीं किया गया है तथा 22 वार्डों में दस्तावेजों का हस्तांतरण नहीं हुआ है। इस संबंध में नोटिस निर्गत किया गया है। जिलाधिकारी ने अविलंब नोटिस की प्रक्रिया को पूरा करते हुए दस्तावेज हस्तांतरित नहीं करने वाले डब्ल्यू आई एम सी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया।

    अंचल से संबंधित कार्यों के निरीक्षण के क्रम में परिमार्जन एवं दाखिल खारिज के सबसे पुराने लंबित आवेदनों का अवलोकन किया गया।ऑनलाइन म्यूटेशन का 13 लंबित मामला 63 दिनों की निर्धारित अवधि से अधिक समय का पाया गया। जिलाधिकारी ने परिमार्जन के लंबित कुछ आवेदन एवं राजस्व कर्मचारी के जांच प्रतिवेदन का अवलोकन किया। एक मामले में परिमार्जन का आवेदन अंचल अधिकारी द्वारा निष्पादित किया गया था परंतु ऑनलाइन अपडेट नहीं किया गया था। इसको लेकर जिलाधिकारी ने संबंधित हल्का कर्मचारी एवं कार्यपालक सहायक से स्पष्टीकरण पूछा।

    जिलाधिकारी ने अपर समाहर्ता को जिला के सभी राजस्व कर्मचारियों एवं परिमार्जन तथा म्यूटेशन का कार्य करने वाले कार्यपालक सहायकों के साथ अनुमंडलवार बैठक कर परिमार्जन एवं दाखिल खारिज के आवेदनों के पारदर्शी निष्पादन को लेकर स्पष्ट रूप से निर्देशित करने को कहा गया। आवेदन में छोटी-छोटी त्रुटियों के कारण आवेदन को अस्वीकृत करने की जगह उन त्रुटियों का निवारण कर आगे की प्रक्रिया सुनिश्चित करने की मंशा से कार्य करने का निदेश दिया।
    पंचायत सरकार भवन, एसएफसी के गोदाम निर्माण, आंगनबाड़ी केंद्र भवन के निर्माण सहित अन्य परियोजनाओं के लिए भी जमीन की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का निर्देश अंचलाधिकारी को दिया गया।

    संभावित बाढ़ आपदा को लेकर प्रखंड में 8 राहत शिविर स्थल को चिन्हित किया गया है जिलाधिकारी ने सभी चिन्हित स्थलों पर सामुदायिक रसोई को आवश्यकता पड़ने पर 2 घंटे के अंदर इसका संचालन सुनिश्चित कराने की व्यवस्था को लेकर पूर्व तैयारी रखने को कहा।

    इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्त्ता,अनुमंडल पदाधिकारी बिहार शरीफ, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, जिला राजस्व शाखा प्रभारी, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी/विद्युत सहित अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी एवं स्थानीय प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी आदि उपस्थित थे।

  • तुरीच्या लागवडीत घट; दर मात्र आणखी वाढण्याची शक्यता





    तुरीच्या लागवडीत घट; दर मात्र आणखी वाढण्याची शक्यता | Hello Krushi





























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  • रोटरी क्लब तथागत द्वारा शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया।

    श्रम कल्याण केंद्र मैदान में 12 अगस्त 2022 दिन शुक्रवार को आज़ादी के 75 वर्ष होने के अवसर पर अमृत महोत्सव के तहत रोटरी क्लब तथागत द्वारा शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया।

    शपथ ग्रहण एवं देशभक्ति गीतों के इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में स्कूल एवं कॉलेज के छात्र, शिक्षक एवं उनके अभिभावक, महिलाएं, युवा, गणमान्य लोग सहित शहर के अनेक बुद्दिजीवी मौजूद थे।

    कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत रोटरी तथागत के अध्यक्ष रो अनिल कुमार, सचिव रो परमेश्वर महतो, परियोजना निदेशक रो डॉ नीरज कुमार, वरिष्ठ सदस्य रो डॉ अरविंद कुमार सिन्हा, नालंदा कॉलेज के प्राचार्य डॉ राम कृष्ण परमहंस, पब्लिक स्कूल असोसिएशन के अध्यक्ष आशीष रंजन, आरपीएस स्कूल के निदेशक अरविंद कुमार एवं इनर व्हील क्लब की अध्यक्ष संजना जोसेफ ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया।

    कार्यक्रम की शुरुआत में सेंट जोसेफ स्कूल के बच्चों के द्वारा राष्ट गान गाया गया तो वहीं आरपीएस स्कूल के बच्चों के द्वारा वंदे मातरम का गायन किया गया। बाद में सेंट जोसेफ स्कूल के बच्चों एवं नालंदा कॉलेज के छात्राओं के देशभक्ति गीतों पर प्रस्तुत नृत्य ने उपस्थित लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया। जय हो, सबसे आगे होंगे हिंदुस्तानी जैसे गानों पर लोग लोग झूम उठे। श्रम कल्याण मैदान शहरवासियों से भरा था जो बीच बीच में भारत माता की जय एवं वंदे मातरम का नारा लगा कर उत्साहित हो रहे थे।

    रो डॉ बिनीत लाल ने आज़ादी का अमृत महोत्सव के महत्व एवं प्रासंगिकता के बारे में बताया। प्रजापिता ब्रहमाकुमारी इश्वरीय विश्वविद्यालय की बहन अनुपमा ने उपस्थित जनसमूह को देश के प्रति अपने कर्तव्यों को याद दिलाते हुए सभी को शपथ दिलाई। उपस्थित लोगों ने एक हाथ में तिरंगा तो दूसरे हाथ में मोमबत्ती लेकर देश की एकता एवं अखंडता को बनाये रखने, पर्यावरण का संरक्षण करने, वरिष्ठ नागरिकों एवं महिलाओं का सम्मान करने, स्वच्छता को अपने जीवन में उतारने और एक अच्छे इंसान बनने की शपथ ली। कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा धन्यवाद ज्ञापन के साथ रो डॉ अरविंद कुमार सिन्हा ने किया। पूरे कार्यक्रम में देशभक्ति गीतों के साथ ही तिरंगा लहराते हुए आम शहरवासी आज़ादी के इस अमृत महोत्सव को रोटरी तथागत के साथ पूरे उत्साह के साथ मनाया।

    इस ऐतिहासिक कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए नालंदा कॉलेज, आरपीएस स्कूल, नालंदा विद्या मंदिर, सेंट जोसेफ स्कूल के छात्र-छात्राएं, अभिवावक एवं शिक्षकगण, इंटरेक्ट क्लब, रोटरेक्ट क्लब, लायंस क्लब, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की बहने, इनरव्हील क्लब की सदस्यों ने अपनी भूमिका निभायी।

  • नालंदा में फूड प्वाइजनिंग, एक ही परिवार के 4 लोग बीमार, सभी सदर अस्पताल में भर्ती

    लाइव सिटीज, सेंट्रल डेस्क: बिहार के नालंदा जिले में फूड प्वाइजनिंग से एक ही परिवार के 4 लोग बीमार हो गये. सभी लोगों को बिहार शरीफ सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है. मामला दीपनगर थाना क्षेत्र मेघी नगमा गांव का है. बताया जा रहा है कि घर में मशरूम की सब्जी बनी थी, जिसे खाने के बाद परिवार के 4 लोग हो गए.

    पीड़ित परिवार ने बताया की रक्षा बंधन के मौके पर अर्जुन राम ने खेत से लाये गये मशरूम की सब्जी बनी थी. सब्जी खाने के थोड़ी ही देर बाद परिवार के सभी सदस्यों को उल्टी होना शुरू हो गया.

    इसके बाद परिवार के सभी बीमार को इलाज के लिए बिहार शरीफ सद सदर अस्पताल लाया गया. बीमार होने वालों में काजल कुमारी, अर्जुन राम, सुगंधा कुमारी और खुशी कुमारी शामिल हैं. फिलहाल सभी लोग खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं.

