जब अभ्यर्थियों की बातों को अधिकारी नहीं सुनते हों तो ऐसे में छात्रों के पास एक ही रास्ता बचता था कि मुख्यमंत्री से गुहार लगाई जाए। लेकिन मुख्यमंत्री से मिलने का वक्त ही नहीं मिल रहा था। ऐसे में BPSC के अभ्यर्थी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले के सामने अचानक आ धमके। जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों की हाथ पांव भी फुल गए।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, ये पूरा वाक्या तब हुआ जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली से पटना लौट रहे थे। मु्ख्यमंत्री जैसे ही दिल्ली स्थित बिहार भवन से एयरपोर्ट जाने के लिए निकले। वैसे ही BPSC और UPSC के अभ्यर्थी उनकी गाड़ी के आगे आ गए।
अभ्यर्थियों ने रोका काफिला
BPSC और UPSC के अभ्यर्थियों ने दिल्ली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का काफिला रोक दिया। छात्रों की भीड़ को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद गाड़ी से उतर कर आए। उन्होंने अभ्यर्थियों से बात की।
क्या थी छात्रों की मांग
दरअसल, छात्रों ने सीएम नीतीश से बीपीएससी एग्जाम की तारीख आगे बढ़ाने की मांग की।छात्रों ने मुख्यमंत्री को बताया कि 21 सितंबर को 67वीं बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा होने जा रही है। लेकिन उस दौरान यूपीएससी की मुख्य परीक्षा भी है । ऐसे में जो छात्र-छात्राएं यूपीएससी और बीपीएससी दोनों की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें परीक्षा देने में परेशानी होगी।
कब से होगा मेंस
दरअसल, संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा 16 सितंबर से शुरू होगी और ये 25 सितंबर तक चलेगी। ये परीक्षा लगातार 16, 17, 18 सितंबर के बाद 24 और 25 सितंबर को है। इसी बीच में 21 सितंबर को बीपीएससी की पीटी देने से छात्र परेशान हैं।
मुख्यमंत्री ने दिया आश्वासन
मुख्यमंत्री नीतीश ने अभ्यर्थियों की समस्या को ध्यान से सुना और आश्वासन दिया कि वे पटना जाकर इस मुद्दे पर जरूर विचार करेंगे। मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद छात्र खुश दिखे और ताली बजाकर सीएम को धन्यवाद कहा।
आपको बता दें किअभ्यर्थी बीपीएससी परीक्षा की तिथि में बदलाव की मांग कर रहे हैं। हालांकि बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष का कहना है कि कुछ छात्रों की वजह से 6 लाख स्टूडेंट्स की परीक्षा में बदलाव करना संभव नहीं है। हालांकि परीक्षा को लेकर अंतिम फैसले में बदलाव पर विचार किया जा रहा है।