रहुई थाना क्षेत्र के भदवा-इतासंग गांव में मंगलवार को जहर से विवाहिता की मौत हो गयी। मायके वाले जहर खिलाकर हत्या करने का आरोप लगा रहे हैं। वहीं, पति का कहना है कि उसने खुद जहर खा लिया। मृतका अरुण प्रसाद की 32 वर्षीया पत्नी कुसुम देवी है। पुलिस ने पति को गिरफ्तार कर लिया है।
कुसुम की भाभी नूरसराय थाना क्षेत्र के बड़ारा गांव निवासी बेबी देवी ने बताया कि सुबह में उसने फोन कर कहा कि बच्चों की परवरिश कर दीजिएगा, मैं नहीं रहूंगी। यही बात उसने मां से भी दोहरायी थी। भाभी ने बताया कि ससुराल के लोग उसपर अवैध संबंध का आरोप लगाकर प्रताड़ित करते थे। कई बार समझाने के बाद भी कोई असर नहीं है। मंगलवार को आखिरकार उसकी हत्या कर दी गयी।
पति का कहना है कि बाजार से घर आया तो पत्नी जमीन पर पड़ी थी। उसके हाथ में एक पुड़िया थी और मुंह से झाग निकल रही थी। उसमें कीटनाशक था। उसे गांव के ही एक डॉक्टर के पास ले गये। उसके बाद उसे सदर अस्पताल लाया गया। यहां उसकी मौत हो गयी। दोनों की शादी आठ साल पहले हुई थी। तीन बच्चे हैं। सदर अस्पताल में पुलिस की हिरासत में होने के बावजूद मायके वालों ने उससे हाथापाई की कोशिश की। थानाध्यक्ष ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिया गया है। लिखित आवेदन मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
Author: Biharadmin
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न्यूज नालंदा – चीखती रही कुसुम जबरन पिला दिया जहर , जानें मामला …..
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मनिहारी गंगा घाट पहुचें लाखो शिव भक्त
सवांदाता/मो० जैद
मनिहारी बोलबम सेवा समिति द्वारा आयोजित बोलबम सेवा शिविर का शुभारंभ कटिहार के एमएलसी अशोक अग्रवाल ने फीता काटकर किया।फीता काटने के बाद विधान पार्षद ने कांवरियों को खीर खिलाया। इस श्रावण मेला में लाखो के संख्या में लोग गंगा घाट स्नान करने आते हैं। इस दौरान समिति के सभी सदस्य नि: स्वार्थ सेवाभाव में काफी तत्पर दिखे।
वही बोल बम श्रद्धालुओ की सेवा के लिए जगह जगह पर शुध्द जल, प्रसाद, शरबत, और साथ ही दवाएं का भी व्यवस्था किया गया। वही मनिहारी अनुमंडल से गंगा घाट तक पुलिस बल तैनात थे। साथ ही मनिहारी प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किया गए। वही गंगा घाट पर भी श्रद्धालुओ के लिए पुलिस बल तैनात थे वही साथ ही घाट पर एक मेडिकल कैम्प भी लगाया गया था। वही इस मौके पर मनिहारी अनुमंडल पदाधिकारी कुमार सिद्धार्थ, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मनोज कुमार, बीडीओ रणधीर कुमार, अंचलधिकारी राजेश रंजन, मनिहारी थानाध्यक्ष रामविलास, अपर थानाध्यक्ष,नवल किशोर मौजूद रहे।