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  • नालंदा जिले के रिसर्च स्कॉलर अनुज कुमार ने भारत का प्रतिनिधित्व किया

    बिहार के नालंदा जिले के रिसर्च स्कॉलर सिंगापुर में ‘एक्शन फॉर अर्थ – ग्लोबल लीडर्स समिट 2022’ में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए
    अनुज कुमार, प्रो. पी.के. वैद, लोक प्रशासन विभाग, आईसीडीईओएल, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला के रिसर्च स्कॉलर को सिंगापुर में आयोजित होने वाले “एक्शन फॉर अर्थ – ग्लोबल लीडर्स समिट 2022” में भाग लेने के लिए चुना गया है। सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रायोजित वैश्विक गोलार्ध द्वारा आयोजित 23 से 25 अगस्त 2022।

    अनुज कुमार इस अंतरराष्ट्रीय मंच पर अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में एचपी विश्वविद्यालय की तुलना में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले एकमात्र भारतीय हैं। “एक्शन फॉर अर्थ – ग्लोबल लीडर्स समिट (GLS-2022) सिंगापुर में प्लाजा में आयोजित होने वाला एक 3 दिवसीय शिखर सम्मेलन है, संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) के साथ ग्लोबल कम्युनिटी लीडर्स के लिए नेशनल लाइब्रेरी बोर्ड।
    आसियान, अफ्रीका, एशिया और यूरोप के प्रतिनिधियों से पानी के नीचे जीवन, भूमि पर जीवन, स्वच्छ जल और स्वच्छता, जलवायु परिवर्तन, समुदायों और शहरों में जीवन आदि पर ध्यान केंद्रित करते हुए संयुक्त राष्ट्र एसडीजी पर सर्वोत्तम प्रथाओं पर चर्चा और प्रदर्शन करने के लिए एक संवादात्मक संवाद में भाग लेने की उम्मीद है। .
    अनुज कुमार ने लोक प्रशासन, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अनुशासन में प्रो. पी.के. वैद के मार्गदर्शन में “हिमाचल प्रदेश में विस्तारित निर्माता उत्तरदायित्व के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक और प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन” विषय पर अपना पीएचडी शोध कार्य प्रस्तुत किया है। शिमला-05. वह सक्रिय रूप से शिक्षण सीखने की प्रक्रिया में लगे हुए हैं और समाज के उत्थान के लिए काम करते हैं। वह बिहार राज्य के नालंदा जिले के नूरसराय प्रखंड के रतनपुरा गांव के रहने वाले हैं.

  • कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा की कभी भी हो सकती हैं गिरफ्तारी, जानें क्या है मामला

    लाइव सिटीज, पटना: बिहार में नई बनी महागठबंधन की सरकार बनते ही विधायकों की परेशानी बढ़नी शुरू हो गई है. जिसमें सबसे पहले कांग्रेस की तरफ से मंत्री पद के प्रबल दावेदार भागलपुर विधायक अजीत शर्मा की बारी आई है.भागलपुर स्थित एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट ने स्थानीय कांग्रेस विधायक और विधानसभा में पार्टी के नेता अजीत शर्मा के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया है. एसीजेएम-1 प्रबाल दत्ता की अदालत ने 13 साल पुराने मुकदमे में फैसले की तारीख पर मौजूद नहीं रहने को गंभीर मानते हुए कार्रवाई की है.

    अदालत ने विधायक को पूर्व में मिली जमानत की सुविधा रद्द करते हुए इशाकचक थानाध्यक्ष को निर्देश दिया है कि आरोपित को गिरफ्तार कर 20 अगस्त को पेश किया जाए. सरकार की ओर से एसडीपीओ प्रभात कुमार ने जजमेंट को गंभीरता से नहीं लेने पर विधायक के खिलाफ वारंट निकालने का अनुरोध किया था, जबकि विधायक के वकील आशुतोष राय ने बिहार में बदलते राजनीतिक समीकरण का हवाला देते हुए एक और तारीख देने की मांग की थी.

