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पूर्णिया/सिटीहलचल न्यूज
सहायक खजांची थाना क्षेत्र के लाइन बाजार कुंडी पुल के समीप तेज रफ्तार बस और टेम्पो की टक्कर में 2 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।बताया जाता है कि मंगलवार रात्रि 10 बजे पूर्णिया से सिल्लीगुड़ी जा रही कृष्णा बस ने लाइन बाजार पूल के समीप सड़क के दूसरी लाइन में जा रहे एक टैम्पो को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतना जबरदस्त था
कि टेम्पो का अगला भाग पूरी तरह चिपक गया। वही सीट के आगे बैठे ड्राइवर सहित 2 लोग बुरी तरह घायल होकर फ़स गए। वही स्थानिये लोगो किसी तरह दोनो को निकालकर निजी अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती करवाया। घायल मुन्ना कुमार और गोविंद कुमार पूर्णिया से अररिया कुसियार गाँव जा रहे थे, इसी दौरान यह हादसा हुआ।
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अररिया/सिटीहलचल न्यूज़
कुर्साकांटा–कुआड़ी थाना क्षेत्र के पहुँसी वार्ड संख्या 01 में आठ वर्षीय बालक की डीजे गाड़ी के चक्का के नीचे आ जाने से मौके पर हीं उसकी दर्द्नाक मौत हो गई। मौत की खबर सुनते हीं पूरे गांव में कोहराम मच गया। मिली जानकारी के अनुसार मृतक प्रेम कुमार ( 08 ) वर्ष पिता संतोष कुमार सिंह ग्राम-पहुँसी वार्ड संख्या एक के पड़ोसी घेतलु सिंह की पुत्री खुशबु कुमारी की शादी में मौजूद था। शादी के जश्न में सभी डीजे की धुन पर थिरक रहें थे। इसी दौरान गाड़ी आगे पीछे करने के क्रम में प्रेम डीजे गाड़ी के नीचे आकर दब गया और उसकी मृत्यु हो गई। जिसके बाद शादी का माहौल मातम का माहौल बन गया
वहां पर मौजूद परिजन व ग्रामीणों के सहयोग से प्रेम को कुर्साकांटा अस्पताल लाया गया, जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। ग्रामीणों द्वारा घटना की सूचना कुआड़ी ओपी को दिया गया। जानकारी मिलते ही ओपी अध्यक्ष अवधेश कुमार दल बल के साथ घटना स्थल पर पहुंच स्थल का अवलोकन कर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये सदर अस्पताल अररिया भेज दिया
पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। इधर मृतक के घर में माता-पिता, दादा दादी एवं परिजनों का रोरो कर बुरा हाल है। मृतक तीन भाई-बहन में अपने माता पिता का एकलौता पुत्र था। इधर ओपी अध्यक्ष ने बताया कि अभी तक पीड़ित परिवार से कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। जैसे ही आवेदन प्राप्त होता है प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
बैसा।शम्भु कुमार राय
पूर्णिया। जिले के बैसा प्रखंड डीलर संघ अध्यक्ष-तारकेश्वर प्रसाद,कोषाध्यक्ष-सोने लाल पासवान ने जानकारी देते हुए बताया कि संघ अपनी 9 सूत्री मांग को लेकर प्रखंड के सभी डीलर्स 1 अगस्त से 6 अगस्त तक राज्यव्यापी हड़ताल को लेकर अपनी-अपनी जनवितरण दूकान बन्द रखेंगे
प्रखंड डीलर्स अध्यक्ष तारकेश्वर प्रसाद ने कहा है कि अब तक जनवितरण प्रणाली के विक्रेताओं का भरपूर शोषण किया जा रहा है।अपनी मांगो के समर्थन में डीलर्स सदैव आवाज उठाते आ रहे हैं लेकिन उनकी मांगो की अनसुनी की जा रही है। खाद्य सुरक्षा योजना चला रहे सभी विक्रेताओं को 440 रूपये प्रति क्विंटल खाद्यान्न की राशि की स्वीकृति देने
एवं तीस हजार रूपये मानदेय निर्धारित करने, खाद्यान्न पदार्थों में 1 किलो प्रति क्विंटल की हैण्डलिग लौस देने पर सहमति के आधार पर डीलर्स को अविलंब लागू करने, साल 2020 से लंबित मार्जिन मनी भुगतान आदि सहित कई मांग शामिल है।मौके पर प्रखंड के सभी डीलर्स मौजूद थे।
अररिया/सिटीहलचल न्यूज़
नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र के तामगंज पंचायत के वार्ड संख्या 07 में आवास की किस्त उठाकर आवास नहीं बनाने वाले दो डिफॉल्टर लाभुक को गिरफ्तार कर थाने लाया गया। बाद में उसे बांड भरवा कर एक सप्ताह का समय देकर छोड़ा गया। विभाग द्वारा कार्रवाई करने के बाद आवास लाभुकों में हड़कंप मचा हुआ है
प्राप्त जानकारी के अनुसार नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र के 29 पंचायत में वर्ष 2016 से 22 तक 15993 आवास लाभुकों को आवास की राशि मुहैया कराई गई लेकिन अब तक 1626 लाभुक डिफॉल्टर लिस्ट में शामिल है। बीडीओ चंदन प्रसाद ने बताया कि तामगंज के मेथर मंडल पिता ढालो मंडल तथा राहुल कुमार पिता बिंदी बहरदार वर्ष 2017-18 में आवास राशि का उठाव करने के
बाद अब तक आवास का निर्माण शुरू नहीं किया। जिस कारण दोनों को गिरफ्तार कर थाने लाया गया। एक सप्ताह का समय देकर हर हाल में आवास निर्माण शुरू करने का सख्त अल्टीमेटम देते हुए बांड भरवा कर उसे छोड़ा गया।
अजय प्रसाद/जोगबनी
अररिया: बथनाहा कटहरी नेपाल रेल मार्ग का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है, बहुत जल्द विराटनगर कटहरी बथनाहा कार्गो मालवाहक रेल चलने की सहमति मोरंग उद्योग संगठन नेपाल एवं कटिहार डीआरएम के बीच एक बैठक में सहमति जताई है। इस बैठक में कटिहार डीआरएम एस. के. चौधरी मालवाहक रेल अविलंब सुचारू करने का आश्वासन दिया। श्री चौधरी ने कहा की 18.6 किलोमीटर लंबाई की बथनाहा कटहरी रेल मार्ग अंतिम चरण में है
इसके अलावे जोगबनी में रेलवे रिपेयरिंग सेंटर निर्माण के लिए रेलवे मंत्रालय को इसको बजट की अनुरोध पत्र भेजा जा चुका है। वही विराटनगर महानगर पालिका के मेयर नागेश कोइराला ने कहा की हाल ही में बथनाहा मीरगंज पुल धस जाने से आवागमन ठप हो गया था जिसके वजह से आयात निर्यात से नेपाल मोरंग व्यापार को काफी नुकसान और परेशानी का सामना करना पड़ा था। अगर बथनाहा कटहरी रेल मालवाहक चालू रहती तो एक विकल्प रास्ता रहता जिससे नुकसान का सामना नहीं करना पड़ता
बैठक में उद्योग संगठन, विराटनगर मेयर, नेपाल रानी कस्टम अधिकारी, निर्माण इंजिनियर आदि उपस्थित थे।वही संगठन के पूर्व उपाध्यक्ष राकेश सुराना ने बताया कि नेपाल से भारत के विभिन्न स्थानों में इलाज, अध्यन, एवं धार्मिक प्रयोजन के लिए रेल सफर करती है इसके लिए जोगबनी रेलवे स्टेशन से ने राज्यों के लिए ट्रेनों को बढ़ाने की मांग कटिहार डीआरएम से की है।
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हेलो हेल्थ ऑनलाइन | (Moth Bean Benefits) दालों को अपने आहार में शामिल करना बहुत जरूरी है। क्योंकि दालों के पोषक तत्व शारीरिक प्रदर्शन के लिए बहुत जरूरी होते हैं। इसलिए डाइट एक्सपर्ट्स का कहना है कि डाइट में कई तरह की दालें खानी चाहिए। इसमें हम विभिन्न दालों जैसे मूंग दाल, अरहर की दाल, मसूर की दाल, चना दाल को अपने नियमित आहार में लेते हैं। इनमें से, मट्ठा दाल उच्च पोषण मूल्य वाली एक प्रकार की दाल है।
एक तरह से मट्ठा दाल सुपर फूड है क्योंकि यह दाल अत्यधिक पौष्टिक होने के बावजूद हर किसी की जेब में जा सकती है। हां बहुत सस्ती कीमत पर मट्ठा दाल को एक स्वस्थ विकल्प के रूप में देखा जाता है। तो यह दाल बहुत है स्वस्थ माना जाता है
पोषण में सभी दालों में सबसे ऊपर (मोथ बीन लाभ) अपने आहार में मोठ को शामिल करने से आपके स्वास्थ्य को विभिन्न लाभ मिलते हैं। वजन घटाने से लेकर दिमाग तेज करने तक यह दाल कई तरह से सेहतमंद साबित होती है। मट्ठा दाल में विटामिन बी शरीर के सुचारू कामकाज के लिए बहुत सारे लाभकारी लाभ प्रदान करता है। मट्ठा दाल को कई तरह से डाइट में शामिल किया जा सकता है। मठा दाल को फोडनी दाल, आमटी, सांभर, दाल वड़े जैसी कई तरह की रेसिपी बनाकर खाया जा सकता है.