बाहर से आने वाले श्रद्धालुओ ने मनिहारी बोल बम सेवा समिति का आभार प्रकट किया। वही इस शिविर में बीजेपी जिला उपाध्यक्ष कैलाश सिंह,निवर्तमान मुख्यपार्षद ममता देवी ,मुखिया पिंटू यादव,बोलबम सेवा समिति के अध्यक्ष अशोक यादव,उपाध्यक्ष गणेश यादव,सचिव दिलवर पासवान,कोषाध्यक्ष उदय यादव,ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष रामजी यादव,मेला प्रभारी प्रमोद यादव,सुनील साह,जनार्दन साह,श्रीनाथ यादव, योगेश यादव, शुभम पोद्दार,प्रमोद गुप्ता,दिलवर पासवान, एवं बोलबम सेवा समिति के अन्य सदस्य मोजूद रहे,बताते चले की बोलबम सेवा समिति द्वारा हर वर्ष बोलबम सेवा शिविर का आयोजन कांवरियों की सहूलियत के लिए किया जाता है।
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फलका प्रखंड से सबसे भयावह जुलूस सालेपुर महेशपुर से देखने को मिला
सुधांशु शेखर/ सिटी हलचल न्यूज़
फलका प्रखंड क्षेत्र के सालेपुर सालेपुर पंचायत में गोलकी देखने को मिली जुलूस में एक ही नारे का गोश्त बार-बार हो रहा था अली तेरे नाम से जीते हैं हम मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी शान से हुसैन जिंदाबाद नारे तकबीर अल्लाह हू अकबर
फलका प्रखंड सबसे बड़ी भीड़ एवं सबसे भयावह जुलूस महेशपुर पंचायत से निकाला गया इस मौके पर मौजूद मोहम्मद आरिफ सरपंच प्रतिनिधि वाहिद नगर से अपना सभी जुलूस साथियों से अपील करते हुए कहा की रोड पर एक साइड से ही जुलूस लेकर चले ताकि कोई कावड़िया एवं गाड़ी चालक को दिक्कत ना हो वही इस जुलूस में शामिल मोहम्मद आसिफ, मोहम्मद मुक्ति, मोहम्मद साहबउद्दीन उर्फ छोटू, मोहम्मद अंजुम, मोहम्मद अबू, मोहम्मद शाहनवाज, मोहम्मद राजू, मोहम्मद शोएब, मोहम्मद जिंदाबाद कमेटी के सभी कार्यकर्ता मौजूद थे।
हमारे फलका प्रखंड से पुलिस प्रशासन इस मौसम में अपनी टीम के साथ शामिल होकर सभी कमेटी सदस्य को अपने सतर्कता से जुलूस ले जाने का अपील किया। सरपंच प्रतिनिधि मोहम्मद आरिफ सभी पुलिस प्रशासन को मोरम की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा आप लोग मोहर्रम के जुलूस में शामिल होकर हम लोगों को बहुत अच्छी अपील एवं सुझाव दिए हैं।
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न्यूज नालंदा – क्लिनिक में हंगामा ,डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप …..
बिहार थाना इलाके के कागजी मोहल्ला में डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाकर परिजन ने किलनिक में जमकर हंगामा करते हुए सड़क जाम कर दिया। हंगामा और सड़क जाम की सूचना मिलते ही नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंचकर आक्रोशित लोगों को शांत करवाया । मृतक नूरसराय थाना क्षेत्र के लोहरी गांव निवासी जगदीश पासवान का 35 वर्षीय पुत्र हीरा पासवान है । मृतक के भाई वीरू कुमार ने बताया कि आज सुबह तेज बुखार आने पर उन्हें इलाज के लिए इस क्लीनिक में भर्ती कराया गया था । करीब आधे घंटे के बाद ही इमरजेंसी कक्ष में ही डॉक्टर की लापरवाही से भाई की मौत हो गई । मृतक के भाई के माने तो 2019 में उसका एक किडनी बदल गया था । तब से किसी तरह का कोई परेशानी नहीं था | आज अचानक तेज बुखार आने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी जिसके बाद भर्ती कराया गया।
न्यूज नालंदा – क्लिनिक में हंगामा ,डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप …..