    आपको बता दें की बहुजन समाज पार्टी से 2009 में हुए चुनाव में भाग्य आजमाने वाले अजीत शर्मा के विरुद्ध पीरपैंती के टोपरा क्षेत्र में कपड़े का बैनर सरकारी पोल में लगा देखा गया था. क्षेत्र का मुआयना करने निकले तत्कालीन अंचल निरीक्षक उपेन्द्र रजक ने बैनर जब्त किया था. बैनर में बहुजन समाज पार्टी के घोषित प्रत्याशी अजीत शर्मा की तस्वीर लगी थी. उन्होंने आसपास के अन्य लोगों से पूछताछ बाद पीरपैंती थाने में शर्मा के विरुद्ध आदर्श चुनाव आचार संहिता का केस दर्ज कराया था. दर्ज केस में पुलिस की तफ्तीश बाद उनके विरुद्ध लगे आरोप को सत्य पाते हुए पुलिस ने 17 मई 2009 में आरोपपत्र दाखिल किया था.

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  • कतरीसराय में आयोजित जनता दरबार में जिलाधिकारी आमलोगों की समस्याओं

    आज कतरीसराय प्रखंड सभागार में आयोजित जनता दरबार में 29 आवेदन प्राप्त हुए। जिलाधिकारी ने स्वयं एक-एक आवेदक के पास जाकर उनकी समस्याओं को सुना तथा संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को त्वरित निष्पादन को लेकर आवश्यक दिशा निदेश दिया। पुराने राजकीय नलकूपों की रम्मती,बिजली लाइन/ट्रांसफार्मर को शिफ्ट करने, प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिए जाने, पुराने चापाकलों की मरम्मती एवं नए चापाकल लगाने, नल जल योजना में जलापूर्ति बाधित रहने आदि विषयों से संबंधित आवेदन लोगों द्वारा दिये गए।छाछू बीघा से लोहराजपुर पथ की मरम्मती हेतु कार्रवाई की मांग की गई।कतरीसराय के वार्ड नम्बर 15 में जल निकासी की व्यवस्था हेतु अनुरोध किया गया। प्रखंड कार्यालय के पीछे से भी जल निकासी हेतु व्यवस्था की बात स्थानीय लोगों द्वारा की गई। जिलाधिकारी ने भूमि सुधार उप समाहर्त्ता से जमीन उपलब्ध्ता की जांच कराकर कार्रवाई की बात कही। सभी प्राप्त आवेदनों की कंप्यूटर में प्रविष्टि कराकर संबंधित पदाधिकारियों को निष्पादन हेतु भेजा गया। सभी संबंधित पदाधिकारियों को आवेदनों के त्वरित निष्पादन का निदेश दिया गया। पीएचईडी के सहायक एवं कनीय अभियंता से चापाकलों की मरम्मती, नया चापाकल लगाने के बारे में जानकारी ली गई।बताया गया कि प्रखण्ड में 5 नए चापाकल लगाए गए हैं तथा 46 चापाकलों की मरम्मती की गई है। जिलाधिकारी ने कार्य की धीमी प्रगति को लेकर दोनों अभियंताओं से स्पष्टीकरण पूछा।  इस क्रम में कुछ स्थानीय पंचायत के जनप्रतिनिधियों द्वारा भी अपने पंचायतों से संबंधित समस्याओं को भी संज्ञान में लाया गया। कुछ जनप्रतिनिधियों द्वारा स्थानीय पीएचसी में डेंटिस्ट की व्यवस्था हेतु अनुरोध किया गया। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्त्ता, सहित विभिन्न विभागों के जिलास्तरीय पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं अन्य प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।

