रहुई प्रखंड के भेंडा गांव में शिवभक्तों द्वारा भंडारा का आयोजन किया गया। आपको बता दें कि शिव शिष्य परिवार के संस्थापक और शिव शिष्यता के जनक स्वामी हरिंद्रानंद के निधन होने से भेंड़ा गांव के शिवभक्तो एवं ग्रामवासियों ने मिलकर चंदा इकट्ठा कर भंडारा कराया। वहीं गांव के बच्चे से लेकर युवा,बुढ़ा पुरूष एवं महिलाओं ने भंडारा का भोजन ग्रहण किया। शिव भक्तों का कहना है कि हरीन्द्रानंद जी पहले ऐसे शिवभक्त थे
, जिन्होंने शिव को जन-जन का गुरु बना दिया। इसके लिए कोई विशेष प्रयोजन या जात-पात की आवश्यकता पर उन्होंने बल नहीं दिया। यही कारण है कि आज देश-विदेश में उनके लाखों करोड़ों अनुयायी हैं, जो शिव को गुरु मान उनके बताए मार्ग का अनुसरण कर रहे हैं।
उन्होंने प्रशासनिक पदाधिकारी रहते हुए गुरु शिष्य परंपरा का निर्वहन किया और शिव गुरु परिवार को बड़ा आकार भी दिया। वे कहा करते थे कि जब भगवान भाव के ही भूखे हैं तो क्यों सांसारिक जीवन में गुरु की तलाश की जाए, क्यों न आदियोगी शिव को ही गुरु बना लिया जाए। इस मौके पर भेंड़ा के सभी ग्रामीण मौजूद रहे।