हंगामा की सूचना मिलने पर पहुंचे नगर थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने आक्रोशित परिजनों को शांत कराया । उन्होंने बताया कि मरीज के परिजन लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं । आवेदन मिलने पर कार्रवाई की जाएगी ।
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हमारे पास 7 पार्टियों के 164 विधायक, नीतीश-तेजस्वी ने एक साथ आकर सभी सवालों का दिया जवाब, PM को लेकर भी बताया
लाइव सिटीज पटना: लाइव सिटीज पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर से महागठबंधन के साथ मिलकर बिहार में सरकार बनाने जा रहे हैं. नीतीश कुमार ने मंगलवार की शाम साढ़े तीन बजे राजभवन जाकर राज्यपाल फागू चौहान को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इसके बाद शाम पांच बजे नीतीश कुमार फिर से राजभवन गए और उन्होंने राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया. उन्होंने राज्यपाल को 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा. इस दौरान वहां तेजस्वी यादव और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह भी मौजूद थे. राज्यपाल को 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपने के बाद नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव एक साथ आकर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. दोनों नेताओं ने एक सुर में कहा कि हमलोग मिलकर काम करेंगे और बिहार को आगे बढ़ाने का काम करेंगे.
सरकार का दावा पेश करने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि हमारे पास सात पार्टियों का समर्थन है. इसमें 164 विधायक शामिल हैं. हम लोग मिलकर काम करेंगे और बिहार को आगे बढ़ाने का काम करेंगे. आरसीपी सिंह का नाम लिए बिना नीतीश कुमार ने बीजेपी पर निशाना साधा. नीतीश कुमार ने कहा है कि हमारे पास 164 विधायकों का समर्थन है. कुल सात पार्टियां मिलकर ये सरकार चलाने वाली है. हर कोई साथ मिलकर जनता की सेवा करने वाले हैं. वहीं पीएम उम्मीदवार को लेकर जब नीतीश कुमार से सवाल पूछा गया तो उन्होंने बात करने से ही मना कर दिया.
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता विकल्प चाहती है. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला, प्रधानमंत्री के सामने इसकी मांग की थी. देश में बेतहाशा महंगाई और बेरोजगारी है. हमें देश के संविधान को बचाना है. तेजस्वी ने आरोप लगाया कि देश के माहौल को खराब किया जा रहा है. नीतीश कुमार ने निडर होकर निर्णय लिया है. बीजेपी के एजेंडे को बिहार में लागू नहीं होने देना है. तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार की जनता ने विपक्ष को संदेश दिया है कि जो मजबूती से जनता के सवालों के लिए लड़ता है, उसका साथ दिया जाता है. उन्होंने बीजेपी का साथ छोड़ने के लिए नीतीश कुमार को भी धन्यवाद दिया है. साफ कहा है कि बीजेपी ने साजिश के तहत पार्टी को खत्म करने का प्रयास किया था. पंजाब में अकाली के साथ भी ऐसा ही किया गया. 2024 में क्या नीतीश कुमार को पीएम उम्मीदवार बनाया जाएगा, इस पर तेजस्वी यादव ने सिर्फ इतना कहा है कि ये फैसला नीतीश पर छोड़ दिया गया है. ये फैसला लेने का हक सिर्फ उनके पास है.
इससे पहले नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान को 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा है. इसमें जेडीयू के 45, आरजेडी के 79, लेफ्ट के 16, कांग्रेस के 19, निर्दलीय एक और हम के चार विधायक शामिल हैं. इस दौरान वहां तेजस्वी यादव और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह भी मौजूद थे. हालांकि गवर्नर ने उन्हें शपथ ग्रहण का समय नहीं दिया है. बताया जा रहा है कि राज्यपाल बाद में समय देंगे. नीतीश कुमार पत्र देकर राजभवन से पैदल ही वापस लौट गए हैं. माना जा रहा था कि कल यानी बुधवार को नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. लेकिन राज्यपाल फागू चौहान ने अभी महागठबंधन को शपथ ग्रहण का समय नहीं दिया है. ऐसे में अटकलें तेज है कि क्या इतना ड्रामा होने के बाद अब भी बिहार में कोई खेला होने वाला है. आखिर बीजेपी क्या सोच रही है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात कर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही उन्होंने राज्यपाल को सरकार बनाने का समर्थन पत्र सौंप दिया है. इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा है कि उन्होंने एनडीए सरकार में मिले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्हें बीजेपी के साथ एक नहीं कई दिक्कतें थीं. उनके नेता बाद में सबकुछ विस्तार से बता देंगे. इससे पहले मुख्यमंत्री आवास से करीब 500 मीटर दूर राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात की और अपना त्यागपत्र सौंप दिया. नीतीश जब राजभवन पहुंचे तो उसके बीच समर्थकों की भारी भीड़ ‘जिंदाबाद’ के नारे लगा रही थी. नीतीश कुमार बाद में तेजस्वी यादव से मिलने के लिए बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास के लिए निकल गए. राबड़ी देवी के घर से निकलने के बाद तेजस्वी और नीतीश कुमार साथ-साथ बाहर आए. इसके बाद राष्ट्रीय जनता दल, लेफ्ट पार्टी और कांग्रेस के विधायक सीएम आवास पर पहुंचे. जहां नए गठबंधन के विधायक दलों की बैठक शुरू हुई. इसमें नीतीश कुमार को महागठबंधन के विधायक दल का नेता चुना गया. यानी अब तय हो गया कि महागठबंधन की सरकार में नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे.