  • नीतीश कुमार पलटू राम हैं -चंद्र उदय कुमार मुन्ना

    आलेख :- समाजसेवी चंद्र उदय कुमार मुन्ना ,नीतीश कुमार को पलटू राम या कुर्सी कुमार कहना उनकी राजनीतिक काबिलियत को छोटा करने की कोशिश है। लेकिन सच ये है कि राजनीति के वे माहिर खिलाड़ी हैं। अपने धुर विरोधियों को भी अपना समर्थक बनाना उन्हें खूब अच्छे से आता है। बिहार की 7 पार्टियां जो कलतक नीतीश कुमार के विरोध में थी, आज उनके समर्थन में हैं। धुर विरोधी राजद और अपनी विचारधारा को लेकर अडिग रहने वाली कम्युनिस्ट पार्टियां भी इनमें शामिल हैं। ये नीतीश कुमार की काबिलियत है कि हर कोई नीतीश कुमार को अपना बनाना चाहता है और जैसे ही नीतीश हामी भरते हैं, विरोधी समर्थन में मजबूती से उठ खड़े होते हैं। आज जो तेजस्वी यादव और लालू यादव का पूरा कुनबा-परिवार और पार्टी नीतीश कुमार को पीएम मैटेरियल बता रहे हैं और राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष का नेतृत्व करने के लिए आगे बढ़ने को कह रहे हैं, उसी तेजस्वी यादव और राजद परिवार ने नीतीश कुमार को 2017 में पलटू राम कहा था। कलतक जो बीजेपी कलतक नीतीश कुमार की पालकी ढो रही थी, वही बीजेपी आज उन्हें धोखेबाज और कुर्सी कुमार कह रही है।

    नीतीश कुमार धोखेबाज हैं, पलटू राम हैं, कुर्सी कुमार हैं, उनकी कोई निश्चित पॉलिटिकल आइडियोलॉजी नहीं है, राजनीति में वह भरोसे के लायक नहीं हैं, कब वह साथी बदल लें, कोई नहीं जानता आदि आदि, यही सब जुमले उनके साथ आरोप के तौर पर मढ़े जाते हैं, लेकिन बावजूद इसके सब नीतीश कुमार के साथ आने को लालायित रहते हैं-क्यों? और जैसे ही साथ आते हैं, क्यों सब कसीदे पढ़ने लगते हैं?

    पलटू राम का आरोप नीतीश कुमार पर 2017 में लगा था, जब नीतीश राजद-कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों का साथ छोड़ वापस बीजेपी के साथ चले गए थे। लेकिन दिलचस्प बात देखिए कि जो भरोसे के लायक नहीं हैं, उसी नीतीश के पाला बदलने से बिहार ही नहीं, पूरे देश के विपक्ष में खुशी और उम्मीद की लहर दौड़ गई है। नरेंद्र मोदी सरकार से त्रस्त और घबराए-किंकर्तव्यवईमूढ़ विपक्ष को एक ढाल मिल गया है। रातोंरात देश का पॉलिटिकल नैरेटिव चेंज हो गया है।

    बीजेपी इसी नैरेटिव के बल पर विपक्ष को रौंदती चली जा रही थी कि नरेंद्र मोदी का विकल्प नहीं है। बीजेपी के राष्ट्रीय नेता से लेकर बिहार बीजेपी के चंपू नेता तक 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद कहने लगे थे कि नीतीश कुमार की पार्टी की कम सीटें हैं, फिर भी हमने उनको मुख्यमंत्री बनाया, ये बीजेपी और नरेंद्र मोदी और अमित शाह जी का बड़प्पन है। उन्होंने कभी ये नहीं स्वीकारा कि चिराग पासवान को मोहरा बनाकर नीतीश कुमार को धोखा दिया। पिछले दो सालों में मोदी-शाह की टीम ने नीतीश कुमार को छोटा करने का कोई दांव नहीं छोड़ा। और जिस नीतीश कुमार को बीजेपी ने शिवसेना के उद्धव ठाकरे की तरह निबटाने की तैयारी कर दी थी, उसी नीतीश कुमार ने आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते हुए कह दिया हम तो पीएम के दावेदार नहीं हैं, लेकिन जो पीएम हैं वो 2024 में रहेंगे कि नहीं रहेंगे, नहीं पता।