(Moth Bean Benefits) दोस्तों, हम कब से जानते हैं कि मूंग की दाल कितनी पौष्टिक होती है। लेकिन कई लोगों के मन में यह सवाल हो सकता है कि गणित की दाल क्या है..? दरअसल आप सभी इस प्रकार की दाल को जानते हैं लेकिन अलग-अलग इलाकों में इस दाल को अलग-अलग नामों से जाना जाता है। मठा दाल का मतलब मटकी दाल होता है।
मठा नाड़ी हमारे शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान करने की क्षमता रखती है। क्योंकि इन दालों से शरीर को विकास के लिए आवश्यक प्रोटीन, विटामिन, फोलेट, आयरन, जिंक, मैग्नीशियम जैसे महत्वपूर्ण तत्व मिलते हैं। (मोठ बीन लाभ) मट्ठा दाल का सेवन विभिन्न व्यंजनों जैसे वरन, अमती, भाजी, डोसा, खिचड़ी, पुलाव के माध्यम से किया जा सकता है।
लेकिन मट्ठा दाल तभी पौष्टिक साबित होती है जब पकाने और खाने के स्वस्थ तरीके का पालन किया जाए। इसलिए आज हम सीखेंगे कि मट्ठा दाल कैसे बनाते और खाते हैं. इतना ही नहीं आज हम मट्ठा दाल खाने से होने वाले फायदों के बारे में भी जानेंगे। (मोठ बीन लाभ)
मट्ठा दाल को पौष्टिक तरीके से खाना बहुत जरूरी है। इस दाल को सही तरीके से पकाना भी उतना ही जरूरी है।
सबसे महत्वपूर्ण बात, मटन दाल को एक एयरटाइट कंटेनर या जार में एक टाइट ढक्कन के साथ स्टोर करें। ताकि यह अच्छे से चल सके। (मोठ बीन लाभ)
मट्ठा दाल पकाने से पहले, खाना पकाने में इस्तेमाल करने से पहले इसे साफ कर लें। उसके बाद दाल को धोकर 5 से 6 घंटे के लिए पानी में भिगो दें।
अब भीगी हुई दाल को पकाते समय इसमें 1 छोटी चम्मच घी या तेल डाल दीजिए.
घी, जीरा, हींग और हल्दी पाउडर डालकर उबाली हुई दाल को साधारण वरण की तरह बना लें. इसके अलावा दाल को प्याज, लहसुन, सरसों का साग और टमाटर डालकर सब्जी की तरह खाया जा सकता है. इतना ही नहीं, डाइट में मट्ठा दाल का मीठा और खट्टा स्वाद भी खाया जा सकता है.
(मोठ के फायदे) मट्ठा दाल डालकर खिचड़ी बना लें। इसके लिए आप मट्ठा दाल को भिगोकर, फिर चावल को धोकर और साधारण लहसुन का पेस्ट डालकर खिचड़ी या मसाला खिचड़ी बना लें।
आमतौर पर इस्तेमाल होने वाली मट्ठा दाल को भिगो दें और फिर इसे विभाजित करें और मसाला डालकर मट्ठा दाल का सारण बना लें। अब इस सारण के परांठे या पूरी बना लें और इसे अपनी डाइट में शामिल करें.
मट्ठा दाल पुलाव बहुत ही स्वादिष्ट होता है. लेकिन इस पुलाव को बनाते समय अन्य पसंदीदा सब्जियों को भी शामिल करें.
मट्ठा दाल को थोडा़ सा भिगोकर अच्छी तरह पीस लें. अब इसके ऊपर गर्म मिर्च पाउडर, नींबू का रस और बारीक कटा हरा धनिया डालकर अपने नियमित आहार में खाएं। (मोठ बीन लाभ)
मट्ठा दाल को निकाल कर कड़ाही में काला नमक डालकर तलने से भी लाभ होता है।
मट्ठा दाल से पौष्टिक सूप भी बनाया जा सकता है. इस सूप में काली मिर्च पाउडर और तरह-तरह की सब्जियां मिलाने से यह सूप स्वादिष्ट और पौष्टिक बनता है.
१) इम्युनिटी मजबूत होते – जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर होती है उन्हें अपने नियमित आहार में मटन दाल जरूर खानी चाहिए। यह प्रतिरक्षा को मजबूत करता है और बीमारियों से बचाता है। इसके लिए 1 कटोरी मट्ठा दाल का नियमित सेवन फायदेमंद होता है।
2) कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित होता है – कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से कई तरह की बीमारियां होती हैं। इसलिए कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखना जरूरी है। इसलिए कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और नियंत्रित करने के लिए नियमित रूप से मटन दाल का सेवन करें।
3) हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से राहत- (Moth Bean Benefits) मोठ में ऐसे कई गुण होते हैं जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं। उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों के लिए मट्ठा दाल के ये गुण वरदान हैं।
4) पाचन में सुधार करता है – मट्ठा दाल फाइबर और जिंक से भरपूर होती है। इससे मांसपेशियां मजबूत होती हैं। इतना ही नहीं, मटन दालों में यह गुण और फाइबर पाचन में सुधार करता है। इससे वजन कम करना आसान हो जाता है।
5) पेट की समस्या दूर करे – शरीर के समुचित कार्य के लिए विटामिन बी आवश्यक है। साथ ही यह दाल विटामिन बी से भरपूर होती है। यह फाइबर में भी उच्च है। इसके कारण अगर आहार में मट्ठा दाल को शामिल किया जाए तो पेट की समस्या भी दूर हो जाती है। (मोठ बीन लाभ)
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