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असली चाणक्य तो नीतीश निकले.. डेढ़ महीने पहले ही मोदी-शाह को दे दी थी मात.. पढ़िए पूरी बिसात
नीतीश कुमार वैसे नेता नहीं हैं जो आवेश में कोई फैसला लेते हैं। उनका हर फैसला नपा तुला और प्लानिंग के तहत होता है। वो चौसर पर पासा फेंकने से पहले 10 बार सोचते हैं और राजनीति के इस शतरंज में किस प्यादे का कैसे इस्तेमाल करना है वो इसे बखूबी जानते हैं। आप सब को लग रहा होगा कि ये सब आरसीपी सिंह के चक्कर में हुआ तो ऐसा नहीं है। नीतीश कुमार पिछले एक साल से बदले की आग में जल रहे थे और जिसकी बिसात डेढ़ महीने पहले उन्होंने रच दी थी ।
नीतीश समझ चुके थे चाल
दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे के बाद ही नीतीश कुमार बीजेपी की हर चाल को समझ चुके थे। बीजेपी पहले चिराग के जरिए नीतीश कुमार को चुनाव में औकात बता चुकी थी। लेकिन, फिर भी नीतीश चुप थे क्योंकि मुख्यमंत्री का पद बीजेपी ने नीतीश को दिया था ।वीआईपी की टूट में था संदेश
लेकिन नीतीश कुमार तब सजग हो गए जब बीजेपी ने मुकेश सहनी की पार्टी के सभी 3 विधायकों को तोड़कर अपनी पार्टी में मिला लिया। इससे उन्हें समझ में आ गया कि बीजेपी अपनी सहयोगी पार्टी को भी नहीं छोड़ेगी। साथ ही बीजेपी को सबसे बड़ी पार्टी का दर्जा मिल गया।फिर नीतीश ने चली चाल
बिहार विधानसभा में बीजेपी डेढ़ महीने पहले तक सबसे बड़ी पार्टी थी। उसने वीआईपी के तीनों विधायकों को शामिल कराया और आरजेडी से ये तमगा छीन लिया। नीतीश को यहीं से चाल समझ में आ गई थी, उन्होंने विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी को पीछे छोड़ने के लिए आरजेडी में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के चार विधायकों को शामिल करा दिया। ऐसा करके नई सरकार का दावा करने के बीजेपी के मंसूबे पर पानी फिर गया।ऑपरेशन आरसीपी सिंह
आरसीपी सिंह का झुकाव बीजेपी की तरफ था। ऐसे में नीतीश ने उन्हें केंद्रीय मंत्री पद से हटाने के लिए राज्यसभा नहीं भेजा। फिर आरसीपी को नोटिस देकर 9 साल में 58 प्लॉट खरीदने का आरोप लगाया और इसमें जवाब मांगा। मजबूरन आरसीपी सिंह को इस्तीफा देना पड़ा।सोनिया को साधा
नीतीश को डर था कि कहीं कांग्रेस के विधायक टूट कर बीजेपी में न जा मिलें। इसलिए उन्होंने सोनिया गांधी को फोन करके सजग किया और महागठबंधन में शामिल होने को लेकर बात की।BJP कर रही थी बदनाम
नीतीश कुमार आरजेडी की इफ्तार पार्टी में शामिल हुए। लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी और उनकी पार्टी आरजेडी से बढ़ती नीतीश की नजदीकी से बीजेपी डर गई थी। जिसके बाद से बीजेपी नेताओं ने सुशासन को लेकर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए गए। बीजेपी अपने दम पर सरकार बनाने की तैयारी में जुट गई। -
नीतीश ने कर दिया खेल.. पहले इस्तीफा, फिर सरकार गठन का दावा
बिहार में JDU और BJP के बीच तलाक हो गया है । CM नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया । साथ ही शाम 4 बजे राज्यपाल फागू चौहान को अपना इस्तीफा सौंप दिया। नीतीश ने तुरंत ही नई सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया। उनके पास कुल 164 विधायकों का समर्थन है ।
तेजस्वी ने रिसीव किया