    और इस एक लाइन के बयान से देश की राजनीति में उबाल आ गया। हताश और बिखरा विपक्ष खिल उठा और बीजेपी में उदासी पसर गई। बिहार बीजेपी का रोना पीटना कल से पूरा देश देख रहा है। बीजेपी के राष्ट्रीय नेता चुप हैं, जैसे पाला मार गया हो।

    टीवी चैनलों पर विद्वान विश्लेषक बहसे कर रहे हैं। नीतीश कुमार को लेकर, विपक्ष को लेकर, बीजेपी और नरेंद्र मोदी को लेकर नया नैरेटिव गढ़ रहे हैं। लेकिन ज्यादातर विश्लेषक यहाँ आकर ठहर जाते हैं- नीतीश कुमार पलटू नेता हैं, पता नहीं कब पलट जाएँ। लेकिन विडंबना है पलटने की वजह जानने के बाद भी विद्वान विश्लेषक इस तथ्य के पीछे के सच का विश्लेषण करना जरूरी नहीं समझते। पालतू मीडिया दिन रात नरेंद्र मोदी और आर एस एस के पक्ष और पसंद का नैरेटिव गढ़ने में लगा है, यह तो समझ में आता है, लेकिन बाकी मीडिया में भी नीतीश के पक्ष का नैरेटिव गढ़ने वाला कोई बुद्धिजीवी नजर नहीं आता।

    देश की लगभग सारी पार्टियों और नेताओं ने अपना पाला बदला। याद कीजिए आजादी की लड़ाई के समय कम्युनिस्ट पार्टियां और आरएसएस क्या कर रहे थे? कांग्रेस को हटाने के लिए गैर कांग्रेसियों ने क्या नहीं किया। सत्ता के लिए बीजेपी और कम्युनिस्ट पार्टियां भी एक नाव पर सवार हुईं। वंशवाद, भ्रष्टाचार और तानाशाही से लड़ने के नाम पर संघ और बीजेपी से हाथ मिलाने से परहेज नहीं किया और जब बीजेपी मजबूत हो गई तो सांप्रदायिकता और तानाशाही से लड़ने के नाम पर वे सब काँग्रेस के साथ चलने को खुशी खुशी तैयार हैं। क्या ये पलटना नहीं है? क्या ये आइडियोलॉजी के साथ चलना है?

    नीतीश कुमार ने भी तो वही किया। बीजेपी जब नरेंद्र मोदी को नेता चुन रही थी, तब उन्होंने नरेंद्र मोदी का विरोध किया और अलग हो गए। राजद-कांग्रेस-कम्युनिस्ट पार्टियों के साथ गए और जब राजद ने अपनी मनमानी शुरू की तो फिर से बीजेपी के साथ हो लिए। और जब बीजेपी ने तानाशाही रुख अख्तियार कर लिया तो राजद-कांग्रेस-कम्युनिस्ट गठबंधन को साथ ले लिया। एक तरफ गड्ढा दूसरी तरफ खाई। नीतीश कुमार ने दोनों से बिहार को बचाने की कोशिश की और बचाया भी।

    लेकिन क्या कभी उनपर लालू प्रसाद के जैसा भ्रष्टाचार और वंशवाद का आरोप लगा? क्या बीजेपी के साथ रहने के बाद भी कभी सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने या कहें धर्मनिरपेक्षता के भाव को नुकसान पहुंचाने का कोई काम किया? बल्कि इन दोनों मामलों में उन्होंने सारी पार्टियों से बेहतर काम किया।
    बंगाल में दशकों कम्युनिस्ट सरकार रही, पिछले दस साल से बंगाल में क्या हो रहा है? त्रिपुरा के हालात कैसे हैं? बीजेपी और नरेंद्र मोदी को रोकने के लिए कम्युनिस्ट पार्टियां क्या रही हैं? वैसे ही कांग्रेस के किस राज्य में हालात ठीक हैं? जहां बीजेपी सरकारें हैं वहाँ सांप्रदायिक सद्भाव और लोकतंत्र की क्या हालत है? लेकिन कांग्रेस, बीजेपी या कम्युनिस्ट सब अच्छी हैं, अपनी अपनी आइडियालोजी पर हैं, कोई पलटू नहीं हैं।