नीतीश कुमार राजभवन से सीधे राबड़ी देवी आवास पहुंचे। जहां तेजस्वी यादव उन्हें रिसीव करने बाहर तक आए। राबड़ी के घर पर आरजेडी, कांग्रेस और माले के विधायक मौजूद थे। जहां नीतीश कुमार को महागठबंधन का नेता चुना गया।दूसरी बार राजभवन पहुंचे
महागठबंधन का नेता चुने जाने के बाद नीतीश कुमार दोबारा राजभवन पहुंचे। इस बार उनके साथ तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव भी साथ में थे। नीतीश कुमार ने राज्यपाल को इस बार 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा। पहली बार नीतीश कुमार ने 160 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी सौंपी थी। लेकिन जीतन राम मांझी भी नीतीश के साथ आ गए। उसके पास 4 विधायक हैं।बीजेपी की इमरजेंसी बैठक
बिहार के सियासी उठापटक के बीच बीजेपी ने कोर ग्रुप की आपात बैठक बुलाई है।जिसमें मौजूदा सियासी हालात पर चर्चा होगी । आपको बता दें कि बीजेपी और जेडीयू में साल 2020 में गठबंधन बना था।तेजस्वी बनेंगे डिप्टी CM
तेजस्वी यादव को एक बार फिर बिहार का डिप्टी CM बनाया जाएगा। जबकि स्पीकर की कुर्सी कांग्रेस को जाएगी । कांग्रेस कह चुकी है कि नीतीश कुमार ही महागठबंधन के मुख्यमंत्री होंगे। सब कुछ तय हो गया है। -
तेजस्वी के साथ नीतीश कुमार ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, राज्यपाल ने शपथ ग्रहण का नहीं दिया समय, अभी खेल बाकी?
लाइव सिटीज पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर से महागठबंधन के साथ मिलकर बिहार में सरकार बनाने जा रहे हैं. नीतीश कुमार ने मंगलवार की शाम साढ़े तीन बजे राजभवन जाकर राज्यपाल फागू चौहान को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. इसके बाद वो यहां से सीधा पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचे जहां राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव ने उनका स्वागत किया. बाद में शाम पांच बजे नीतीश कुमार फिर से राजभवन गए और उन्होंने राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया. उन्होंने राज्यपाल को 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा. इस दौरान वहां तेजस्वी यादव और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह भी मौजूद थे. नीतीश कुमार ने 164 विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल को सौंपा. इसमें जेडीयू के 45, आरजेडी के 79, लेफ्ट के 16, कांग्रेस के 19, निर्दलीय एक और हम के चार विधायक शामिल हैं.
नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान को 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा है. हालांकि गवर्नर ने उन्हें शपथ ग्रहण का समय नहीं दिया है. बताया जा रहा है कि राज्यपाल बाद में समय देंगे. नीतीश कुमार पत्र देकर राजभवन से पैदल ही वापस लौट गए हैं. उनके साथ तेजस्वी यादव, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, जीतन राम मांझी समेत महागठबंधन के प्रमुख नेता मौजूद रहे. माना जा रहा था कि कल यानी बुधवार को नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. लेकिन राज्यपाल फागू चौहान ने अभी महागठबंधन को शपथ ग्रहण का समय नहीं दिया है. ऐसे में अटकलें तेज है कि क्या इतना ड्रामा होने के बाद अब भी बिहार में कोई खेला होने वाला है. आखिर बीजेपी क्या सोच रही है.
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बिहार NDA में टूट के बाद बीजेपी का रिएक्शन, जानें बीजेपी विधायक रामनारायण मंडल ने क्या कहा
लाइव सिटीज, पटना: बिहार में जेडीयू और बीजेपी का गठबंधन टूट गया है. नीतीश कुमार राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा है कि नीतीश कुमार ने बिहार की जनता और बीजेपी को धोखा दिया है.
बिहार में बीजेपी-जेडीयू का गठबंधन खत्म होने के बाद बीजेपी विधायक रामनारायण मंडल का बयान सामने आया है. अगर राजनित में है तो सत्ता और विपक्ष होते रहता है. विपक्ष में रहकर लड़ाई लड़ेंगे. अब बिहार के विकास के लिए विपक्ष में रहकर लड़ाई लड़ेंगे. अब इस राज्य के विकास के लिए ज्यादा प्रयास करेंगे. हमारी सरकार केंद्र में है. कोई दुख नहीं है.
बीजेपी विधायक रामनारायण मंडल ने कहा कि सत्ता आती है और जाते रहती है. हमलोग अब बहुत मजबूत विपक्ष बनेंगे. हमलोग तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार को जवाब देंगे. जब हमलोग विपक्ष में थे तो तेवर बहुत ज्यादा था. NDA के नाम पर लोगों ने वोट लिया और तेजस्वी के साथ मिलकर सरकार बना लिए.
कुछ देर पहले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने पीसी कर कहा कि बिहार की जनता और भाजपा को नीतीश कुमार ने धोखा दिया है. संजय जायसवाल ने सवाल पूछते हुए कहा कि 2017 से और अब क्या अंतर आया, नीतीश कुमार इसका जवाब दें. पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान संजय जायसवाल ने कहा कि 2020 में एनडीए के तहत मिलकर चुनाव लड़ा. कम सीट जीतने के बाद भी भाजपा ने पीएम मोदी के कहने पर नीतीश कुमार को सीएम बनाया. नीतीश कुमार ने 2017 में गठबंधन तोड़ने का अफसोस भी जताया था.
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बिहारशरीफ प्रखंड में युवा क्लब विकास कार्यक्रम का हुआ समापन।
आज दिनांक 09 अगस्त 2022 को बिहारशरीफ प्रखंड में युवा क्लब विकास कार्यक्रम का हुआ समापन।
विगत 4 अगस्त से 8 अगस्त के बीच नेहरू युवा केंद्र नालंदा केजिला युवा अधिकारी सुश्री पिंकी गिरि के निर्देशानुसार युवा क्लब विकास कार्यक्रम और हर घर तिरंगा कार्यक्रम का आज समापन किया गया।जिसमें राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक पिंटू कुमार और सोनी कुमारी के नेतृत्व चल रहे कार्यक्रम में लगभग पचास क्लब को नवीनीकरण करके उनको नेहरू युवा केंद्र संगठन के नीति और सिद्धांतों को विस्तार पूर्वक बताया और समझाया गया, और युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा चलाए जा रहे हैं
युवा कल्याणकारी योजनाओं को लोगों के बीच कैसे पहुंचे इस बात पर भी चर्चा हुआ। और लोगों को अपने अपने घरों में झंडा लगाने को प्रेरित करने को कहा गया । क्लब के के सभी सदस्यों को नेहरू युवा केंद्र संगठन, नालंदा, बिहार, और इंडिया के फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम, इत्यादि सभी सोशल साइट पर लिंक के माध्यम फॉलो कर जोड़ा गया और सभी सदस्यों को निर्देश दिया गया कि वह अधिक से अधिक लोगों को इस सोशल साइट से जोड़ने का कोशिश करें।