    क्या बिहार में नीतीश कुमार ने जो राजनीतिक स्थिति-परिस्थिति बनायी है कि हर पार्टी उन्हें अपना साथी बनाना चाहती है, कोई उन्हें अछूत नहीं मानती और जिसके साथ वो जातें हैं, उसकी बाछें खिल जाती है- नीतीश कुमार के कसीदे पढ़ने लगती हैं, क्या है इसकी वजह? उनकी पलटू राम, कुर्सी कुमार या अविश्वसनीयता की छवि या सबको साथ लेकर चलने की राजनीतिक कुशलता? सबका साथ सबका विकास नरेंद्र मोदी ने किया या नीतीश ने? 17 साल से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं- जातिवाद से बुरी तरह ग्रसित राज्य में कभी किसी जाति विशेष के साथ भेदभाव किया? बिहार जातीय नरसंहारों और सांप्रदायिक दंगों के लिए कुख्यात रहा है, दशकों ये सब झेला है, क्या नीतीश कुमार ने 17 साल के कार्यकाल में ऐसी स्थिति बनने दी? क्या कानून व्यवस्था, सड़क और बिजली की व्यवस्था तारीफ के योग्य नहीं है?

    बावजूद इसके नीतीश कुमार पलटू राम, कुर्सी कुमार हैं, राजनीतिक तौर अविश्वसनीय हैं तो इसलिए कि नीतीश ने अपने पक्ष में नैरेटिव गढ़ने वाले बौद्धिक नहीं बनाए। उन्होंने बस अपने काम से काम रखा। अपने परिवार को राजनीति से दूर रखा। जाति के गुंडे खड़े नहीं किए और न जाति के बौद्धिक गढ़े, जो उनके लिए टीवी पर आकर कसीदे पढ़े, अखबारों में आलेख लिखे। उन्होंने कार्यपालिका के काम में दखल देने वाले नेताओं पर लगाम लगाया। ध्यान रखा कि कानून का राज बना रहे। सांप्रदायिक सद्भाव न बिगड़े और बिहार में विकास हो।

  • अच्छी खबर: 12वीं हैं पास, तो बिहार पुलिस में इन पदों पर मिलेगी नौकरी, आज से आवेदन शुरू

    लाइव सिटीज, पटना: बिहार सेंट्रल सेलेक्शन बोर्ड ऑफ कांस्टेबल ने प्रोहिबिशन कांस्टेबल के पदों को भरने के लिए आवेदन मांगे हैं. इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवार जो इन पदों के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वे CSBC की आधिकारिक वेबसाइट csbc.bih.nic.in पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं. इन पदों के लिए आवेदन प्रक्रिया आज यानि 13 अगस्त से शुरू हो गई है.

    इसके अलावा उम्मीदवार सीधे इस लिंक https://www.csbc.bih.nic.in/Default.htm पर क्लिक करके भी इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं. साथ ही इस लिंक Bihar Police Recruitment 2022 Notification PDF के जरिए भी आधिकारिक नोटिफिकेशन को भी चेक कर सकते हैं. इस भर्ती प्रक्रिया के तहत कुल 76 पदों को भरा जाएगा

    उम्मीदवारों को किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 12वीं पास होना चाहिए. उम्मीदवारों की आयु 1 जनवरी, 2022 को 18 वर्ष से 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए अधिकतम आयु सीमा में छूट दी गई है. सामान्य/बीसी/ईबीसी/ईडब्ल्यूएस श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 675 रुपये है. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों, महिला उम्मीदवारों और थर्ड जेंडर के उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 180 रुपये है.

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